बुधवार, 25 मार्च 2020

ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन से हटे

लंदन। ब्रिटेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे चोट के कारण अगले महीने होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन से हट गए हैं। स्कॉटलैंड के 32 साल के मरे को पिछले महीने डेविस कप में ब्रिटेन की ओर से खेलते हुए कूल्हे के आसपास के क्षेत्र में चोट लगी थी।


मरे ने कहा, ‘शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए खुद को तैयार करने में मैंने काफी मेहनत की थी और जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन में नहीं खेल पाना बेहद निराशाजनक है।’ उन्होंने कहा, ‘इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद मुझे दोबारा खेलने का यकीन नहीं था। यही कारण है कि मैं दोबारा ऑस्ट्रेलिया आने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को लेकर रोमांचित था। यही वजह है कि मैं और अधिक निराश हूं।’ मरे ने कहा,‘दुर्भाग्य से हाल में मुझे चोट लगी और एहतियात के तौर पर कोर्ट पर दोबारा उतरने से पहले मुझे इस पर काम करना होगा।’ इस साल जनवरी में ऑपरेशन के बाद मरे को उम्मीद थी कि वह अगले साल आस्ट्रेलिया ओपन के साथ वापसी करेंगे।


ब्रिटेन के प्रिंस कोरोना वायरस पॉजिटिव

लदंन। कोरोना वायरस से ब्रिटेन के शाही परिवार का एक सदस्य पीड़ित पाए जाने की खबर है। ब्रिटेन की मीडिया के अनुसार प्रिंस चार्ल्स कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं।


क्लेरेंस हाउस कार्यालय ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ के सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स (71) में हल्के लक्षण दिखाए दिए हैं और उनकी तबीयत अब ठीक है। टेलीग्राफ की खबर के अनुसार चार्ल्स की पत्नी कैमिला (72) की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। दोनों स्कॉटलैंड में अलग थलग रह रहे हैं। खबर में कहा गया है,'एबरडीनशर में नेशनल हेल्थ सर्विस ने उनकी जांच की।'ब्रिटेन में इस जानलेवा वायरस से अभी तक आठ हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं जबकि 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन सरकार तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर चुकी है पर अब इसके लागू करने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।इसकी वजह यह है कि मंगलवार को देश की भूमिगत ट्रेनें पूरी तरह से भरी देखी गईं। हालांकि इन ट्रेनों की सेवाओं में कटौती की गई है लेकिन मुसाफिरों पर इसका असर पड़ता नहीं दिख रहा है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कम से कम 21 दिनों के लिए, लोगों की आवाजाही में कमी लाने के मकसद से कुछ उपायों का एलान किया था। जॉनसन ने लोगों से कहा था कि वे घर में ही रहें और पुलिस को इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए थे। अब यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि जॉनसन ने ये जो एलान किया था, वह अपने आप में स्पष्ट नहीं था। यातायात मंत्री गेंट शाप्पे ने सोमवार को स्थिति और स्पष्ट करते हुए कहा था कि सलाह एकदम साफ है कि, घर पर रहें। देश की मोबाइल फोन सेवाएं अब जॉनसन की बात को संदेश के रूप में लोगों तक पहुंचा रही हैं।


राजस्थान में संक्रमितो की संख्या 36

जयपुर। राजस्थान में आज चार नए कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें से तीन केस भीलवाड़ा जिले के बताए गए हैं, जो कि मेडिकल स्टाफ से जुड़े हुए हैं। वहीं एक केस जोधपुर का हैं।


इन चार नए मरीजों के सामने आने के बाद राजस्थान में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 36 हो गई है।इनमें से एक की मौत हो चुकी है, जो कि विदेशी नागरिक था। वो राजस्थान में कोरोना का सबसे पहला पॉजिटिव केस था। बता दें कि पूरे राजस्थान में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव केस भीलवाड़ा से आए हैं। ACS मेडिकल रोहित कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान में 36 केस कोरोना पॉजिटिव निकले जबकि 1 हजार 548 संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव निकली। उन्होंने बताया कि जोधपुर से जो युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, उसने हाल ही में ट्रेन से सफर किया था। बता दें कि, राजस्थान में अब तक 1584 नमूने प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 36 पॉजिटिव हैं, 1548 नेगेटिव हैं. कोरोना वायरस अब धीरे-धीरे देश के लगभग हर राज्य तक अपना पैर पसार चुका है। कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित मामलों की संख्या 500 के करीब पहुंच चुकी है। वहीं इससे पूरे भारत में कुल 10 मौतें हो चुकी है, और 37 लोग इससे पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों का सबसे ज्यादा मामला महाराष्ट्र से हैं, जहां 101 व्यक्तियों में पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं दूसरे नंबर पर केरल है, जहां 95 केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 7 विदेशी भी शामिल हैं।वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना वायरस से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के अपील पर राजस्थान सरकार के मंत्री और विधायक अपने-अपने स्तर पर सहायता कोष में आर्थिक मदद देने की घोषणा कर चुके हैं। बता दें कि, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी अपने 2 महीने का वेतन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री सहायता कोष में दान करने का निर्णय किया है। वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरे प्रदेश में 1 लाख बेड क्वॉरेंटाइन के लिए चिन्हित किए, जिनमें आवास, अस्पताल, होटल और हॉस्टल भी हो सकते हैं। इन सबको मिलाकर विभाग की तैयारी 1 लाख लोगों को क्वॉरेंटाइन की सुविधा उपलब्ध कराना है।


सीएम आवास पर समीक्षा मीटिंग

चंद्रमौलेश्वर शिवांशु


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी के संबंध में समीक्षा बैठक की एवं अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर वर्तमान परिस्थितियों पर नये आदेश निर्देश जारी करेंगे।


वही उसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा देश की जनता से आह्वान किया गया है कि सक्षम, शक्ति और सामर्थ्यवान लोग नवरात्रों के पावन पर्व पर 9 परिवारों को भोजन कराकर नवरात्रों का फल प्राप्त करें। उन्होंने एक बार पुनः देश की जनता से सहयोग की अपील की है। वैश्विक महामारी को हराने का एकमात्र उपाय सामाजिक दूरी है।


कबाड़ बने वाहन को विधि पूर्वक बेचे

नई दिल्ली। गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाने पर आप उस स्थिति में क्लेम कर सकते हो, जब दुर्घटना में आपके वाहन की मरम्मत लागत इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) की 75 फीसदी से ज्यादा हो। (IDV) आपके वाहन की क्लेम फाइल करते समय की अनुमानित बाजार कीमत होती है। यह सब तो ठीक है, लेकिन अगर आप अपने कबाड़ हुए वाहन को बिना किसी कागजी प्रक्रिया के ऐसे ही कबाड़ वाले को बेच रहे हैं, तो आप भारी मुसीबत में फंस सकते हैं।


इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Irdai) ने एक सर्कुलर जारी कर स्क्रैप डीलर्स को बेचे गए वाहन के कागजातों के दुरुपयोग के बारे में चेताया है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें चोर स्क्रैप डीलर्स को बेचे गई गाड़ियों के इंजन और चेचिस नंबर का उपयोग चोरी के वाहनों के लिए करते हैं। इस तरह वे चोरी के वाहनों की एक फर्जी पहचान बना लेते हैं। इस तरह वे कागजात जिसके नाम रजिस्टर्ड है, वह मुश्किल में फंस सकता है।
मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 55 के अनुसार, यदि कोई मोटर वाहन कबाड़ हो गया है या वह उपयोग की स्थिति में नहीं है, तो मालिक को इसकी सूचना 14 दिन के अंदर पंजीकरण प्राधिकारी को देनी होती है। आमतौर पर वाहन जहां यूज होता रहा है, उसी क्षेत्र के पंजीकरण प्राधिकारी को यह जानकारी देनी होती है। साथ ही रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) संबंधित अथॉरिटी को जमा करानी होती है। यदि वह वो ऑरिजनल अथॉरिटी होगी, जहां वाहन रजिस्टर्ड हुआ था, तो अथॉरिटी RC को निरस्त कर देगी और अगर यह वह अथॉरिटी नहीं होगी, तो वह ऑरिजनल पंजीकरण प्राधिकारी को RC भेजेगी। बता दें कि आरसी को रद्द करवाने की कोई फीस नहीं होती है। एक मोटर वाहन मालिक के रूप में, ग्राहकों को हमेशा इन नियमों का पालन करना चाहिए और भविष्य में मुसीबत न आए, इसलिए अपने कबाड़ हुए या चोरी हो चुके वाहन की RC को जरूर रद्द करवाना चाहिए।


पाक को नहीं मिला समर्थन, फजीहत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान को इस सच का सामना करना ही पड़ा कि उन्हें कश्मीर मसले पर दुनिया का समर्थन हासिल नहीं हो सका। वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रति अपनी नाखुशी तो जाहिर कर रहे हैं, लेकिन यह समझने से इन्कार कर रहे हैं कि इसके लिए वही जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान की समस्या केवल यही नहीं कि उसने यह मुगालता पाल लिया कि कश्मीर उसका हिस्सा बनकर रहेगा, बल्कि यह भी है कि उसने अपने लोगों को भी यह घुट्टी पिला दी कि वह छल-बल से इस भारतीय भू-भाग को हासिल करके रहेगा।


अगर वह अपना भला चाहता है कि यह मुगालता छोड़े कि वह कश्मीर को हासिल कर सकता है या फिर आतंक के बल पर भारत को डरा-धमका सकता है। उसे यह समझ आए तो बेहतर कि वह गैर जिम्मेदार देश की तरह व्यवहार कर रहा है और अपनी पस्त अर्थव्यवस्था के कारण विफल राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। अपनी इस हालत के लिए वह किसी अन्य को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता। आखिर यह वही था जिसने दुनिया भर के आतंकी संगठनों को अपने यहां खुशी-खुशी पनाह दी और आतंकवाद को नीतिगत तौर पर अपनाया। एक सच्चाई यह भी है कि उसने आतंकवाद से लड़ने के नाम पर दुनिया की आंखों में धूल झोंकी। वह यह काम अभी भी कर रहा है और इसी कारण उसकी धरती से भारत में आतंकियों की घुसपैठ थम नहीं रही। आखिर पाकिस्तान ने यह कैसे समझ लिया कि भारत जिस हिस्से को अपना अटूट अंग बताता है वहां से संबंधित नियम-कानूनों में परिवर्तन नहीं कर सकता? क्या अनुच्छेद 370 पाकिस्तान से पूछकर तैयार किया गया था? यदि नहीं तो फिर उसके हटाए जाने पर उसने आसमान सिर पर क्यों उठाया? अच्छा हो कि पाकिस्तान सरकार और साथ ही वहां का समाज इस पर चिंतन-मनन करे कि आखिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एवं उसकी मानवाधिकार परिषद में उसे अहमियत क्यों नहीं मिली? नि:संदेह इसलिए नहीं कि दुनिया बदल गई है, बल्कि इसलिए कि दुनिया उसके कश्मीर राग से आजिज आ चुकी है और उसे यह समझ नहीं आ रहा कि पाकिस्तान कश्मीर को लेकर इतना परेशान क्यों है?
विश्व समुदाय इसे लेकर भी चकित है कि बलूचों, सिंधियों, शियाओं, पख्तूनों समेत अल्पसंख्यकों का दमन करने वाला पाकिस्तान कश्मीरियों की चिंता में क्यों दुबला हुआ जा रहा है? समझना कठिन है कि इमरान खान किस मुंह से यह उम्मीद कर रहे हैं कि दुनिया उनकी ओर ध्यान दे? उन्हें पता होना चाहिए कि उन्होंने यह स्वीकार कर अपनी फजीहत ही कराई है कि उनकी सेना अल-कायदा और ऐसे ही अन्य आतंकी संगठनों को प्रशिक्षण देने का काम किया करती थी।


बैंको की निश्चित मुफ्त लेनदेन की छूट

नई दिल्ली। बैंक अपने ग्राहकों को हर महीने कुछ निश्चित मुफ्त लेनदेन की छूट देते हैं, इससे ज्यादा की लेनदेन पर बैंक शुल्क वसूलते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 14 अगस्त, 2019 की अधिसूचना में मुफ्त एटीएम लेनदेन को लेकर तस्वीर साफ की है।


बैंक ने अधिसूचना में कहा है कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, शहरी सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी वाणिज्यिक बैंक एटीएम से बैलेंस चेक करना, टैक्स पेमेंट, फंड ट्रांसफर के लिए चेक बुक रिक्वेस्ट को एटीएम से मुफ्त लेनदेन में शामिल नही कर सकते हैं। RBI ने कहा है कि अगर कोई लेनदेन तकनीकी खराबी की वजह से फेल हो जाता है तो उसे मुफ्त लेनदेन में नहीं जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही अगर एटीएम में करंसी नहीं है तो इसे भी मुफ्त लेनदेन में नहीं जोड़ा जाएगा।
इसके अलावा कोई ऐसी लेनदेन जो तकनीकी हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, एटीएम में करंसी के नहीं होने की वजह से फेल हो जाता है तो इसे भी मुफ्त लेनदेन में नहीं जोड़ा जाएगा। मतलब आपके पास एटीएम से मुफ्त लेनदेन की जो संख्या बची है वो आपके पास सुरक्षित है। इसके अलावा गलत पिन डालना भी ग्राहक के लिए मान्य एटीएम लेनदेन के रूप में नहीं गिना जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक में खाताधारक जिनके पास औसतन 25,000 रुपये का मासिक बैलेंस है वे महीने में दो बार मुफ्त नकद निकासी कर सकते हैं। हालांकि, 25,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच औसत मासिक बैलेंस वाले खाताधारक 10 मुफ्त नकद निकासी का फायदा उठा सकते हैं। मुफ्त सीमा के बाद लेनदेन पर 50 रुपये शुल्क और जीएसटी है।


हिजबुल्लाह के 12 हजार, 500 ठिकानों पर हमलें

हिजबुल्लाह के 12 हजार, 500 ठिकानों पर हमलें  अखिलेश पांडेय  जेरूसलम। इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने पिछले अक्टूबर में संघर्ष की शुरुआत के बाद...