सोमवार, 23 मार्च 2020

छोटे की हत्या कर शव नाले में दफन

शिमला। हमीरपुर जिले के सुजानपुर तहसील की पनोह पंचायत के भेटेर गांव में बड़े ने छोटे भाई को मार कर नाले में दफना दिया। पुलिस ने  हत्यारे बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है जबकि छोटे भाई की लाश को नाले से बरामद कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज भेजा गया है। डीएसपी रेनू शर्मा  ने बताया कि  गणेश कुमार आयु 13 वर्ष कक्षा नवमी का छात्र था। अपने बड़े भाई टेक बहादुर और पिता जंग बहादुर के साथ किराए के मकान में बीते 8 वर्षों से भटेर में रह रहे थे। जंग बहादुर दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करता है। सोमवार को वे काम पर गए तो उसके बाद दोनों भाई घर पर अकेले रह गए। दोनों में किसी बात पर कहासुनी हो गई। इस दौरान गणेश के बड़े भाई टेक बहादुर पुत्र जंग बहादुर ने गणेश के गले पर तेजधार हथियार से वार कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया।


आरोपी युवक ने मृतक अपने छोटे भाई को वहां से उठाया और घर के पास एक नाले के नीचे इसे वहां दफना दिया। पुलिस को सूचना मिलते ही घटनास्थल का दौरा किया गया। सुजानपुर थाना प्रभारी सुभाष शास्त्री के अगुवाई में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार किया और नाले में उतर कर खुदाई करके शव भी बरामद किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।


चिकित्सा उपकरणों का निर्यात निंदनीय

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल मास्क, वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों के निर्यात की अनुमति देने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे एक सोची समझी साजिश करार दिया और सवाल किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सलाह के बावजूद यह कदम किसकी शह पर उठाया गया।


गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए ट्विट किया, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी, डब्लूएचओ की वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क का पर्याप्त स्टॉक रखने की सलाह के विपरीत भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं?” उन्होंने इस अनुमति को कोरोनो वायरस के मद्देनज़र एक आपराधिक साजिश बताया और सरकार से पूछा, “ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है।” इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर सरकार के इस रवैये की आलोचना की और आरोप लगाया कि उसने 10 गुना ज्यादा दाम पर इस समान का निर्यात किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “डब्ल्यूएचओ ने वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क, सर्जिकल डिस्पोजेबल, कॉवेराल के निर्यात की भारत ने 19 मार्च तक 10 गुना मूल्य पर बेचने की अनुमति दी।” इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के उस आदेश को भी पोस्ट किया है जिसमें इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी गई है। भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं?” उन्होंने इस अनुमति को कोरोनो वायरस के मद्देनज़र एक आपराधिक साजिश बताया और सरकार से पूछा, “ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है।” इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर सरकार के इस रवैये की आलोचना की और आरोप लगाया कि उसने 10 गुना ज्यादा दाम पर इस समान का निर्यात किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “डब्ल्यूएचओ ने वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क, सर्जिकल डिस्पोजेबल, कॉवेराल के निर्यात की भारत ने 19 मार्च तक 10 गुना मूल्य पर बेचने की अनुमति दी।” इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के उस आदेश को भी पोस्ट किया है जिसमें इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी गई है।


अमेरिकाः 24 घंटे, 100 से ज्यादा मौत

वॉशिंगटन। दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका भी अब कोरोना की चपेट में आता नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना वायरस से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। देश में इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 417 हो गई है। जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने यह आंकड़ा जारी किया। अमेरिका में कम से कम 30,000 लोग इस विषाणु से संक्रमित हुए हैं। 
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा है कि कुल 25०० अमेरिकी नागरिकों का कोरोना वायरस का टेस्ट कराया था जिसमें से 3०० से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। पेंस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पत्रकार वार्ता में कहा, हर दिन ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा रहा है और अब तक 254000 लोगों का टेस्ट किया गया है जिसमें से 3०० से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमित होने वालों में अमेरिकन सीनेटर रैंड पॉल भी शामिल हो गए हैं। 


अब तक सबसे अधिक न्यूयॉर्क (114 मौतें), वॉशिंगटन (94 मौतें) और कैलीफोर्निया (28 मौतें) प्रांत प्रभावित हुए हैं। पेंस ने कहा कि जिन लोगों का टेस्ट किया जा गया है उनमें से अधिकांश लोग ऐसे हैं जिनमें इसके लक्षण थे और जो सोचते थे कि उन्हें कोरोना वायरस हो सकता है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच न्यूयॉर्क में आगामी कुछ दिनों में अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी होने की आशंका है।
न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने कहा कि अमेरिका में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क में ही सामने आए हैं। डी ब्लासियो ने कहा कि यदि हमें आगामी 10 दिन में और वेंटिलेटर नहीं मिले तो लोग मारे जाएंगे।


पाकिस्तान में 6 की मौत, 803 संक्रमित

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। दक्षिणपूर्वी प्रांत बलूचिस्तान में सोमवार को कोरोना वायरस के कारण पहली मौत हो गई। इसी के साथ देश में कोविड-19 इन्फेक्शन से मरने वालों की संख्या 6 पहुंच गई अब तक तक देश में 803 लोग कोरोना के लिए पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। 
सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि च्ेटा के एक अस्पताल में 65 साल के शख्स का इलाज चल रहा था। उन्होंने बताया, च्ेटा के फातिमा जिन्नाह चेस्ट हॉस्पिटल में 65 साल के कोरोना मरीज की जान चली गई। बलूचिस्तान में पहले कोरोना मरीज की जान जाने से दुखी हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले। परिवार के साथ संवेदना है।
बलूचिस्तान में अब तक कोरोना के 108 मामले सामने आ चुके हैं। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान का कहना है कि प्रांत में मेडिकल इच्पिमेंट, जैसे टेस्ट किट और प्रोटेक्टिव सामान की कमी है।


सिंध में कोरोना के 11 नए मरीज मिले हैं और अब यहां कोरोना पीडि़तों की संख्या 352 हो गई है। सिंध के 11 मामलों में से 7 राजधानी कराची के हैं। सिंध के बाहर सबसे खराब हालत पंजाब में है। यहां 225 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 31 और इस्लामाबाद में 11 मामले सामने आए हैं। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने 15 दिन का लॉकडाउन घोषित कर दिया है।


लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश के दस से अधिक राज्यों में सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान किया है, इसके बावजूद लोग लगातार घरों से बाहर निकल कर रहे हैं। अब इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती जताई है। पीएम ने लिखा है कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, सरकारें कानून का पालन करवाएं।


लॉकडाउन की स्थिति पर प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत देश के 10 से अधिक राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति है। लेकिन सोमवार सुबह जो स्थिति दिखी उसमें कई जगह लोग सड़कों पर दिखे. दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस-वे पर तो सोमवार सुबह ही जाम लग गया था, इसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्वीट सामने आया है। जनता कर्फ्यू में भी कुछ जगह सामने आई थी भीड़ः लॉकडाउन से पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, उसमें भी कई लोग सड़कों पर नज़र आए थे। शाम 5 बजे जब डॉक्टरों-मीडियाकर्मियों-पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए जो थाली और ताली बजाई गई, उस दौरान कई शहरों में लोग सड़कों पर आए और रैली निकालकर तालियां बजाई। इसी के बाद लॉकडाउन को देश के अन्य राज्यों ने भी लागू कर दिया था। बता दें कि दिल्ली में भी कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगाया गया है, साथ ही धारा 144 लगाई गई है ताकि एक जगह लोग इकट्ठे ना हो पाएं। अगर देश के मामलों की बात करें तो अभी तक भारत में कोरोना वायरस के 434 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि देश में 9 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हुई है।


नाराजगीः अधिकारियों की क्लास लगाई

पटना। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बिहार में लॉकडाउन लागू होने के बावजूद लापरवाही पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के बावजूद सड़क और बाजार में लोगों की मौजूदगी को लेकर अधिकारियों की क्लास लगाई है।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मीडिया रिपोर्ट के जरिए नीतीश कुमार को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली है कि लोग डाउन प्रभावी तरीके से लागू नहीं हो रहा है तो उन्होंने राज्य के बड़े अधिकारियों को तुरंत इस मामले पर एक्शन लेने को कहा है।


देश में 9 लोगों की मौत, 434 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से एक और शख्स की मौत हो गई है, पश्चिम बंगाल में 55 साल के एक शख्स की मौत हुई है, इस जानलेवा बीमारी से देश में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 434 है।अकेले 24 घंटे में 50 से अधिक नए मरीज आए हैं और 4 मौतें हुई हैं, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से 31 मार्च तक लॉकडाउन है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 16 जिलों को भी 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है।


चिकित्सकों ने बताया है कि 13 मार्च से वह सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों से पीड़ित थे, 16 मार्च को उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थे जिसके बाद आमरी अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया था। 19 मार्च को उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।  बेलियाघाटा नाइसेड में उनके खून के नमूने की जांच हुई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें विशेष आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर इलाज शुरू कर दिया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उस शख्स को वेंटिलेशन पर रखा गया था। बताया गया है कि कोरोना की वजह से शरीर के अधिकतर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। सोमवार दोपहर हृदयाघात के बाद उनकी मौत हो गयी। इसके बारे में राज्य स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी गयी है। बताया गया है कि अधेड़ के परिजनों को भी आइसोलेट कर एमआर बांगुर अस्पताल में रखकर इलाज किया जा रहा है। संक्रमित होने के बाद वह जिसके जिसके संपर्क में आये थे, उन्हें भी चिन्हित किया गया है और उन्हें अलग-अलग जगहों पर पृथक कर दिया गया है।


साहू आशीष


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