रविवार, 22 मार्च 2020

'शंख' की आवाज से वायरस खत्म

नई दिल्ली। महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रवक्ता शाइना एनसी ने रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान ताली-थाली बजाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान की सराहना की है। उन्होंने कहा कि पुराणों के हिसाब से घंटी और शंख की आवाज से बैक्टीरिया, वायरस आदि मर जाते है।


शाइना एनसी ने ट्वीट कर कहा कि हमारे नेता नरेंद्र मोदी बिल्कुल अलग हैं, वह प्रशंसा के हकदार हैं। उन्होंने आगे लिखा कि पुराणों के हिसाब से घंटी और शंख की आवाज से बैक्टीरिया, वायरस आदि मर जाते हैं। इसलिए पूजा के समय हमलोग घंटी और शंख बजाते हैं। उन्होंने कहा कि 120 करोड़ लोगों के घंटी, शंख, ताली, बर्तन बजाने के पीछे कितनी बड़ी सोच है मोदी जी की। हालांकि ट्विटर पर शाइना एनसी के बयान का मजाक भी बनाया जा रहा है।


168 देश, 2 लाख 75 हजार संक्रमित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के 168 देश हैं और अब तक इससे संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख 75 हज़ार से भी ज़्यादा हो चुकी है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 11 हज़ार के पार है। जिस तेज़ी से मामले बढ़ रहे हैं, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत कोरोना वायरस का अगला सबसे बड़ा शिकार हो सकता है।


भारत में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 282 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक चार मौतें हो चुकी हैं। पहली मौत कर्नाटक, दूसरी दिल्ली, तीसरी महाराष्ट्र और चौथी पंजाब में हुई। सेंटर फॉर डिज़ीज डायनेमिक्स के निदेशक डॉ. रामानन लक्ष्मीनारायण ने चेताया है कि भारत को कोरोना वारयस की ‘सुनामी’ के लिए तैयार रहना चाहिए। उनका मानना है कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और तेज़ी से बढ़ेंगे। साथ ही ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि बाकी दुनिया के मुकाबले भारत में इसका असर कम हो सकता है।


हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की भारत सरकार की कोशिशों की तारीफ़ की है। डब्लूएचओ के प्रतिनिधि हैंक बेकेडम ने कहा, “इस मामले में भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रतिक्रिया शानदार रही है और मैं इससे काफी प्रभावित हूं। यही वजह है कि भारत अभी दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है।”


बढ़ सकती है मरीजों की संख्या?
डॉक्टर रामानन लक्ष्मीनारायण ने कहा, “हो सकता है हम बाकी देशों की तुलना में थोड़ा पीछे चल रहे हों, लेकिन स्पेन और चीन में जैसे हालात रहे हैं, जितनी बड़ी संख्या में वहां लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं, वैसे ही हालात यहां बनेंगे और कुछ हफ़्तों में हमें कोरोना की सुनामी के लिए तैयार रहना चाहिए।”


कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भारत में फिलहाल काफ़ी कम हैं. जिस वक़्त दुनिया के ज़्यादातर देश बुरी तरह कोरोना की चपेट में है, भारत में इसके मामले कम क्यों सामने आए हैं? इस सवाल के जवाब में डॉक्टर रामानन लक्ष्मीनारायण ने कहा कि अगर हम ज़्यादा लोगों का टेस्ट करते तो संभव है कि और अधिक मामले अब तक सामने आ चुके होते लेकिन भारत ही नहीं सारी दुनिया में कोरोना टेस्ट बहुत कम ही हो रहा है।


उन्होंने कहा, “मुझे लगता है आने वाले दो से तीन दिनों में जब ज़्यादा लोगों के टेस्ट होंगे तो मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी। ये संख्या हज़ार के पार भी जा सकती है इसलिए हमें तैयार रहना चाहिए। भारत में ऐसे संक्रमण का फैलना बेहद आसान है और इसकी वजह यहां का जनसंख्या घनत्व है, जैसा कि चीन के साथ हुआ है।”उन्होंने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन अब तेज़ी से बढ़ रहा है और हर एक पॉजिटिव केस दो नए केस बढ़ा रहा।


पंजाब-राजस्थान में 31 तक लॉक डाउन

नई दिल्ली। कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। जनता कर्फ्यू से एक दिन पहले भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 315 पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में 90 नए मामले सामने आए हैं. भारत में ये एक दिन के अंदर सबसे बड़ी बढ़त है। तमाम राज्य एहतियात कर रहे है, राजस्थान के बाद जनता कर्फ्यू के बीच पंजाब के सीएम ने भी राज्य को लॉकडाउन करने का आदेश जारी कर दिया है।


रविवार को अमरिंदर सरकार ने पंजाब को 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया है। इससे पहले शनिवार रात को राजस्थान का लॉकडाउन कर दिया गया था। पंजाब देश का दूसरा राज्य है, जिसे लॉकडाउन किया गया है। पंजाब में कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे थे। राज्य में शनिवार को संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए थे। इन्हें मिलाकर संक्रमित केस की संख्या 14 पहुंच गई है। वहीं, पिछले दिनों नवांशहर के गांव पठलावा में करोनावायरस के कारण एक बुजुर्ग मौत का शिकार हो गया था।


मिलेंगे जरूरत के सामानः सीएम अमरिंदर


पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस को देखते हुए राज्य में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन के आदेश दिए हैं। सभी जरूरी सरकारी सेवाएं जारी रहेंगी और जरूरी सामान जैसे कि खाना, दवाईं आदि की दुकानें खुली रहेंगी। DC और SSP को तत्काल प्रतिबंध लागू करने के निर्देश दिए हैं। इस आदेश में कहा गया है कि शहर के अंदर बस, टैक्सी और ऑटो नहीं चलेंगे।


अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्यवाही,


वहीं दूसरी और कोरोनावायरस महामारी पर फैलाई जा रही अफवाहों और फर्जी खबरों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने शनिवार को सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह की अफवाहों में लिप्त पाए जाने वालों को दंडित किया जाएगा और कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।


सोशल मीडिया पर रखी जा रही निगाह


पंजाब पुलिस महानिदेशक ने एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को चेतावनी दी है, “जो लोग मोबाइल फोन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके निराधार अफवाह और झूठ फैला रहे हैं, उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अफवाहों की वजह से लोगों के मन में अनावश्यक भय का माहौल है।”उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एक दूसरे से जूड़े रहते हैं और जानकारी प्राप्त करते हैं। महानिदेशक ने लोगों को चेतावनी दी की अफवाहों में लिप्त पाए जाने वालों को दंडित किया जाएगा


 जानिए क्या होता है लॉकडाउन
लॉकडाउन एक तरह की आपातकाल व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सकती है।



लापता 17 जवान शहीद, हथियार लूटे

रायपुर। सुकमा में हुए पुलिस नक्सल मुठभेड़ में 17 जवान शहीद हो गए है। ये सभी शनिवार दोपहर से लापता थे, इनसे पुलिस का सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। इन्हे ढूंढने कोबरा बटालियन और डीआरजी के जवानो ने आज सुबह से जंगल में सर्चिंग अभियान चलाया। जहा टीम को जवानो की शव बरामद किया गया है। नक्सलियों ने जवानो के 14 ak 47 एक इंसास और एक यूबीजीएल हथियार लूट कर ले गए है।


शनिवार को दोपहर से देर शाम शाम तक पुलिस और नक्सलियो के बिच मुठभेड़ चली थी जिसमे 14 जवान घायल हुए। जिन्हे रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जवानो के शहीद होने की सबसे पहले जानकारी theindipendent.com ने दी थी।


गुंडों पर लागू नहीं होता जनता कर्फ्यू

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते जनता कर्फ्यू के आह्वान के बीच दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को बंद करवाने को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में करीब आधे घंटे तक मारपीट और गालीगलौज हुई। शाहीन बाग धरने के पास पुलिस बैरिकेड पर किसी ने पेट्रोल बम फेंका, जिससे विस्फोट हुआ। अब इस पर बॉलीवुड डायरेक्टर ओनिर का रिएक्शन आया है। ओनिर ने एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। ओनिर ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, "'जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)' नाम का यह शब्द क्या इन गुंड़ों पर लागू नहीं होता।"ओनिर ने दिल्ली पुलिस को लेकर आगे लिखा, "दिल्ली पुलिस यहां पर आपको अपने डंडों को इस्तेमाल करना चाहिए। क्या आप आश्चर्यचकित हैं। देश जानता है कि यह स्थान कई लोगों के लिए पवित्र है और दूसरों के लिए एक टारगेट है। कृपया सतर्क रहें। धन्यवाद।" ओनिर (Onir) के इस ट्वीट पर लोग खूब रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।



बता दें कि देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों की संख्या 315 हो गई है। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 'जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)' शुरू होने से कुछ समय पहले रविवार को ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- "जनता कर्फ्यू शुरू हो रहा है... मेरी विनती है कि सभी नागरिक इस देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाएं। हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा।" उनकी इस अपील का असर भी पूरे देश में दिख रहा है. वाराणसी, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ, चेन्नई, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, हल्द्वानी और इलाहाबाद समेत अन्य प्रमुख शहरों में सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं। जनता कर्फ्यू आज सुबह सात बजे शुरू हुआ और रात 9 बजे तक चलेगा।



उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉक डाउन

कोरोना के चलते उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉकडाउन


पंकज कपूर


देहरादून। कोरोना महामारी के चलते उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉक डाउन हो गया है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि, कोरोना के खिलाफ आज केे राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि, पूरे राज्य में 31 मार्च तक इस कर्फ्यू को बढ़ा दिया जाएगा।


बता दें कि, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने यह साफ किया कि, आवश्यक वस्तुएं जैसे कि खाना दवाइयां सभी के लिए उपलब्ध रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आवश्यक वस्तुओं को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। दवाओं, खाद्य पदार्थों या किसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। इससे लोगों को घबराना नहीं चाहिए।


लहसुन का सेवन प्रभावशाली ?

अब्दुल सलाम क़ादरी


लहसुन


लहसुन खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा है लेकिन इससे कोरोना वायरस को नहीं मारा जा सकता। लेकिन इम्युनिटी सिस्टम बढ़ा कर बच सकते है। कोरोना वायरस का असर चीन की सरहदों को पार करता हुआ कई देशों तक पहुंच चुका है और अभी तक इस वायरस का इलाज नहीं खोजा जा सका है।


भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है। लेकिन ये तमाम जानकारियां ना सिर्फ़ भ्रांति फैला रही हैं बल्कि इनका उपयोग करना किसी भी व्यक्ति को अस्वस्थ कर सकता है। हमने ऐसे ही कुछ दावों की पड़ताल की और यह जानने की कोशिश की कि क्या ये दावे सच में कोरोना वायरस पर असर दिखा सकते हैं या इससे लोगों को नुक़सान हो सकता है।


आइए देखते हैं सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ऐसे ही कुछ दावेः


1. लहसुन का सेवन


फ़ेसबुक पर ऐसी बहुत सी पोस्ट देखने को मिल रही हैं जिनमें ये बताया जा रहा है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस के असर को ख़त्म किया जा सकता है.


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) लहसुन को एक अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ मानता है जिसमें कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता है, लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस का असर ख़त्म किया जा सकता है। वैसे तो लहसुन खाने से किसी को नुक़सान नहीं होता लेकिन यह सोचकर कि इससे कोरोना वायरस नहीं होगा, उसका अधिक सेवन करना हमारे स्वास्थ्य पर ज़रूर असर डाल सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला ने इसी झूठे दावे पर यक़ीन कर के क़रीब 1.5 किलो कच्चा लहसुन खा लिया, जिसके बाद उसके गले में बहुत ज़्यादा परेशानी हो गई। यह बात सभी को पता है कि फल, सब्ज़ियां खाना और पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है लेकिन इस बात के सबूत नहीं है कि कौन सा खाना खाने से कोरोना वायरस को समाप्त किया जा सकता है।


2. चमत्कारी मिनरल


जॉर्डन सेथर एक यूट्यूबर हैं, जिनके अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कई फॉलोवर्स हैं. उन्होंने दावा किया कि ‘मिरेकल मिनरल सप्लिमेंट’ जिसे वो MMS बुलाते हैं, इसके सेवन से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस चमत्कारी मिनरल में क्लोरीन डाइऑक्साइड है। सेथर और कुछ अन्य लोगों ने इस प्रोडक्ट को कोरोना वायरस के फैलने से पहले ही प्रमोट करना शुरू कर दिया था. जनवरी में उन्होंने ट्वीट किया था, ”क्लोरीन डाइऑक्साइड (उर्फ़ एमएमएस) से ना केवल कैंसर सेल को ख़त्म किया जा सकता है, बल्कि इससे कोरोना वायरस को भी समाप्त किया जा सकता है।”


सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...