शुक्रवार, 20 मार्च 2020

दिहाड़ी मजदूरों को प्रतिदिन ₹ 1000

लखनऊ। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यूपी में आज बड़ा एलान कर सकते हैं।


जानकारी के मुताबिक सीएम योगी प्रदेश के 80 लाख श्रमिकों को बड़ी राहत दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के चलते रोजगार में प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों के लिए सीएम योगी 1000-1000 रुपये देने का ऐलान कर सकते हैं।


तीन शातिर चोरों को किया गिरफ्तार

लखीमपुर खीरी। थाना मोहम्मदी पुलिस द्वारा वाहन चोर गिरोह का खुलासा करते हुए 3 शातिर अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार, चोरी की 02 मोटरसाइकिल बरामद की। पुलिस अधीक्षक महोदया खीरी के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में सम्पूर्ण जनपद में वाहन चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण व शातिर वाहन चोरों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के दौरान थाना मोहम्मदी पुलिस द्वारा कठिना मोड़ के पास से 3 शातिर अभियुक्तों नीरज कुमार पुत्र रामभरोसे नि0 हरीनगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी, छोटेलाल पुत्र रामऔतार नि0 हरीनगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी व विष्णु पुत्र जसकरन लाल नि0 हरीनगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे सें 2 मोटरसाइकिल हीरो स्पलेन्डर प्लस बरामद की गयी है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं जिनके द्वारा वाहन चोरी करके अवैध रूप से बेचकर धनोंपार्जन किया जाता है।


रिपोर्ट- हरिओम सिंह


विदेशों से आने वालों से सख्ती से निपटें

भारत चौहान


नई दिल्ली। कोरोना प्रभावित देशों से वापस भारत आने वालों के साथ अब सख्ती से भी निपटा जा सकता है। बुधवार को यहा निर्माण भवन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के उच्च अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया है कि विदेश से आने वाले भारतीयों का पासपोर्ट जब्त कर लिया जाए। इन्हें पासपोर्ट 14 होम कोरेन्टाइन पूरे होने के बाद ही दिया जाएगा।


यात्रियों का पासपोर्ट अब एयरपोर्ट पर ही जमा हो जाएगा। कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का एक मरीज जांच के दौरान भाग गया था। वहीं दिल्ली में भी एक मरीज सैंपल देने के बाद देश छोड़कर ही चला गया। इसकी रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया कि यात्रियों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार किया जाएगा। इसके तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरपोर्ट प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि कोरोना वायरस प्रभावित देशों से भारत आ रहे यात्रियों की गंभीरता से स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग के बाद ही यात्री इमीग्रेशन काउंटर तक पहुंच सकते हैं। यहां पर यात्रियों को पासपोर्ट के साथ सेल्फ रिपोर्टंिग फार्म भरकर देना होगा। पूरी जांच के बाद पासपोर्ट सुरक्षा के लिए बनाए गए टीम के लीडर को सौंप दिया जाएगा। उसके बाद यात्रियों को कोरोना वायरस की जांच के लिए पूरी जांच करवानी होगी। इस दौरान उनका पासपोर्ट चीफ मेडिकल ऑफिसर को सौंप दिया जाएगा। जांच के दौरान जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देंगे उन्हें उपचार के लिए भेजा जाएगा। वहीं जिनकी स्थिति बेहतर होगी उन्हें होम कोरेन्टाइन में भेज दिया जाएगा। पुष्टि होने के बाद पासपोर्ट के साथ घर जाने दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश से भारत लौट रहे यात्रियों पर नजर बनाए रखने के लिए पांच लोगों की टीम बनाई जाएगी। इसमें सीआईएसएफ के अलावा दिल्ली पुलिस सहित अन्य तीन लोग होंगे। सीआईएसएफ के अधिकारी इस टीम की निगरानी रखेंगे। इस टीम की जिम्मेदारी 30-30 यात्रियों के ग्रुप पर नजर बनाए रखना होगा। वहीं एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद इन्हें मेडिकल अधिकारी को सौंप दिया जाएगा। जहां से सर्विलांस सिस्टम के साथ हर यात्री पर नजर रखी जाएगी।
कोरेन्टाइन सुविधाओं को देखने हर दिन जाएगी टीम:
कोरोना प्रभावित देशों से भारत आने वाले यात्रियों को कोरेन्टाइन में मिलने वाली सुविधाओं को देखने के लिए हर दिन टीम दौरा करेगी। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हषर्वर्धन ने एक बैठक में ये निर्णय लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने नियमित तौर पर कोरेन्टाइन केन्द्रों के निरीक्षण और निगरानी के लिए भेजे जाने वाले दलों को निर्देश दिया कि वहां आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं या नहीं, इसकी जांच की जाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे स्वयं हर दिन इसकी समीक्षा करेंगे ताकि आवश्यकतानुसार सुधार लाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि वे संबंधित राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। डा. हषर्वर्धन ने संकट प्रबंधन के माध्यम के रूप में प्रभावी संचार को महत्वपूर्ण बताते हुए मल्टी मीडिया प्रचार अभियान एहतियाती उपाय, भ्रम दूर करने, दिशा-निर्देशों, परामशरे और जांच प्रयोगशालाओं की सूचना जन-जन तक पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
हर मंत्रालय के अधिकारियों का मिल रहा है सहयोग:
बैठक के प्रारंभ में केन्द्रीय मंत्री ने विभिन्न मंत्रालयों के केंद्रीय स्तर, राज्यों के स्तर और भारतीय दूतावास के समन्वित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सक्रिय निगरानी, प्रभावी रूप से संपर्कों का पता लगाने और कोविड-19 को नियंतण्रमें करने की उनकी तैयारियों की प्रशंसा भी की। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने ओपीडी ब्लॉक, जांच किट की उपलब्धता, निजी बचाव उपकरण- पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, दवाओं और पर्याप्त आइसोलेशन वार्ड की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मिंयों के लिए प्रोटेक्टिव गियर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के अस्पतालों को निर्देश दिए। उन्हें बताया गया कि मांग के अनुसार निर्धारित स्थानों तक पहुंचाए जा रहे हैं।


सुनील राठी की कड़ी सुरक्षा में पेशी

नई दिल्ली। मुन्ना बजरंगी हत्याकांड का आरोपित सुनील राठी कड़ी सुरक्षा में तिहाड़ जेल से कोर्ट में पेश हुआ। कोर्ट में पेशी के बाद दिल्ली पुलिस आरोपित को वापस ले गई। गुरुवार को तिहाड़ जेल से दिल्ली पुलिस कड़ी सुरक्षा में सुनील राठी को बागपत कोर्ट लेकर पहुंची। पुलिस ने मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की न्यायिक जांच में बयान दर्ज कराने के लिए सुनील राठी को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन अदालत में न्यायिक अधिकारी की तैनाती न होने के कारण बयान दर्ज नहीं हो सके। फिर पुलिस राठी को गैंगस्टर एक्ट के केस में पेशी पर एडीजे/एफटीसी प्रथम मिताली गोविंद राव की अदालत लेकर गई। कोर्ट में पेशी होने के बाद पुलिस उसको वापस गाड़ी में लेकर पहुंची। दोनों अदालत ने अगली तिथि 30 मार्च नियत की है। इसके बाद सुनील राठी को पुलिस कड़ी सुरक्षा में दिल्ली ले गई।माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की न्यायिक जांच में बयान दर्ज कराने के लिए बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह को सीजेएम अदालत में आना था, लेकिन सीमा सिंह नहीं पहुंची।कचहरी में कुख्यात सुनील राठी ने कहा कि उनका परिवार वर्ष 1980 से समाज सेवा की राजनीति कर रहा है। वहीं बागपत के विधायक योगेश धामा खनन-पट्टे की राजनीति कर रहे है, जरूरी है कि वह समाज सेवा करें। उनके रिश्तेदार बदरखा में बालू खनन का पट्टा लेकर एक नंबर में कार्य कर रहे है। कोई अपराध नहीं कर रहे है। सरकार को करोड़ों राजस्व के जमा कराते है। सत्ता के प्रभाव में विधायक योगेश धामा अवैध खनन का आरोप लगाकर गलत जांच करा रहे है। गौरतलब है कि बागपत विधायक योगेश धामा की शिकायत पर बदरखा में अवैध खनन पकड़ गया और पट्टाधारक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने व 3.90 करोड़ का जुर्माना लगने की कार्रवाई हुई है।


डीएम ने मेडिकल स्टोरों पर मारा छापा

संबंधित अधिकारियों ने प्रतिष्ठानों एवं मेडिकल स्टारों पर मारा छापा


नैनीताल। कोरोना वायरस को लेकर लोगों में व्याप्त भय का फायदा उठाकर मास्क एवं सेनीटाइजर की कालाबाजारी की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता। प्रशासन को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिल रही है कि कुछ कारोबारी मास्क एवं सेनीटाइजर की कालाबाजारी कर रहे हैं और एमआरपी से ज्यादा दामों पर बिक्री कर रहे हैं।


जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के क्रम में सरोवर नगरी में अधिकारियों ने औचक छापेमारी कर 21 प्रतिष्ठानों एवं मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कार्रवाही की। छापेमारी कार्रवाही में जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, तहसीलदार भगवान सिंह चौहान, पूर्ति निरीक्षक राहुल डांगी शामिल रहे। 


अधिकारियों ने इंदिरा फार्मेसी, कैलाश आयुर्वेदिक, गंगाोला कैमिस्ट, राजू किराना स्टोर, गुरूवचन सिंह एण्ड ब्रदर्स होल सेलर, गुप्ता गिफ्ट इम्पोरियम, फॉर सीजनस् शॉप, पॉपुलर फार्मेसी, मधुर मिलन गिफ्ट सेंटर, कृष्णा स्टोर, हिमानी मेडिकोज, गुलाटी गिफ्ट हाउस, एसके साह एण्ड ब्रदर्स, दीप कन्फेक्शनरी, संजीवनी मेडिकल स्टोर, जनता मेडिकल स्टोर, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र बीडी पाण्डे रोड, मोहन को केमिस्ट, दि केमिस्ट, मेडिकल कॉर्नर तथा राम सिंह संत सिंह मेडिकल स्टोर में सेनीटाइजर एवं मास्क स्टॉक की गहनता से चैकिंग की। इंदिरा फार्मेसी पर केवल 8 डिस्पोजेबल फैस मास्क पाये गए, अधिकॉश प्रतिष्ठानों पर स्टॉक निल पाया गया। राजू किराना स्टोर पर सेनीटाइजर के 15 पीस मिले। अधिकारियों ने प्रतिष्ठान स्वामियों को सचेत किया कि मास्क व स्टॉक का विधिवत अंकन करें तथा बिक्री के साथ कैश मेमों भी उपलब्ध कराया जाए तथा बिक्री का रिकोर्ड भी रखा जाये।  जिलाधिकारी श्री बंसल ने कहा है कि संक्रमण के दौरान कोई भी कारोबारी सेनीटाइजर एवं मास्क की कालाबाजारी न करे। जिले में चैकिंग अभियान निरन्तर जारी रहेगा। संक्रमण से संबंधित सेनीटाइजर एवं मास्क की कालाबाजारी करने वालों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।


खौफः रेलवे ने 750 ट्रेन की रद्द

नई दिल्ली। भारतीय रेल ने कोरोना के कहर की वजह से कई स्पेशल ट्रेन और कई पैसेंजर ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। रेलवे ने आज 750 से ज्यादा ट्रेनें कैंसिल की हैं। जिसमें शताब्दी, जनशताब्दी सुपरफास्ट, एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ियों के साथ कुछ स्पेशल ट्रेनों को भी रद्द किया गया है।


रेलवे की ओर से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक 20 मार्च को जो ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। उसमें महाराष्ट्र, बिहार, कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरू, पुणे समेत कई राज्यों को जाने वाली प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं। भारतीय रेलवे की ओर से प्रतिदिन कैंसिल ट्रेनों की लिस्ट जारी की जाती है। जिसमें विभिन्न कारणों से रद्द की गई गाड़ियों की जानकारी मिलती है। रेलवे ने 31 मार्च तक सैकड़ों ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है, वहीं रेल मंत्रालय ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ट्रेन टिकटों पर मिलने वाली सभी छूट को खत्म करने का फैसला किया है। रेलवे ने जिन रेलगाड़ियों को कैंसिल किया गया है। उनकी सूची रेलवे की वेबसाइट नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम पर डाल दी है। वहीं स्टेशनों पर एनाउंसमेंट के जरिए यात्रियों को कैंसिल ट्रेनों की सूचना दी जा रही है। 139 सेवा पर एसएमएस कर के भी गाड़ियों की स्थिति जानी जा सकती है। वहीं जिन यात्रियों की रेलगाड़ी कैंसिल हो गई है, वो अपना टिकट कैंसिल करा कर पूरा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में आप अपने रूट की दूसरी ट्रेन के विकल्प पर विचार कर सकते हैं।


 


शिल्पकारी के हुनर को नया आयाम

सरकार की नई पहल : पत्थर शिल्पकारों के हुनर को मिलेगा नया आयाम
रुपेश टंडन
रायपुर। हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा राज्य सरकार की मंशानुरूप और ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में पत्थर शिल्पकारों के हुनर को नया आयाम प्रदान किया जा रहा है। ग्रामोद्योग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा बस्तर वनांचल क्षेत्र के बस्तर विकासखंड के अंतर्गत परचनपाल, भोण्ड, लामकेर, भाटपाल आदि ग्रामों में निवासरत पत्थर शिल्प के शिल्पकारों का सामाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है तथा शिल्पकला में आने वाली विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों को जानने और समझने के लिए भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से सर्वे भी किया जा रहा है।


कार्यालय विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय, नई दिल्ली की स्वीकृति से हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा इसके लिए स्वीकृत 5 अनुबंधित कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है, जिनके द्वारा कुल 4 माह में संबंधित क्षेत्र के पत्थर शिल्पकारों का जमीनी स्तर पर और वर्तमान में उनके रहन-सहन एवं सामाजिक तथा आर्थिक स्थिति के साथ-साथ शिल्पकला तैयार करने में आने वाली कठिनाइयां जैसे कच्चे माल की उपलब्धता, उत्पादित सामग्री का विक्रय और सामग्रियों के लिए बाजार की व्यवस्था आदि में होने वाली परेशानियों के संबंध में सर्वेक्षण किया जा रहा है। बोर्ड द्वारा सर्वेक्षण कार्य पूर्ण होने के उपरांत संबंधित शिल्पकारों की समस्याओं का नियमानुसार निराकरण बोर्ड और राज्य शासन के स्तर पर करने का प्रयास किया जाएगा।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...