गुरुवार, 19 मार्च 2020

रेलवे के 60 परसेंट टिकट कैंसिल

नई दिल्ली। कोरोना ने रेलवे को दिया बड़ा झटका दिया है। कोरोना के डर से यात्री यात्रा करने से बच रहे हैं। जिसके कारण देश में 60 फीसदी टिकट कैंसिल हो गया है। रेलवे के तैयारियों पर लोगों को भरोसा कम हो रहा है। इसलिए यात्रा कम कर रहे हैं। संसदीय समिति ने चेयरमैन को लगाई फटकार: कोरोना को लेकर की गई। तैयारियों को लेकर संसदीय समिति नाराज है। इसमें बड़ी लापरवाही को देखते समिति ने बोर्ड के चेयरमैन को को फटकार लगाई है। संक्रमण के मद्देनजर तैयारियों और इससे निपटने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव की आलोचना की। बैठक में संसदीय समिति के 20 सदस्य मौजूद थे।


चेयरमैन को हर बात पर घेरा: चेयरमैन ने कहा कि यात्रियों को जागरूक करने के लिए पम्पलेट तैयार किए हैं, जिसमें कोरोनावायरस के प्रति सजगता बरतने के निर्देश हैं। इसको हर यात्रियों को दिए जा रहे हैं। इसके बाद समिति ने चेयरमैन से पूछा कि जो यात्री पढ़ा लिखा नहीं है उसको कैसे जागरूक करेंगे। इस पर वह कुछ नहीं बोल पाए। समिति ने कहा कि वायरस संक्रमण से निपटने न तो आप तैयार हैं और न ही रेलवे। जिसका खामियाजा यात्री को सेहत और रेलवे को आर्थिक नुकसान को लेकर उठाना पड़ रहा है।


सावधान अजमेर, मोटिवेशनल वायरस

मधुकर कहिन


सावधान अजमेर!! इसे कहते हैं मोटिवेशनल वायरस


नरेश राघानी


इन दिनों इंटरनेट के माध्यम से छाए हुए मोटिवेशनल स्पीकर डॉ विवेक बिंद्रा बड़ी चर्चाओं में हैं। वैसे तो डॉ बिंद्रा एक प्रेरणादायक वक्ता है। जिसे अंग्रेजी में मोटिवेशनल स्पीकर बोलते हैं। परंतु इनकी वेबसाइट बड़ा बिजनेस डॉट कॉम इससे भी आगे कई और चीजें करने का दावा करती है। जिसमें यह मोटिवेशन स्पीच के माध्यम से लोगों को प्रेरित करने हेतु फीस लेते हैं। लोग इन्हें सुन भी रहे हैं और फीस भी दे रहे हैं।  विवेक बिंद्रा ने कंपनी भी खोल रखी है। जिसकी  कुल मिलाकर कागजों पर कैपिटल 10 लाख मात्र है। ऐसी तीन कंपनियां रेजिस्टर है। यानी कि कुल मिलाकर 30 लाख ।
                            कंपनी का काम काज देखकर आपको ऐसा बिल्कुल नहीं लगेगा कि यह एक ही सेमिनार या एक कोर्स फ्रैंचाइज़ के 15 लाख ले लेती है। परंतु यहां बात जब पैसे की है तो डॉ बिंद्रा से यह पूछना बहुत आवश्यक हो जाता है कि अगर इसे एक कोर्स कह रहे हैं जो कि किसी पाठ्यक्रम की तरह सुनाई दे रहा है। तो ऐसा पाठ्यक्रम की मान्यता किस यूनिवर्सिटी अथवा कौंसिल से है ? क्या उनके पास इस तरह से बिना किस उपयुक्त मान्यता के शिक्षा को इस तरह से बेचने का कोई वैधानिक अधिकार सरकार द्वारा है या नहीं है ? क्या उनकी कंपनी ने मानव संसाधन मंत्रालय , एआईसीटीई , या किसी भी सरकारी अकादमिक परिषद से इस की अनुमति या मान्यता ली है अथवा नहीं ? क्या उन्हें यह मालूम है कि उनके प्रतिनिधि जिन्हें वह फ्रैंचाइज़ के नाम पर धन लेकर व्यावसायिक अधिकार दे रहे हैं , वह आम लोगों से इसका कितना पैसा ले रहे हैं ? और किस रूप में ले रहे हैं ? पैसे की रसीद भी देते हैं या नहीं ? क्या इंटरनेट पर चल रहे उनके यूट्यूब चैनल को भारतीय प्रसार नियमों के तहत अनुज्ञा प्राप्त है या नहीं ? क्या लोगों से ली गयी राशि पर जीएसटी लिया जा रहा है या नहीं ? क्या सर्विस टैक्स नियमों की पालना हो रही है या नहीं ? फिर जिस मोटिवेशन कोर्स का आपके सहयोगी पैसा ले रहे हैं , वह वीडिओज़ क्या वैसे ही आपके यूट्यूब पर उपलब्ध है या नहीं ?


वगैराह ... वगैराह 


खैर !!!! सुनाई यह दिया है कि अजमेर में 15 से 20 हज़ार की फीस लेकर इस तरह का कोर्स offline बेचा जा रहा है।


देश में आयोजित ऐसे हर एक सेमिनार में सैकड़ों लोग होते हैं। जो फीस देकर डॉ बिंद्रा को सुनते हैं। और ऐसे एक सेमिनार की कमाई लगभग 15000 प्रति श्रोता के हिसाब से ली जा रही है। अब आप यदि 15 हज़ार को सेमिनार में बैठे श्रोताओं की संख्या से गुना करतेहैं तो यह आंकड़ा लाखों पार कर जाता है । यानी कि एक सेमिनार से लगभग 15 लाख रुपये मिलते हैं। और बिंद्रा इस तरह के सैकड़ों सेमिनार कर चुके हैं।  जबकि सरकारी रिकॉर्ड में शायद डॉ बिंद्रा की एक कंपनी की टोटल पेड अप कैपिटल 1 लाख मात्र दिखाई दे रही है । ऐसी और भी कंपनियां सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज है परंतु कोई भी कंपनी अब तक डेढ़ साल से ज्यादा पुरानी नहीं हैं। शायद हर साल नई कंपनी बना कर यह किया जाता होगा !!!!


फिर भी जो व्यवसाय कागज पर मात्र 10 लाख का है। वह एक ही फ्रैंचाइज़ शो में 15 लाख छाप रहा है ???  वह भी बिना किसी रसीद के ?? कैसे ???


          और सरकारी महकमों को अब तक आखिर भनक भी क्यूँ नहीं लगी है ? इन सब बातों पर क्या सरकारी जांच की आवश्यकता महसूस नहीं होती ? हमारे सिस्टम की प्रॉब्लम यह है कि यह सिस्टम खुद लोगों को बढ़ावा देता है , और खुद ही कुछ बहुत बड़ा हो जाने के बाद इन्हें रास्ता भी दे देता है बच के निकलने का ...
           मेरे इस कथन का बिल्कुल यह मतलब नहीं है कि डॉ बिंद्रा कोई बहुत गलत काम करने जा रहे हैं। हां यह मतलब अवश्य है की यह पूरा सही दिखाई नहीं दे रहा है। और जितना गलत है उतना पूछने का अधिकार इस देश में हर किसी को है ? वक्त पर हमारे जैसे कुछ सनकी गला फाड़कर लोग चिल्ला लेते हैं। तो कुछ हो जाता है। नहीं तो जो जैसे चल रहा है , बस वैसे ही काम चल जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि मैं यह सब बातें यहां अजमेर में बैठे लोगों को क्यों बता रहा हूँ ??? तो साहब सतर्क हो जाइए और वो इसलिए क्योंकि


 इस कंपनी का अगला निशाना अब अजमेर है । 


अजमेर की कुछ घरेलू महिलाओं का क्लब अब इसका शिकार होने जा रहा है । जिस का संचालन अजमेर के एक राजनीतिक परिवार की ग्रहणी करने जा रही है। जो कि शायद इन सब बातों से खुद भी अनजान है । परंतु जाने या अनजाने यदि कोई नुकसान हुआ तो वह अजमेर वासियों के ही होगा। एक ज़िम्मेदार नागरिक को इस तरह का कोई भी कदम सोच समझ कर पारिवारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए ही उठाना ज़रूरी होता है। जयपुर में बैठे इस कंपनी के कुशल कारीगरों का इतिहास एमएलएम कंपनियों से जुड़ा है। जो कि अक्सर अपने ही चेंनल पार्टनरों से लेनदेन को लेकर विवाद में उलझे रहने हेतु मशहूर होते है।परंतु इन्हें यह मालूम नहीं है कि ये अजमेर है बाबू।
 अब अजमेर तो !!!! सदा ही मशहूर रहा है क्योंकि अजमेर ने कभी भी आधी सही या पूरी गलत चीज को स्वीकार नहीं किया है। चाहे वह प्रवीण तोगड़िया का त्रिशूल दीक्षा के बहाने त्रिशूल बाँटनां हो या फिर कोई भी छोटे से छोटा घोटाला । किसी भी तरह की कोई थोड़ी सी भी बेवाजिब बात जब जब भी अजमेर की धरा पर हुई है। अजमेर के लोगों ने उछल कर बाउंस बैक किया है।और बड़े से बड़े धुरंधरों को धूल चटाई है। जिन का विजय रथ शायद पूरे हिंदुस्तान में कहीं भी नहीं रुकता था। उनके विजय रथ के परखच्चे अजमेर की धरा पर पढ़ते ही उड़ गए हैं। इसका इतिहास गवाह है।
             प्रशासन को चाहिए कि इस तरह की गतिविधियों और ऐसे आसमानी आयोजन करने वाले बाहरी व्यावसायिक समूहों की हरकतों पर नज़र रखे , ताकि अजमेर की भोली भाली जनता किसी आर्थिक हानि का शिकार न बने।
      मेरा यह मानना है कि पत्रकार को इंसाफ के झगड़े में नहीं पड़ना चाहिए। पत्रकार का काम आवाज उठाना रहा है। सो अपन ने आवाज उठा दी भैया !!! जिस किसी का जमीर आवाज़ सुनकर जागेगा वह अपने आप अपना काम करेगा।
              अपना काम तो हो गया भैया !!! और हां जिस किसी को मेरी यह बातें मनगढ़ंत अफसाना लग रही हो। वह सादर आमंत्रित है मेरे गरीब खाने पर। मैं उसे सब कुछ उपलब्ध करवाने में सक्षम महसूस करता हूँ।


सीएससीए, सीबीएम सहित कई चुनाव टाले

कोविद-19 प्रकोप : बार एसोसिएशन व सीएससीए के बाद व्यापार मंडल के चुनाव भी स्थगित 
•चण्डीगढ़ प्रेस क्लब के चुनाव स्थगित करने के लिए अमित शाह को पत्र लिखा  


चण्डीगढ़। जानलेवा कोविड-19 के प्रकोप के कारण पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन व चण्डीगढ़ सीनियर सिटिज़न्स एसोसिएशन ( सीएससीए ) के चुनाव स्थगित होने के बाद अब चण्डीगढ़ व्यापार मंडल ( सीबीएम ) के चुनाव भी टल गए हैं। बार एसोसिएशन के चुनाव 3 अप्रैल को व सीएससीए के चुनाव 21 मार्च को होने निर्धारित किये गए थे परन्तु गत दिनों नगर प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ये चुनाव स्थगित कर दिए गए थे जबकि सीबीएम के वर्तमान प्रधान अनिल वोहरा का दो वर्षीय कार्यकाल इसी माह पूरा होने जा रहा है जिसके मद्धेनज़र नए प्रधान के चयन हेतु चुनाव की तिथि निर्धारित करने के लिए आगामी 24 मार्च को जनरल हाऊस की बैठक बुलाई गई थी। संस्था के चेयरमैन चिरंजीव सिंह के मुताबिक प्रशासन के निर्देशों पर अमल करते हुए ये बैठक फिलहाल स्थगित कर दी गई है व नई तारीख तय करने का निर्णय 5 अप्रैल के बाद किया जाएगा।


शहर की तीन बड़ी संस्थाओं के चुनाव स्थगित होने के बाद अब सबकी नजर चण्डीगढ़ प्रेस क्लब के चुनावों पर टिक गई है। क्लब के वार्षिक चुनाव 29 मार्च को होने तय किए गए है परन्तु क्लब के एक वरिष्ठ सदस्य सुरिंदर अवस्थी ने इन चुनावों के स्थगन हेतु केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि नगर प्रशासन ने शहर के सभी शिक्षण संस्थानों, धार्मिक स्थलों व मॉल्स आदि को बंद करवा दिया है तो क्लब के चुनाव भी फिलहाल रोक देने चाहिए। अवस्थी ने इस बाबत केंद्रीय गृहमंत्री से दखल देने की मांग की है।


चंडीगढ़ में संक्रमण, प्रशासन हुआ सचेत

चंडीगढ़ में कोरोना का मामला सामने आने पर प्रशासन हुआ सचेत : हस्पतालों में गायनी,पीडियाट्रिक एवं ट्रॉमा सेवाओं के अतिरिक्त सभी विभागों का ओ पी डी का काम 31मार्च तक स्थगित


अमित शर्मा


चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने चंडीगढ़ में कोरोना का पहला मामला आने की पुष्टि की है। आज यहां प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि सेक्टर 21 की फिज़ा रविवार को इंग्लैंड से लौटी। सूचना मिलने पर उसके टेस्ट किये जो पॉज़िटिव आया। उसे तुरंत आइसोलेशन में ले लिया गया। उन्होंने बताया इस बीच उसके संपर्क में जो आये उनको भी सकैनिंग में ले लिया गया है। 
उन्होंने बताया इस मामले के बाद प्रशासन चौकस हो गया। इसके लिए सकैंनिग टीम गठित की गई है कोई भी सूचना


मिलने पर टीम उस घर जाकर संदिग्ध व्यक्ति की जांच की जाएगी। उन्होने बताया कोरोना को देखते हुए हॉस्पिटल में ग्यानी, पेडिएट्रिक और ट्रॉमा की सेवाएं जारी रहेगी। अन्य की ओ पी डी 31 मार्च तक स्थगित रहेगी। शहर के सभी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स बंद कर दिए है। शहर में अपनी मंडी लगेगी। सब्ज़ी एवं ग्रेन मंडी के भीड़ न हो इसके लिए इंतजाम किए जा रहे है। चंडीगढ़ की मार्किट की सेनिटेशन ले लिए नगर निगम ने तैयारी कर ली है। सरकारी कार्यालयों में भीड़ न हो इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। प्राइवेट आफिस को कहा गया है कि कर्मचारियों को घर से काम करवाया जाए।
उन्होंने बताया कि मार्किट में मास्क एवं सेनेटाइजर की कोई कमी नही है। यदि कोई इसकी ब्लैक मार्किटिंग करता है तो उस पर कार्यवाही होगी।


हापुड़ में अवैध खनन पर शिकंजा कसा

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
खनन विभाग की कार्यवाही।
हापुड़। खनन विभाग लगातार अवैध खनन/परिवहन करने वालो पर कार्यवाही कर रहा है।इसी क्रम में आज तहसील हापुड़ में जांच की गई। जांच के दौरान उत्तराखंड राज्यों से बालू ला रहे 2 वाहन रोके गए, जिनसे परिवहन से संबंधित पेपर मांगे गए, उनके द्वारा दूसरे राज्य से मिनरल लाने वाला आई. एस. टी. पी. परमिट नहीं दिखाया गया जिसपर उन्हें पकड़कर कोतवाली हापुड़ की सुपुर्दगी में दिया गया। इसी तरह कारवाही जारी रहेगी और दूसरे राज्यों से आ रहे मिनरल को बिना आई. एस. टी. पी. के परिवहन करने नही दिया जाएगा।


आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर


राज्य वित्त, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रिविधिक शिक्षा/ प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने यूपी सरकार तीन वर्ष पुरे होने पर



हापुुड़। यूपी में योगी सरकार के 3 वर्ष पुरे होने पर जनपद हापुड़ में राज्य वित्त, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रिविधिक शिक्षा/ प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने कोरोना वायरस के पीड़ितों हेतु बनाये गए आइसोलेसन बेड का निरिक्षण किया और फिर विकास भवन में प्रेस वार्ता कर यूपी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने हापुड़ में हुए विकास कार्यो के साथ साथ यूपी में हुए विकास कार्यो की भी जानकारी दी। प्रभारी मंत्री ने ये भी बताया की इन 3 वर्षो में यूपी में कोई भी दंगा नहीं हुआ है और गरीबो तक सभी योजनाओ का लाभ पहुंचाया जा रहा है।


रेप के बाद महिला की हत्या का आरोप

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


महिला के साथ रेप के बाद हत्या का आरोप  


हापुड़। एक जूता फैक्ट्री में कार्यरत एक महिला की हत्या होने से सनसनी फैल गई। आपको बता दें कि जनपद हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के किठौर रोड पर भानु इंडस्ट्रीज नामक जूता बनाने की फैक्ट्री पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर स्थित है।


आरोप है कि इस फैक्ट्री में करीब 30 से 35 वर्षीय असौड़ा निवासी एक महिला पति की मृत्यु के बाद अपने 1 पुत्र के साथ जिसकी आयु करीब 14 से 15 वर्ष बताई जा रही है जीवन यापन कर रही थी। परंतु आरोप है कि फैक्ट्री संचालक अथवा व्यक्ति में कार्यरत कर्मियों द्वारा महिला के साथ किसी आपराधिक घटना को अंजाम देकर मौत की नींद सुला दिया गया। तथा महिला की मौत के बाद महिला के शव को 3 लोगों द्वारा घर के बाहर दरवाजे पर फेंक कर फरार होने की बात सामने आई है। घटना की सूचना मिलते ही जहां पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया तो वहीं क्षेत्र में सनसनी फैल गई। चारों तरफ  मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने मृतक महिला के शव को कब्जे में लेकर जहां पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तो वही फैक्ट्री बंद कर फरार हुए आरोपियों की तलाश में भी पुलिस जुट गई।
हालांकि इस सारे मामले में अभी पुलिस का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...