गुरुवार, 19 मार्च 2020

नई चुनौती.. 'संपादकीय'

नई चुनौती  'संपादकीय' 


विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण का भीषण प्रकोप जारी है। लाखों लोग संक्रमण की जद में है। 9000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। निकट भविष्य में इससे छुटकारा मिलने का कोई आसार नहीं नजर नहीं आता है। भारत में भी संक्रमण अपने गंतव्य की ओर बे रोक-टोक बढ़ता जा रहा है। देश के कुछ राज्यों पर अंदेशा है, ज्यादातर राज्यों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
 सरकार का समस्या के समाधान की चिंता करना स्वभाविक है। सरकार के पास चिंता करने की ठोस वजह भी है। लेकिन समाधान का कोई ठोस आधार नजर नहीं आता है। विकसित राष्ट्रों की तुलना में विकासशील राष्ट्रों को महामारी की अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। जिस प्रकार चीन में जनता को संकट और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। भारत में यह कहीं ज्यादा भयावह और पीड़ादायक हो सकता है। जिस प्रकार से व्यावसायिक केंद्र, उद्योग-धंधे, सरकारी संस्थान अथवा गैर सरकारी संस्थान प्रतिबंधित किए जा रहे हैं। रोक लगाई जा रही है, बंद किया जा रहा है। इन सब की कड़ियां जुड़ती जा रही है। नगरों में निवास करने वाले लाखों सामान्य 'मजदूर वर्ग' को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अभाव और ग्रस्त की व्यथा सुनने वालों का भीरू तोड़ा है। वहीं अगर कोई ज्ञात-अज्ञात है भी तो उनके पास ना मास्क है और न अन्य सुरक्षित रसायन है।
 इस वैश्विक महामारी का भविष्य में क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा ? यह तो भविष्य के गर्भ में स्थित है। परंतु रोज मजदूरी करके कमाने-खाने वाले एवं उन पर आश्रित लोगों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ना शुरू हो गया है। राज्य अथवा केंद्र की सरकार के पास स्थिति से निपटने की कोई भी योजना धरातल पर प्रतिपादित नहीं है। यदि ऐसी कोई योजना है तो बेरोजगारी की मार झेल रहे, भुखमरी के कगार पर खड़े, मजदूर वर्ग को उसका लाभ कब दिया जाएगा ? कोरोना वायरस तो उन पर कोई असर करें या ना करें। क्योंकि अखबार खरीदने की कोई स्थिति नहीं है और समाचार देखना उन्हें पसंद ही नहीं है। जिसके कारण ज्यादातर स्थिति की वास्तविकता से अनभिज्ञ है। उसका भय और संताप कैसा ? लेकिन उनकी जटाग्नि उन्हें भस्म ना कर दें। कोरोना वायरस कुछ ऐसी ही चुनौतियां लेकर आया है। अब देखना यह है कि इन्हें स्वीकार कौन करता है ?


कुछ लोग...
लावा के सागर में, खुद से झगड़ते हैं। 
आसमां में लीक खींचकर, हवा को पकड़ते हैं। 


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र' 


'फ्लोर टेस्ट' से गुजरेगी एमपी सरकार

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को कल फ्लोर टेस्ट से गुजरना होगा। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया। कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट की पूरी प्रक्रिया कल शाम 5 बजे तक पूरी करने को भी कहा है। कोर्ट ने कहा कि बहुमत का फैसला विधायकों के हाथ उठवाकर कराया जाए। फ्लोर टेस्ट की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाए। अगर बागी विधायक विधानसभा आना चाहें, तो कर्नाटक और मध्य प्रदेश के डीजीपी उन्हें सुरक्षा दें।


इससे पहले, भाजपा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने लगातार दूसरे दिन सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने स्पीकर एनपी प्रजापति से पूछा, ‘क्या वे वीडियो लिंक के जरिए बागी विधायकों से बात कर सकते हैं और फिर उनके बारे में फैसला कर सकते हैं?’ इस पर स्पीकर की तरफ से पेश वकील अभिषेक सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया- ‘नहीं, ऐसा संभव नहीं है। स्पीकर को मिले विशेषाधिकार को सुप्रीम कोर्ट भी नहीं हटा सकता।’ स्पीकर ने 16 बागी विधायकों के इस्तीफों पर फैसला लेने के लिए 2 हफ्ते का वक्त मांगा। इस पर कोर्ट ने कहा कि इतना समय देना सोने की खदान जैसा होगा, इससे हॉर्स ट्रेडिंग बढ़ेगी। कोर्टरूम में क्या हुआ : स्पीकर ने कहा- कोर्ट ने निर्देश दिए तो संवैधानिक दिक्कतें पैदा होंगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर : बेंच का सुझाव था कि हम बेंगलुरु या कहीं और पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकते हैं ताकि बागी विधायक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्पीकर से बात कर सकें। स्पीकर ने इस सुझाव को ठुकरा दिया।


इटलीः वायरस से एक दिन में 475 मौत

रोम। कोरोना वायरस से इटली में एक ही दिन में 475 मौत हो गई है। इधर चीन से अपना सफ़र शुरू करना वाले कोरोना वायरस ने आज पुरे विश्व को अपना शिकार बनाना शुरू कर है। चीन के बाद कोरोना का सबसे ज्यादा कहर इटली पर बरपा है और मौत के मामले में यह चीन के करीब पहुंच गया है। बुधवार को जारी हुए आंकड़े के मुताबिक इटली में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,978 हो गई है और संक्रमित लोगों की संख्या 35,713 है।


इटली में लॉकडाउन है और लोगों को सार्वजनिक जगहों पर एक दूसरे से 3 फुट की दूरी पर रहने को कहा गया है। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, रेस्तरां, सिनेमा हॉल में ताले लगे हैं तो लोगों को घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं। यहां लाखों लोग घरों में बंद है।


योजना प्रचार-प्रसार को समझें पदाधिकारी

हरीश सिंह 


सन्तकबीर नगर। प्रदेश सरकार के निर्देशन के क्रम मे सभी विधायक सांसद मंत्री अधिकारी को अपने- अपने क्षेत्रो मे शासन द्वारा चलायी जा रही लोककल्याणकारी योजनाओ का भौतिक व स्थलीय निरीक्षण करते हुए जनता से व्यक्तिगत तौर पर मिले व संचालित योजनाओ को पात्र व्यक्तियो तक पहुंचाने का काम करे। इसी क्रम मे सन्त कबीर नगर के प्रभारी मंत्री रवीन्द्र जायसवाल का प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के तहत प्रेस वार्ता मे प्रश्न उठने से पहले ही माननीय मंत्री जी द्वारा नये भारत का नया उत्तर प्रदेश , सुशासन के तीन वर्ष , सबका साथ सबका विकास पुस्तक का विमोचन किया। पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारो द्वारा उठाये गये सवाल खलीलाबाद मेहदावल मार्ग की दयनीय स्थिति , बाइस साल बाद भी नही मिला जनपद को बस डीपो एवं जनपद के अन्तर्गत गड्डा युक्त सड़को पर किये गये सवाल के जबाब मे एन एच की दुहाई देते हुए पूरी तरह से बच निकलने की कोशिश किये गये वही बस डिपो के लिए जिलाधिकारी को इस निर्देश के साथ कि शासन को अपने स्तर से एक पत्र भेजे। ऐसे ज्वलंत और सवाल न खड़े इसके पहले ही कोरोना वायरस की दुहाई देते हुए खड़े हो और चलते बने। इस अवसर पर जिलाधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी , अर्थ संख्या अधिकारी , सदर विधायक , विधायक मेहदावल , नगर पालिका अध्यक्ष , वर्तमान और निवर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।


'लाल निशान' पर बंद हुआ शेयर बाजार

नई दिल्ली। शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली है। गुरूवार के कारोबार में सेंसेक्स 581 अंक की गिरावट के साथ 28288 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी 205 अंक की गिरावट के साथ 8263 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में आज शुरुआती गिरावट के बाद दोपहर के कारोबार तक सधी हुई रिकवरी देखने को मिली थी। हालांकि दोपहर के बाद आई बिकवाली से बाजार अपनी पूरी बढ़त गंवा कर लाल निशान में बंद हुआ। बाजार में फिलहाल देश में बढ़ते कोरोना वायरस को लेकर डर है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा गिरावट ऑटो और मेटल सेक्टर में देखने को मिली है। मांग में तेज गिरावट की आशंका से दोनो सेक्टर इंडेक्स 5 फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए हैं।


डीएम के अधिकारियों को सख्त आदेश

प्रदीप कुमार तिवारी


उन्नाव। उन्नाव जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने समस्त विभागाध्यक्ष एवं कार्यालय अध्यक्ष को निर्देशित किया है कि कोविड वायरस से इस समय रोकथाम हेतु अति गंभीर है तथा इस संबंध शासन से लगातार निर्देश प्राप्त हो रहे हैं कि इसकी रोकथाम हेतु जन जागरूकता लाई जाए। अपने आसपास व शरीर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। हाथ धुल कर ही पानी अथवा अन्य खाद सामग्री का प्रयोग किया जाए ।उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि अपने कार्यालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें तथा जिस स्थान पर पीने का पानी उपलब्ध है। वहां साबुन हैंड वास सेनीटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी तथा उस स्थान पर इस आशय का फ्लेक्स आज भी लगवाया जाए कि हाथ साबुन से धुलने के पश्चात ही पानी और खाद सामग्री का प्रयोग करे।


स्वास्थ्य मंत्री ने किया औचक निरीक्षण

नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इसी क्रम में औचक निरीक्षण करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन बुधवार देर रात दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे और यहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया।


दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने टर्मिनल-3 पर की जा रही स्क्रीनिंग का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने यात्रियों और डॉक्टरों से बातचीत की। गौरतलब है कि देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर प्रवेश के दौरान हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग हो रही है। पहले सिर्फ कुछ चुनिंदा देशों से आ रहे यात्रियों की ही निगरानी की जा रही थी, लेकिन अब नए नियमों को लागू करने के साथ ही हवाईअड्डे पर आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। देश में अबतक कोविड-19 के 169 मामले सामने आ चुके हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से इस संदर्भ में लगातार निगरानी करने के साथ ही जगह-जगह पर व्यवस्था की जांच भी की जा रही है।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...