गुरुवार, 19 मार्च 2020

लोकल ट्रेन में एसी कोच पर रोक

मुंबई। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली मुंबई लोकल ट्रेन की एसी सेवा को फिलहाल के लिए रोक दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले ही राज्य के लोगों से सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल से परहेज की अपील की थी।


देशभर में जितने भी कोरोना वायरस मामले सामने आए हैं। उनमें सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में ही हैं, ऐसे में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने मुंबई लोकल सेवा को रोकने का फैसला किया है। हालांकि अभी सिर्फ एसी सेवा को बंद करने का फैसला किया गया है और जिन रूट्स पर एसी सेवा चलती है। उनकी जगह पर सामान्य रेलगाड़ियों को चलाया जाएगा। देशभर में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही हैं, राज्य में अबतक कुल 49 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं और इनमें एक मामला ऐसा भी है जहां पर कोरोना वायरस की वजह से 1 व्यक्ति की मौत हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस मामले हैं और उसे और फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक राज्य में खाड़ी देशों से लगभग 26000 लोग पहुंच रहे हैं और उन्हें आइसोलेशन में रखने की पूरी तैयारी कर ली गई है।


दो अमेरिकी सांसद भी पॉजिटिव मिले

वाशिंगटन। कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के 150 से अधिक देश आ गए हैं। अबतक करीब 2 लाख से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 9000 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। चीन से निकला ये कोरोना वायरस हर किसी को अपनी चपेट में ले रहा है, फिर चाहे कोई आम हो या खास। अब अमेरिका में दो कांग्रेस मैन में भी कोरोना वायरस के पॉजिटिव लक्षण पाए गए हैं, जिनके बाद उन्हें निगरानी में रख दिया गया है।


अमेरिकी मीडिया सीएनएन के मुताबिक, फ्लोरिडा से रिपब्लिकन के सेनेटेर मारियो डियाज़ कोरोना वायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने खुद ट्विटर पर बयान भी जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वो सरकार की इसमें मदद करें। इसके अलावा डेमोक्रेट्स सेनेटर बेन मैकएडम्स भी पॉजिटिव पाए गए हैं। ट्विटर पर उन्होंने बताया कि वॉशिंगटन से आने के बाद उन्हें बुखार हुआ और उसके बाद जब टेस्ट हुआ तो वो पॉजिटिव पाए गए।गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो गई है। अब तक सभी 50 राज्य इसकी चपेट में आ गए हैं और कुल मामलों की संख्या 8000 के पार पहुंच गई है। अमेरिका में कोरोना की वजह से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और इसे नेशनल इमरजेंसी घोषित किया गया है।


भारत में एक्टिव केस 167, चार की मौत

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पंजाब से जहां एक और मरीज ने दम तोड़ दिया है। यह भारत में कोरोना से चौथी मौत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मौत की पुष्टि की है।


देश में कोरोना वायरस से अब तक कुल चार मौतें हो चुकी हैं। आखिरी मौत पंजाब में हुई है। वहीं, भारत में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 180 तक पहुंच गई है। 5 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। यानी अभी कोरोना वायरस के एक्टिव केस 167 हैं। कोरोना से महाराष्ट्र में पीड़ितों का आंकड़ा बढ़कर 49 हो गया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 2, दिल्ली में 10, हरियाणा में 17, कर्नाटक में 14 ,केरल में 27, पंजाब में 2, राजस्थान में 7, तमिलनाडु में एक, तेलंगाना में 13, जम्मू-कश्मीर में 4, लद्दाख में 8, उत्तर प्रदेश में 19, उत्तराखंड में एक, ओडिशा में एक, छत्तीसगढ़ में एक और पश्चिम बंगाल में एक केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र देश के सबसे बड़े कोरोना प्रभावित राज्य में शुमार हो गया है। यहां कोरोना के सबसे ज्यादा 47 केस सामने आए हैं। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। लेकिन पिछले चौबीस घंटे के भीतर कोरोना के सात मामले महाराष्ट्र में सामने आ चुके हैं।इसके अलावा टिफिन सप्लाई करने वाले एशिया के सबसे बड़े समूह डब्बावाला की सेवा भी लोगों को नहीं मिलेंगी।मुंबई डब्बावाला के प्रवक्ता सुभाष तालेकर ने कहा कि एहतियातन हमारी सेवा शुक्रवार से 31 मार्च तक बंद रहेंगी।


अजय दीप चौहान


वायरस से पोल्ट्री व्यवसाय हुआ ध्वस्त

नई दिल्ली। कोरोना को लेकर मुर्गा व अंडा का कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। बाजार में मुर्गा व अंडा की कीमतें कम होने के बाद भी ग्राहक इनसब चीजों से तौबा कर रहे हैं। वहीं कई सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है, जबकि कुछ के दाम कम हुए हैं।


कारोबारियों को न सिर्फ मुर्गा या अंडा न बेच पाने को लेकर सिरदर्दी बढ़ी है, बल्कि मुर्गा को रोज दाना-पानी देना मुश्किल हो रहा है। पोलट्री फॉर्म संचालक के अनुसार एक मुर्गा को तैयार करने में करीब 50 से 60 रुपए तक का खर्च आता है। वर्तमान हालत यह है कि 30 रुपए तक में भी बाजार में मुर्गा सप्लाई नहीं हो रहा। फॉर्म से 25 से 35 दिन तक में मुर्गा को निकाल लेना है, लेकिन 45 से 50 दिन बाद भी मुर्गा का स्टॉक बरकरार है। एक मुर्गा का खुराक छह रुपए के करीब आ रहा है। ऐसे में एक हजार मुर्गा रखने वालों को हर रोज छह हजार रुपए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। दाना-पानी में कटौती करना भी उनके लिए नुकसानदेह है।
बाजार में मुर्गा की कीमतें कम जबकी सब्जी की अधिक--
बाजार में मुर्गा की कीमतें काफी कम हो गई। यहां 20 से लेकर 50 रुपए किलो तक मुर्गा की बिक्री हो रही है। मुर्गा की कीमतों में कमी ने सब्जी का बाजार गर्म कर दिया है। हालांकि अधिक स्टॉक के कारण कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि नहीं हुई है। वहीं ग्राहकों को रूलाने वाले प्याज ने लोगों को राहत दी है। प्याज की कीमत घटकर करीब 25 से 30 रुपए हो गई है। बताया जा रहा है मुर्गा की कीमतें कम होने के कारण ही प्याज की कीमतें भी कमी है। अंडा का बाजार भी पड़ा सुस्त: अंडा का बाजार भी काफी सुस्त पड़ गया है। फॉर्म से अंडा पिछले कुछ दिनों से ढाई रुपए तक भी निकलना मुश्किल हो गया है। फॉर्म संचालक के मुताबिक 1050 से 11 सौ रुपए कार्टन तक अंडा की बिक्री होती थी, लेकिन कोरोना के बाद लोग 650 से 700 तक में भी नहीं ले रहे हैं। उनके मुताबिक अंडा तैयार करने में 3.70 रुपए आता है, जो ढाई रुपए में भी नहीं बिक रहा। वहीं बिक्री नहीं होने अंडों का स्टॉक करना भी मुश्किल हो गया है। कारोबारियों की मानें तो इस बार धंधे में घाटा लगना तय है। मार्केट में कबतक सुधार होगा इस बारे में कहा नहीं जा सकता।


कॉन्वेंट स्कूलों में निर्देश की अवहेलना

कान्वेन्ट स्कूलो में धड़ल्ले से स्वास्थ व सरकारी विभागों के निर्देशों की हो रही अनदेखी


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस को लेकर लगातार स्वास्थ विभाग, केन्द्र व उ०प्र०सरकार की तरफ से एडवाईज़री जारी कर सभी शिक्षण संस्थानो को ३अप्रैल तक बन्द रखने और सभी तरहा की परिक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।उच्च न्यायालय ने भी भीड़ भाड़ वाले किसी भी तरहा के आयोजन को स्थगित करने को कहा है।मॉल,जिम,शादी घर को भी एडवाईज़री जारी कर बन्द रखने की बात कही गई है।लेकिन कान्वेन्ट स्कूल फरमान की अन्देखी करते हुए शिक्षक और शिक्षिकाओं को प्रतिदिन बुला रहे हैं।जबकि प्रशासन द्वारा १५ की संख्या वाले सरकारी या ग़ैर सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों को घर बैठ कर कार्य सम्पादित करने को कहा गया है।सवाल उठता है की शिक्षक व शिक्षिकाएँ जो कार्य घर बैठ कर भी सम्पादित कर सकती है तो फिर क्यूं  उनको स्कूलों में जाने से नहीं रोका जा रहा।सै०मो०अस्करी ने कान्वेन्ट स्कूलों व कोचिंग संस्थानों की मनमानी को रोकने की ज़िला प्रशासन से मांग की है। कहा हमेशा की तरहा कान्वेन्ट स्कूल संचालक कोरोना वॉयरस के संक्रमण और महामारी का रुप ले चूके इस आपदा के प्रति गम्भीर नहीं हैं।इनकी मनमानी के कारण संक्रमण को फैलने से रोकने में यह संचालक लोगों की परेशानी का सबब न बन जाएँ इस से पहले इन पर अंकुश लगाने की आव्यश्कता है।


बृजेश केसरवानी


खनन के विरोध में 24 घंटे का धरना

लाल सलाम के बैनर तले इकट्ठा हुए सैकड़ों मजदूर पट्टा क्षेत्र में भी नाव व बोट से सूखी बालू निकालने की रोक का किया विरोध 


लालापुर। बुधवार को लालापुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में सैकड़ों की संख्या में अखिल भारतीय किसान मजदूर लाल सलाम के बैनर तले बालू मजदूर इकट्ठा हुए। सभा में बोलते हुए महासचिव राज कुमार पथिक ने कहा की प्रदेश सरकार द्वारा यमुना नदी में नाव व बोट बालू खनन पर लगाए गए। गैर कानूनी रोक का विरोध करते हुए 24 घंटे का धरना आयोजित किया गया है।


सरकार के निदेशक भूगर्भ एवं खनन विभाग के निदेशक ने 24 जून 2019 को बोट से बालू खनन पर रोक का आदेश पारित किया था।और झूठा दावा किया था कि उक्त आदेश एन जी टी ने पारित किया है। एन जी टी ने ऐसा कोई आदेश नहीं पारित किया है। सरकार ऐसा कोई आदेश नहीं दिखा सकी है। जिसमें सरकार द्वारा करोड़ों रुपये लेकर दिये गये पट्टा क्षेत्र में बोट व नाव से सूखी रेत निकालने पर भी रोक लगी हो।सरकार का यह नियम उच्च न्यायालय के आदेशों और सरकारी मानक के विपरित है। साथ ही सरकार द्वारा मज़दूरों की रोज़ी रोटी छीनकर लोडर व बड़ी बड़ी मशीनों से नदी के तट बंधों की सूखी बालू उठाने के लिए आदेश पारित किए गए है। लोडर व मशीनों द्वारा सूखी बालू उठने से तट बंधों को भारी नुकसान पहुंचेगा।नदी का बहाव व पारिस्थितिकी भी नष्ट होगी।एआईकेएम के वक्ताओं ने कहा है कि यमुना नदी किनारे बसे सभी गांवों में इस तरह की सभायें लगातार आयोजित की जाएगी। और सरकार को झूठ बोलने से रोकने माफिया पक्ष के आदेश वापिस लेने व सरकार द्वारा मजदूरों व मजदूर नेताओ पर दर्ज फर्जी मुकदमे,गेंगेस्टर जैसे केस वापस लेने के लिए एक बड़ा संघर्ष शुरू किया जाएगा। साथ ही सभा में सीएए,एनआरसी, एनपीआर के विरूद्ध नारे लगाए और मांग किया गया की सरकार इन कानूनों को वापस ले। राजकुमार पथिक महासचिव,,सुरेश निषाद उपाध्यक्ष,फूलचंद निषाद महासचिव कौशांबी,आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।इस मौके पर श्यामू निषाद,रामतीरथ निषाद,बब्बू निषाद,रामरूप,रामभवन,श्याम कली निषाद, बिटोला देवी,अनीता देवी सहित सैकड़ों की संख्या में बालू मजदूर उपस्थित रहे।धरने को खत्म कराने के लिए उपजिलाधिकारी बारा इंद्रभान तिवारी,क्षेत्राधिकारी बारा आरपी दोहरे,थानाध्यक्ष लालपुर संतोष कुमार सिंह शंकरगढ़, बारा की पुलिस बल मान मनव्वल करते रहे।देर रात तक धरना नहीं समाप्त हुआ।


बृजेश केसरवानी


'फूल और कांटे' की रीमेक चाहते हैं अजय

मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन अपनी सुपरहिट फिल्म फूल और कांटे का रीमेक बनाना चाहते हैं। अयज देवगन ने वर्ष 1991 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म फूल और कांटे से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी। बॉलीवुड में इन दिनों रीमेक फिल्मों का चलन जोरों पर है। अजय देवगन से पूछा गया कि वह अपनी किसी एक फिल्म का रीमेक बनाना चाहेंगे। अजय ने ‘फूल और कांटे’ का नाम लिया है।


अजय देवगन का कहना है, कि मैं फूल और कांटे को प्रोड्यूस करना चाहूंगा। इसे किस तरह से पेश किया जाएगा, वो मैंने सोच रखा है। मैं इसे नए चेहरे के साथ बनाऊंगा। प्रस्तुतिकरण अलग हो सकता है, लेकिन इमोशन वैसा ही होगा।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

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