रविवार, 15 मार्च 2020

पोस्टर-विवाद में भाजपा नेता अरेस्ट

विवादित पोस्टर लगाने के मामले कांग्रेस नेता सुधांशु बाजपेयी और अश्वनी गिरफ्तार


 लखनऊ। लखनऊ में  पोस्टर लगाए जाने का मामला पुलिस तक पहुंच गया। हजरतगंज कोतवाली में पोस्टर लगाये जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। विवादित पोस्टर लगाने के मामले कांग्रेस नेता सुधांशु बाजपेयी और अश्वनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही।  


सीएए प्रदर्शन के दौरान हिंसा के आरोपियों के पोस्टर योगी सरकार द्वारा चौराहे पर लगाए जाने के बाद पोस्टर वार तेज हो गया। पहले समाजवादी पार्टी ने बलात्कार के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद और उन्नाव के बलात्कार के दोषी कुलदीप सिंह सेंगर के पोस्टर लगाए थे, अब शनिवार को भाजपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगा है। जिस पर कुछ केंद्रीय मंत्रियों की फोटो लगी है और लिखा है इन दंगाइयों से वसूली कब ? पोस्टर के नीचे निवेदक सुधांशु वाजपेयी लालू कन्नौजिया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लिखा है। हालांकि पोस्टर के लगाने के कुछ देर बाद ही पुलिस प्रशासन ने हटा दिया।


सुरक्षा इंतजाम के साथ एयरपोर्ट का उद्घाटन

सुरक्षा के कड़े इंतजाम एयर पोर्ट चौकी का हुआ उद्घाटन


कौशाम्बी। पिपरी थाना क्षेत्र के झलवा स्थित नवनिर्मित बने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को दूर करते हुए पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी श्री अभिनन्दन ने एयरपोर्ट चौकी का उद्घाटन फीता काटकर संभ्रांत लोगों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की सौगात दी है नवनिर्मित बने एयरपोर्ट से प्रतिदिन हजारों की संख्या में हवाई यात्रा कर लोगों का आवागमन लगा रहता है


 संभ्रांत लोगों की कड़ी सुरक्षा एवं तमाम प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एयरपोर्ट चौकी का निर्माण होना आवश्यक था जिसके तहत लोगों की सुरक्षा एवं तमाम प्रकार के अपराधों पर आसानी से अंकुश लगाया जा सकता है नवनिर्मित चौकी के उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक श्री अभिनन्दन ,क्षेत्राधिकारी कृष्ण गोपाल सिंह सहित अन्य पदाधिकारी एवं तमाम संभ्रांत लोगों की मौजूदगी में नवनिर्मित चौकी की कमान उप निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता को सौंपी गई।


राजकुमार


वैज्ञानिक आरती को किया सम्मानित

अंगद राही
शिवगढ़/रायबरेली। कम्युनिटी इंपॉवरमेंट लैब की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीइओ एवं वैज्ञानिक आरती कुमार को समाज सेवा के लिए उत्कृष्ट महिला अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आईएएस डॉ0 नवनीत शहगल, आईएस राधा चौहान व एलएमए के उपाध्यक्ष ए0के0 माथुर द्वारा लखनऊ में दिया गया है।
      आपको बता दें कि, आरती कुमार ने अपनी शिक्षा में कंप्यूटर साइंस अभियांत्रिकी के साथ जैव सूचना विज्ञान से स्नाकोत्तर की पूरी पढ़ाई नन्यांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय सिंगापुर में रहकर की है। जहां से 2006 में यूपी के रायबरेली जनपद में स्थित शिवगढ़ आ गई। शिवगढ़ आई आरती कुमार ने अपने अर्जित ज्ञान से नवजात शिशुओं को बचाने एवं उनके बेहतर स्वास्थ्य हेतु पारंपरिक ज्ञान और विज्ञान पर आधारित विश्व स्तरीय कई शोधों एवं कार्यक्रमों का नेतृत्व किया।
      विदित हो कि, इससे पूर्व देश में प्रतिवर्ष लाखों नवजात शिशुओं और हजारों माताओं की मौत हो जाती थी, जिसमें यूपी पीछे नहीं था। आरती कुमार ने इस पर गहनता से शोध किया कि, कैसे हम उन्हें बचाने में सक्षम हो सकते हैं। इसके लिए आरती कुमार ने कई ऐसे विश्व स्तरीय शोधों का नेतृत्व किया। जिनमें वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार प्रभावी नीतियां एवं नवीन स्वास्थ्य तरीकों की खोज और उनका निर्माण हो पाया है।
      आरती कुमार अनेक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की शोध पत्रिकाओं अर्थात रिसर्च पेपर की मुख्य लेखिका  भी रही हैं। भारत देश के साथ ही उत्तर प्रदेश के सबसे प्रभावी और सफल स्वास्थ्य कार्यक्रम कंगारू मदर केयर  के तकनीकी संचालन का भी नेतृत्व आरती कुमार कर रही हैं। जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वाधान में हर मां की सम्मानजनक देखभाल और हर शिशु को केएमसी दिलाने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है। अभी तक समूचे यूपी प्रदेश में केएमसी एप युक्त 171 केएमसी लाउंजों का निर्माण हो चुका है। जिससे कुल 1 लाख से भी ज़्यादा शिशुओं को केएमसी प्राप्त हो चुकी है।


आरती कुमार ने की थी 'अग्रिमा' की संकल्पना


प्रदेश में सबसे सम्मानित स्वयंसेविका "अग्रिमां" की संकल्पना और सृजन आरती कुमार ने ही की थी। जिसमें प्रदेश की दर्जनों युवतियों ने अपने अमूल्य जीवन के 2 वर्ष मां और शिशुओं की सेवा के लिए दिए हैं।  उत्तर प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के केएमसी कार्यक्रम में शामिल होकर अग्रीमाओं ने अब तक 50,000 से भी अधिक माताओं की निस्वार्थ सेवा की है।
       अग्रीमाओं को उनके सेवाभाव के लिए यूपी के मुख्यमत्री वीरता पुरस्कार और एचटी अवॉर्ड से सम्मानित कर चुके हैं।


सीइएल को पिछले सप्ताह मिल चुका है नवाचार उत्कृष्टता आईसीसी उत्प्रेरक अवार्ड


कम्युनिटी इंपॉवरमेंट लैब को पिछले ही सप्ताह नवाचार उत्कृष्टता आईसीसी उत्प्रेरक अवॉर्ड से भी सम्मान मिल चुका है। आरती कुमार कनाडा देश के सबसे प्रतिष्ठित शोध संबंधित सम्मान "ग्रैंड चैलेंजेस अवॉर्ड" की 5 बार हकदार रह चुकी हैं। हाल ही में अमेरिका की मेलिंडा गेट्स ने अपनी प्रथम पुस्तक "द मोमेंट ऑफ लिफ्ट" में उन महिलाओं का उल्लेख किया है। जिनके मानवीय कार्यों से वे सबसे ज़्यादा प्रभावित हुई है..उन महिलाओं में आरती कुमार का विशेष उल्लेख हुआ है।


साइंटिस्ट का रोल निभाएंगे शाहरुख

मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान आने वाली फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ में साइंटिस्ट का किरदार निभाते नजर आ सकते हैं।


शाहरुख खान पिछले कुछ सालों से सिल्वर स्क्रीन से दूर हैं। चर्चा है कि शाहरुख फिल्म ब्रह्मास्त्र में काम करने जा रहे हैं। अयान मुखर्जी के निर्देशन में बन रही ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की मुख्य भूमिका है। बताया जा रहा हैं कि इस फिल्म में शाहरुख का रोल छोटा होगा लेकिन वह अहम किरदार में दिखेंगे। फिल्म का यह सीन फिल्मसिटी में शूट होगा। इसकी शूटिंग एक या दो महीने के अंदर शुरू होगी जो 10 दिन तक चलेगी।


कहा जा रहा है कि शाहरुख फिल्म में एक साइंटिस्ट का किरदार निभाने वाले हैं। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय और डिंपल कपाड़िया और नागार्जुन भी अहम भूमिका निभाते नजर आयेंगे। यह फिल्म चार दिसंबर 2020 को रिलीज होगी।


'जनसंख्या नियंत्रण' को राष्ट्रपति की मंजूरी

नई दिल्ली। देश में संसाधन सीमित हैं लेकिन आबादी बेहद तेजी से बढ़ती जा रही है। हर साल बढ़ते बेरोजगारी के आंकड़े दर्शा रहे हैं कि हालात ऐसे ही रहे तो स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है। देखा जाये तो 1951 में भारत की आबादी 10 करोड़ 38 लाख थी जो साल 2011 में बढ़कर 121 करोड़ के पार पहुंच गयी और साल 2025 तक इसके बढ़कर 150 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है। दरअसल जनसंख्या गुनांक में बढ़ती है जबकि संसाधनों में वृद्धि की दर बहुत धीमी होती है। वाकई अब समय आ गया है जब देश को जनसंख्या नियंत्रण कानून की सख्त जरूरत है।


इस दिशा में पूर्व में भी सांसदों ने कई प्रयास किये हैं, मंत्रियों ने बयान दिये हैं लेकिन अब एक गंभीर पहल के साथ आये हैं कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी। वह राज्यसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने जा रहे हैं जिसमें दो बच्चा नीति को लागू करने का प्रस्ताव किया गया है। सिंघवी का प्रस्ताव है कि दो बच्चा नीति को मानने वालों को प्रोत्साहन और ना मानने वालों को हतोत्साहित या सुविधाओं से वंचित किया जाना चाहिए। सिंघवी निजी आधार पर ‘हम दो हमारे दो’ नीति वाला जो विधेयक पेश करने जा रहे हैं उसको सदन में पेश करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब देखना होगा कि सरकार का इस निजी विधेयक पर क्या रुख रहता है।


जहाँ तक अभिषेक मनु सिंघवी के Population Control Bill, 2020 की बात है तो इसमें प्रस्ताव किया गया है कि दो बच्चा नीति का पालन नहीं करने वालों को चुनाव लड़ने, सरकारी सेवाओं में प्रोन्नति लेने, सरकारी योजनाओं या सबसिडी का लाभ लेने, बीपीएल श्रेणी में सूचीबद्ध होने और समूह ‘क’ यानि Group A की नौकरियों के लिए आवेदन करने से रोका जाना चाहिए। विधेयक में यह भी प्रस्ताव किया गया है कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण फंड की स्थापना करनी चाहिए ताकि जो लोग दो बच्चा नीति का पालन करना चाहते हैं उनकी मदद की जा सके। इसके अलावा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भनिरोधकों को उचित दर पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए।


अभिषेक मनु सिंघवी का यह विधेयक यह भी प्रस्ताव करता है कि जिन दंपति का एक ही बच्चा है और उन्होंने अपनी नसबंदी भी करा ली है उन्हें सरकार की ओर से विशेष प्रोत्साहन दिये जाने चाहिए जैसे उनके बच्चे को उच्च शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में वरीयता दी जाये। ऐसे दंपति जो गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे हैं यदि वह स्वतः ही नसबंदी करा लेते हैं तो केंद्र उन्हें एकमुश्त रकम के माध्यम से मदद करे जिसमें अगर उस दंपति का एक ही बच्चा अगर लड़का है तो उन्हें 60 हजार रुपये और यदि वह एक ही बच्चा लड़की है तो एक लाख रुपए दिये जाएं।


जहाँ तक विधेयक में दो बच्चा नीति का पालन नहीं करने वालों को हतोत्साहित करने की बात है तो सिंघवी का विधेयक प्रस्ताव करता है कि ऐसे दंपतियों पर लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, पंचायत और किसी भी निकाय का चुनाव लड़ने पर रोक लगा देनी चाहिए। उन्हें सरकारी सेवाओं में प्रमोशन नहीं देना चाहिए, केंद्र और राज्य सरकारों की ग्रुप ए की नौकरियों में आवेदन करने का हक नहीं होना चाहिए और यदि वह गरीबी रेखा से नीचे के हैं तो उन्हें कोई भी सरकारी सबसिडी नहीं मिलनी चाहिए।


यह विधेयक यह भी प्रस्ताव करता है कि इसके लागू होने के बाद केंद्र सरकार के कर्मचारियों को लिखित में यह भी देना चाहिए कि वह दो बच्चा नीति का पूरी तरह से पालन करेंगे। जिन कर्मचारियों के पहले से ही दो से ज्यादा बच्चे हैं वह भी लिखित में यह देंगे कि वह अब और बच्चे नहीं पैदा करेंगे। केंद्र सरकार को भी नियुक्तियों के समय उन्हीं लोगों को वरीयता देनी चाहिए जिनके दो या उससे कम बच्चे हों। सरकारी कर्मचारियों के बच्चों में यदि कोई दिव्यांग है या कोई अन्य ऐसी परिस्थिति है कि तीसरा बच्चा आवश्यक है तो ही उसे विधेयक में प्रस्तावित किये गये नियमों के तहत छूट मिलेगी। विधेयक में प्रस्ताव किया गया है कि दो बच्चा नीति का पालन जो भी सरकारी कर्मचारी नहीं करेगा उसकी सेवाएं समाप्त भी की जा सकती हैं।


बहरहाल, सिंघवी उन कुछ नेताओं में शुमार हैं जो देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंतित हैं और देश आगे जाकर विकट स्थिति में ना फँस जाये इसके लिए अभी से कोई उपचार चाहते हैं। संसद के वर्तमान बजट सत्र में ही भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग करते हुए इसे समय की जरूरत बताया और कहा कि वर्तमान में ही सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना संभव नहीं हो रहा है जबकि जब आबादी 150 करोड़ के पार पहुंच जाएगी तब पीने का पानी मिलेगा ही नहीं। इससे पहले राज्यसभा में 7 फरवरी को शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने जनसंख्या पर नियंत्रण करने के लिए संविधान संशोधन का प्रस्ताव रखा और कहा कि सरकार के द्वारा छोटे परिवार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। पिछले साल जुलाई में भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भी सदन में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया था। लोकसभा में भी यह मुद्दा कई बार उठ चुका है। पिछले साल नवंबर में भाजपा सांसद अजय भट्ट ने ‘छोटे परिवार को अपना कर जनसंख्या नियंत्रण’ बिल रखा था। 2016 में भी भाजपा के एक सांसद लोकसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर प्राइवेट बिल लेकर आए थे।


बहरहाल, विश्व में आबादी के मामले में भारत अभी दूसरे नंबर पर खड़ा है और यदि तरक्की की रफ्तार यही रही तो जल्द ही हम चीन को पछाड़ देंगे। हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सपना देख रहे हैं और इसे लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ रहे हैं लेकिन यह तभी संभव है जब प्रति व्यक्ति आय बढ़े। देश की कुल आय से सही समृद्धि नहीं आयेगी हमें हर व्यक्ति को खुशहाल बनाना होगा और ऐसा तभी हो सकता है जब कल्याणकारी योजनाओं और देश के संसाधनों पर जनसंख्या का भारी बोझ नहीं हो। यह अच्छी बात है कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर देश की दो बड़ी पार्टियों के समान विचार हैं अब सरकार को भी चाहिए कि वह इस दिशा में आगे बढ़े।


151 देश जद में, 5835 लोगों की मौत

वॉशिंगटन। कोरोनावायरस के मामले फिलहाल थमते नजर नहीं आ रहे।  दुनिया में कुल 1 लाख 56 हजार 533 मामले सामने आए। 5835 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए थे। उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज की पत्नी डोना को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। फ्रांस ने देश के सभी रेस्टोरेंट और कैफे बंद कर दिए हैं। स्पेन, जर्मनी और इजराइल ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही पर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


ट्रम्प कुछ दिन पहले ब्राजील के डेलिगेशन से मिले थे। इस दौरान उन्होंने वहां के संचार प्रमुख फेबिओ वानगार्टन के साथ डिनर भी किया था। बाद में वानगार्टन कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। पहले ट्रम्प और उपराष्ट्रपति पेंस ने टेस्ट से इनकार किया। जब मीडिया में चर्चा हुई तो जांच को तैयार हुए। शनिवार दोपहर सैंपल दिया। देर रात रिपोर्ट निगेटिव आई। ट्रम्प की बेटी और उनकी सीनियर एडवाइजर इवांका ट्रम्प ऑस्ट्रेलिया के संक्रमित गृह मंत्री पीटर डटन से मिलने के बाद घर के काम कर रही हैं। वे इसी हफ्ते डटन और अन्य अधिकारियों से मिली थीं, डटन को कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है। अमेरिका ने अब ब्रिटेन और आयरलैंड को लेकर भी नए वीजा प्रतिबंध लागू किए हैं। पहले इन दोनों देशों को वीजा रिस्ट्रिक्शन लिस्ट से बाहर रखा गया था।


ट्रांसजेंडर को मिलेगा आरक्षण, बिल पारित

नई दिल्ली। उड़ीसा की बीजू जनता दल की सांसद सस्मित पात्रा ने संसद और राज्य विधानसभाओं में ट्रांसजेंडर को आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। इसके पास होते ही ट्रांसजेंडर्स को आरक्षण का रास्ता साफ हो जाएगा।
दरअसल लंबे अरसे से ट्रांसजेंडर्स को नौकरियों समेत कई जगहों पर आरक्षण दिये जाने की बात चल रही है। इसके लिए ये समुदाय कई बार कई जगहों पर धरना और आंदोलन भी कर चुका है। अगर ये बिल संसद से पास हो जाता है तो इस समुदाय को आरक्षण का रास्ता साफ हो जाएगा। जिसकी मांग ये समुदाय लंबे समय से कर रहा है।
राज्यसभा में परिवार में महिलाओं से अनाचार और यौन शोषण के अपराध के लिए सजा का प्रावधान वाला एक विधेयक भी पेश किया गया। इन दोनों विधेयकों पर बहस के बाद वोटिंग होगी। जिसके बाद ही तय होगा कि ये विधेयक कानून का रूप ले पाएंगे या नहीं। अगर ट्रांसजेंडर्स को आरक्षण संबंधी कानून संसद से पास हो गया तो इस समुदाय की बड़ी जीत होगी।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-340, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, नवंबर 23, 2024 3. शक-1945, कार्तिक, कृष्ण-पक्ष, ...