रामनगरी। मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच सांझी विरासत भी बुलंद हो रही है। होली के पहले यदि मस्जिद के पक्षकार रहे मो। इकबाल अंसारी ने तपस्वी जी की छावनी सहित अनेक मंदिरों में पहुंच संतों के साथ होली खेली, तो शुक्रवार को तपस्वी छावनी के महंत परमहंसदास इकबाल के कोटिया स्थित आवास पर होली की मिठाई लेकर पहुंचे महंत परमहंसदास ने कहा, यह सामान्य मिष्ठान नहीं है, बल्कि इसमें भाईचारा और आत्मिक एकता की मिठास घुली है। इसी मौके पर परमहंसदास ने इकबाल को रामलला के दर्शन की दावत दी, जिसे इकबाल ने सहर्ष स्वीकार किया। तय हुआ कि 25 मार्च को रामलला वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान होंगे और इसके बाद 27 मार्च को सुबह 10 बजे रामलला का दर्शन करना उचित होगा। इकबाल ने परमहंसदास का स्वागत करते हुए कहा, अब्बू (मरहूम हाशिम अंसारी) के समय से ही हमें अयोध्या के सछ्वाव और भाईचारा का बराबर अनुभव होता रहा।मंदिर आंदोलन के पर्याय रामचंद्रदास परमहंस तथा अब्बू भले ही एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे थे, पर जाती तौर पर वे अच्छे दोस्त थे और हमें इस विरासत पर नाज है। रामलला के दर्शन का प्रस्ताव स्वीकार करने के सवाल पर इकबाल ने कहा, हम सदैव से रामलला का आदर करने वालों में रहे हैं। अब कोर्ट से जब यह तय हो गया है कि रामजन्मभूमि पर रामलला का विराजमान होना न्यायसंगत है, तब हमें रामलला का दर्शन कर बेहद खुशी होगी।
शनिवार, 14 मार्च 2020
किसानों की भरपाई के लिए सपा की बैठक
बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि से किसान बेहाल
सपा ने बैठक कर राजस्व वसूली रोके जाने और नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजे की मांग उठाई
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज l बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि से पूरे जनपद की 70 प्रतिशत से अधिक रबी की फसलों को नुकसान हुआ है l सपा के नेताओं ने महानगर कैंप कार्यालय पर बैठक कर प्रदेश सरकार से किसानों गहरी क्षति पर नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजे की मांग करते हुए राजस्व वसूली को तत्काल प्रभाव से माफ किए जाने की मांग की है l
सपा के नि वर्तमान महानगर अध्यक्ष सैयद इफ्तिखार हुसैन ने कहा कि पूरे जनपद में गेंहू, जौ, चना, मटर, सरसों, आलू सहित रबी की फसलों के लिए बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि ने कहर बरपा दिया है l
वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने कहा कि पहले से ही विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे किसानों के सामने विकट स्थिति आ गयी है l बेमौसम बारिस से तापमान में उतार चढ़ाव के चलते संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है l
जिला प्रवक्ता दान बहादुर सिंह मधुर ने राजस्व देयों की वसूली रोकते हुए इसे माफ करने और नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजे की मांग की है l
बैठक में कोरोना जैसे महामारी से निपटने के लिए भी प्रशासन से सतर्क रहने की मांग की गई l
बैठक में सर्व श्री सैयद इफ्तिखार हुसैन, नरेंद्र सिंह,दुर्गा गुप्ता, डॉ मान सिंह यादव, दान बहादुर सिंह मधुर, आर. एन. यादव, मो. अस्करी, मो. जैद, अब्बास नकवी, आदि नेतागण मौजूद थे l
मजलिस-ए-चेहल्लुम, बरसी आज मनाई
मजलिस ए चेहल्लूम व मजलिस ए बरसी आज
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। स्व सै०अख्तर इब्ने मो०अकबर मरहूम की मजलिस ए चेहलूम रविवार को प्राताः ८:३० बजे रानी मण्डी स्थित इमामबारगाह आग़ा महमूद में होगी जिसे मौलाना जिनान असग़र मौलाई खिताब करेंगे वहीं स्व सै०शमीमुल हसन इब्ने महमूदुल हसन की मजलिस ए चेहलूम करैली अस्करी मार्केट चौराहा स्थित बन्धन पैलेस में प्राताः१० बजे होगी।अनीस जायसी की निज़ामत में होने वाली मजलिस को मुज़फ्फर नगर के मौलाना सै०मो०हुसैनी खिताब करेंगे।सोज़ख्वानी रेयाज़ मिर्ज़ा व शुजा मिर्ज़ा व पेशख्वानी शायर रौनक़ सफीपुरी व शबीह अब्बास की होगी।औरतों की मजलिस उसी स्थान पर दिन में १ बजे होगी जिसे मोहतरमा राना नक़वी खितिब करेंगी।अन्जुमन शब्बीरिया के सेक्रेटरी स्व सै०ज़फर अहमद नक़वी की मजलिस ए बरसी मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार में रविवार को साँय ६:३० बजे होगी मजलिस को इमाम ए जुमा वल जमात मौलाना सै०ज़मीर हैदर रिज़वी करारी कौशाम्बी खिताब करेंगे।मजलिस से पूर्व रेयाज़ मिर्ज़ा व शूजा मिर्ज़ा द्वारा सोज़ख्वानी तथा शायर डॉ नायाब बलयावी की पेशख्वानी होगी।उक्त सूचना अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया के प्रवक्ता सै०मो०अस्करी ने दी।
जनता की बदहाली का जिम्मेदार कौन ?
जनता की बदहाली का जिम्मेदार कौन
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद की लोनी विधानसभा, तहसील, नगर पालिका और विकास खंड जैसी उपलब्धियां प्राप्त होने के बाद, क्षेत्र की जनता बदहाल जीवन जीने को विवश है।
नगरीय और विधानसभा क्षेत्र स्थित बस्तियों एवं कालोनियों में निवास करने वाली जनता की समस्याओं की लंबी फेहरिस्त है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रास्ते, साफ-सफाई, जलजमाव, पेयजल, बिजली के पोल, आवागमन और जल निकासी आदि जैसी प्रमुख सुविधाओं की राह देखते-देखते कई लोगों की आंखें पथरा गई है। लेकिन क्षेत्र की स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। कोई भी जनता की समस्या के विषय में गंभीरता सेे कार्य नहीं कर रहा है। जिसके लिए किसी की सफाई की जरूरत नहीं है। क्योंकि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता ही नहीं होती है। जनता के हित साधने में व्यस्त प्रतिनिधियों की वास्तविकता साफ-साफ देखी जा सकती है। जनता को इतनी पीड़ा देने के पीछे आखिर क्या कारण है ? स्थानीय जनप्रतिनिधियों या सरकार के नुमाइंदों की इसके पीछे क्या मंशा है ?
बहरहाल, जनता की अपेक्षा और विश्वास का खुलेआम कत्ल किया जा रहा है। सांसद, विधायक और चेयरमैन सभी सत्ताधारी पक्ष से होने के बावजूद क्षेत्र की बदहाली सभी को सोचने के लिए मजबूर कर रही है। जीवन रेखा के रूप में स्थित दिल्ली-सहारनपुर अंंतर्र्राज्यीय राजमार्ग की दुर्दशा स्थानीय जनप्रतिनिधित्व की दूरगामी सोच एवं उदारता का सजीव उदाहरण है। लाखों लोगों का नित्य आवागमन, व्यापार का आधार, क्षेत्रीय विकास और भविष्य निर्माण का पुस्ट संकेत है। लंबे समय से जनता को इस प्रकार की यातनाएं सहन करने के, कारण और कारकों का अंत क्यों नहीं हो पा रहा है? हीन भावना से ओत-प्रोत कमजोर जनप्रतिनिधित्व इसका कारण हो सकता है। या फिर जनता को मूर्ख समझने की गलतफहमी पाली गई है। समस्याओं के अंबर से यह बात तो स्पष्ट होती है कि जनता की बदहाली का कारण कमजोर नेतृत्व है। जनता की पीड़ा को समझने की शक्ति का अभाव है। क्षेत्र की जनता से दिखावा तो है लेकिन लगाव नहीं है।
बात केवल जनप्रतिनिधित्व तक ही सीमित नहीं है। जनपद की प्रशासकीय भीड़ भी मूक-बधिर बनकर सारा तमाशा देख रही है।
आईएएस,आईपीएस,आईएफएस से हटी पाबंदी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार उस नियम को बदलने की तैयारी में है। जिसमे IAS, IPS और IFS अफसर विदेशी गणमान्य लोगों से गिफ्ट नहीं ले सकते थे। नियम की इस पाबंदी को हटाने के लिए DOPT ने सभी राज्यों के चीफ सिकरेट्री को पत्र लिखकर उनसे मंतव्य मांगा है। 3 मार्च को लिखे पत्र में नियम 1968 के नियम 11 के तहत एक नया उप नियम जोड़ने के लिए मसौदा प्रस्ताव भेजा है। और कहा है कि अगर वे इस महीने के अंत तक कोई जवाब जारी नहीं करते हैं। तो यह माना जाएगा कि राज्यों को प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है।
बता दे कि अखिल भारतीय सेवा नियमावली के नियम 11 में कहा गया है कि IAS, IPS या IFS अफसर शादियों, वर्षगाँठ, अंत्येष्टि या धार्मिक अवसरों पर 25,000 रुपये से अधिक मूल्य का उपहार स्वीकार नहीं कर सकते है। इसकी सूचना सरकार को देनी होती है। वहीं बिना सूचना दिये या फिर अवसर छोड़ सामान्य दिनों में 5 हजार रुपये से अधिक का गिफ्ट लेने पर पाबंदी थी।
संस्थाओं को हटाने का नोटिसः खलबली
धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों की रणनीति तय करने को लेकर बैठक आज
रुद्रपुर। नगर निगम ने महानगर के 17 धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं को हटाने के नोटिस से खलबली मच गई है। इस संबंध में महानगर के संभ्रांत लोग व धार्मिक संस्थाओं ने जुड़े पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की, मगर वार्ता में कोई ठोस हल नहीं निकल पाया। इस संबंध में शनिवार शाम को फिर से अग्रवाल धर्मशाला में बैठक बुलाने की खबर है, जिसमें अगली रणनीति तय की जाएगी।
सूत्रों की मानें तो हाईकोर्ट के 29 सितंबर 2009 व सात नवंबर 2016 के आदेश का जिक्र करते हुए महानगर के दुर्गा मंदिर, हरि मंदिर, गुरुद्वारा कॉप्लैक्स मैन बाजार, आर्य समाज मंदिर, शिव पार्वती मंदिर भदईपुरा, गिरजा मंदिर गुरुनानक स्कूल के सामने, सांई मंदिर खेड़ा, हनीमान मंदिर रम्पुरा, इंदिरा चौक स्थित मजार, संत बाबा लाल सिंह गुरुद्वारा मटके वाली गली, सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज, अग्रवाल धर्मशाला, दुर्गा मंदिर धर्मशाला वीर हकीकत राय मार्ग, शिव मंदिर निकट इंडेन गैस गोदाम, विश्वकर्मा एवं हनूमान मंदिर निकट रोडवेज बस अड्डा, हरि मंदिर खेड़ा, शिव मंदिर झाड़ी वाले बाबा नैनीताल रोड के प्रबंधकों को नोटिस दिया है। धार्मिक व सामाजिक संरचनाओं को हटाने के नोटिस से पूरे शहर में उबाल की स्थिति है। सूत्रों के अनुसार गुरुवार को महानगर की सभी धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लोगों की एक बैठक अग्रवाल धर्मशाला में हुई तथा इस मुद्दे पर जिलाधिकारी से बात करने की सहमति बनी। लोगों का कहना है कि वह न तो खुद अपने धर्मस्थल हटाएंगे और न ही किसी को तोडऩे देंगे। नगर निगम की इस कार्रवाई को लेकर पूरे शहर में हड़कंप मचा हुआ है। कल पहले 11 बजे जिलाधिकारी से बैठक का वक्त तय हुआ था, लेकिन बाद में दोपहर करीब एक बजे का वक्त दिया गया।
विधायक राजकुमार ठुकराल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा व मेयर रामपाल सिंह की अगुवाई में शहर के लोगों को शिष्टमंडल जिलाधिकारी से उनके आवास पर मिला। जिलाधिकारी ने कोर्ट के आदेशों का हवाला दिया। अलबत्ता लोगों को ऐसा कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला कि यह धर्मस्थल यथास्थिति में रखे जाएंगे। बैठक में इस मामले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने की बात भी कही गई। बताया जाता है शनिवार को इस संबंध में पुन: एक बैठक अग्रवाल धर्मशाला में आहुत की गई है। जिसमें अगली रणनीति तय की जानी है।
डीएम बोले खुद अतिक्रमण हटाएं धार्मिक संस्थाएं
रुद्रपुर। अतिक्रमण की जद में आ रही धार्मिक संस्थाओं को राहत दिलाये जाने की मांग को लेकर विधायक राजकुमार ठुकराल के नेतृत्व में शहर की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने डीएम डा. नीरज खैरवाल से उनके निवास पर भेंट की। इस दौरान डीएम नीरज खैरवाल ने कहा सड़कों के चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण हटाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा सभी धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं अपना अपना अतिक्रमण स्वयं हटाकर प्रशासन का सहयोग करें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी भााजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, श्री सनातन धर्म सभा के पूर्व अध्यक्ष हरी चन्द्र मिड्डा, अध्यक्ष नन्द लाल भुड्डी, सचिव महेश बब्बर, गुरूद्वारा सिंह स भा के प्रधान राम सिंह बेदी, प्रीतम सिंह चावला, पूर्व प्रधान सुरमुख सिंह, गुरमीत सिंह, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष महेश अग्रवाल, कृपाल सिंह, आर्य समाज के पुरोहित प्रभात कुमार, विपिन शर्मा, इन्द्रजीत सिंह, ओमप्रकाश अरोरा, विजय जग्गा, अमित वैद्य, अशोक मित्तल, गुरशण बब्बर, लखविंदर बेदी, नरेश बंसल, आनन्द शर्मा, दुर्गा मंदिर समिति की रेनू अरोरा के अलावा प्रशासन की ओर से डा. नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदरजीत सिंह, अपर जिलाधिकारी जगदीश काण्डपाल, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी नरेश दुर्गापाल, प्रशिक्षु आईएएस तहसीलदार विशाल मिश्रा, एएसपी देवेन्द्र पिंचा, नगर आयुक्त जयभारत सिंह, एसडीएम मुक्ता मिश्रा, नगर निगम के ड्राफ्टमैन राम सिंह, सीओ अमित कुमार आदि मौजूद थे।
संवेदनशील त्वचा का रखें ख्याल
नई दिल्ली। संवेदनशील त्वचा या सेंसिटिव स्किन पर किसी भी चीज का प्रभाव त्वचा की अन्य प्रकारों की अपेक्षा हमेशा ही ज्यादा पड़ता है, ऐसे में इनका खास ख्याल रखा जाना चाहिए।
विशेषज्ञों ने सेंसिटिव स्किन होने के सात संकेत सुझाए हैं, जिनमें त्वचा का रूखा होना, उनका बेजान होना, खुरदुरापन, इनका खींचा-खींचा होना, लाल पड़ जाना, खुजली और नमीं का न होना शामिल हैं। संवेदनशील त्वचा के लिए सल्फेट व खुशबू रहित सौम्य उत्पादों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।संवेदनशील त्वचा के लिए ज्यादा उत्पादों का उपयोग न करना ही बेहतर है। इसके लिए एक फोमिंग मिसेलर क्लींजर, एसपीएफ युक्त एक डे क्रीम और एक हाइड्रेटिंग नाइट सीरम ही पर्याप्त है। 1. सबसे पहले क्लींजर की बात करें, तो इनका चुनाव हमेशा इस बात को ध्यान में रखकर करें कि इनमें एलोवेरा, खीरा या गुलाब के सार तत्व हो और यह सौम्य हो। इसके साथ ही यह भी जांच लें कि क्या यह प्रोडक्ट डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड है या नहीं, हाइपोएलर्जेनिक है या नहीं, जिससे त्वचा का पीएच बैलेंस बरकरार रहता है और यह भी देख लें कि यह खुशबू, पैराबेन और सल्फेट मुक्त हो। 2. कम से कम 25 एसपीएफ वाले किसी लाइट डे क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें, जिससे त्वचा में नमीं बनी रहेगी और सूरज की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से भी यह निष्प्रभावी रहेगा। 3. रात में त्वचा का पर्याप्त ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है और इसके लिए हाइपोएलर्जेनिक नाइट सीरम को चेहरे पर अप्लाई करें। इन्हें खरीदने से पहले देख लें कि अन्य तत्वों के साथ इसमें गुलाब के सार तत्व, हाईलूरोनिक एसिड और ग्लिसरीन मौजूद हैं या नहीं।
कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब
कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब रामबाबू केसरवानी कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...