शनिवार, 14 मार्च 2020

प्राथमिक शिक्षकों को आँनलाइन प्रशिक्षण

तिरुवनंतपुरम। केरल इंफ्रास्ट्रचर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (केआईटीई) ने कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य के 81,000 से अधिक प्राथमिक शिक्षकों को ऑनलाइन आईटी प्रशिक्षण देने की योजना बनायी है। जिसमें 11,274 स्कूल शामिल होंगे।


केआईटीई के कार्यकारी निदेशक अनवर सदाथ ने कहा, “सामान्य तौर पर आईटी प्रशिक्षण 1,000 से अधिक केंद्रों में तीन बैचों में आयोजित किया जाता, जिसमें प्रत्येक केंद्र में 25 शिक्षक और दो प्रशिक्षक होते हैं। हालांकि, ऑनलाइन माध्यम के जरिये स्कूलों में उपलब्ध कराई गई सभी हाई-टेक सुविधाओं का प्रभावी उपयोग करके उसी प्रशिक्षण को पांच दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा।” अंग्रेजी भाषा की दक्षता में सुधार के लिए केआईटीई के ‘ई-क्यूब इंग्लिश’ कार्यक्रम के तहत अप्रैल-मई में सभी प्राथमिक-उच्च प्राथमिक शिक्षकों के लिए विशिष्ट अवकाश प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्णय लिया था। प्रस्तावित नयी प्रणाली 18-27 मार्च के दौरान उक्त प्रशिक्षण के पहले भाग को पूरा करने पर जोर देगी। कार्यक्रम की सामग्री में साइबर अपराधों से निपटने और ऑनलाइन सुरक्षा के उपाय भी शामिल हैं। राज्य सरकार ने प्राथमिक स्तर के विद्यालयों की वार्षिक परीक्षाओं को रोक दिया है, और कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए एहतियातन उन्हें पहले ही छुट्टी दी गई थी।


आने वाले 30 दिन ज्यादा चुनौती पूर्ण

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के खौफ से जूझ रहे भारत के लिए आने वाले तीस दिन ज्यादा चुनौती पूर्ण हैं। न सिर्फ यहां के नागरिकों के लिए बल्कि यहां की सरकारों के लिए भी। भारत में कोरोनावायरस अभी दूसरी स्टेज में है। अगर इसे फैलने से नहीं रोका गया तो यह 30 दिनों संक्रमण के तीसरे स्टेज में पहुंच जाएगा। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा, ‘‘अगले स्टेज में वायरस को रोकने के लिए 30 दिन हैं। यदि पर्याप्त उपाय किए तो स्टेज-III में पहुंचने से रोका जा सकता है। सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है। वायरस से निपटने के लिए देश में जहां भी संक्रमण फैला, वहां इसके लिए तैयारियां स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक की गईं।’’ 
भार्गव ने बताया कि थर्ड स्टेज में वायरस लोगों में फैलना शुरू होता है, जबकि फोर्थ स्टेज में पहुंचने पर यह स्थानीय महामारी का रूप लेता है। फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है कि यह कब खत्म होगी। चीन और इटली में कोरोनावायरस संक्रमण में स्टेज 6 में पहुंच गया हैं।
वायरस देश में सीमित जगहों पर
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. आरआर गंगाखेडकर ने बताया कि संक्रमण ऐसे लोगों से फैला जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री है। इन लोगों ने वायरस प्रभावित देशों की यात्राएं की और संक्रमितों के संपर्क आए। अभी जिन लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण दिखे, उनकी जांच की गई है। जिन लोगों में फ्लू और सर्दी-जुकाम के लक्षण हैं, उन्हें टेस्ट कराने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि वायरस का प्रभाव देश में भी सीमित जगहों पर ही है।
ये हैं स्टेजेज
पहली स्टेज में वायरस संक्रमित जगहों से ट्रांसमिट होता है।
दूसरी स्टेज में स्थानीय लोगों में यह फैलना शुरू होता है और नए केस सामने आते हैं।
तीसरी स्टेज में यह बड़े पैमाने पर समुदायों के बीच फैलना शुरू होता है।
चौथी स्टेज में बीमारी महामारी का रूप लेती है, कब-कहां खत्म होगी पता नहीं होता।


गुरुवार से मिल सकेगी निकासी की छूट

नई दिल्ली। सरकार ने निजी क्षेत्र के चौथे बड़े बैंक एस बैंक लिमिटेड के पुनर्गठन को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। जिससे उसके ग्राहकोे को गुरूवार से निकासी की छूट मिल सकती है। कल देर रात जारी अधिसूचना के अनुसार बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 के तहत यह अधिसूचना जारी की गयी है और बैंक के लिये नये निदेशक मंडल का गठन किया गया है।


भारतीय स्टेट बैँक के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी एवं उप प्रबंधन निदेशक प्रशांत कुमार को पुनर्गठित एस बैंक का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक बनाया गया है। पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व गैरकार्यकारी अध्यक्ष सुनील मेहता को बैंक का गैरकार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। महेश कृष्ण मूर्ति एवं अतुल भेरा कार्यकारी निदेशक बनाये गये है। भारतीय रिजर्व बैंक अपर निदेशकों के रुप में एक या अधिक व्यक्तियों को नियुक्त कर सकेगा। पुनगर्ठित बैंक एस बैँक की पुरानी सभी देनदारियों को पूरा करेगा।


पुनगर्ठित बैंक के पास रखी सभी जमा राशियों और देनदारी, देनेताओं के अधिकार पूर्णत: अप्रभावित रहेंगे। पुनर्गठित बैंक के सभी कर्मचारियों को कम से कम एक वर्ष तक पहले की तरह वेतन भत्ता मिलता रहेगा। अधिसूचना के अनुसार एस बैक से निकासी पर लगी रोक तीन कार्यदिवसों में हट दी जायेगी और बैंक के लिये नियुक्त प्रशासक सात दिनों में कार्यालय खाली कर देंगे। पुनर्गठन बैंक की अधिकृत पूंजी 6200 करोड़ रुपये होगी और इसके शेयर का मूल्य दो रुपये होगा। अधिकृत शेयर पूंजी 200 करोड़ रुपये बनी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कल हुयी मंत्रिमंडल की बैठक में पुनगर्ठन योजना को मंजूरी दी गयी थी।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि भारतीय स्टेट बैंक इसमें 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगा और इसके निदेशक मंडल में दो सदस्य होंगे। और वह अपने निवेश में से 26 फीसदी हिस्सेदारी का तीन वर्ष तक विनिवेश नहीं कर सकेगा। यह लॉकिंग अवधि है। अन्य निवेशकों के लिए यह सीमा 75 फीसदी और तीन वर्ष है। उन्होंने कहा कि गत पांच मार्च को रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुये इसको प्रतिबंधित कर दिया था और इसके लिए प्रशासक नियुक्त किया था।


छह मार्च को पुनगर्ठन योजना का प्रारूप जारी किया गया और उस पर मिली प्रतिक्रिया के बाद इस प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया जिसे आज मंजूरी दी गयी। रिजर्व बैंक ने इस बैंक को प्रतिबंधित करने के साथ ही ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50 हजार रुपये निर्धारित कर दिया था। यह प्रतिबंध 30 दिनों के लिये है लेेकिन अब सरकार ने पुनगर्ठन योजना के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद तीन कार्यदिवस में इस रोक को हटाने की बात कही है।


नानपारा-मेलानी लाइन पर दौड़ेगी रेल

नानपारा-मैलानी रेल लाइन पर 23 मार्च से फिर से दौड़ेगी छोटी लाइन की रेलगाड़ी…


बहराइच। ट्रेनों का संचालन बन्द होने से मायूस जनता के लिए खुशखबरी भरी खबर है 23 मार्च से पुनः छोटी लाइन की रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो जायेगा। पूर्वोत्तर रेलवे महाप्रबनधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने अपने अधीनस्थों को निर्देश दिया है कि इसके लिये समय सारिणी जारी किया जाय।


आपको बता दें कि रेलवे बोर्ड ने 16 फरवरी को मैलानी-नानपारा के बीच चल रही मीटरगेज की ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। रेलवे बोर्ड ने कोर्ट के आदेश पर ट्रेनों का संचालन बंद करने की बात कही थी। ट्रेनों के बंद होने पर जागरूक लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रेल बोर्ड के निर्णय को चुनौती दी थी।


याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने मैलानी-नानपारा की मीटरगेज ट्रेनों के संचालन बंद करने पर जवाब मांगा था। कोर्ट ने कहा है कि किस आदेश से ट्रेनों का संचालन रोका गया। सुनवाई के समय याची की ओर से कहा गया कि रेलवे विभाग जब तक नए ट्रेक का अपग्रेडेशन न कर दे तब तक मीटरगेज का संचालन जारी रखा जाए। कोर्ट के कड़े रुख से पलिया, भीरा, बेलरायां,तिकुनियां, मझरा, बिछिया, मिहीपुरवा नानपारा समेत कई स्टेशन के आसपास के रहने वाली लगभग 50 लाख से भी ज्यादा आबादी को सस्ते सफ़र का लाभ मिलेगा।


ओलावृष्टि से आहत सांसद का पीएम को पत्र

हरदोई। बेमौसम आंधी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुक़सान का आकलन उच्च स्तरीय टीम से कराकर प्रभावितों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। मिश्रिख संसदीय क्षेत्र से सांसद अशोक रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखे पत्र में कहा है कि मार्च महीने में दूसरी बार आंधी बारिश और भारी ओलावृष्टि हुई है। इस प्राकृतिक आपदा से संसदीय क्षेत्र के किसानों को किसानों को फसलों और पशुधन की भारी क्षति हुई है। ईंट भट्ठों की कच्ची ईंटें बर्बाद हो गईं हैं। किसान तैयार फसलों को घर लाने की तैयारी कर रहा था। मगर ओलावृष्टि और बारिश से फसलें तबाह हो गईं। सांसद ने प्रधानमंत्री से अपने संसदीय क्षेत्र में उच्चस्तरीय टीम भेजकर नुक़सान का आकलन कराकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों को आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग की है।


अल्पसंख्यक विभाग के सह-प्रभारी नियुक्त

हंजला उस्मानी को राष्ट्रीय जिम्मेदारी देकर जिले का बढ़ाया है सम्मान----तलत


हंजला उस्मानी को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाए जाने पर बैठक कर कांग्रेस ने बाटी मिठाई


कौशाम्बी। जिला अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारियों ने शनिवार को जिला अल्पसंख्यक अध्यक्ष तमजीद अहमद के भरवारी कस्बा स्थित आवास पर एक बैठक कर हंजला उस्मानी को अल्पसंखयक विभाग का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाये जाने पर हर्ष प्रकट किया और लोगों को मिठाई बाँट कर इसका इस्तेकबाल किया गया। बता दे कि हंजला उस्मानी चायल तहसील के सैय्यद सरावा के रहने वाले है और कांग्रेस के प्रति इनकी गहरी आस्था है।


 इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष तलत अज़ीम ने कहा की हंजला उस्मानी को कांग्रेस नेतृत्व ने राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी देकर जिले का सम्मान बढ़ाया है। तलत अजीम ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व के इस निर्णय से जिले के युवाओं के अंदर ऊर्जा का संचार होगा। जिलाध्यक्ष तमजीद अहमद ने अल्पसंख्यक विभाग कौशाम्बी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अल्पसंख्यक चेयरमैन नदीम जावेद का आभार प्रकट किया है।
इस मौके पर जिला प्रभारी मिस्बहुल ऐन, शाहिद सिद्दीकी, मक़सूद कुरैशी, हेमंत, तसलीम, गुफरान, अल्तमश सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।


 ज़ैगम अब्बास


माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक का इस्तीफा

नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और प्रौद्योगिकी सलाहकार बिल गेट्स ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। माइक्रोसॉफ्ट ने उनके इस्तीफे की वजह समाजिक कार्यों के लिए अधिक समय देना बताया है। हालांकि वह कंपनी में सीईओ सत्या नडेला और अन्य अधिकारी के प्रौद्योगिकी सलाहकार के रूप में काम करना जारी रखेंगे। उनके इस्तीफे पर कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि गेट्स के साथ काम करना बहुत ही सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैनें उनके साथ वर्षों तक काम किया है और सीखा है। गेट्स ने इस कंपनी की स्थापना समाज की चुनौतियों को हल करने के लिए किया है। बता दें कि बिल गेट्स ने 1975 में पॉल एलन के साथ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की। सन् 2000 तक वह कंपनी के सीईओ के पद पर रहे।


अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...