गुरुवार, 12 मार्च 2020

बैंक घोटाले खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी का यस बैंक सहित सभी बैंक घोटालों के ख़िलाफ़ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन"


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। यस बैंक से भाजपा के अरबपति मित्रो द्वारा लोन लेने व उनके द्वारा ना चुकाने से देश के आम आदमी का अपना ही पैसा फंस गया है।जहाँ आम आदमी अपना ही पैसा अपनी जरूरत के अनुसार नही निकाल पा रहा है।
आम आदमी पार्टी प्रयागराज ने आज जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ व महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी जी के नेतृत्व में आईसीआईसीआई बैंक के सामने, सिविल लाइन में यस बैंक को डुबोने वाले भाजपा के अरबपतियो, लोन डिफाल्टर मित्रों को बेनकाब करने, पैसा वसूलने , उनका पासपोर्ट जब्त करने एवं खाताधारो का पैसा वापसी की मांग को लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।पहले पीएमसी और अब यस बैंक के खाताधारको पर लगे निकासी सीमा से सभी खाताधारको का जीवन अस्त वस्त हो गया हैं।
    अपने सैकड़ों साथियों के साथ जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे पार्टी अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद ने बताया कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्य सभा सांसद श्री संजय सिंह जी द्वारा राज्यसभा मे बैंक डिफाल्टरो पर कार्यवाही ना करने पर केंद्र सरकार से सवाल भी पूछा था और मांग भी कि थी सभी बैंक डिफाल्टरो के नाम सार्वजनिक किए जाए और उनके पासपोर्ट जब्त किए जाए,जिससे देश की जनता का पैसा बैंको मे तो सुरक्षित रहे, लेकिन सरकार द्वारा उचित कदम ना उठाने के कारण  देश का चौथा सबसे बड़ा निजी बैंक  यस बैंक मे लोगो का अपना ही पैसा डूब चुका है। प्रदर्शन के दौरान महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी ने सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरते हुए बोले कि एक एक करके बैंकों में हुए घोटालों को सरकार क्यो नहीं तुरंत जांच कराती,लेट लतीफी में सारे घोटालेबाज छूट जाते है।सरकार की बुरी नीतियों के खिलाफ नारे लगाते हुए सैकड़ों कार्यकर्त्ता ने विरोध प्रदर्शन किया।
       इसलिए बैंक के सामने प्रदर्शन करते हुए जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद व महानगर अध्यक्ष सुनील चौधरी जी अपने सभी साथियों के साथ प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह पटेल व राष्ट्रीय परिषद की सदस्य शिमला श्री त्रिपाठी की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी की तरफ से सरकार से यह मांग करती हैं कि :- 


1). देश के सभी बैंक लोन लेने वाले अरबपति डिफाल्टरो को चिंहित किया जाए।
2). बैंक डिफाल्टरो की पहचान सार्वजनिक किया जाए |
3). बैंक डिफाल्टरो का पासपोर्ट जब्त किया जाए।
4).लोन का पैसा तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
5). बैंक डिफाल्टरो को भविष्य मे किसी प्रकार का कोई लोन ना दिया जाए।
6). आम आदमी का पैसा सुरक्षित होने की गारंटी दी जाए और उनकी जरूरत अनुसार  खाते से पैसा निकालने की सुविधा दी जाए।


इस विरोध प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद,जिला महासचिव सर्वेश यादव,प्रदेश सचिव दिनेश सिंह पटेल,अंजनी मिश्रा,महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी,बिपिन पाठक,सुमन यादव,सानिया मिर्ज़ा,दीपक,साहिल साहू,जिला उपाध्यक्ष ललिता अग्रवाल,शोभा जी,पूनम जी,आकाश ज्वाला, रावेन्द्र पांडेय,मनोज तिवारी,अली,अब्बास,रघुनाथ समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।


नौएडाः आउटब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक

 कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम हेतु निगरानी के लिए जनपद स्तर पर आउट ब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक मंडलायुक्त की अध्यक्षता में डीएम कैंप ऑफिस के सभागार में संपन्न


आयुक्त मेरठ मंडल ने संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश


गौतम बुध नगर। देश में कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम तथा निगरानी के लिए जनपद स्तर पर गठित आउटब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी मेश्राम की अध्यक्षता में डीएम कैंप ऑफिस के सभागार में आहूत की गई। मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में इससे बचाव एवं रोकथाम के लिए शासन स्तर से जो मार्ग निर्देश प्राप्त हो रहे हैं सभी संबंधित अधिकारीगण उसके अनुरूप अपनी कार्ययोजना बनाकर अग्रिम कार्यवाही करें ताकि कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो कंट्रोल रूम संचालित किया जा रहा है वह पूर्ण मानकों के अनुरूप संचालित किया जाए और इस संबंध में जो कार्यवाही एवं कंट्रोल रूम पर कॉल आ रही हैं उसकी लॉग बुक तैयार की जाए। इस संबंध में आइसोलेशन वार्ड के संबंध में भी मानकों के अनुरूप अधिकारियों द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मंडलायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में जनसामान्य को विभिन्न माध्यमों से जागरूक करते हुए उनके जीवन में साफ-सफाई एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेरित किया जाए ताकि आम नागरिक अपने जीवन में सतर्कता बरतते हुए संबंधित वायरस से बचाव कर सकें। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर शासन के द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं उनका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए जिला प्रशासन एवं विकास के अधिकारियों को भी लगाकर सहयोग प्राप्त किया जाए। स्कूलों में इस संबंध में जो कार्रवाई सुनिश्चित की जानी है और साफ-सफाई के संबंध में जो व्यवस्था की जानी है उसके संबंध में भी सभी स्कूलों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इस अवसर पर जिलाधिकारी बीएन सिंह ने मंडलायुक्त को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोरोनावायरस की रोकथाम के संबंध में जो आवश्यक दिशा-निर्देश उनके द्वारा दिए गए हैं उनका जनपद में अक्षर से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए जिला प्रशासन एवं विकास के अधिकारी भी लगाए जाएंगे वहीं दूसरी ओर आई एम ए का सहयोग भी प्राप्त किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव ने इस अवसर पर मंडलायुक्त को अवगत कराया कि उनके द्वारा इस संबंध में सभी प्रकार की ट्रेनिंग पूर्ण की जा चुकी है और शासन के दिशा निर्देशों के अनुपालन में सभी प्रकार की कार्रवाई विभागीय अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित की जा रही है। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय, समस्त उपजिलाधिकारी गण, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


पूर्वजों की याद खींच लाई अपने देश

पूर्वजो की याद को पुनर्जीवित करना चाहते हैं कालका


इसी मंशा से यूरोपीय देश से कालका पहुँचे कौशांबी


125 वर्ष पूर्ब यूरोपीय देश गए पूर्वजों के ठौर ठिकाने को तलाश रहे हैं कालका


कौशांबी। अंग्रेजी हुकूमत में अंग्रेजों के चंगुल में फंसकर सीताराम यूरोप देश चले गए थे चौथी पीढ़ी के बाद उनके वंशज अपनी मातृभूमि तलाशने अपने वंशजों को याद कर उनके यश कीर्ति को पुनर्जीवित करने कौशांबी आए हुए हैं 


ब्रिटिश पीरियड में कौशांबी क्षेत्र का हिस्सा इलाहाबाद जनपद के अधीन था उन दिनों अंग्रेजी हुकूमत भारत देश में हावी थी इस देश में गरीबी का आलम यह था कि गांव की जनता को काम धंधे नहीं मिलते थे और उसे कई कई दिनों तक भूखे सो जाना पड़ता था पेट के भूखे लोग दूसरों की बेरोजगारी कर अपने वा परिवार के पेट की आग शांत करना चाहते थे इस क्षेत्र के गरीबी झेल रहे लोगों को अंग्रेजों ने सुनहरे सपने दिखाए और अंग्रेजों के सुनहरे सपने में फंसकर तत्कालीन इलाहाबाद जिले के लोधन पुरवा निवासी सीताराम अंग्रेजो के साथ यूरोपीय देश चले गए लेकिन कौशांबी से जाने के बाद उन्हें अपनी मातृभूमि से लगाव रहा और पीढ़ी दर पीढ़ी अपने वंशजों को वह अपना इतिहास और जन्मभूमि बताते रहें


 अंग्रेजों के साथ गए सीताराम ने चौथी पीढ़ी के हैट्रिक कालका को बताया कि वह लोधन के पुरवा के रहने वाले हैं और घर के सामने रेल लाइन के किनारे एक पीपल का विशाल वृक्ष है और गांव में उनके दो घर हैं उनके पिता का नाम कालका प्रसाद है और वह लोध बिरादरी के है  यह बात अपने पुत्रों प्रपौत्रों को बताई


 सीताराम ने अपने पुत्र रामप्रकाश को बताइ और रामप्रकाश ने अपने पुत्र श्याम नारायण को भारत भूमि को अपना जन्म स्थान वंशावली बताकर इस बात को आगे बढ़ाया इसी पीढ़ी में  हैट्रिक कालका ने जन्म लिया और उनके पूर्वजों ने भी उन्हें अपनी वंशावली बताते हुए वर्तमान कौशांबी के लोधन पुरवा में अपने वंशजों की दास्तान बताई पीढ़ी दर पीढ़ी बीतता गया और चौथी पीढ़ी में अपनी मातृभूमि को तलाशते यूरोपीय महाद्वीप के छोटे से देश माल्टा से पूर्वजो की जन्मभूमि लोध का पूरा पहुँचे उन्होंने बताया कि लोध के पुरवा के रहने वाले उनके पूर्वज है और उनके पूर्वजों की जन्मभूमि यही है अंग्रेजों के समय में उन्हें यहां से अंग्रेज ले गए थे गरीबी और दासता का दंश झेल रहे लोगों को सुनहरे सपने दिखाकर अंग्रेज विदेश ले गए थे पूर्वजों ने उन्हें बताया कि तमाम साथी यहां से विदेश जा रहे तो उन्हीं के साथ वह भी चले गए थे यूरोप देश से कौशांबी पहुंचे 4 पीढ़ी पूर्व विदेशों की धरती में बस चुके हैट्रिक कालका के परिवार के नसों में आज भी भारतीय रक्त प्रवाहित हो रहा है उन्हें अपनी मातृभूमि से बेहद लगाव है हैट्रिक कालका ने बताया कि अब वह कौशांबी में अपने वंशजों के ठौर ठिकाने को पुनर्जीवित करना चाहते हैं इसी उद्देश्य से वहां अधिकारियों पत्रकारों और आम जनता से मुलाकात कर रहे हैं हैट्रिक कालका का कहना है कि वह कौशांबी में एक स्वयंसेवी शिक्षण संस्थान खोलना चाहते हैं जिससे पुराने वंशजो की याद को जागृति पुनर्जीवित किया जा सके।


सुबोध केशरवानी


बर्खास्त होंगे ड्यूटी से गायब चिकित्सक

UP में बर्खास्त होंगे ड्यूटी से गायब 800 चिकित्सक, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने की घोषणा 
लखनऊ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा है कि प्रदेश में ड्यूटी से लंबे समय से गायब 800 चिकित्सक शीघ्र ही बर्खास्त होंगे। इनको हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इनकी जगह शीघ्र ही नए चिकित्सकों की तैनाती कर दी जाएगी।स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को जिला अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्वाइन करने के बाद जो चिकित्सक लौटकर अस्पताल नहीं आए उन्हें हटाने के लिए सरकार आगे बढ़ी है। चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए लोक सेवा आयोग से दो हजार डाक्टर मिले हैं। 1800 की काउंसिलिंग करा ली गई है। जल्दी ही ये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात हो जाएंगे।रेडियोलाजिस्ट के काफी पद खाली होने से अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में जिला स्वास्थ्य समिति को मानदेय के आधार पर बाहर से रेडियोलाजिस्ट तैनात करने का अधिकार दिया गया है। लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला हर रविवार को लगाया जा रहा। इसमें दवा व जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सिखाया जाएगा। यहां भी जांच की सुविधा होगी। आउटसोर्सिंग से भर्ती स्वास्थ्यकर्मियों को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत अनुभव के आधार पर समायोजित किया जा रहा है।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह बुधवार को औचक निरीक्षण करने बस्‍ती के जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने यहां व्यवस्था जांची। अस्पताल में गंदगी देखकर नाराजगी जताई और प्रमुख अधीक्षक को व्यवस्था में सुधार लाने की नसीहत दी। स्वास्थ्य मंत्री सबसे पहले ब्लडबैंक पहुंचे। उन्होंने एकत्र ब्लड की जानकारी ली। पैथालाजी में जांच की सुविधा से रुबरू हुए। एक्स-रे की जानकारी ली। अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लगा था, इस पर एसआइसी से पूछताछ की, पता चला कि रेडियोलाजिस्ट छुट्टी पर हैं। इसलिए ताला लगा है। इसके बाद मंत्री इमरजेंसी वार्ड और ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया। मरीजों से सुविधाओं की जानाकारी ली। (एनआरसी) पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चों का हाल जाना।शनिवार को भर्ती हुई रेनू का वजन, खानपान और रसोई की व्यवस्था जांची। पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) में गंदगी देखकर नाराजगी जताई। साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और आने वाले मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए प्रमुख अधीक्षक डा. ओपी सिंह को निर्देश दिए। मंत्री ने बताया कि इमरजेंसी मेडिकल अफसर की पोस्टिंग नहीं हुई है, इसे प्राथमिकता में रखते हुए पोस्टिंग कराई जाएगी। एसआइसी व प्रभारी सीएमओ डा. फखरेयार से पूरी रिपोर्ट तलब की है। बाहर प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों पर नजर रखने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। इस दौरान डा. बीके मिश्र, डा. रामजी सोनी, डा. अरुण कुमार चौधरी, अजय सिंह गौतम, अखंड सिंह आदि मौजूद रहे।स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप ङ्क्षसह ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। एहतियातन सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर सोनौली, ककरहवा, बढऩी पर कड़ी निगरानी है। अब तक 11 लाख विदेशियों की स्क्रीङ्क्षनग कराई गई है। ब्लड सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया।


डब्ल्यूएचओ ने वार्ड का निरीक्षण किया

ग़ाज़ीपुर। कोरोना वायरस को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग बेहद गंभीर है। इसके लिए जनपद में की गयी। तैयारियों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) की टीम भी बराबर नजर रख रही है। डब्ल्यूएचओ के सब रीजनल टीम लीडर आशा राघवन ने गोरा बाजार स्थित जिला अस्पताल में बने 10 बेड के कोरोना आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया।


इस दौरान टीम के द्वारा कोरोना वायरस को लेकर की गई तैयारियों की बारीकी से जानकारी ली गई और तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की गयी। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि 11 मार्च को यह टीम जिला अस्पताल पहुंची थी और कोरोना वायरस की तैयारियों को लेकर जानकारी ली और जानकारी से पूरी तरह संतुष्ट दिखे। उन्होंने बताया कि इसी संबंध में जिला अस्पताल के सभागार में 13 मार्च को वार्ड से संबंधित सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की बैठक होगी और कोरोना वायरस से संबंधित जानकारियां भी दी जाएंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी.सी. मौर्य ने बताया कि इसी को लेकर गुरुवार को शासन द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग की गयी, जिसमें जिला सर्विलांस अधिकारी, डीसीपीएम, डीपीएम, महिला और पुरुष अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मेट्रन, सिस्टर इंचार्ज, हॉस्पिटल मैनेजर, जिला क्वालिटी कंसलटेंट के साथ ही ब्लॉक के बीपीएम, बीसीपीएम और एचईओ भी शामिल हुये। उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में मिली जानकारी के आधार पर ब्लॉक से सभी लोग अपने-अपने ब्लॉक पर आशा, एएनएम एवं अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण देंगे।
इस दौरान सीएमएस डॉ. निसार, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. तनवीर, डब्ल्यूएचओ के विजय प्रकाश, पूर्व सीएमएस डॉ. डी.के. चौधरी आदि उपस्थित रहे।


ईरान में फंसे छात्रों से संपर्क करें सरकार

नई दिल्ली। ईरान में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। इन छात्रों ने वतन वापस आने के लिए मदद की गुहार लगाई है। दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि इन छात्रों से संपर्क किया जाए।
सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार की तरफ से बताया गया कि केंद्र ने बहुत सारी सावधानियां बरती हैं, वहां फंसे भारतीयों का स्वाइप मंगवाया गया है। ईरान से 58 भारतीयों को भारत लाया जा चुका है। बता दें कि तेहरान सहित पूरे ईरान में तकरीबन 3 हजार श्रद्धालु और भारतीय छात्र फंसे हुए हैं।


इस पर जज ने पूछा कि क्या सरकार को जानकारी है कि छात्र कहां हैं? क्या भारतीय एंबेसी वहां काम कर रही है? जवाब में केंद्र ने कहा कि एंबेसी पूरी तरह काम कर रही है।एंबेसी वहां लोगों के संपर्क में है। ट्विटर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, याचिकाकर्ता ने कोर्ट के बताया कि परिजनों का कहना है कि वो ईमेल के जरिए छात्रों के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि वहां भारतीय एंबेसी ठीक से रिस्पॉन्ड नहीं कर रही है।
केंद्र ने कहा कि 26 फरवरी से ही ईरान सरकार ने एयरलाइंस बंद कर दी थी, सिर्फ एक एयरलाइंस ही चल रही है। इंडियन एयरफोर्स के एक विमान को परमिशन दी गई थी, जिसमें 58 भारतीयों को वापस लाया गया। इसमें महिला, बच्चे और पुरुष शामिल हैं। केंद्र ने ये भी बताया कि डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस को भी फॉलो करना है। उन लोगों को वापस लाने से पहले पता भी करना है कि वो संक्रमित हैं या नहीं। जज ने पूछा- आपने इन 58 लोगों की पहचान कैसे की? याचिकाकर्ता ने अपने पास मौजूद छात्रों की जानकारी और लोकेशन सरकार को उपलब्ध करवाई। इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि छात्रों के पास फ्लाइट के टिकट थे, लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई। जज ने कहा कि सरकार को तय करना चाहिए कि इस तरह की स्थिति में कैसे काम करना है। केंद्र की तरफ से मामले में सुनवाई सोमवार को करने के लिए कहा गया, लेकिन याचिकाकर्ता ने मंगलवार को सुनवाई का आग्रह किया।


अमेरिकी-ब्रिटिश सैनिको पर रॉकेट हमला

बगदाद। इराक में हुए रॉकेट हमले में अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिकों के मारे जाने की खबर है। इराक के मिलिट्री बेस पर रॉकेट से हमला किया गया। इस हमले में 2 अमेरिकी सैनिकों और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। अमेरिका के मुताबिक बगदाद के उत्तर में ताजिया बेस पर रॉकेट दागे गए।


कॉगिंस ने ट्वीट किया कि 11 मार्च को शाम 7:35 बजे (इराक टाइम) गठबंधन (ऑपरेशन इनहेरेंट रिज़ॉल्यूशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन) 15 से अधिक छोटे रॉकेटों की पुष्टि करता है, जिसने इराक के कैंप ताजजी की गठबंधन सेना की मेजबानी को प्रभावित किया।
एक अमेरिकी सैनिक, एक ब्रिटिश सैनिक और एक अमेरिकी ठेकेदार को बुधवार को मार दिया गया, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इराकी सैन्य बेस पर सबसे घातक रॉकेट हमले में विदेशी सैनिकों की मौत हो गई। एक युद्ध निगरानी ने कहा कि हमले से खतरनाक हमले की आशंका है, अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के हवाई हमलों ने पड़ोसी सीरिया में ईरान-गठबंधन वाले इराकी लड़ाकों को तुरंत निशाना बनाया।
बुधवार शाम को 18 रॉकेटों के एक वॉली बगदाद के उत्तर में ताजिया एयर बेस पर हमला किया गया, जो अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन से स्थानीय बलों के युद्ध जिहादियों की मदद करने वाले सैनिकों की मेजबानी करता है। गठबंधन के एक बयान में कहा गया है कि इसके तीन कर्मी मारे गए और अन्य 12 घायल हो गए, लेकिन इसने राष्ट्रीयता प्रदान नहीं की। हालांकि, एक अमेरिकी अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मृतकों में दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश नागरिक शामिल हैं। इराकी सेना ने कहा कि रॉकेटों को एक ट्रक के पीछे से निकाल दिया गया था, लेकिन इसने किसी भी हताहत की टिप्पणी नहीं की।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने टेलीफोन कॉल में हमले की निंदा की।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...