गुरुवार, 12 मार्च 2020

दो शेरों पर एक कुत्ता भारी पड़ा

नीलमणि पाल


भुवनेश्वर। शेर को जंगल का सबसे खतरनाक जानवर माना जाता है। उसका हर हमला खाली नहीं जाता है। लेकिन इस बार दो शेर एक कुत्ते से डर गए। वो पीछा छुड़ाने के लिए भागने लगे। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसको देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इस वीडियो को इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के ऑफिसर सुशांत नंदा ने शेयर किया है।


जंगल में दो शेर आराम कर रहे थे, तभी उनको एक कुत्ते दिखा तो हमला करने के लिए खड़े हो गए। उतने में कुत्ता भौंकते हुए उनके पास आया है और उचक-उचककर शेर को डराने की कोशिश करने लगा। उसने शेर पर हवा में उड़ते हुए अटैक करने की कोशिश भी की। लेकिन वो ऐसा नहीं कर सका। 18 सेकंड का ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है।  सुशांत नंदा ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ”आत्मविश्वास एक सुपर पावर है. एक बार जब आप खुद पर विश्वास करने लगते हैं, तो जादू होने लगता है।


लखनऊ में वायरस का पहला मामला

कोरोना से दुनियाभर में अब तक 4623 मौतें, कुल 125,841 लोग संक्रमित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके अलावा बिहार में कोरोना वायरस के पांच और संदिग्धों का पता चला। इनमें दो पटना जबकि बाकी तीन फारबिसगंज, औरंगाबाद और समस्तीपुर के रहने वाले हैं। आपको बता देें कि देश भर में कोरोना के 74 पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं। फारबिसगंज का संदिग्ध मलेशिया टूर से तीन दिन पहले लौटा है। उसे अनुमंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इधर, पटना में पीएमसीएच की इमरजेंसी में भी कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया। इनमें एक औरंगाबाद तथा दूसरा समस्तीपुर का है। वहीं, एनएमसीएच में बुधवार को दो और संदिग्धों को भर्ती किया गया। दोनों पटना के ही रहने वाले हैं। इसमें 30 वर्षीय महिला राजस्थान जबकि 24 वर्षीय युवक दिल्ली से लौटा है।


8 मार्च को कनाडा से लखनऊ आई थी महिला डॉक्टर..कनाडा के टोरंटो शहर निवासी महिला डॉक्टर अपने पति के साथ 8 मार्च को लखनऊ के गोमती नगर में रिश्तेदारों से मिलने आई थी। बुधवार को महिला को बुखार महसूस हुआ और गले में खराश हुई। इसके साथ-साथ सर्दी-जुकाम भी शुरू हो गया। परिवारीजनों में कोरोना की आशंका हुई। वो अपने पति के साथ केजीएमयू पहुंची। यहां डॉक्टर डी. हिमांशु की निगरानी में  महिला डॉक्टर को भर्ती किया गया। वहीं दुनियाभर में कोरोना के कहर से हुई तबाही में अब तक 4623 मौतें हुई और कुल 125,841 लोग संक्रमित है ।


लार से हुई जांच..लार का नमूना जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया गया। देर रात जांच रिपोर्ट आई जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि मरीज से संबंधित पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। डॉक्टर डी. हिमांशु ने बताया कि पति की जांच कराई गई लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। फिलहाल मरीज व उनके पति को अलग-अलग कमरे में भर्ती रखा गया है।


मुंबई से होते हुए लखनऊ आई थी.. पूछताछ में महिला डॉक्टर ने बताया कि कि वह मुंबई होते हुए लखनऊ आई हैं इस दौरान वह कितने लोगों के संपर्क में आई हैं इसकी पूरी जानकारी उन्होंने टीम को दे दी है। अब टीम इस रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों से साझा करेगी ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।


जमीयत उलेमा करेगा,1 करोड़ की मदद

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा पीड़ितों के मकानों को आबाद करने के लिए जमीयत उलेमा ए हिंद ने पहल करते हुए पीड़ितों के मकानों की मरम्मत पर एक करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय किया है। इस संबंध में जमीयत उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि शिव विहार में सबसे प्रभावित इलाके में दंगे में तबाह हुए मकानों, दुकानों और मस्जिदों का निर्माण का कार्य किया जाएगा।


शिव विहार में जमीयत ने रिलीफ कमेटी का कार्यालय स्थापित किया है और वहां जमीयत के कार्यकर्ता और सहारनपुर तथा शामली जमीयत यूथ क्लब के नौजवान लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। दूसरी ओर शिव विहार में जमीयत लीगल सेल के वकील लगातार लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। दिन भर दंगा प्रभावित जमीयत के दफ्तर में अपने मामलों को लेकर आते हैं और न्याय दिलाने की मांग करते हैं।


जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रयासों से पिछले जुमे को, दंगों के पश्चात पहली बार नमाज़ ए जुमा का प्रबंध किया गया। इसके बाद लोगों में विश्वास बहाल होता नज़र आया। अब लोग अपने घरों को वापस आ रहे हैं। लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या सिर छुपाने की है। उनका मकान और सभी वस्तुओं को दंगाइयों ने जला दिया है। इसलिए यह आवश्यक है कि तुरंत मकानों का निर्माण किया जाए।


इसके अतिरिक्त जमीयत उलेमा ए हिंद ने अपने तौर पर लोगों के जान व माल की हानि का सर्वे भी किया है। पिछले कुछ दिनों से लोगों के घरों की भी सफाई सुथराई की जा रही है। जले हुए मलबे हटाए जा रहे हैं। शिव विहार में दंगे के कष्टदाई समय से लेकर अब तक शिविर स्थापित किए हुए मौलाना हकीमुद्दीन कासमी सचिव जमीयत उलेमा ए हिंद ने बताया कि हमने निर्माण के लिए यहां एक स्थानीय कमेटी भी गठित की है।


खराब अर्थव्यवस्था पर वक्तव्य दे पीएम

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि शेयर बाजार में निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपए डूब गये हैं, रुपया रिकार्ड निचले स्तर पर आ गया हैं और अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मोदी और सीतारमण इस बारे में मौन साधे हैं। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार आज 2700 अंक गिर गया और निवेशकों का 11 लाख करोड़ रुपया डूब गया। आजादी के बाद देश के निवेशकों के लिए यह सबसे काला दिन है। शेयर बाजार में इस गिरावट का सीधा नुकसान उन छोटे छोटे निवेशकों को होगा जिनका पैसा बाजार में लगा है। दो दिन पहले बाजार 2400 अंक गिरा और तब निवेशकों का बाजार में सात लाख करोड़ रुपए डूबा था। प्रवक्ता ने कहा कि रुपया आज सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। डालर के मुकाबले रुपये में यह रिकार्ड गिरावट है।


सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक में 44 करोड 51 लाख खाता धारकों के बचत बैंक खाते पर ब्याज 3.5 फीसदी से घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया है। इससे आम खाता धारकों को 2700 करोड़ रुपए सालाना का नुकसान होगा। उनका आरोप था कि इस पैसे से एसबीआई को येस बैंक को खरीदना है। येस बैंक से श्री मोदी के करीबी लोगों को ऋण दिया गया जो डूब गया है। उसकी भरपाई जनता के पैसे से करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार नहीं घटा रही है जबकि कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 32 डालर से 35 डलर प्रति बैरल है। उन्होंने कहा कि नवंबर 2004 में कच्चे तेल की कीमत 35 डालर प्रति बैरल थी तो उस समय देश में पेट्रोल का दाम 35.85 पैसा प्रति लीटर था लेकिन आज पेट्रोल 70.79 प्रति लीटर है। आम उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा हैं। इसी तरह से 2004 में डीजल 26.28 पैसा था जो आज 65 रुपए हो गया है। यानी सरकार 38.79 अपनी जेब में डाल रही हैं।


शामली पुलिस लाइन में फूलो की होली

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। पुलिस लाईन शामली में होली पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें जिला न्यायाधीश शामली, जिलाधिकारी शामली, पुलिस अधीक्षक शामली, मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामली, समस्त उपजिलाधिकारीगण, क्षेत्राधिकारीगण शामली व सभी थानों के थानाध्यक्ष मय पुलिस स्टाफ के साथ सम्मिलित हुए । पुलिस लाईन में होली पर्व का रंगारंग कार्यक्रम गुलाल व फूल के माध्यम से मनाया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारीयों को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी ।


जनगणना ड्यूटी नहीं तो 3 साल जेल

लखनऊ। उत्तरप्रदेश में लखनऊ नगर निगम ने जनगणना डयूटी को लेकर कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। जनगणना ड्यूटी न करने पर अब कोई बहाना नहीं चलेगा। न कोई ना नुकुर कर पाएगा। नगर निगम ने नोटिस जारी कर ये चेतावनी दी कि अगर जनगणना ड्यूटी न किया तो तीन साल की जेल होना तय है। बारह मार्च को दोपहर तीन बजे तक कर्मचारियों की सूची भेजने का अंतिम समय रखा गया है। इसके बाद ऐक्शन लिया जा सकता है।


जनगणना की ड्यूटी करने से सरकारी विभाग पीछे हट रहे हैं। नगर निगम में अधिकांश विभागों ने यह सूचना भेज दी है कि जनगणना ड्यूटी में कर्मचारियों की तैनाती करना असंभव है। हर विभाग ने कई तर्क गिनाए हैं। इसमें कर्मचारियों की कमी अहम बताया जा रहा है। अब नगर निगम ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी की है। बारह मार्च तक कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित न करने पर नगर निगम विधिक कार्यवाही करेगा।


अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव ने बताया कि जनगणना 2021 का प्रथम चरण में मकान सूचीकरण, मकान गणना व एनपीआर किया जाना है। इसकी अधिसूचना दिनांक 19 नवंबर 2019 को जारी हो चुकी है। जनगणना का कार्य 16 मई से 30 जून के बीच होना है। नगर निगम को नोडल विभाग बनाया गया है लेकिन कई विभाग कई बहाने गिनाते हुए जनगणना कार्य के लिए कर्मचारियों की सूची नहीं भेज रहे हैं तो कुछ विभाग जनगणना ड्यूटी से अलग रखने का पत्र भेज रहे हैं।


सुप्रीम कोर्ट ने दिया योगी को झटका

नई दिल्ली। पोस्टर विवाद पर आज उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई की। याचिका में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी गई थी। बहस के बाद अदालत ने मामले को विस्तृत सुनवाई के लिए तीन जजों की पीठ के पास भेज दिया है। हालांकि उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई है। अदालत में योगी सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि जो लोग खुलेआम बंदूक लहरा रहे हैं उनकी कैसे निजता हो सकती है।


अदालत में सुनवाई के दौरान दी गई यह दलीलें
– मामले की विस्तृत सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय ने इसे तीन जजों की पीठ को भेज दिया है।
– एक अन्य आरोपी की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील ने कहा कि यूपी सरकार के पास इस तरह की होर्डिंग लगाने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। यह राज्य सरकार का एक प्रतिशोधात्मक दृष्टिकोण है।
– आरोपी मोहम्मद शोएब का पक्ष रख रहे वर्षिठ वकील कोलिन गोंजाल्विस ने बहस शुरू करते हुए कहा कि शोएब अपने आपको बहुत पीड़ित महसूस कर रहे हैं। उन्हें डर है कि कोई उनके घर आकर उनकी हत्या कर देगा।
– अभिषेक मनु सिंघवी, बाल यौन शोषण और हत्यारों के मामलों का उदाहरण देते हुए कहा- हमारे देश में ऐसी नीति कबसे लागू हो गई कि हम लोगों के नाम सार्वजनिक करके उनकी मानहानि कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो सड़क पर चल रहे उस शख्स की भीड़ हत्या कर सकती है।
– पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी की तरफ से अदालत में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पक्ष रख रहे हैं। उन्होंने कहा, यह 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो आईजी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
– शीर्ष अदालत ने पाया कि यूपी सरकार ने होर्डिंग्स पर कथित आगजनी करने वालों का ब्योरा देने के लिए यह (कठोर) कदम उठाया था। अदालत ने कहा कि वह राज्य की बैचेनी को समझ सकता है लेकिन फैसले को वापस लेने के लिए उसके पास कोई कानून नहीं है।
– तुषार मेहता ने कहा कि एक शख्स जो प्रदर्शन के दौरान बंदूक चलाता है और कथित तौर पर हिंसा में शामिल है। वह निजता के अधिकार का दावा नहीं कर सकता।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत में कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आदेश पारित करते हुए गलती हुई है।
– न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने तुषार मेहता से पूछा कि वह अधिकार कहां है? जिसके तहत यूपी सरकार ने लखनऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ कथित आगजनी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की।
– उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि फिलहाल ऐसा कोई कानून नहीं है जो आपकी इस कार्रवाई का समर्थन करता हो।
– न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि क्या उसके पास ऐसे पोस्टर लगाने का अधिकार है।
– उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण मामला है।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि निजता के अधिकार के कई आयाम हैं।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...