रविवार, 23 फ़रवरी 2020

तीन छात्रा, एक छात्र पर एसिड अटैक

हमीरपुर। जिले के टौणी तहसील में आने वाले सीनियर सेकेंडरी स्कूल उटपुर में शनिवार को एक स्टूडेंट ने वार्षिक परीक्षा के प्रैक्टिकल करने के दौरान दसवीं क्लास की 3 छात्राओं और नौवीं क्लास के छात्र पर एसिड से हमला कर दिया। चारों के चेहरे झुलस गए हैं। चारों को अस्पताल ले जाया गया। चारों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। एक छात्रा की आंखों के पास निशान पड़ गए है।


घटना पर एसपी हमीरपुर अर्जित सेन का कहना है- सोशल मीडिया के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली है। अगर स्कूल की ओर से लिखित शिकायत मिलेगी तो छानबीन करके उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं स्कूल के प्रिंसिपल सुनील कुमार शर्मा मामले को लेकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।


सलमान को मारने के लिए ली थी सुपारी

मेरठ। एनकाउंटर में गिरफ्तार शक्ति नायडू गैंग के शूटर रवि भूरा ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया है कि उसने अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के दफ्तर से 8 करोड़ रुपए लूटे थे। साथ ही राजस्थान के गैंगस्टर संपत नेहरा के साथ मिलकर सलमान खान को मारने के लिए 30 लाख की सुपारी भी ली थी। 5 जनवरी 2018 को जोधपुर कोर्ट में पेशी के दौरान गैंगस्टर लारेंस विश्नोई ने सलमान को मारने की धमकी दी थी। मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि उसके दावाें की जांच की जा रही है।


एडीजी कुमार ने बताया कि बीते मंगलवार को कंकरखेड़ा में डेढ़ लाख के इनामी बदमाश शिव शक्ति नायडू को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। लेकिन उसका साथी रवि मलिक उर्फ भूरा भाग निकला था। रवि मुजफ्फरनगर के रायशी का रहने वाला है। लेकिन वह दिल्ली के जीवन पार्क कॉलोनी में रहता था। शुक्रवार को सूचना मिली कि रवि पुष्प विहार में मौजूद है। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह रेलवे रोड की तरफ भगने लगा। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में रवि के पैर में गोली लगी। वहीं, मौका पाकर उसका साथी पिंटू बंगाली और नितिन सैदपुरिया और एक अन्य बदमाश फरार हो गया।


यूपी में जहरीली गैस ने ली तीन की जान

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले के नवाबगंज क्षेत्र में शनिवार को कुएं में उतरे तीन लोगों की जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत हो गयी। अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) शिवजी शुक्ल ने बताया कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के नटोही बरछलिया गांव में सचिन (18) नामक एक लड़का ट्यूबवेल में लगा पंखा ठीक करने के लिये कुएं में उतरा था। तभी जहरीली गैस के संपर्क में आने से वह बेहोश हो गया।
उन्होंने बताया कि सचिन को बचाने के लिये दिलीप (28) और छोटेलाल (52) कुएं में उतरे मगर वे भी बेहोश हो गये। स्थानीय लोगों ने तीनों को बमुश्किल बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने दिलीप और छोटेलाल को मृत घोषित कर दिया।


विश्व स्तरीय नई प्रौद्योगिकी विकसित करेंगे

इंग्लैंड। भारतीय रेल ने राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान में बरमिंघम विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त अनुसंधान तथा शिक्षण कार्यक्रम लॉन्च करने की घोषणा कीरेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव तथा बरमिंघम विश्वविद्यालय के चांसलर लॉर्ड करन बिलिमोरिया ने राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान (एनआरटीआई) द्वारा अकादमिक वर्ष 2020-21 में रेलवे प्रणाली इंजीनियरिंग तथा एकीकरण विषय में संयुक्त मास्टर्स कार्यक्रम लॉन्च करने की घोषणा की। इस अवसर पर श्री राजेश तिवारी, सदस्य ट्रैकशन तथा रेलवे बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी बरमिंघम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर सर डेविड ईस्टवूड तथा विश्वविद्यालय फैकल्टी के सदस्यों के साथ उपस्थित थे।रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव ने कहा कि परिवहन के सभी पहलुओं को देखने के लिए रेलवे विश्वविद्यालय विकसित करने का सपना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का था। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे द्वारा अनेक परिवर्तनकारी कार्य किए गए हैं। क्षमता वृद्धि तथा रेलवे के आधुनिकीकरण पर फोकस किया जा रहा है। भारतीय रेल बरमिंघम विश्वविद्यालय के साथ दीर्घकालिक संबंध को लेकर आशान्वित है।वाइस चांसलर सर डेविड ईस्टवूड ने कहा कि बरमिंघम विश्वविद्यालय को भारतीय रेलवे के साथ काम करने में प्रसन्नता है। बरमिंघम विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता कार्यक्रमों को प्रदान करने में सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड रखता है। उन्होंने भारतीय रेलवे के साथ काम करने का अवसर पाने के लिए आभार व्यक्त किया।


यह कार्यक्रम एम.एससी. की दोहरी डिग्री प्रदान करेगा। एनआरटीआई के विद्यार्थी प्रत्येक संस्थान में एक वर्ष के अध्ययन के बाद दोनों संस्थानों से दो स्नातकोत्तर डिग्रियां प्राप्त करेंगे। यह कार्यक्रम पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट (पीजी सर्ट) के रूप में ऑनलाइन प्रदान किए जाने वाले कार्यक्रम के कुछ मॉड्यूलों में लचीलापन और एनआरटीआई में बरमिंघम विश्वविद्यालय की फैकल्टी द्वारा स्नातक शिक्षण के लिए समर्थन प्रदान करता है। यह कार्यक्रम एनआरटीआई विद्यार्थियों को बरमिंघम सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च एंड एजुकेशन (बीसीआरआरई) में रेलवे प्रणालियों की विश्वस्तरीय विशेषज्ञता तथा सुविधाओं से सम्पर्क प्रदान करके एनआरटीआई विद्यार्थियों को लाभ प्रदान करेगा।यह पहल अगली पीढ़ी की परिवहन प्रणालियों के लिए उत्कृष्टता केन्द्र के अंतर्गत की गई है। यह केन्द्र राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान और बरमिंघम विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन द्वारा 18 दिसंबर, 2019 को स्थापित किया गया।  इससे पहले दिन में बरमिंघम विश्वविद्यालय की फैकल्टी ने ईटीसीएस लेवल 2 सिगनलिंग पर कार्यशाला का संचालन किया। इसमें रेलवे बोर्ड, उत्तरी रेलवे, रेलटेल तथा अन्य क्षेत्रीय रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो लिंक से शामिल हुए। उत्तर-मध्य रेलवे के झांसी बीना सेक्शन पर ईटीसीएस लेवल 2 के साथ लाइन क्षमता सुधार के विश्लेषण पर अनुसंधान परियोजना में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। समझौता ज्ञापन के अंतर्गत यह पहली औपचारिक परियोजना होगी, जो उत्तर-मध्य रेलवे के झांसी बीना सेक्शन की संयुक्त सिगनलिंग और परिचालन आधारित सिमुलेशन बरमिंघम रेलवे सिमुलेशन स्वीट के उपयोग से विकसित करेगी।


      राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान के बारे में


      राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान की स्थापना डीम्ड (मानित) विश्वविद्यालय के रूप में की गई है और यह 2018 से संचालन में है। एनआरटीआई का उद्देश्य विभिन्न विषयों में स्कूल तथा विभागों के अतिरिक्त अंतरविषयी उत्कृष्टता केन्द्र विकसित करना है जो परिवहन क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए सहयोगी रूप में कार्य करेंगे। एनआरटीआई की रणनीति का फोकस अग्रणी वैश्विक संस्थानों से पाठ्यक्रम विकास, अनुसंधान परियोजनाएं तथा एक्यूजीटिव शिक्षा कार्यक्रमों पर सहयोग के लिए संस्थागत साझेदारी के माध्यम से पूरे विश्व से श्रेष्ठ विशेषज्ञों को मंगाने पर है। संस्थान के बारे में विस्तृत विवरण www.nrti.edu.in पर उपलब्ध है।


      बरमिंघम विश्वविद्यालय के बारे में


      बरमिंघम विश्वविद्यालय वैश्विक रेल उद्योग को विश्वस्तरीय अनुसंधान, शिक्षा तथा नेतृत्व प्रदान करने के लिए 150 शिक्षाविदों, अनुसंधानकर्ताओं तथा प्रोफेशनल सेवा स्टॉफ के साथ बरमिंघम सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च एंड एजुकेशन (बीसीआरआरई) का घर है। बीसीआरआरई यूरोप में रेलवे अनुसंधान और शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय आधारित सबसे बड़ा केन्द्र है। यह केन्द्र जलवायु परिवर्तन, एयरोडायनामिक्स तथा अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ मानक, विद्युत प्रणालियों तथा ऊर्जा उपयोग, रेलवे नियंत्रण और परिचालन सिमुलेशन में उच्च शिक्षा कार्यक्रम, अनुसंधान और नवाचार के साथ विश्वस्तरीय नई प्रौद्योगिकी विकसित कर रहा है।



'सत्य स्वरूप शिव' (अध्यात्म)

राम का व्यक्तित्व मर्यादित है, कृष्ण का उन्मुक्त और शिव असीमित व्यक्तित्व के स्वामी, वो आदि हैं और अंत भी। शायद इसीलिए बाकी सब देव हैं और केवल शिव महादेव। वो उत्सव प्रिय हैं, शोक, अवसाद और अभाव में भी उत्सव मनाने की उनके पास कला है। वो उस समाज में भरोसा करते हैं जो नाच-गा सकता हो, यह शैव परंपरा है। अतएव यह कहना उचित होगा कि उदास परंपरा बीमार समाज बनाती है। शिव का नृत्य श्मशान में भी होता है, श्मशान में उत्सव मनानेवाले वो अकेले देवता है और लोक गायन में भी वो उत्सव मनाते दिखते हैं।
खेले मसाने में होरी दिगंबर  खेले मसाने में होरी।
भूत, पिशाच, बटोरी दिगंबर खेले मसाने में होरी।।
शिव विलक्षण समन्वयक हैं:- विपरीत ध्रुवों और विषम परिस्थितियों से अद्भुत सामंजस्य बिठाने वाला उनसे बड़ा कोई दूसरा भगवान नहीं है। मसलन वो अर्धनारीश्वर होकर भी काम पर विजेता हैं। गृहस्थ होकर भी परम विरक्त हैं, नीलकंठ होकर भी विष से अलिप्त हैं। उग्र होते हैं तो तांडव, नहीं तो सौम्यता से भरे भोला भंडारी। परम क्रोधी पर दयासिंधु भी शिव ही हैं। विषधर नाग और शीतल चंद्रमा दोनों उनके आभूषण हैं, उनके पास चंद्रमा का अमृत है और सागर का विष भी। सांप, सिंह, मोर, बैल, सब आपस का बैर-भाव भुला समभाव से उनके सामने है। वो समाजवादी व्यवस्था के पोषक, वो सिर्फ संहारक नहीं कल्याणकारी, मंगलकर्ता भी हैं।
शिव गुट निरपेक्ष हैं:- सुर और असुर दोनों का उनमें विश्वास है, राम और रावण दोनों उनके उपासक हैं। दोनों गुटों पर उनकी समान कृपा है, आपस में युद्ध से पहले दोनों पक्ष उन्हीं को पूजते हैं। लोक कल्याण के लिए वो हलाहल पीते हैं, वो डमरू बजाएं तो प्रलय होता है। प्रलयंकारी इसी डमरू से संस्कृत व्याकरण के चौदह सूत्र भी निकलते हैं। इन्हीं माहेश्वर सूत्रों से दुनिया की कई दूसरी भाषाओं का जन्म हुआ। आज पर्यावरण बचाने की चिंता विश्वव्यापी है, शिव पहले पर्यावरण प्रेमी हैं, पशुपति हैं, निरीह पशुओं के रक्षक हैं। आर्य जब जंगल काट बस्तियां बसा रहे थे, खेती के लिए जमीन तैयार कर रहे थे, गाय को दूध के लिए प्रयोग में ला रहे थे पर बछड़े का मांस खा रहे थे। तब शिव ने बूढ़े बैल नंदी को वाहन बनाया, सांड़ को अभयदान दिया और जंगल कटने से बेदखल सांपों को आश्रय दिया।
वो साकार हैं, निराकार भी:- कोई उपेक्षितों को गले नहीं लगाता, महादेव ने उन्हें गले लगाया। श्मशान, मरघट में कोई नहीं रुकता, शिव ने वहां अपना ठिकाना बनाया। जिस कैलास पर ठहरना कठिन है, जहां कोई वनस्पति नहीं, प्राणवायु नहीं, वहां उन्होंने धूनी लगाई। दूसरे सारे भगवान अपने शरीर के जतन के लिए न जाने क्या-क्या द्रव्य लगाते हैं लेकिन शिव केवल भभूत का इस्तेमाल करते हैं। उनमें रत्ती भर लोक दिखावा नहीं है, क्योंकि शिव उसी रूप में अपने विवाह के लिए भी जाते हैं जिसमें वे हमेशा रहते हैं।
शिव न्यायप्रिय हैं:- वो सदैव मर्यादा तोड़ने पर दंड देते हैं, काम बेकाबू हुआ तो उन्होंने उसे भस्म किया। अगर किसी ने अति की तो उनके पास तीसरी आंख भी है, दरअसल तीसरी आंख सिर्फ ‘मिथ’ नहीं है, आधुनिक शरीर शास्त्र भी मानता है कि हमारी आंख की दोनों भृकुटियों के बीच एक ग्रंथि है और वो शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा है व रहस्यपूर्ण भी। इसे ‘पीनियल ग्रंथि’ कहते हैं, यह हमेशा सक्रिय नहीं रहती पर इसमें संवेदना ग्रहण करने की अद्भुत ताकत है। इसे ही शिव का तीसरा नेत्र कहते हैं, उसके खुलने से प्रलय होगा, ऐसी अनंत काल से मान्यता है।
वो काल से परे महाकाल हैं:- शिव का व्यक्तित्व विशाल है, सर्वव्यापी हैं, सर्वग्राही हैं। सिर्फ भक्तों के नहीं, देवताओं के भी संकटमोचक हैं। शिव का पक्ष सत्य का पक्ष है, उनके निर्णय लोकमंगल के हित में होते हैं। जीवन के परम रहस्य को जानने के लिए शिव के इन रूपों को समझना जरूरी होगा, क्योंकि शिव उस आम आदमी की पहुंच में हैं जिसके पास मात्र एक लोटा जल है।


सीएए-एनपीआर का समर्थन कर फंसे उद्धव

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की। जिसके बाद उन्होंने साफ कर दिया कि वह सीएए और एनपीआर का समर्थन करेंगे। उनके इस फैसले ने उनकी नई सहयोगी पार्टियों को चौंका दिया है और उन्होंने उन्हें अपने फैसले पर दोबारा विचार करने की सलाह दी है क्योंकि राज्य में तीन पार्टियों का गठबंधन है। जहां ठाकरे के इस फैसले ने महा विकास अघाड़ी में खींचतान बढ़ाने का काम किया है। वहीं कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) उनपर अपने फैसले पर दोबारा विचार करने का दबाव बना रही हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि ठाकरे को सीएए और एनपीआर पर ज्यादा जानकारी दी जानी चाहिए। शरद पवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने ठाकरे से इस विषय पर बातचीत की।


इसी बीच राज्य कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट का कहना है कि वह रविवार को मुख्यमंत्री से मिलेंगे ताकि यह जानने की कोशिश की जा सके कि उन्होंने सीएए-एनपीआर पर फैसला क्यों लिया। कांग्रेस और एनसीपी दोनों ने यह साफ कर दिया है कि वह राज्य में एनपीआर लागू नहीं होने देंगे और ठाकरे के बयान से गठबंधन में चल रही अनबन को बल मिला है। तिवारी ने ट्वीट कर कहा 'ठाकरे को यह जानने की जरुरत है कि कैसे एनपीआर एनआरसी का आधार था। यदि एक बार आप एनपीआर लागू करते हैं तो आप एनआरसी को नहीं रोक पाएंगे।' सीएए को लेकर तिवारी ने उद्धव से कहा कि उन्हें यह बताए जाने की जरूरत है कि भारतीय संविधान के तहत धर्म नागरिकता का आधार नहीं हो सकता। दोनों पवार के सा़थ हुई उद्धव की बैठक में एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह सुझाव मिला है कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों को मिलकर सीएए और एनपीआर पर अध्ययन करना चाहिए। अजित पवार ने कहा, 'हमारी मुख्यमंत्री के साथ अच्छी बैठक हुई। सीएए और एनपीआर के अलावा हमने उन मुद्दों पर चर्चा की जो राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सामने आएंगे।'


गर्ल्स पीजी में शॉर्ट सर्किट, तीन की मौत

नई दिल्ली। लैपटॉप को चार्ज करते समय शॉर्ट सर्किट से शनिवार शाम करीब चार बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-32डी के एक गर्ल्स पीजी में आग लग गई। अवैध रूप से संचालित इस पीजी में कुल 30 कमरे बने हुए हैं। आग एक कमरे में लगी और तेजी से फैल गई। धुएं से पीजी में मौजूद छात्राओं का दम घुटने लगा। हादसे के समय करीब 25 छात्राएं पीजी में मौजूद थीं। शोर मचते ही इनमें से 20 निकलने में कामयाब हो गईं, जबकि पांच छात्राएं धुएं और आग में फंस गईं।


दम घुटने और झुलसने से इनमें से तीन की मौत हो गई जबकि दो छात्राओं ने बिल्डिंग की पहली मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि पीजी की पहली मंजिल जलकर पूरी तरह राख हो गई। सूचना पर पहुंचीं दमकल की पांच गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर करीब दो घंटे बाद काबू पाया। हादसे में हिसार के लक्ष्मी नगर निवासी मुस्कान (21) की झुलसने जबकि कोटकपूरा (पंजाब) के सत्य बाजार निवासी पाक्षी ग्रोवर (20) और कपूरथला (पंजाब) निवासी रिया अरोड़ा (19) की धुएं में दम घुटने से मौत हो गई। गनीमत रही कि हादसे के वक्त पीजी में ज्यादा लड़कियां नहीं थीं, अगर हादसा रात में या सुबह में होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। सेक्टर-34 थाना पुलिस ने कोठी मालिक गौरव अनेजा और पीजी संचालक नीतेश बंसल व नीतेश पोपली के खिलाफ मामला दर्जकर नीतेश बंसल को गिरफ्तार कर लिया है।


दो बार पहले भी पीजी में लगी थी आग,  केस भी हो चुका है दर्ज


सेक्टर-32डी के इस अवैध पीजी में पिछले एक साल में आग की यह तीसरी घटना है। इससे पहले आग पीजी स्थित एक रूम में एसी और मेन तार केबल में लग चुकी है जबकि यह आग पहली मंजिल में रहने वाली एक छात्र के कमरे में लगी। बताया गया कि कालेज से लौटने के बाद आयुष्का नामक छात्रा ने अपने कमरे में लैपटॉप को चार्ज पर लगाकर पीजी के बाहर आ गई। इस दौरान चार्जर में शार्ट सर्किट हो गया। इस कारण आग लगी और आग ने विकराल रूप ले लिया। वहीं पुलिस के अनुसार, बीते 30 नवंबर को सेक्टर-34 थाना पुलिस ने नियमों के उलंघ्घन करने पर पीजी संचालक नीतेश बंसल के खिलाफ आईपीसी 188 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद नीतेश ने कोर्ट में इसका जुर्माना भरा। बावजूद इसके पीजी संचालक नहीं सुधरे और फिर से बिना अनुमति के छात्राओं को किराए पर कमरा दिया।


हादसे की जांच के आदेश, एडवाइजर ने डीसी की अध्यक्षता में बनाई कमेटी


सेक्टर-32डी के गर्ल्स पीजी में आग लगने की घटना ने चंडीगढ़ प्रशासन की ‘स्मार्टनेस’ की पोल खोलकर रख दी है। हादसे के बाद एडवाइजर मनोज परिदा ने पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी डीसी मंदीप सिंह बराड़ को सौंप दी है। साथ ही जांच की रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने के आदेश दिए हैं। हालांकि एडवाइजर की तरफ से इस जांच के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।


इन चीजों का नुकसान


इस आग में लाखों रुपये के सामान जलकर राख हो गया, जिसमें बेड, कपड़े, लैपटॉप, मोबाइल, कैश, किताबें, जरूरी कागजात समेत अन्य सामान जलकर राख हो गया। घटना के बाद फायर ब्रिगेड की टीम देर रात तक आग के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...