शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

आंध्र-प्रदेश में ₹450 करोड का घोटाला

अमरावती। आंध्र प्रदेश के सतर्कता और प्रवर्तन विभाग ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) में 2014-19 के बीच 404.86 करोड़ रुपये के घोटाले का पता लगाया है। उस समय राज्य में तेलुगु देसम पार्टी की सरकार थी। सतर्कता विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीमा चिकित्सा सेवा (आइएमएस) के तीन निदेशकों-बी रवि कुमार, सीके रमेश कुमार और जी विजय कुमार को ईएसआइसी योजना लागू करने में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का दोषी पाया गया है। इन तीन निदेशकों के अलावा पांच संयुक्त निदेशकों और कई अन्य कर्मचारियों को भी घोटाले का दोषी पाया गया है।


राज्य के श्रम मंत्री जी जयराम ने कहा कि सतर्कता विभाग की रिपोर्ट के आधार पर घोटाले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती चंद्रबाबू नायडू सरकार के श्रम मंत्री के अचननायडू और अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी कानून के दायरे में लाया जाएगा और घोटाले की राशि बरामद की जाएगी। जयराम ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें जेल भेजने में भी हमें कोई हिचक नहीं होगी। 
चिटफंड घोटाले में असम से एक और गिरफ्तार


सिलीगुड़ी। चिटफंड घोटाला मामले में एक और आरोपित की गिरफ्तारी हुई है। असम के साथ-साथ सिलीगुड़ी सहित पूरे बंगाल में रियल एस्टेट के नाम पर चिटफंड के जरिए करोड़ो रुपये हड़पने के आरोप में सीबीआइ उत्तर बंगाल की टीम ने उसे असम से गिरफ्तार किया है। वह सेवा रियल एस्टेट लिमिटेड नामक कंपनी का प्रबंध निदेशक है। यह कंपनी असम की ही है। सीबीआइ ने आरोपित सिद्धार्थ नाग को शुक्रवार को ट्रांजिट रिमांड पर लिया। पहले उसकी पेशी असम के एक अदालत में हुई और सीबीआइ उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सिलीगुड़ी आई है। से शनिवार को सीबीआई सिलीगुड़ी स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआइ उसे रिमांड पर ले सकती है।


सिद्धार्थ ने 2013 से 2017 तक आमलोगों को इस कंपनी ने घर बनाकर देने के नाम पर चूना लगाया। उसने आमलोगों से से 9.14 करोड़ रुपये की उगाही की। मुख्य रूप से असम की यह कंपनी सिलीगुड़ी में भी अपना कारोबार कर रही थी। यहां बता दें कि इन दिनों सीबीआइ चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है। इस संबंध में कई मामले दर्ज होने पर इसकी जांच सीबीआइ को सौंप दी गई। इसी क्रम में सिलीगुड़ी के थाने में भी इस कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।


दिल्ली-नोएडा आवागमन को 'एक सड़क'

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वातार्कारों ने लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों से मिलकर उनसे बातचीत की। हालांकि तीसरे दिन भी बातचीत का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। वार्ताकारों ने पुलिस से प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा की बात पूछी। पुलिस की तरफ से कहा गया कि हम प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा देंगे। इस बात पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमें पुलिस पर भरोसा नहीं है। पुलिस लिखित में लिखकर आश्वासन दे।


वहीं शाहीन बाग में महिला प्रदर्शनकारियों ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त वार्ताकारों को शुक्रवार को बताया कि जब इलाके की कई दूसरी सड़कें खुली हुई हैं तो उन्हें किसी दूसरी जगह जाने को क्यों कहा जा रहा है। वार्ताकरा हेगड़े ने कहा, आज शिवरात्रि है। बोलने का हमारा अधिकार है, बोलिए। आप जो कुछ भी कहना चाहते हैं कहिए। यहां प्रभावित सभी पक्षों के लिये एक संयुक्त फैसला लेते हैं। वार्ताकारों ने मामले पर प्रदर्शनकारियों से चर्चा के लिये दिल्ली पुलिस को भी मौके पर बुलाया। 
दिल्ली पुलिस ने स्वीकार किया कि प्रदर्शनकारियों ने समानांतर सड़क अवरुद्ध नहीं की है लेकिन उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा देने के लिये बैरिकेट लगाए हैं। पुलिस ने बताया कि एम्बुलेंस और स्कूल बसों जैसे जरूरी वाहनों को ही इस सड़क से जाने की अनुमति दी जा रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने वार्ताकारों को बताया कि समानांतर सड़क के साथ ही कुछ अन्य सड़कों को भी प्रदर्शन स्थल को सुरक्षा मुहैया कराने के लिये बंद किया गया है।


पुलिस अधिकारी ने कहा, हमनें प्रदर्शन स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये समानांतर सड़क पर बैरीकेड लगाए हैं। अगर सड़क यात्रियों के लिये खोल दी जाती है तो हम प्रदर्शनकारियों के लिये दोगुनी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकारों ने कहा ‘यहां हमने देखा कि नोएडा से फरीदाबाद वाला रास्ता पुलिस ने बंद कर रखा है जबकि उसका शाहीन बाग से कोई लेना-देना नहीं है। हमारे कहने पर वह रास्ता खोला भी गया लेकिन थोड़ी देर बाद पता चला कि पुलिस ने उसे दोबारा बंद कर दिया। हम कभी नहीं मानेंगे आपने सारे रास्ते बंद किए। वार्ताकारों ने कहा कि, हम खुश थे कि सुबह पुलिस नोएडा-फरीदाबाद मार्ग को खोल देगी लेकिन बाद में फिर निराशा हुई क्योंकि पुलिस ने फिर से बैरिकेड लगा दिए।


80 डिग्री पर सिग्नेचर ब्रिज की लिफ्ट

सिग्नेचर ब्रिज के 154 मीटर ऊपर व्यू गैलरी से दिल्ली दर्शन अभी दूर
श्रम विभाग की इलेक्ट्रिकल ब्रांच जारी करती है अनुमति



नई दिल्ली। यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज के 154 मीटर ऊपर व्यू गैलरी से दिल्ली दर्शन करने की सुविधा कानूनी अड़चन में फंस गई है। ब्रिज पर व्यू गैलरी तक ले जाने वाली चारों लिफ्ट के टेढ़े चलने से उसको श्रम विभाग के इलेक्ट्रिकल ब्रांच ने अनुमति जारी करने से इंकार कर दिया है। दरअसल एलिवेटर एंड लिफ्ट एक्ट के नियमों के अनुसार लिफ्ट वर्टिकल अप एंड डाउन चलने का प्रावधान है। सिग्नेचर ब्रिज की लिफ्ट कानूनी प्रावधान में कवर नहीं होना है। बता दें दिल्ली में लिफ्ट चलाने के लिए श्रम विभाग का इलेक्ट्रिकल ब्रांच अनुमति जारी करता है। अब इस मामले में दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे है।


वहीं, श्रम विभाग के इलेक्ट्रिकल ब्रांच के अधिकारियों का कहना है उन्होंने कानून के प्रावधानों के साथ संबंधित विभाग को जानकारी उपलब्ध करा दी है।  सिग्नेचर ब्रिज में व्यू गैलरी तक ले जाने में चार लिफ्ट लगाई गई है। इन लिफ्ट के संचालन की अनुमति जारी करने के लिए डीटीटीडीसी ने श्रम विभाग के इलेक्ट्रिकल ब्रांच में आवेदन किया था। इसके साथ ही लिफ्ट की डिजाइन की ड्राइंग भी सबमिट की थी। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की एलिवेटर एंड लिफ्ट कानून के प्रावधानों के अनुसार सिग्नेचर ब्रिज में लगी लिफ्ट न एलिवेटर के प्रावधानों में कवर हो रही है ना ही लिफ्ट में। इसमें दो लिफ्ट 60 डिग्री और दो 80 डिग्री पर चलने की तकनीकी पर स्थापित हुई है। जबकि कानून के प्रावधानों के अनुसार लिफ्ट वर्टिकल अप एंड डाउन ही चल सकती है। देश में पहली बार सिग्नेचर ब्रिज में नई डिजाइन की लिफ्ट की है।


ट्रंप के सामने प्रस्तुति देंगे कैलाश खेर

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ 24 फरवरी को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरान उनकी बेटी इवांका भी डोनाल्ड ट्रंप के साथ होंगी। डोनाल्ड ट्रंप अहमदाबाद में 'नमस्ते ट्रंप' में शिरकत करेंगे। वहीं इस दौरान भारतीय सिंगर कैलाश खेर, डोनाल्ड ट्रंप के सामने अपनी प्रस्तूती देंगे। बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में डॉनल्ड ट्रंप के स्वागत की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। एएनआई के साथ खास बातचीत के दौरान सिंगर कैलाश खेर ने बताया कि अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में वो अपनी परफॉर्मेंस देने जा रहे हैं।


कैलाश का कहना है कि 24 फरवरी को डोनाल्ड ट्रंप के सामने वह 'जय-जय कारा, जय-जय कारा स्वामी देना साथ हमारा' गाने से अपनी कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। वहीं, प्रोग्राम का समापन 'अगड़ बम-बम लहरी' गाने से किया जाएगा। कैलाश खेर इस खास मौके के लिए काफी ज्यादा उत्साहित हैं। उनका कहना है कि कार्यक्रम के दौरान वो अपने गानों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नचाना भी चाहते हैं। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह साबरमती आश्रम भी जाएंगे। डॉनल्ड ट्रंप आगरा में ताजमहल का दीदार भी करेंगे। इसके बाद वह 25 फरवरी को ट्रंप राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ ही हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।


भारत गड रहा है विकास की नई परिभाषा

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय न्यायिक सम्मेलन (आईजेसी) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद रहें। पीएम मोदी ने आईजेसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि परिवर्तन के इस दौर में भारत नई ऊंचाई भी हासिल कर रहा है, नई परिभाषाएं गढ़ रहा है और पुरानी अवधारणाओं में बदलाव ला रहा है। पहले कहा जाता था तेजी से विकास और पर्यावरण की रक्षा एक साथ होना संभव नहीं है। भारत ने इस अवधारणा को भी बदला है। पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्फ्रेंस 21वीं सदी के तीसरे दशक के शुरुआत में हो रही है। ये दशक भारत सहित पूरी दुनिया में होने वाले बड़े बदलावों का है। ये बदलाव सामाजिक, आर्थिक, और तकनीकी हर क्षेत्र में होंगे। ये बदलाव तर्क संगत और न्याय संगत होने चाहिए। ये बदलाव सभी के हित में होने चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि हर भारतीय की न्यायपालिका पर बहुत आस्था है। हाल में कुछ ऐसे बड़े फैसले आए हैं, जिनको लेकर पूरी दुनिया में चर्चा थी। फैसले से पहले अनेक तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं। लेकिन हुआ क्या? सभी ने न्यायपालिका द्वारा दिए गए इन फैसलों को पूरी सहमति के साथ स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि तमाम चुनौतियों के बीच कई बार देश के लिए संविधान के तीनों पिलर ने उचित रास्ता ढूंढा है। हमें गर्व है कि भारत में इस तरह की एक समृद्ध परंपरा विकसित हुई है। बीते पांच वर्षों में भारत की अलग-अलग संस्थाओं ने, इस परंपरा को और सशक्त किया है।


मुकबधिर से दोस्ती के बाद रेप, गर्भपात

विकास जायसवाल


भिलाई। पॉलीटेक्नीक कॉलेज दुर्ग में पढ़ाई के वक्त युवती से दोस्ती की फिर शादी का झांसा देकर दोस्त के घर में दैहिक शोषण किया। जब वह गर्भवती हो गई। तब युवती के परिजनों से कोर्ट में शादी करने का विश्वास दिलाकर उसका गर्भपात करा दिया। इसके बाद शादी से इनकार कर दिया। पुलिस ने आरोपी आशीष साहू, पिता गिरधर साहू और माता इंदू साहू के खिलाफ बलात्कार का प्रकरण दर्ज किया है।


तीन माह की गर्भवती हो गई युवती
नेवई थाना पुलिस ने बताया कि जुलाई साल 2019 में आरोपी आशीष साहू और पीडि़ता दुर्ग पॉलीटेक्नीक कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। इसी बीच दोनों दोस्ती हुई। आशीष ने उससे शादी करने का वादा किया। वह विश्वास में लेकर उसे रिसाली अपने दोस्त के घर ले गया। जहां उसके साथ जबरिया बलात्कार किया। जब वह घर में बता देने की बात कही। तब आशीष उसे बहला फुसला कर विश्वास में ले लिया। जब युवती तीन माह के गर्भ से हो गई तब युवती ने अपनी बहन को पूरी घटना बताई।


कोर्ट में नहीं आया आरोपी युवक
युवती के परिजन आरोपी आशीष के पिता गिरधार साहू और माता इंदू से बातचीत करने गए। दोनों मूकबधिर होने की वजह से युवक व युवती के परिजनों ने आपसी सहमती बन गई। आशीष के पिता ने गिरघर ने 20 फरवरी को कोर्ट में शादी कराने की तिथि लिया। जब युवती के परिजन कोर्ट पहुंचे तो वहां आशीष के माता पिता कोई नहीं था। कोर्ट में युवती के परिजनों को पता चला कि वह शादी करने से इनकार कर दिया है। तब युवती के परिजन उसके घर गए। जहां ताला मिला। इसके बाद युवती ने परिजनों के साथ थाने में शिकायत की।


'द हिंदू हड़ल 2020' में पहुंचे सीएम भूपेश

नीलमणि पाल


बेंगलुरू। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेंगलुरू में आयोजित ‘द हिंदू हडल 2020’ कार्यक्रम में शामिल होकर केंद्र पर जमकर निशाना साधा। सीएम ने बेरोजगारी की समस्या को काफी गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि देश में केंद्र सरकार को बेरोजगारों के लिए सोचना जरुरी है। बेरोजगारी दूर नहीं हुई तो यूथ क्या करेंगे। उनके लिए रोजगार की व्यवस्था होगी। लोगों का जवाब देते हुए सीएम ने छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बारी के बारे में भी जानकारी दी। आपको बता दें सीएम बघेल अमेरिका दौरे से लौटने के बाद सीधे बेंगलुरू पहुंचे हैं। आज शाम तक वे रायपुर लौटेंगे।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...