शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

जय रामः मंत्रिमंडल का होगा विस्तार

मंडी। जयराम मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर काफी समय से उहापोह की स्थिति बनी हुई है। मंडी शिवरात्रि का शुभारंभ करने पहुचे सीएम जयराम ठाकुर से नेरचौक में जब मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द ही तारीख तय करके मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा।  इससे पहले सीएम ने नेरचौक मेडिकल कॉलेज में 45 करोड़ की लागत से बनने वाले कैंसर सेंटर भवन की आधारशिला और 2 करोड़ 16 लाख की लागत से बने पीएचसी लेदा के भवन का उद्घाटन किया।जयराम ठाकुर ने बताया कि कैंसर सेंटर केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है और इस भवन को एक वर्ष के भीतर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को कैंसर के उपचार की यहीं पर बेहतरीन सुविधा उपलब्ध होगी और उन्हें प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बता दें कि यह कैंसर सेंटर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। अभी प्रदेश में सिर्फ आईजीएमसी शिमला में कैंसर के उपचार की सुविधा उपलब्ध है जबकि एक वर्ष के बाद मंडी में भी यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज नेरचौक प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र का तीसरा बड़ा संस्थान बनकर उभरा है। आईजीएमसी और टांडा मेडिकल कालेज पहले से बेहतरीन सेवाएं दे रहे हैं लेकिन मेडिकल कालेज नेरचौक भी अब बेहतरीन सेवाएं देने वाला संस्थान बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 6 मेडिकल कालेज संचालित हो रहे हैं जिनके माध्यम से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद सीएम ने चक्कर में 13 करोड़ की लागत से बनने वाले आधुनिक मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखी। उपरांत इसके 3 करोड़ 89 लाख की लागत से बने फायर स्टेशन के नए भवन और वल्लभ कालेज मंडी में वर्चुअल क्लास रूम का शुभारंभ किया। वहीं मेधावी छात्र-छात्राओं को सरकार की तरफ से लैपटॉप भी प्रदान किए गए। इस मौके पर सीएम के साथ जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर, सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक कर्नल इंद्र सिंह, विनोद कुमार, हीरा लाल, इंद्र सिंह गांधी, राकेश जम्वाल, जवाहर ठाकुर और प्रकाश राणा भी मौजूद रहे।


सैनिकों को मैडल, किया शौर्य का सम्मान

बीकानेर। सप्त शक्ति कमांड का अलंकरण समारोह आज यहां छावनी क्षेत्र स्थित रणबांकुरा डिवीजन के अनन्त विजय ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। दक्षिण पश्चिम कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ आलोक क्लेर ने सैनिकों को मैडल और सेना की विभिन्न यूनिट्स को प्रशंसा पत्र भेंट कर उनके शौर्य को सम्मानित किया। इस अलंकरण समारोह में एक युद्ध सवा मैडल, 20 सेना मैडल (परम), 2 सेना मैडल (विशिष्ट सेवा) आर 6 विशिष्ट सवा मैडल भेंट किए गए। 
पैराट्रूपर मुकुट बिहारी मीणा और सिपाही मंदीप सिंह का ऑपरेशनल गतिविधि के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरान्त वीरता पुरस्कार दिए गए। समारोह में सेना की 21 यूनिट्स को राष्ट्र और भारतीय सेना के लिए उनके अमूल्य योगदान देने पर यूनिट प्रशंसा पत्र दिए गए। यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर और सूबेदार मेजर ने इन प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रहण किए। समारोह के सम्पन्न होने पर दक्षिण पश्चिम कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ आलोक क्लेर ने सभी पुरस्कार विजेताओं और उनके परिवारजनों के साथ बातचीत की और भारतीय सेना के लिए उनके योगदान की सराहना की। इस अवसर पर मीडियाकर्मियों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों की महता न सिर्फ सेना के लिए बहुत है बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गौरव की बात है। क्योंकि सैनिक ही हर विपत्ति के दौरान राष्ट्र के लिए अपना सबकुछ त्याग देता है। आपदा के दौरान सहायता करनी हो, देश की बाहरी और अन्दरूनी सुरक्षा हो, सैनिक हर कत्र्तव्य को बहादुरी और साहस के साथ निभाता है। बहादुरी के साथ बेहतर सेवा को ही ये गैलेन्ट्री एवार्ड दिया जाता है।


कट्टर तालिबान से दोस्ती करेगा अमेरिका

नई दिल्ली। तालिबान अपनी कट्टर सोच और आतंकी गतिविधियों के लिए पूरी दुनिया में कुख्यात रहा है। अमेरिका हमेशा से तालिबान के टारगेट में रहा है लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अमेरिका अपने कट्टर दुश्मन के साथ दोस्ती करने जा रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट कर कहा है कि लंबे समय के बाद तालिबान के साथ बात सफल हुई है। इससे अफगानिस्तान में हिंसा रुक सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में हिंसा रोकने के लिए एक समझौते पर अमेरिका 29 फरवरी को हस्ताक्षर करेगा। ये समझौता दोहा में अमेरिका और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच होगा। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता के सफल होने से भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। देखना होगा कि दो कट्टर दुश्मनों के बीच दोस्ती किस मुकाम तक पहुंचती है और अफगानिस्तान में इस समझौते के बाद कब तक शांति कायम रह सकती है।


मॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा

सिडनी। सुपरमॉडल के रूप में चर्चित एले मैकफर्सन ने ऐसा पाउडर लॉन्च किया है। जिसे उन्होंने महिलाओं के लिए वियाग्रा के बराबर असरकारक पदार्थ बताया है। ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली एले ने इस पाउडर की बिक्री भी शुरू कर दी है और 14 दिन के कोर्स के लिए इसकी कीमत उन्होंने 7900 रुपये रखी। सुपरमॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा, कपल ने शेयर किया अनुभव सुपरमॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा, कपल ने शेयर किया अनुभव एले ने नए पाउडर का नाम द सुपर बूस्टर वुमेन लिबिडो एंड हार्मोन सपोर्ट रखा है। एले लाइफस्टाइल ब्रांड चलाती हैं, जो दुनियाभर में पॉपुलर है। सुपरमॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा, कपल ने शेयर किया अनुभव द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, 55 साल की एले का कहना है कि इस पाउडर की वजह से उनकी अपनी सेक्स लाइफ भी काफी बेहतर हो गई है। उन्होंने बताया कि जब वह लो फील करती हैं या फिर उन्हें तनाव महसूस होता है तो ये पाउडर मदद करता है। सुपरमॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा, कपल ने शेयर किया अनुभव एले का कहना है कि ये पाउडर पूरी तरह हर्बल है और प्राकृतिक तौर से महिलाओं के हार्मोन और एनर्जी को बैलेंस करने का काम करता है। सुपरमॉडल ने तैयार किया फीमेल वियाग्रा, कपल ने शेयर किया अनुभव केले और एडम नाम के कपल ने द सुपर बूस्टर को ट्राई करने के बाद बताया कि उनके अनुभव काफी अच्छे रहे। केली ने कहा कि उन्हें इससे काफी एनर्जी मिली और उनका लव मेकिंग करीब दो घंटे तक चला।


सोने की रखवाली कर रहे हैं कठोर विषधर

लखनऊ। यूपी के सोनभद्र में गुरुवार को मिले सोने के भंडार ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां सोना करीब 3,000 टन है, जो भारत के पास मौजूदा स्वर्ण भंडार का करीब पांच गुना है। सोने के ये भंडार सोन पहाड़ी और हरदी इलाकों से मिले हैं, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 12 लाख करोड़ बताई गई है। अब आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सोने के भंडार के अलावा यहां दुनिया के सबसे जहरीले सांप भी मौजूद हैं। जो पल भर में इंसान को मौत की नींद सुला सकते हैं। रसेल वाइपर के अलावा कोबरा और करैत भी बेहद ही खतरनाक सांप माने जाते हैं। इनका जहर न्यूरोटॉक्सिन होता है, जो इंसान के स्नायु तंत्र को शून्य कर देते हैं, जिससे उसकी मौत हो जाती है। इसमें कोबरा की खासियत ये होती है कि वो जिस जगह पर काटता है, वहां सूजन हो जाती है जबकि करैत जिस जगह पर काटता है, वो तो देखने से पता भी नहीं चलता है। लेकिन जल्द ही सोनभद्र की पहाड़ियों से सोना निकालने की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन इसका प्रभाव इन सांपों के अस्तित्व पर पड़ सकता है। उनका बसेरा खत्म हो सकता है। कुछ इसी तरह की स्थिति ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में भी बनी थी, जब कोयले की खदानों का खनन हो रहा था, लेकिन सांपों के अस्तित्व को देखते हुए खनन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी।


कृतिम-रासायनिक दूध रोग का घर

दूध के नाम पर जहर पी रहे हैं। 


नई दिल्ली। वर्तमान समय में भारत दूध के रूप में जहर पी रहा है और ये जहर कैंसर में तबदील हो रहा है। यदि हाल यही रहा तो भविष्य में 2025-30 तक भारत में रहने वाले अनुमान से अधिक लोग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के शिकार हो जाएंगे। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है। उनका मानना है कि देश में बिकने वाला 67.7 फीसदी दूध मिलावटी है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि देश में दूध का उत्पादन 14 करोड़ और खपत 64 करोड़ लीटर है तो क्या हम और आप दूध के नाम पर जहर पी रहे हैं। त्योहारों के सीजन में दूध की बनी मिठाइयां बिकती हैं, लेकिन कहीं इनमें जहर तो नहीं?एनिमल वेलफेयर बोर्ड इंडिया के सदस्य मोहन सिंह अहलूवालिया ने भी जताया कि देश में दूध से इतने बड़े पैमाने पर ऐसी चीजें कैसे बन रही हैं जबकि इतनी मात्रा में दूध होता ही नहीं है। दूध माफिया दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए पानी मिलाते हैं। इसके अलावा यूरिया, स्किम्ड मिल्क पाउडर का भी इस्तेमाल होता है। नकली दूध बनाने में डिटर्जेंट पाउडर, साबुन, सिंथेटिक का भी इस्तेमाल होता है। दूध में फैट दिखाने के लिए वेजिटेबल ऑयल और फैट का इस्तेमाल होता है। दूध को फटने से बचाने के लिए हाइपोक्लोराइड्स, क्लोरामाइंस, हाइड्रोजन पैराऑक्साइड, बोरिक एसिड का इस्तेमाल होता है। दही, पनीर, मक्खन और क्रीम बनाने में भी हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। तमाम केमिकल से बना ये नकली दूध सेहत के लिए कितना हानिकारक होता है, इसे लेकर वरिष्ठ न्यूट्रीशियन डॉ. मंजरी चंद्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दूध में केमिकल की मात्रा ज्यादा होने पर नुकसानदायक होता है। अगर रोज इस तरह से केमिकल वाले दूध पीते हैं तो बच्चों में न्यूरो, मेंटल इलनेस, विकास की कमी और कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है।


साल की आखरी अमावस्या है खास

फाल्गुन अमावस्या पर करें ये काम


फाल्गुन माह की अमावस्या तिथि है। हिंदू पंचांग के अनुसार ये साल की आखिरी अमावस्या है। ये महाशिवरात्रि पर्व के बाद आती है। इस अमावस्या का खास महत्व है। धार्मिक तीर्थों पर स्नान करने से शुभ लाभ मिलता है और अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। ये है फाल्गुन अमावस्या का शुभ मुहूर्त 22 फरवरी को अमावस्या तिथि का शुभ आरंभ 19 बजकर 4 मिनट पर होगा। 23 फरवरी को अमावस्या तिथि  21 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी। फाल्गुन अमावस्या पर करें ये काम। अमावस्या के दिन पीली त्रिकोण आकृति की पताका विष्णु मंदिर में ऊंचाई वाले स्थान पर इस तरह लगाएं कि वह लहराता रहे। कर्ज का मर्ज नहीं करेगा परेशान। इसके अतिरिक्त प्रति रविवार को भैरव स्त्रोत का पाठ मंदिर में बैठकर करें तो अत्यंत लाभप्रद रहेगा। कभी-कभी व्यक्ति रोजगार-व्यापार चलाने के लिए व्यक्ति विशेष बैंक से ऋण लेता है। किसी भी वजह से रोजगार-व्यापार न चले तो यह प्रयोग अमावस्या से आरंभ करके नियमित रूप से चालीस दिन तक करें। एक सेर भुने चावल, एक पाव शक्कर और आधा पाव घी इन सबको मिलाकर प्रात:काल के समय निम्न मंत्र पढ़ते हुए चींटी के बिल पर डालें। मंत्र- ॐ नमो नमन चींटि महावीर, हूंपूरो तोरी आशा तू पूरो मेरी आशा। रोगों से मुक्ति के लिए सूर्य देव को अर्घ्य दें, सूर्य चालीसा का पाठ करें और विधि-विधान से उनकी पूजा करें। नमक न खाएं। पितरों की तृप्ति और उनकी आत्मा की शांति के लिये इस दिन दान, तर्पण और श्राद्ध करने का विधान हैं। कहते हैं की शरीर छोड़ने के बाद आत्मा पितृ लोक जाती है। जब तक यमराज उनके प्रति कोई निर्णय नहीं लेते तब तक उन्हें यहां कुछ समय के लिए रहना पड़ता है। इस दौरान वे गहरे दर्द से गुजरते हैं क्योंकि उनमें कुछ भी ग्रहण करने की क्षमता नहीं होती। अमावस्या तिथि पर इन आत्माओं के सगे-संबंधी, नाते-रिश्तेदार, वंशज या कोई भी उनका अपना उनके लिये श्राद्ध, दान अथवा तर्पण करता है। जिससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है। पितरों को प्रसन्न और तृप्त करने के लिए ये दिन बहुत सौभाग्यशाली माना गया है। पितृ दोष दूर करने के लिए लाल मीठी चीजों का दान करें।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...