नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को दो दिवसीय दौरे के लिए भारत आएंगे। अहमदाबाद में मोटेरा स्टेडियम में ट्रंप के प्रधानमंत्री मोदी के साथ 24 फरवरी को होने वाले आयोजन 'नमस्ते ट्रंप' को लेकर जिला प्रशासन ने साफ किया है कि यहां एक लाख लोग ट्रंप के स्वागत में जुटेंगे। इससे पहले ट्रंप ने अपने वीडियो में दावा किया था कि उनके स्वागत में 70 लाख लोग जुट रहे हैं। ट्रंप के भारत आने से पहले सबसे बड़ा सवाल यह है कि उनके स्वागत में कितने लोग अहमदाबाद हवाई अड्डे से मोटेरा स्टेडियम के बीच खड़े होंगे? एक लाख, 70 लाख या फिर एक करोड़। ट्रंप ने पहले दावा किया था कि उनके स्वागत में 70 लाख लोग खड़े होंगे और एक करोड़ लोग उनका स्वागत करेंगे। ट्रंप यह दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कर रहे हैं। हालांकि अहमदाबाद जिला प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि यहां एक लाख लोग ट्रंप के स्वागत में जुटेंगे। बता दें कि कॉलराडो में एक रैली को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'अगले हफ्ते मैं भारत जा रहा हूं। पीएम नरेंद्र मोदी मुझे बहुत पसंद हैं, मैं उनसे ट्रेड डील को लेकर भी बात करूंगा। मोटेरा स्टेडियम जाते वक्त 10 मिलियन (1 करोड़) लोग हमारा स्वागत करेंगे।' ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएम मोदी ने कहा, '1 करोड़ लोग आपका स्वागत करेंगे।'
शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020
सोमनाथ धाम पर लगी भक्तों की भीड़
तिल्दा-नेवरा। जिले के सिमगा के समीप स्थित सोमनाथ धाम में शुक्रवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में रौनक देखी जा रही है। बता दें कि शिवनाथ और खारुन नदी के संगम स्थल पर स्थित सोमनाथ धाम की, तो यहाँ हर वर्ष माघी पुन्नी पर मेला लगता है। रायपुर-बिलासपुर हाईवे और दो जिलों के सीमा क्षेत्र से लगे होने के कारण यहाँ भक्तों का जनसैलाब लगा रहता है। दूर-दूर से लोग अपनी-अपनी मन्नते लेकर बाबा के धाम पर पहुंचते हैं। वैसे पर्यटन के दृष्टी से लोगों के लिए बेहतर स्थान माना जाता है। हाथों में पवित्र संगम का जल लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करने भक्त देर रात से ही कतार में लगे रहे। भोले बाबा के जयकारे और मंदिर के घण्टियों की सुमधुर आवाज से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। भक्त अपनी मनोकामना मंदिर प्रांगण में सोमनाथ बाबा के सम्मुख विराजे नंदी के कान में कहते नज़र आ रहे थे।
सुरक्षा व्यवस्था की दिखी चाक चौबंद व्यवस्था :
हर वर्ष भक्तों की बढ़ती संख्या और मेले की दिनों दिन बढ़ती ख्याति के कारण पुलिस विभाग भी मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी सतर्क नजर आए। कहीं भी अप्रिय घटना न हो इसलिए मेले के चोरों ओर पुलिस की टुकड़ियां घूमती देखी गई। विभाग की ओर से एक हेल्प डेस्क भी लगाया गया। वाहन पार्किंग की विशेष व्यवस्था रखा गया है।
भारत की आबादी ज्यादा, फॉलोअर अधिक
नई दिल्ली। फेसबुक फॉलोअर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नरेंद्र मोदी को भारत की जनसंख्या अधिक होने का फायदा मिल रहा है। उन्होंने 'फेसबुक फॉलोअर' पर लोकप्रियता के मामले में कहा था कि वह नंबर वन पर हैं और दूसरा नंबर में प्रधानमंत्री मोदी है। दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेसबुक फॉलोइंग का हवाला देते हुए गुरुवार को कहा कि 1.5 अरब भारतीय लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनसंख्या की वजह से फेसबुक पर बढ़त हासिल है। हालांकि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी 1.3 अरब है।
बता दें कि पीएम मोदी के 4 करोड़ 40 लाख फॉलोअर्स हैं, जबकि ट्रंप के दो करोड़ 70 लाख फॉलोअर्स हैं। भारत की आबादी करीब 130 करोड़ है, जबकि अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ 50 लाख है। ट्रंप ने पहले दावा किया था कि फेसबुक पर फॉलोअर्स के मामले में मोदी दूसरे स्थान पर हैं और वह खुद पहले स्थान पर हैं, इसकी जानकारी फेसबुक के कार्यकारी अध्यक्ष मार्क जुकरबर्ग ने उन्हें सीधे तौर पर दी है। ट्रंप ने लास वेगास में होप फॉर प्रिजनर्स ग्रेजुएशन सेरमनी संबोधन में कहा कि मैं अगले सप्ताह भारत जा रहा हूं और हम लोग बात कर रहे हैं। आप जानते हैं, उनके पास 1.5 अरब लोग हैं। प्रधानमंत्री मोदी फेसबुक पर दूसरे स्थान पर हैं। आप सोचिए। क्या आपको पता है कि पहले नंबर पर कौन है? ट्रंप। क्या आप विश्वास करेंगे? नंबर वन। मुझे पता चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फेसबुक पर चार करोड़ 40 लाख लोग फॉलो करते हैं, वहीं ट्रंप को दो करोड़ 70 लाख लोग फॉलो करते हैं जबकि अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ 50 लाख है। अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा कि उन्हें हाल ही में जुकरबर्ग ने फेसबुक पर नंबर वन (पहले स्थान) पर रहने की बधाई दी थी।
दुनिया को तबाह करने वाला ब्रीफकेस
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को दो दिवसीय दौरे के लिए भारत आएंगे। इसी कड़ी में उनके सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दौरे के मद्देनजर ट्रंप की सुरक्षा को लेकर चौकसी बरती जा रही है। अहमदाबाद, आगरा से लेकर दिल्ली तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा अभेद होगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब अपनी पत्नी के साथ भारत दौरे पर आएंगे तब उनके साथ न सिर्फ उनकी सुरक्षा टीम होगी, बल्कि एक 'न्यूक्लियर फुटबॉल' भी होगा।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति हमेशा अपने साथ 'न्यूक्लियर फुटबॉल' रखते हैं। इस फुटबॉल की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह पल भर में दुनिया को तबाह कर सकता है। इस न्यूक्लियर फुटबॉल को सीक्रेट ब्रीफकेस भी कहा जाता है, जिसे उनके सुरक्षा में लगे टॉप जवान हाथ में लिए रहते हैं। अन्य जवान के हाथ में हथियारों से लैस एक ब्रीफकेस भी होता है ताकि जब भी कोई यह न्यूक्लियर फुटबॉल छीनने की कोशिश करे तो उससे बचाया जा सके। परमाणु हमले के लिए सीक्रेट कोड और अलार्म से लैस इस ब्रीफकेस को न्यूक्लियर फुटबॉल के नाम से जाना जाता है। हालांकि, यह असल वाला फुटबॉल नहीं होता। काले रंग का यह टॉप सीक्रेट ब्रीफकेस दुनिया का सबसे शक्तिशाली ब्रीफकेस माना जाता है। इसे अमेरिका के राष्ट्रपति अपने पास हमेशा रखते हैं, जिसमें संचार उपकरण होते हैं जो उन्हें परमाणु हमले की इजाजत देता है। 1962 के बाद से अमेरिका के हर राष्ट्रपति के साथ यह न्यूक्लियर फुटबॉल साथ होता है। इसे इस उद्देश्य से तैयार किया गया ताकि अमेरिकी राष्ट्रपति के पास हमेशा परमाणु युद्ध के विकल्प मौजद रहें। कभी-कभी अमेरिकी राष्ट्रपति अपने हाथ में भी लेकर रखते हैं तो कभी उनके साथ रहने वाले सुरक्षाकर्मी। न्यूक्लियर फुटबॉल तीन हैं। एक राष्ट्रपति के साथ होता है, एक उपराष्ट्रपति के साथ और एक व्हाइट हाउस में सुरक्षित रखा जाता है। न्यूक्लियर फुटबॉल कहने जाने वाले इस ब्रीफकेस के भीतर एक छोटा सा एंटिना लगा संचार उपकरण होता है जो सैटेलाइट फोन से हमेशा जुड़ा होता है। इसके जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया के किसी भी कोने से तुरंत बात कर सकते हैं और गाइड कर सकते हैं। इसमें 75 पेज की एक किताब भी होती है, जो राष्ट्रपति को परमाणु हमले से संबंधित सारे विकल्पों से सूचित करता है। इतना ही नहीं, इस किताब में इस बात की भी जानकारी है कि परमाणु हमले के वक्त राष्ट्रपति को कहां छिपाया जा सकता है। यानी इस किताब में अमेरिका के परमाणु हमले की पूरी योजना और टारगेट की पूरी जानकारी होती है।
भारत-न्यूजीलैंड का पहले दिन का खेल
नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले दिन का खेल खत्म हो गया है। बारिश की वजह से टी-ब्रेक के बाद का खेल नहीं शुरू हो पाया। टीम इंडिया ने पांच विकेट खोकर 122 रन बना लिए हैं। खेल खत्म होने तक अजिंक्य रहाणे 38 जबकि ऋषभ पंत 10 रन बनाकर नाबाद लौटे। बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व मैदान पर खेला जा रहा है। न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और कप्तान केन विलियमसन ने भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया। टी-ब्रेक तक भारत का स्कोर 122-5 था और इसके बाद बारिश के कारण खेल शुरू नहीं हो सका और अंपायरों ने पहले दिन का खेल खत्म करने का फैसला किया, क्योंकि बारिश के बाद मैदान काफी गीला हो गया था। अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत नॉटआउट लौटे हैं। अब मैच के दूसरे दिन खेल आधे घंटे जल्दी शुरू होगा। न्यूजीलैंड के लिए पहला मैच खेलल रहे तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने 38 रन देकर तीन विकेट लिए।
ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद'
नई दिल्ली। देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली सहित कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं सीएए के खिलाफ बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार को बेंगलुरु में सीएए के खिलाफ एक मंच पर प्रदर्शन कर रहे थे। उसी दौरान ओवैसी की मौजूदगी में एक युवती अमूल्या लियोन मंच पर पहुंच गई और माइक लेकर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने लगी। पुलिस ने युवती के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है और उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमूल्या लियोन के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी ने जो किया वह बिल्कुल गलत था। मैंने उसे कई बार कहा कि वे मुसलमानों से न जुड़ें लेकिन उसने मेरी नहीं सुनी। बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों के चेहरे का रंग उस समय उड़ गया जब कार्यक्रम में शामिल अमूल्या नामक महिला ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी वहां मौजूद थे। उन्होंने तुरंत महिला की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा कि इससे सहमत नहीं है और आश्वस्त करते हैं ‘हम भारत के लिए हैं’।
नकदी संकट से जूझ रहा है 'यस बैंक'
नई दिल्ली। देश का चौथा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक यस बैंक इन दिनों नकदी के संकट से जूझ रहा है। यस बैंक की पिछले एक साल से फंड जुटाने की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। बैंक के शेयर में भी 80 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। कहा जा रहा है कि हिंदुजा ग्रुप, न्यूयॉर्क के सेरबेरस कैपिटल मैनेजमेंट एलपी दोनों मिलकर यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीद सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक के साथ बैठक भी की थी। माना जा रहा है कि इस कंसोर्टियम में कुछ और निवेशक भी शामिल हो सकते हैं।
सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली
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