गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

कैरियर को लेकर कोई प्लानिंग नहीं

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। ड्रामा से लेकर ऐक्शन फिल्मों में अपनी ऐक्टिंग से लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाले ऐक्टर विकी कौशल इस साल की शुरुआत हॉरर फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ से करने जा रहे हैं। 2018 में विकी कौशल ने ‘राजी’,’संजू’ और ‘मनमर्जियां’ जैसी फेमस फिल्मों में काम किया था और 2019 में आई फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए उन्हें नैशनल अवॉर्ड भी मिला। विकी कौशल कहा कि मैं अपने करियर के लिए कोई योजना नहीं बनाता। मैं अगर ऐसा करूंगा तो अपने काम के साथ न्याय नहीं कर पाउंगा।


वह मुझे एक ऐक्टर के तौर पर जटिल बना देगा। मेरे लिए अच्छे फिल्मकारों द्वारा बनाई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा होना जरूरी है क्योंकि लोग अच्छी कहानियां देखना चाहते हैं। विकी कौशल का मानना है कि वह जब तक अलग-अलग तरह की फिल्में करते रहेंगे ऐक्टर के तौर पर उनका विकास होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ से पहले कोई ऐक्शन फिल्म नहीं की थी इसलिए मुझमें वह करने की ललक थी। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ मेरी पहली हॉरर फिल्म है, इसलिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैं संतुष्ट होना चाहता था कि अब में इसमें रम गया हूं। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ का निर्देशन भानू प्रताप सिंह ने किया है। फिल्म 21 फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस फिल्म के अलावा विकी कौशल डायरेक्टर शूजीत सरकार की क्रांतिकारी उधम सिंह की बायॉपिक में नजर आएंगे। वह करण जौहर की फिल्म ‘तख्त’ में भी हैं।


फर्स्ट ड्रिंक में दूध या जूस बेहतर

यह बात न सिर्फ हमारे बड़े बुजुर्ग कहते आ रहे हैं बल्कि अब तो यह बात पूरी तरह से साबित भी हो चुकी है कि ब्रेकफस्ट हमारे दिन का सबसे अहम मील है और किसी भी हाल में ब्रेकफस्ट को स्किप नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आप ब्रेकफस्ट में क्या खाते हैं इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। रात के डिनर के बाद जब हम सोते हैं तो कम से कम 8-9 घंटे की फास्टिंग हो जाती है और ऐसे में सुबह-सुबह शरीर को फिर से एनर्जी पाने के लिए ब्रेकफस्ट की जरूरत होती है। लिहाजा पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को ब्रेकफस्ट में शामिल करना चाहिए। 
ब्रेकफस्ट में दूध या जूस?
लेकिन एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है कि- ब्रेकफस्ट में दूध पीना चाहिए या जूस? बहुत से लोग ब्रेकफस्ट में कैल्शियम से भरपूर 1 गिलास दूध पीना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोगों को सुबह-सुबह नाश्ते में ब्रेड-टोस्ट या ऑमलेट के साथ विटमिन सी से भरपूर 1 गिलास ऑरेंज जूस पीना पसंद होता है। लेकिन सुबह की पहली ड्रिंक के लिहाज से दूध या जूस क्या है बेहतर, यहां जानें दोनों के फायदे और नुकसान। 
दूध पीने के हैं इतने फायदे
दूध कैल्शियम का तो बेस्ट सोर्स है ही, साथ ही दूध में प्रोटीन, विटमिन बी 12, हेल्दी फैट्स आदि भी भरपूर मात्रा में होते हैं। सदियों से दूध को एक कम्प्लीट मील के तौर पर देखा जाता रहा है। दूध के तमाम फायदों की वजह से ही शरीर को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूध का सेवन करते हैं। ऐसे में देखा जाए तो सुबह ब्रेकफस्ट में दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। 
दूध के कुछ नुकसान भी हैं
दूध में सैच्युरेटेड फैट होता है जिससे मोटापा और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा हो सकता है। साथ ही इन दिनों दूध देने वाले जानवरों को इंजेक्शन भी लगाया जाता है ताकि वे ज्यादा दूध दे सकें और इस इंजेक्शन का भी हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में जब तक आप दूध की क्वॉलिटी को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त न हों सुबह-सुबह दूध पीने से बचें। बहुत से लोगों में लैक्टोज इनटॉलरेंस की भी दिक्कत होती है और ऐसे लोगों को भी दूध से बचना चाहिए। कई बार ज्यादा दूध पीने से डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें भी हो जाती हैं। हालांकि आप चाहें तो डेयरी मिल्क की जगह सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। 
विटमिन सी से भरपूर ऑरेंज जूस के फायदे
विटमिन सी और ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर ऑरेंज जूस हमारी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर हमें बीमारियों से दूर, फिट और हेल्दी रहने में मदद करता है। विटमिन सी शरीर को वातावरण से जुड़ी दिक्कतें जैसे- पलूशन, सूर्य की हानिकारक यूवी किरणें आदि से भी बचाता है। सुबह ब्रेकफस्ट में अगर आप 1 गिलास ऑरेंज जूस पी लें तो आपके दिनभर की विटमिन सी की जरूरत पूरी हो जाती है। 
ऑरेंज जूस के नुकसान
हालांकि अगर आप घर में खुद ऑरेंज का जूस निकालकर फ्रेश जूस पी रहे हैं तभी वो फायदेमंद होगा। डिब्बाबंद या पैकेज्ड ऑरेंज जूस में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है और वो फ्रेश नहीं होता, काफी पुराना होता है, उसमें जूस का टेस्ट बढ़ाने के लिए केमिकल्स भी मिले होते हैं। फ्रेश ऑरेंज जूस के साथ भी एक दिक्कत ये है कि जब आप फल का जूस निकालते हैं तो उसके ज्यादातर पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं और जूस में सिर्फ पानी ही रह जाता है। 
ऑरेंज जूस नहीं दूध है बेहतर
जूस और दूध की इस जंग में दूध बाजी मारता नजर आ रहा है क्योंकि दूध में कैल्शियम होता है जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है जबकी ऑरेंज जूस दांतों के इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है। दूसरी बात ये है कि 1 गिलास दूध पीने से आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको देर तक भूख नहीं लगती जबकी 1 गिलास जूस पीने के बाद आपको पेट भरने वाली फीलिंग नहीं आती। दूध में हेल्दी प्रोटीन होता है जिससे आप दिनभर अनहेल्दी स्नैकिंग करने से बच सकते हैं। लिहाजा डिनर और ब्रेकफस्ट के बीच के 8-9 घंटे की फास्टिंग को तोडऩे के लिए जूस से बेहतर ऑप्शन है दूध।


हंसना-रोना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि रोना कमजोरी की निशानी है और शायद यही वजह है कि पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से परहेज करते हैं। लेकिन साइंस की मानें तो रोने के ढेर सारे फायदे हैं। जिस तरह खुलकर हंसना सेहत के लिए फायदेमंद है, ठीक उसी तरह फूट फूट कर रोना भी बेहद जरूरी है। रोना भी आपकी सेहत को उतना ही फायदा देता है, जितना हंसना। लेकिन आखिर आप और हम रोते क्यों है? रोने और आंसू आने के पीछे की वजह क्या है? रोने के क्या-क्या फायदे हैं, यहां जानें।
शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद
रोना एक सामान्य ह्यूमन ऐक्शन है जो हमारे अलग-अलग इमोशन्स की वजह से ट्रिगर होता है। जब हम दुखी होते हैं, उदास होते हैं, किसी बात को लेकर टेंशन या स्ट्रेस में होते हैं तो इन अलग-अलग भावनाओं की वजह से रोना आ जाता है। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तों रोना आपके तन के साथ-साथ मन के लिए भी फायदेमंद है और इसकी शुरुआत तभी से हो जाती है जब बच्चा जन्म लेते वक्त पहली बार रोता है। 
आंसूओं के जरिए टॉक्सिन्स निकलते हैं बाहर
एक स्टडी के मुताबिक, जिस तरह से पसीना और यूरिन जब शरीर के बाहर निकलते हैं तो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, वैसे ही आंसू आने पर भी आंखों की सफाई हो जाती है। आपको बता दें कि आंसू 3 तरह के होते हैं। 
अनैच्छिक आंसू तब निकलता है जब आंखों में कोई कचरा, धूल के कण या धुंआ चला जाए तो आंखों से पानी आने लगता है। 
बुनियादी आंसू जिसमें 98 प्रतिशत पानी होता है, यह आंखों को लुब्रिकेट रखता है और इंफेक्शन से बचाता है।
भावनात्मक आंसू जिसमें स्ट्रेस हॉर्मोन्स और टॉक्सिन्स की मात्रा सबसे अधिक होती है और इनका बह जाना फायेदमंद होता है।
रोने से खुद को शांत करने में मिलती है मदद
खुद को सांत्वना देने और शांत करने का बेस्ट तरीका है रोना। 2014 में हुई एक स्टडी से जुड़े अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो रोने से हमारे शरीर में पैरासिम्प्थेटिक नर्वस सिस्टम (पीएनएस) उत्तेजित हो जाता है और इसी पीएनएस की वजह से शरीर को आराम करने और डाइजेशन में मदद मिलती है। रोने के फायदे आपको तुरंत नजर नहीं आएंगे। लेकिन अगर आप कुछ देर तक आंसू बहाएं तो आपको खुद में रोने के फायदे नजर आएंगे। 
रोने से दर्द होता है कम
लंबे वक्त तक रोने से ऑक्सिटोसिन और इन्डॉर्फिन जैसे केमिकल्स रिलीज होते हैं। ये फील गुड केमिकल हैं जिससे शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही तरह के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। एक बार जब ये केमिकल्स रिलीज हो जाते हैं तो ऐसा लगता है मानो शरीर सुन्न की अवस्था में पहुंच जाता है। ऑक्सिटोसिन हमें राहत का अहसास कराता है और इसी वजह से रोने के बाद हमारा मन शांत हो जाता है। 
मूड होता है बेहतर
दर्द दूर करने के साथ-साथ रोने से आपका मूड भी बेहतर होता है और आपको बेहतर महसूस होता है। जब आप रोते हैं या सिसकियां लेते हैं तो ठंडी हवा के कुछ झोंके शरीर के अंदर जाते हैं जिससे ब्रेन का तापमान कम होता है और शरीर का तापमान भी रेग्युलेट होने लगता है। जब आपका दिमाग ठंडा हो जाता है तो आपका मूड भी बेहतर हो जाता है। 
रोने से स्ट्रेस कम होता है
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया जब आप किसी इमोशनल वजह से रोते हैं तो आपके आंसूओं में स्ट्रेस हॉर्मोन्स और दूसरे केमिकल्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऐसे में रोने से शरीर में इन केमिकल्स की मात्रा कम होती है क्योंकि ये केमिकल्स आंसूओं के जरिए आंखों से बह जाते हैं जिससे आपका स्ट्रेस कम होता है। 
आंखों की रोशनी बनी रहती है
आंसू आंखों में मेमब्रेन को सूखने नहीं देते। इसके सूखने की वजह से आंखों की रोशनी में फर्क पड़ता है, जिस वजह से लोगों को कम दिखना शुरू हो जाता है। मेमब्रेन सही बना रहता है, तो आंखों की रोशनी लंबे समय तक ठीक बनी रहती है।


शूटिंग के दौरान गिरी क्रेन, तीन की मौत

मनीष शर्मा
मुम्बई। फ़िल्म कमल हासन की फिल्म ‘इंडियन-2’ की शूटिंग के दौरान जहां क्रेन गिरने से 3 लोगों की मौत हुई वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज चल रहा है। कमल हासन हादसे के दौरान सेट पर ही मौजूद थे। वह घायलों के साथ अस्पताल में मौजूद हैं।


जानकारी के अनुसार ये शूटिंग चेन्नई के ईवीपी स्टूडियो में चल रही थी।इस हादसे में मधु (29), चंद्रन (60) और कृष्णा (34) की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- ये हादसा रात करीब 9.30 बजे हुआ। इस फिल्म की बात करें तो इसे एस शंकर डायरेक्ट कर रहे हैं। कुछ ही समय पहले इसका पहला पोस्टर रिलीज हुआ, जिसमें कमल अपनी पिछली फिल्म ‘हिन्दुस्तानी’ वाले बुजुर्ग की तरह ही दिखाई दिए थे। ये फिल्म 1996 में आई हिन्दुस्तानी का ही सीक्वल है। इसमें सिद्धार्थ और काजल अग्रवाल भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।


गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम

नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बनकर लगभग तैयार है। इसका उद्घाटन 24 फरवरी को दुनिया के दो दिग्गज नेता करने वाले हैं। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटेरा के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, जिसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने भी कमर कस ली है। उधर, बीसीसीआइ के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी खुश हैं। एक लाख 10 हजार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम को बनाने में बीसीसीआई का भी बहुता सारा पैसा लगाा है। ऐसे में बीसीसीआई इसके उद्घाटन समारोह में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।


गांगुली ने लिखा- देखकर अच्छा लग रहा है


बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मंगलवार और बुधवार को दो एरियल व्यू वाली तस्वीरें इस स्टेडियम की शेयर की है। इसी एक तस्वीर को रिट्वीट करते हुए बीसीसीआइ बॉस सौरव गांगुली ने लिखा है, “इस विशाल और खूबसूरत स्टेडियम को देखकर अच्छा लग रहा है। अहमदाबाद से जुड़ी मेरी बतौर खिलाड़ी और कप्तान बहुत सी यादें हैं। एक लाख की दर्शक क्षमता वाले ईडन में पला बढ़ा हूं मैं, लेकिन वो नहीं रहेगा(भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम) 24 फरवरी को यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”


शहीद सैनिकों के प्रति उदारता

देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के परिवार के साथ बेपरवाह क्यों है सरकार ?



देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ भेदभाव के अनेक मामले सामने आए हैं। पिछले कई दिनों से पुलवामा में हुए शहीद सैनिक सोरेंग की पत्नी सब्जी बेच कर अपना गुजारा कर रही है, का मामला सामने आया है। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने कहा है कि पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के परिवार को अनेक सुविधाएं देने का सरकार ने वादा किया था लेकिन अभी तक उनको किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। सरकार ने पुलवामा पर सहानुभूति दिखाकर देश के लोगों से वोट लूटने का तो काम किया लेकिन देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के  परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला है। सरकार की लापरवाही पर अनेक सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि पुलवामा में शहीद होने वाले 40 से अधिक सैनिकों की जांच अभी तक सरकार ने नहीं करवाई है ? नहीं सरकार ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की है कि यह हमला किसने करवाया ? क्यों करवाया ? इसके पीछे मकसद क्या था ? भारत की सीमाओं के अंदर आरडीएक्स कैसे आया ? इस हमले का मास्टरमाइंड कौन है ? इन तमाम सवालों पर सरकार की खामोशी कहीं ना कहीं देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों  आत्मा के साथ अपमान को दर्शाता है। देश के लोग इस बात को धीरे-धीरे समझ रहे हैं कि पुलवामा हमले से सबसे ज्यादा किस राजनीतिक संगठन को फायदा हुआ है |   पुलवामा हमले के बदौलत जिस राजनीतिक संगठन को सत्ता हासिल हुई उसने अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच प्रक्रिया नहीं बैठा कर अपने आपको अनेकों सवालों के घेरे में  डाल दिया है।


ब्लूज लिबरेशन आर्मी का हमला, 16 की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान आर्मी पर बलूच लिब्रेशन आर्मी ने हमला कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस हमले में 16 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। बलूच सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि बलूचिस्तान लिब्रेशन टाइगर्स के लड़ाकों ने इस हमले को मंगलवार को अंजाम दिया। बलूच लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की माग करते रहे हैं।


ये हमला उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तानी सेना की सिंगसिला क्षेत्र में पोस्टिंग की जा रही थी। इस दौरान बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी आर्मी पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी सेना के लोगों के सभी हथियार और गोला-बारूद भी जब्त कर लिए हैं। इसके बाद सेना के शिविर में आग लगा दी। हालांकि इस हमले के बारे पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
न्यूज एजेंसी एनएआइ के मुताबिक, इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो स्वतंत्रता सेनानी पाकिस्तान आर्मी के वाहन में आग लगाते हुए नजर आ रहे हैं। बलूच लड़ाकों ने यह हमला क्यों किया किसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...