गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम

नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बनकर लगभग तैयार है। इसका उद्घाटन 24 फरवरी को दुनिया के दो दिग्गज नेता करने वाले हैं। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटेरा के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, जिसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने भी कमर कस ली है। उधर, बीसीसीआइ के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी खुश हैं। एक लाख 10 हजार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम को बनाने में बीसीसीआई का भी बहुता सारा पैसा लगाा है। ऐसे में बीसीसीआई इसके उद्घाटन समारोह में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।


गांगुली ने लिखा- देखकर अच्छा लग रहा है


बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मंगलवार और बुधवार को दो एरियल व्यू वाली तस्वीरें इस स्टेडियम की शेयर की है। इसी एक तस्वीर को रिट्वीट करते हुए बीसीसीआइ बॉस सौरव गांगुली ने लिखा है, “इस विशाल और खूबसूरत स्टेडियम को देखकर अच्छा लग रहा है। अहमदाबाद से जुड़ी मेरी बतौर खिलाड़ी और कप्तान बहुत सी यादें हैं। एक लाख की दर्शक क्षमता वाले ईडन में पला बढ़ा हूं मैं, लेकिन वो नहीं रहेगा(भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम) 24 फरवरी को यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”


शहीद सैनिकों के प्रति उदारता

देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के परिवार के साथ बेपरवाह क्यों है सरकार ?



देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ भेदभाव के अनेक मामले सामने आए हैं। पिछले कई दिनों से पुलवामा में हुए शहीद सैनिक सोरेंग की पत्नी सब्जी बेच कर अपना गुजारा कर रही है, का मामला सामने आया है। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने कहा है कि पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के परिवार को अनेक सुविधाएं देने का सरकार ने वादा किया था लेकिन अभी तक उनको किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। सरकार ने पुलवामा पर सहानुभूति दिखाकर देश के लोगों से वोट लूटने का तो काम किया लेकिन देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के  परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला है। सरकार की लापरवाही पर अनेक सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि पुलवामा में शहीद होने वाले 40 से अधिक सैनिकों की जांच अभी तक सरकार ने नहीं करवाई है ? नहीं सरकार ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की है कि यह हमला किसने करवाया ? क्यों करवाया ? इसके पीछे मकसद क्या था ? भारत की सीमाओं के अंदर आरडीएक्स कैसे आया ? इस हमले का मास्टरमाइंड कौन है ? इन तमाम सवालों पर सरकार की खामोशी कहीं ना कहीं देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों  आत्मा के साथ अपमान को दर्शाता है। देश के लोग इस बात को धीरे-धीरे समझ रहे हैं कि पुलवामा हमले से सबसे ज्यादा किस राजनीतिक संगठन को फायदा हुआ है |   पुलवामा हमले के बदौलत जिस राजनीतिक संगठन को सत्ता हासिल हुई उसने अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच प्रक्रिया नहीं बैठा कर अपने आपको अनेकों सवालों के घेरे में  डाल दिया है।


ब्लूज लिबरेशन आर्मी का हमला, 16 की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान आर्मी पर बलूच लिब्रेशन आर्मी ने हमला कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस हमले में 16 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। बलूच सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि बलूचिस्तान लिब्रेशन टाइगर्स के लड़ाकों ने इस हमले को मंगलवार को अंजाम दिया। बलूच लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की माग करते रहे हैं।


ये हमला उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तानी सेना की सिंगसिला क्षेत्र में पोस्टिंग की जा रही थी। इस दौरान बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी आर्मी पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी सेना के लोगों के सभी हथियार और गोला-बारूद भी जब्त कर लिए हैं। इसके बाद सेना के शिविर में आग लगा दी। हालांकि इस हमले के बारे पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
न्यूज एजेंसी एनएआइ के मुताबिक, इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो स्वतंत्रता सेनानी पाकिस्तान आर्मी के वाहन में आग लगाते हुए नजर आ रहे हैं। बलूच लड़ाकों ने यह हमला क्यों किया किसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।


पुलिस प्रौद्योगिकी से होगी सुसज्जितः नाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग से भविष्य की पुलिस फोर्स हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी। इसलिए अभी से पुलिस को नई-नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा। राज्य सरकार पुलिस बल को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में मध्यप्रदेश की पुलिस प्रौद्योगिकी के उपयोग की दृष्टि से इतनी दक्ष होगी कि अन्य प्रदेशों के लिए आदर्श होगी। मुख्यमंत्री ने मिंटो हाल में आई. पी. एस. आफिसर्स कानक्लेव 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक विकास बढ़ने के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिये शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहाँ अपनी धरती पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है क्योंकि सहिष्णुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सोच में अलगाव या बंटवारे के विचार की कोई जगह नहीं है। बंटवारे का मतलब है विनाश।


दो बार भरा जाएगा यूपीएससी का फार्म

नई दिल्ली। जो उम्मीदवार IAS, IPS बनने का सपना देख रहे हैं उन्हें बता दें, यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज (प्रीलिमिनरी) परीक्षा 2020 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन को दो भागों में बांटा गया है। आवेदन करने से पहले उम्मीदवारों को सुझाव दिया जाता है कि वे पहले फॉर्म के निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें, उसके बाद ही आगे ही प्रक्रिया शुरू करें।


कैसे करना होगा आवेदनः स्टेप1- आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट  upsconline.nic.in पर जाना होगा। स्टेप 2- "Click Here for PART I भाग- I"  पर क्लिक करें। स्टेप 3- फिर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने के बारे में महत्वपूर्ण अनुदेश पढ़ें। स्टेप 4-  22 प्वाइंटस ध्यान से पढ़ने के बाद  YES/हां पर क्लिक करें।


स्टेप 5- यूपीएससी का ऑनलाइन फॉर्म आपके सामने खुल जाएगा. इसमें मांगी गई सभी जानकारियां भरें।


स्टेप 6- पार्ट 1 रजिस्ट्रेशन के लिए पार्ट 2 का रजिस्ट्र्रेशन करना है।ऑनलाइन आवेदन फॉर्म दो भागों में भरा जाता है. आवेदन के भाग-I में, उम्मीदवार को सामान्य जानकारी देनी होगी।  विवरण प्रस्तुत करने पर, उम्मीदवार से दिए गए विवरण की जांच करने और आवेदन में संशोधन, यदि कोई हो, करने के लिए कहा जाएगा।


भाग- II आवेदन में निम्न चरण होते हैं।


भुगतान विवरण भरना (फीस छूट प्राप्त अभ्यर्थियों को छोड़कर ), परीक्षा केन्द्र का चयन, फोटो, हस्ताक्षर, फोटो पहचान पत्र दस्तावेज को अपलोड करना और घोषणा सहमति करना।


फोटा का साइजः स्कैन की गई फोटोग्राफ जेपीजी साइज में होनी चाहिए और पहले अपलोड होनी चाहिए। फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाह हस्ताक्षर (साइन) का साइज


अपनी तस्वीर अपलोड करने के बाद अपने स्कैन किए हुए हस्ताक्षर को जेपीजी साइज में अपलोड करें। प्रत्ये‍क फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाहिए।


आवेदन करने की आखिरी तारीख


आवेदन करने की आखिरी तारीख 03-03-2020 के शाम 6:00 बजे है, इससे पहले किए रजिस्ट्रेशन को  वैध माना जाएगा।


कैसे भरें फीसः फीस का नगद भुगतान करने के लिए, उम्मीदवार को रजिस्ट्रेशन पूरा करने के उपरांत ऑनलाइन प्राप्त किए गए चालान का प्रिंटआउट निकाल लेना चाहिए। चालान प्राप्त करने के 24 घंटे बाद उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक की निकटतम शाखा पर जाकर शुल्क जमा कर सकते हैं। "नकद भुगतान" विकल्प 02-03-2020 के 23.59 घंटे पर निष्क्रिय हो जाएगा हालांकि, आवेदक जिन्होंने चालान निष्क्रिय होने से पहले चालान प्राप्त किया है, वे आवेदन की अंतिम तिथि पर बैंकिंग समय के दौरान एसबीआई शाखा के काउंटर पर भुगतान कर सकते हैं। वहीं जो उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान करना चा‍हते हैं, वे ऑनलाइन फार्म को भरने करने के सीधे ही फीस का भुगतान कर सकते हैं।


इन बातों का रखें खास ध्यानः उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि आवेदन को अंतिम रूप से जमा करने के बाद सिविल सेवा (मुख्य) या भारतीय वन सेवा (मुख्य) के विशिष्ट विवरण जैसे परीक्षा के केंद्र, वैकल्पिक विषय, माध्यम, अनिवार्य भारतीय भाषा में कोई भी परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। इसलिए, आपको इन विवरणों को भरते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।  वहीं ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में फोटो पहचान पत्र संख्या और उसी की कॉपी अपलोड करें और साक्षात्कार/परीक्षा स्थल के समय भी इसे ही ले जाना आवश्यक है।



जानिए- कैसा होगा यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का पैटर्न



परीक्षा का माध्यम ऑफलाइन होगा। इसमें दो पेपर होंगे। पहला पेपर सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (सीटेट) और दूसरा पेपर जनरल एबिलिटी टेस्ट (GST)।


 सवालः पेपर में 80 सवाल और दूसरे पेपर में 100 सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा 400 नंबर की होगी।


समयः प्रत्येक पेर के लिए 2 घंटे और दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को 20 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। परीक्षा दो भाषा में आयोजित की जाएगी। हिंदी और इंग्लिश।


 


यूपी बोर्डः स्क्रुटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन

प्रयागराज। 2020 की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो रहे 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए यूपी बोर्ड ने बड़ा बदलाव किया है। इस साल से परीक्षार्थी स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था। नये नियम के अनुसार रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन के अंदर स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना होगा।


पिछले साल तक रिजल्ट जारी होने के बाद 30 दिन तक आवेदन लिए जाते थे। 10वीं-12वीं की उत्तर पुस्तकों की स्क्रूटनी के लिए आवेदित सभी मामलों का निस्तारण करते हुए उसका परिणाम 15 जुलाई तक घोषित कर दिया जाएगा। जबकि इससे पहले इंटर स्क्रूटनी का रिजल्ट 31 जुलाई तक और हाईस्कूल स्क्रूटनी का परिणाम 15 अगस्त तक घोषित किया जाता था। आवेदन और परिणाम घोषित करने की समय सीमा कम की गई है ताकि छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश के समय परेशानी न उठानी पड़े। स्क्रूटनी के लिए परीक्षार्थियों को संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन की अवधि पूरी होने के बाद मिले आवेदन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।  प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यालयों में सीधे, कोरियर या डाक से भेजा गया कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा। यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि स्क्रूटनी की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। इस साल से सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।


बृजेश केसरवानी


 


राष्ट्रवाद मे नाजी और हिटलर की झलक

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रांची में एक कार्यक्रम में राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।


राष्ट्रवाद शब्द के प्रयोग से बचें: भागवत


भागवत का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।


दुनिया की अगुवाई कर सकता है भारत


आरएसएस प्रमुख ने कहा कि विकसित देश अपने व्यापार को हर देश में फैलाना चाहते हैं। इसके जरिए वो अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं। दुनिया के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उनसे केवल भारत निजात दिला सकता है। हिंदुस्तान को नेतृत्व करने के बारे में सोचना चाहिए। एकता ही देश की अकेली ताकत है। बेशक इसका आधार अलग हो सकता है लेकिन मकसद एक है।


हिंदुत्व के एजेंडे पर आरएसएस बढ़ेगा आगे


भागवत का कहना है कि हिंदू ही एक ऐसा शब्द है जो भारत को दुनिया के सामने सही तरीके से पेश करता है। बेशक देश में कई धर्म हैं लेकिन हर व्यक्ति एक शब्द से जुड़ा हुआ है जो हिंदू है। ये शब्द देश की संस्कृति को दुनिया के सामने दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा जो देश को जोड़ने का काम करेगा। हम सभी को मानवता के साथ जीना सीखना होगा। इसके लिए देश में प्यार काफी जरूरी है। संघ में हम कार्यकर्ताओं को इसे लेकर ही ज्ञान देते हैं।


5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'

5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच से 10 फरवरी के बीच आएगी। मुख्य...