गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
फरवरी 21, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-194 (साल-01)
2. शुक्रवार, फरवरी 21, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102
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(सर्वाधिकार सुरक्षित)
बुधवार, 19 फ़रवरी 2020
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नीतू की अध्यात्मिक्ता, होगी डबल पूजा
मुंबई। बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर और आलिया भट्ट इन दिनों अपने काम की वजह से नहीं अपनी रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में हैं। हर हफ्ते या महीने उनकी शादी की डेट से जुड़ी खबरें आती रहती हैं। कभी इस कपल की शादी की तारीख होती है तो कभी हनीमून डेस्टिनेशन, हालांकि इस कपल ने अपनी शादी को लेकर कोई बात नहीं की है। अब शादी की खबरों पर आलिया भट्ट ने चुप्पी तोड़ी है। आलिया ने एक चैनल से कहा है कि मीडिया में आ रही शादी की खबरें किसी एंटरटेनमेंट से कम नहीं हैं। ये खबरें उनके लिए सिर्फ एंटरटेनमेंट का सॉर्स हैं। इस इंटरव्यू में आलिया ने उन खबरों को नकार दिया, जिसमें कहा गया था कि उनकी शाही शादी की तैयारियां चल रही हैं और कपूर फैमिली के रिश्तेदारों को न्योता भेज दिया गया है। हालांकि आलिया के इस जवाब पर कुछ लोग सवाल भी उठा रहे हैं। उन्होंने सीधे मना करने के बजाय ‘एंटरटेनमेंटट’ की बात क्यों कही? बता दें कि कुछ दिन पहले ये खबरें भी आई थीं कि ऋषि कपूर और नीतू कपूर शादी की तैयारियों में लगे हैं। वे चाहते हैं कि शादी की रस्में कृष्णाराज प्रोपर्टी में हों तो इसके लिए वहां रेनोवेशन का काम भी करवा रहे हैं। कृष्णाराज प्रॉपर्टी पर रेनोवेशन का काम पूरा होते ही रणबीर और आलिया की शादी की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। यह भी कहा गया था कि प्री-वेडिंग और पोस्ट वेडिंग पूजा भी करवाई जाएगी। इसकी वजह नीतू का आध्यात्मिक होना है। वह चाहती हैं कि उनके बेटे की शादी पूरे विधि-विधान से हो।
सहायक प्रजनन को कैबिनेट की मंजूरी
नई दिल्ली। सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए ‘सहायक प्रजनन तकनीक नियमन विधेयक 2020′ को बुधवार को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी । संसद में ‘सरोगेसी नियमन विधेयक 2020′ को पेश करने और ‘चिकित्सा गर्भपात संशोधन विधेयक 2020′ को मंजूरी देने के बाद यह अहम कदम उठाया गया है। ये विधायी उपाय महिलाओं के प्रजनन अधिकारों के संरक्षण के लिए ऐतिहासिक कदम हैं। संसद में पारित हो जाने एवं इस विधेयक के कानून का रूप लेने के बाद केन्द्र सरकार इस अधिनियम पर अमल की तिथि को अधिसूचित करेगी। इसके बाद राष्ट्रीय बोर्ड का गठन किया जाएगा। राष्ट्रीय बोर्ड भौतिक अवसंरचना प्रयोगशाला एवं नैदानिक उपकरणों तथा क्लिनिकों एवं बैंकों में रखे जाने वाले विशेषज्ञों के लिए न्यूनतम मानक तय करने के लिए आचार संहिता निर्धारित करेगा, जिसका पालन क्लिनिक में काम करने वाले लोगों को करना होगा। केन्द्र सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने के तीन महीनों के भीतर राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश इसके लिए राज्य बोर्डों और राज्य प्राधिकरणों का गठन करेंगे। राज्य बोर्ड पर संबंधित राज्य में क्लिनिकों एवं बैंकों के लिए राष्ट्रीय बोर्ड द्वारा निर्धारित नीतियों एवं योजनाओं को लागू करने की जिम्मेदारी होगी। विधेयक में केन्द्रीय डेटाबेस के रख-रखाव तथा राष्ट्रीय बोर्ड के कामकाज में उसकी सहायता के लिए राष्ट्रीय रजिस्ट्री एवं पंजीकरण प्राधिकरण का भी प्रावधान किया गया है। विधेयक में उन लोगों के लिए कठोर दंड का भी प्रस्ताव किया गया है, जो लिंग जांच, मानव भ्रूण अथवा जननकोष की बिक्री का काम करते हैं और इस तरह के गैर-कानूनी कार्यों के लिए एजेंसियां या संगठन चलाते हैं। इस कानून का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह देश में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी सेवाओं का नियमन किया जा सकेगा। यह कानून बांझ दंपतियों में सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) के तहत नैतिक तौर-तरीकों को अपनाए जाने के संबंध में कहीं अधिक भरोसा पैदा करेगा।
दिल्लीः अहमदाबाद में होगा मंच साझा
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर भारत में जमकर तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप का स्वागत दिल्ली से बाहर गुजरात के अहमदाबाद स्थित करेंगे और दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में दोनों नेता मंच भी साझा करेंगे। सवाल उठना लाजमी है कि दिल्ली से बाहर क्यों? तय कार्यक्रम के मुताबिक, ट्रंप जब भारत पहुंचेंगे तो हिंदुस्तान में अमेरिका वाले ‘हाउडी मोदी’ वाले कार्यक्रम से भी भव्य आयोजन होगा। उससे भी बड़ा उत्सव होगा और उससे भी बड़ा जनसैलाब उमड़ेगा। यह भी तय है कि दोनों देशों के प्रमुख साथ-साथ चलेंगे और एक ही मंच से बोलेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मोदी ने ट्रंप की मेजबानी के लिए अहमदाबाद को ही क्यों चुना? दरअसल, पीएम मोदी ‘अतुल्य भारत’ को दुनिया के सामने लाने की रणनीति के तहत राष्ट्राध्यक्षों की आवभगत दिल्ली के बाहर इसलिए कर रहे हैं, ताकि दुनिया भारत की इन जगहों से वाकिफ हो और पर्यटन के मानचित्र पर ये भी आ सकें। मोदी ने इस कड़ी की शुरुआत जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का वाराणसी में स्वागत किया था। उसके बाद लगातार विदेशी मेहमानों का स्वागत दिल्ली से बाहर करते रहे हैं। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने मुंबई में पुर्तगाल के राष्ट्रपति सूसा का स्वागत किया था, जो भारत-पुर्तगाल बिजनेस समिट में भाग लेने भारत आए थे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के पीएम मोदी के बीच अभी हाल ही में उच्चस्तरीय बैठक तमिलनाडु के महाबलीपुरम में आयोजित की गई थी। इसके बाद महाबलीपुरम विश्व पर्यटन के मानचित्र पर आ गया और वहां विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ गई। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्यूल मैक्रों ने भी अपने भारत दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मिर्जापुर का दौरा किया था। यूरोपीयीय देशों के कई राष्ट्राध्यक्ष ‘मेक इन इंडिया वीक’ के दौरान मुंबई दौरे पर आए थे, जिनमें फिनलैंड और स्वीडन के प्रधानमंत्री और पोलैंड के उपप्रधानमंत्री शामिल रहे।प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की भी मेजबानी बंगलुरू में की थी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने भी उत्तर प्रदेश के नोएडा में विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप का भी स्वागत दिल्ली से बाहर हैदराबाद में किया गया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने भारत दौरे के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, साबरमती आश्रम और मुंबई का दौरा किया था। पिछले साल दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक अयोध्या में आयोजित देव दीपावली समारोह में शामिल हुई थीं।
नक्सलियों ने आईईडी बम किया ब्लाट
सुकमा। जिले के ग्राम फूलबगडी-गोलाबेकुर के मध्य रास्ते में जवानों को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से नक्सलियों ने आईईडी बम प्लांट किया था। जिसे मौके पर सुरक्षित निकालकर निष्क्रिय कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों द्वारा लगाया गया 05 किलो का आईईडी बम सीआरपीएफ की सेकेंड़ बटालियन को सर्चिंग के दौरान मिला। जवानों ने इसे सुरक्षित निकालकर निष्क्रिय कर दिया है। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है।
'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला
'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला इकबाल अंसारी नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...
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