गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

शिक्षिका ने मुंडवाया सिर, राहुल को भेजे बाल

 भोपाल। बीते 72 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के लिए बुधवार का दिन बेहद भावुक करने वाला रहा। बुधवार दोपहर को धरना दे रही एक महिला अतिथि विद्वान ने अपने केश त्यागते हुए सार्वजनिक रूप से खुद का मुंडन करवा लिया. मुंडन करवाने वाली महिला अतिथि विद्वान का नाम डॉक्टर शाहीन खान है।


मुंडन करवाने के बाद भावुक हो गईं और कहा कि चुनाव के बाद अतिथि विद्वानों से कांग्रेस ने वादा किया था कि सरकार बनने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा। हमने साल भर तक इंतजार किया और उसके बाद ही हमने जब आंदोलन शुरू किया तो अतिथि विद्वानों को फालेन आउट नोटिस मिलना शुरू हो गए। हम यहां दो महीने से ठंड में धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारी कोई सुध नहीं ली. हमने बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य बनाया लेकिन अब खुद हमारा भविष्य अंधकारमय है इसलिए यहां से लिखित आर्डर मिलने तक हम नहीं उठेंगे।



वहीं, अतिथि विद्वान नियमतिकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवराज सिंह ने कहा कि इससे दुखदाई दिन अतिथि विद्वानों के लिए नहीं हो सकता, क्योंकि एक महिला ने अपने केश त्याग दिए। डॉक्टर शाहीन ने जो बाल मुंडवाए हैं उसे हम राहुल गांधी के पास भेजेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि उनके दिए गए वचन का यहां पालन नहीं हो रहा है।  


वहीं, महिला अतिथि विद्वान के मुंडन करवाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ट्वीट कर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ का फरवरी 2018 का एक पुराना ट्वीट शेयर करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, आज भी केश नारी के सम्मान का प्रतीक है। अतिथि विद्वान बहनों ने आपकी सोती हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए अपने केश त्यागे, क्या आज आपको उनकी पीड़ा का अंदाज़ा है? क्या आपकी नज़र में आज प्रदेश शर्मसार हुआ? क्या उनकी भलाई के लिए आप कोई कदम उठाएंगे?


दरअसल, जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे तब कमलनाथ ने महिला अतिथि विद्वान के मुंडन कराने पर शिवराज को घेरते हुए इसे दिल को झकझोरने वाली घटना कहा था। बता दें कि अपने नियमतिकरण की मांग को लेकर मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान 2 दिसंबर 2019 से आंदोलन कर रहे हैं जो अबतक जारी है।


देहरादून, प्रयागराज, भोपाल के लिए विमान

प्रयागराज। प्रयागराज से अगले महीने पुणे की सीधी फ्लाइट शुरू होने के बाद देहरादून और भोपाल की भी सीधी फ्लाइट शुरू होगी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने प्रयागराज से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सीधी फ्लाइट संचालन की मंजूरी दे दी है। इन दोनों ही शहरों के लिए निजी विमानन कंपनी इंडिगो द्वारा फ्लाइट शुरू की जाएगी। इसके लिए डीजीसीए ने 29 मार्च 2020 से लागू हो रहे समर शेड्यूल में भी इसका स्लॉट आवंटित कर दिया है।वर्तमान समय प्रयागराज से दिल्ली के लिए दो और मुंबई, कोलकाता, रायपुर, बंगलूरू एवं गोरखपुर के लिए सीधी हवाई सेवा है। पांच मार्च से विमानन कंपनी इंडिगो पुणे के लिए भी सीधी फ्लाइट शुरू कर रहा है। इस सेवा के शुरू होने के बाद इंडिगो को देहरादून और भोपाल का भी 29 मार्च से डीजीसीए ने स्लॉट आवंटित किया है। हालांकि इंडिगो की ओर से अभी देहरादून और भोपाल की बुकिंग शुरू नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि इन दोनों शहरों के लिए इंडिगो 72 सीट वाला एटीआर श्रेणी का विमान चलाएगा।पाल से यह विमान प्रयागराज के लिए सुबह के वक्त उड़ान भरेगा। प्रयागराज आने के बाद यही विमान यहां से देहरादून रवाना होगा। वहां 30 मिनट रुकने के बाद वापस यही विमान प्रयागराज आएगा और भोपाल के लिए उड़ान भरेगा। बृजेश केसरवानी


मातम में बदली खुशी, तीन की मौत

बलरामपुर।  बलरामपुर के चांदो मोड़ में शादी  खुशी का माहौल उस समय गम में बदल गया जब एक बाराती गाड़ी एक्सीडेंट हो गई। इस वाहन में सवार तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतकों में राहुल रजक, विष्णु संबल और सूरज प्रजापति हैं। इस घटना में संजीप सिंह चालाक बुरी तरह जख्मी हो गया है। बारात ओबरी से अमडंडा जा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में जख्मी एक व्यक्ति को अस्पताल एडमिट करवाया है।


जानकारी के अनुसार बारात की कई गाड़ियां थी जिनमें से दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कार्पियो काफी पीछे चल रही थी, इसी दौरान हादसा हुआ। लोगों के अनुसार वाहन तेज रफ्तार में थी हादसे की वजह यहीं बताई जा रही है। घटना की सूचना के बाद शादी की खुशियां गम में बदल गई। बेहद ही सादे समारोह में किसी तरह से आयोजन कर लड़की को विदा किया गया।


भारत ने दूसरा गोल्ड मेडल जीता

नई दिल्ली। एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप का गुरुवार को तीसरा दिन है। भारत ने तीसरे दिन में स्वर्णिम शुरुआत की है। भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भार वर्ग में जापानी खिलाड़ी नारुहा मत्सुयुकी को हराकर गोल्ड अपने नाम कर ली है। नई दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिव्या ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए टूर्नामेंट का दूसरा गोल्ड मेडल जीता। इसी के साथ भारत के नाम में अब दो गोल्ड सहित कुल छह पदक हो चुके हैं।


काशी महाकाल एक्सप्रेस का सफर शुरू

नई दिल्ली। काशी महाकाल एक्सप्रेस का आधिकारिक सफर गुरुवार से शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को चंदौली के पड़ाव से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। ये ट्रेन वाराणसी से इंदौर के बीच चलेगी, जो तीन ज्योतिर्लिंगों (श्री ओम्कारेश्वर, श्री महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ) को आपस में जोड़ेगी। आईआरसीटीसी काशी महाकाल एक्सप्रेस का शुभारंभ महाशिवरात्रि के एक दिन पहले यानी 20 फरवरी से शुरू हो रहा है। देश की तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन कैंट रेलवे स्टेशन से दोपहर 2.45 बजे इंदौर के लिए रवाना होगी और दूसरे दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंच जाएगी। महाकाल के पहले यात्रियों को आईआरसीटीसी की ओर से आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे।


कैरियर को लेकर कोई प्लानिंग नहीं

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। ड्रामा से लेकर ऐक्शन फिल्मों में अपनी ऐक्टिंग से लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाले ऐक्टर विकी कौशल इस साल की शुरुआत हॉरर फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ से करने जा रहे हैं। 2018 में विकी कौशल ने ‘राजी’,’संजू’ और ‘मनमर्जियां’ जैसी फेमस फिल्मों में काम किया था और 2019 में आई फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए उन्हें नैशनल अवॉर्ड भी मिला। विकी कौशल कहा कि मैं अपने करियर के लिए कोई योजना नहीं बनाता। मैं अगर ऐसा करूंगा तो अपने काम के साथ न्याय नहीं कर पाउंगा।


वह मुझे एक ऐक्टर के तौर पर जटिल बना देगा। मेरे लिए अच्छे फिल्मकारों द्वारा बनाई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा होना जरूरी है क्योंकि लोग अच्छी कहानियां देखना चाहते हैं। विकी कौशल का मानना है कि वह जब तक अलग-अलग तरह की फिल्में करते रहेंगे ऐक्टर के तौर पर उनका विकास होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ से पहले कोई ऐक्शन फिल्म नहीं की थी इसलिए मुझमें वह करने की ललक थी। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ मेरी पहली हॉरर फिल्म है, इसलिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैं संतुष्ट होना चाहता था कि अब में इसमें रम गया हूं। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ का निर्देशन भानू प्रताप सिंह ने किया है। फिल्म 21 फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस फिल्म के अलावा विकी कौशल डायरेक्टर शूजीत सरकार की क्रांतिकारी उधम सिंह की बायॉपिक में नजर आएंगे। वह करण जौहर की फिल्म ‘तख्त’ में भी हैं।


फर्स्ट ड्रिंक में दूध या जूस बेहतर

यह बात न सिर्फ हमारे बड़े बुजुर्ग कहते आ रहे हैं बल्कि अब तो यह बात पूरी तरह से साबित भी हो चुकी है कि ब्रेकफस्ट हमारे दिन का सबसे अहम मील है और किसी भी हाल में ब्रेकफस्ट को स्किप नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आप ब्रेकफस्ट में क्या खाते हैं इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। रात के डिनर के बाद जब हम सोते हैं तो कम से कम 8-9 घंटे की फास्टिंग हो जाती है और ऐसे में सुबह-सुबह शरीर को फिर से एनर्जी पाने के लिए ब्रेकफस्ट की जरूरत होती है। लिहाजा पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को ब्रेकफस्ट में शामिल करना चाहिए। 
ब्रेकफस्ट में दूध या जूस?
लेकिन एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है कि- ब्रेकफस्ट में दूध पीना चाहिए या जूस? बहुत से लोग ब्रेकफस्ट में कैल्शियम से भरपूर 1 गिलास दूध पीना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोगों को सुबह-सुबह नाश्ते में ब्रेड-टोस्ट या ऑमलेट के साथ विटमिन सी से भरपूर 1 गिलास ऑरेंज जूस पीना पसंद होता है। लेकिन सुबह की पहली ड्रिंक के लिहाज से दूध या जूस क्या है बेहतर, यहां जानें दोनों के फायदे और नुकसान। 
दूध पीने के हैं इतने फायदे
दूध कैल्शियम का तो बेस्ट सोर्स है ही, साथ ही दूध में प्रोटीन, विटमिन बी 12, हेल्दी फैट्स आदि भी भरपूर मात्रा में होते हैं। सदियों से दूध को एक कम्प्लीट मील के तौर पर देखा जाता रहा है। दूध के तमाम फायदों की वजह से ही शरीर को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूध का सेवन करते हैं। ऐसे में देखा जाए तो सुबह ब्रेकफस्ट में दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। 
दूध के कुछ नुकसान भी हैं
दूध में सैच्युरेटेड फैट होता है जिससे मोटापा और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा हो सकता है। साथ ही इन दिनों दूध देने वाले जानवरों को इंजेक्शन भी लगाया जाता है ताकि वे ज्यादा दूध दे सकें और इस इंजेक्शन का भी हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में जब तक आप दूध की क्वॉलिटी को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त न हों सुबह-सुबह दूध पीने से बचें। बहुत से लोगों में लैक्टोज इनटॉलरेंस की भी दिक्कत होती है और ऐसे लोगों को भी दूध से बचना चाहिए। कई बार ज्यादा दूध पीने से डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें भी हो जाती हैं। हालांकि आप चाहें तो डेयरी मिल्क की जगह सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। 
विटमिन सी से भरपूर ऑरेंज जूस के फायदे
विटमिन सी और ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर ऑरेंज जूस हमारी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर हमें बीमारियों से दूर, फिट और हेल्दी रहने में मदद करता है। विटमिन सी शरीर को वातावरण से जुड़ी दिक्कतें जैसे- पलूशन, सूर्य की हानिकारक यूवी किरणें आदि से भी बचाता है। सुबह ब्रेकफस्ट में अगर आप 1 गिलास ऑरेंज जूस पी लें तो आपके दिनभर की विटमिन सी की जरूरत पूरी हो जाती है। 
ऑरेंज जूस के नुकसान
हालांकि अगर आप घर में खुद ऑरेंज का जूस निकालकर फ्रेश जूस पी रहे हैं तभी वो फायदेमंद होगा। डिब्बाबंद या पैकेज्ड ऑरेंज जूस में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है और वो फ्रेश नहीं होता, काफी पुराना होता है, उसमें जूस का टेस्ट बढ़ाने के लिए केमिकल्स भी मिले होते हैं। फ्रेश ऑरेंज जूस के साथ भी एक दिक्कत ये है कि जब आप फल का जूस निकालते हैं तो उसके ज्यादातर पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं और जूस में सिर्फ पानी ही रह जाता है। 
ऑरेंज जूस नहीं दूध है बेहतर
जूस और दूध की इस जंग में दूध बाजी मारता नजर आ रहा है क्योंकि दूध में कैल्शियम होता है जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है जबकी ऑरेंज जूस दांतों के इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है। दूसरी बात ये है कि 1 गिलास दूध पीने से आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको देर तक भूख नहीं लगती जबकी 1 गिलास जूस पीने के बाद आपको पेट भरने वाली फीलिंग नहीं आती। दूध में हेल्दी प्रोटीन होता है जिससे आप दिनभर अनहेल्दी स्नैकिंग करने से बच सकते हैं। लिहाजा डिनर और ब्रेकफस्ट के बीच के 8-9 घंटे की फास्टिंग को तोडऩे के लिए जूस से बेहतर ऑप्शन है दूध।


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...