गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

यूपी बोर्डः स्क्रुटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन

प्रयागराज। 2020 की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो रहे 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए यूपी बोर्ड ने बड़ा बदलाव किया है। इस साल से परीक्षार्थी स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था। नये नियम के अनुसार रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन के अंदर स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना होगा।


पिछले साल तक रिजल्ट जारी होने के बाद 30 दिन तक आवेदन लिए जाते थे। 10वीं-12वीं की उत्तर पुस्तकों की स्क्रूटनी के लिए आवेदित सभी मामलों का निस्तारण करते हुए उसका परिणाम 15 जुलाई तक घोषित कर दिया जाएगा। जबकि इससे पहले इंटर स्क्रूटनी का रिजल्ट 31 जुलाई तक और हाईस्कूल स्क्रूटनी का परिणाम 15 अगस्त तक घोषित किया जाता था। आवेदन और परिणाम घोषित करने की समय सीमा कम की गई है ताकि छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश के समय परेशानी न उठानी पड़े। स्क्रूटनी के लिए परीक्षार्थियों को संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन की अवधि पूरी होने के बाद मिले आवेदन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।  प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यालयों में सीधे, कोरियर या डाक से भेजा गया कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा। यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि स्क्रूटनी की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। इस साल से सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।


बृजेश केसरवानी


 


राष्ट्रवाद मे नाजी और हिटलर की झलक

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रांची में एक कार्यक्रम में राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।


राष्ट्रवाद शब्द के प्रयोग से बचें: भागवत


भागवत का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।


दुनिया की अगुवाई कर सकता है भारत


आरएसएस प्रमुख ने कहा कि विकसित देश अपने व्यापार को हर देश में फैलाना चाहते हैं। इसके जरिए वो अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं। दुनिया के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उनसे केवल भारत निजात दिला सकता है। हिंदुस्तान को नेतृत्व करने के बारे में सोचना चाहिए। एकता ही देश की अकेली ताकत है। बेशक इसका आधार अलग हो सकता है लेकिन मकसद एक है।


हिंदुत्व के एजेंडे पर आरएसएस बढ़ेगा आगे


भागवत का कहना है कि हिंदू ही एक ऐसा शब्द है जो भारत को दुनिया के सामने सही तरीके से पेश करता है। बेशक देश में कई धर्म हैं लेकिन हर व्यक्ति एक शब्द से जुड़ा हुआ है जो हिंदू है। ये शब्द देश की संस्कृति को दुनिया के सामने दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा जो देश को जोड़ने का काम करेगा। हम सभी को मानवता के साथ जीना सीखना होगा। इसके लिए देश में प्यार काफी जरूरी है। संघ में हम कार्यकर्ताओं को इसे लेकर ही ज्ञान देते हैं।


बंदूकधारियों की गोलीबारी में आठ की मौत

हनाऊ। जर्मनी के हनाऊ शहर में बुधवार को दो जगहों पर गोलीबारी हुई। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। वहीं घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार दो अज्ञात बंदूकधारियों ने हनाऊ और स्पूटनिक के शीशाबार में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। पहली गोलीबारी में जहां तीन लोग मारे गए वहीं दूसरी में पांच लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संदिग्ध फरार हैं। घटना के पीछे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस का कहना है कि पहला हमला हनाऊ शहर के मिडनाइट बार में हुआ। वहीं दूसरी गोलीबारी की घटना अरेना बार में घटित हुई।
पुलिस और स्थानीय मीडिया के अनुसार रात मिडनाइट शीशा बार में रात के 10 बजे (स्थानीय समय) आठ से नौ गोलियां चलाई गई थीं। हनाऊ फ्रैंकफर्ट से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां की आबादी 1,00,000 से अधिक है। घटना को अंजाम देने के बाद एक वाहन को घटनास्थल से रवाना होते हुए देखा गया। इसके बाद दूसरे शीशा बार- अरेना बार में गोलाबारी हुई। इसमें पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बिल्ड न्यूजपेपर के अनुसार पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। यह अभी साफ नहीं हुआ है कि घटना को कितने लोगों ने अंजाम दिया है।


नक्सलवाद के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन

रायपुर। साल 2020 का पहला ऑपरेशन बस्तर इलाके में सुरक्षाबलों के द्वारा मंगलवार शाम से शुरू हुए इस अभियान को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थि ने बताया तेलंगाना की सीमा से लेकर महाराष्ट्र की सीमा तक अभियान जारी है। इस अभियान में एसटीएफ औऱ डीआरजी के 1400 सौ जवान, सीआरपीएफ के 450 जवान है। माओवादियों के अत्यंत कोर एरिया किस्टारम और पामेड़ के बीच और अबूझमाड़ का इलाका है। बता दें सुकमा के टोडामरका इलाके में एसटीएफ और डीआरजी के साथ हुई मुठभेड़ में एक माओवादी का शव मय हथियार के साथ बरामद हुआ है। 4 माओवादियों को गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। इस घटना में एसटीएफ का एक जवान भी घायल हुआ है।


पदमश्री मिलने पर एकता ने कहा

नई दिल्ली। एकता कपूर ने अपने पाथ-ब्रेकिंग कंटेंट के साथ सभी प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा प्रवाह पैदा किया है और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। कंटेंट क्वीन ने पिछले कुछ वर्षों में, सास भी कभी बहू थी और कुसुम जैसे डेली सोप के साथ लोगों की सोच बदलने में भी मदद की है जो अलग थे और परिवार के फैसले एक महिला द्वारा लिए गए थे।


एकता ने 2000 के शुरुआती दिनों में समय से पहले सोचा और अपनी पहुंच व फॉलोइंग का सही उपयोग करते हुए अपने सफ़र की शुरुआत की थी। एक अग्रणी दैनिक से अपने सफ़र के बारे में बात करते हुए, एकता ने कहा, “मुझे लगता है ज़िन्दगी ने मेरा साथ दिया”, इस बात पर नज़र डालते हुए कि निर्माता ने देश का चौथा- सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री प्राप्त करने के लगभग एक महीने के बाद क्या बदलाव लाये है, एकता निश्चित रूप से इसकी हकदार है।


टेलीविज़न उद्योग में हाहाकार मचाने के बाद, कंटेंट क्वीन ने सिनेमा की दुनिया में कदम रखा और यहां तक कि ड्रीम गर्ल जैसे कंटेंट के साथ खूब सुर्खियां भी बटोरी, जहां फिल्म का मुख्य आकर्षण था कि कैसे लोग चाहते थे कि कोई उनकी बात सुने और कैसे पूरा कॉन्सेप्ट ताजा व सोशल था और यहां तक कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में भी फ़िल्म हिट रही थी। एक ओर कहानी जो दर्शकों के दिल में ताज़ा है, वह ‘तर्यान्च बैत’ (2011), एक अन्य कहानी जिसमें विभिन्न भावनाएं और सीख जुड़ी हुई थीं।


वही, उनका नवीनतम शो “ये है चाहतें”, एक भारतीय सिंगल माँ के संघर्षों पर आधारित है और फिर से एक सामाजिक और सार्वजनिक मुद्दे को उजागर करती है। इस तरह के एक सामाजिक मुद्दे को उजागर करने और उसके फायदे व नुकसान को दिखाने के लिए एकता को खूब सरहाया जा रहा है। दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, निश्चित रूप से एकता को पता है कि सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालना कितना आवश्यक है और एकता इसे विशुद्ध रूप से कंटेंट के प्रति प्यार और समाज में बेहतर बदलाव लाने के लिए करती है। एकता ने टेलीविजन से ले कर ओटीटी और सिनेमा तक सभी प्लेटफॉर्म पर सफलता प्राप्त की है जो विशुद्ध रूप से इस बात पर आधारित है कि उनका कंटेंट कितना क्रिस्प और सरल है।


“जो लोग आपको एक कुरसी पर बिठाते हैं, वे आपको खींचने के लिए उतने ही त्वरित हो सकते हैं। इसलिए मैं एक कुरसी पर नहीं रहना चाहती, मैं सिर्फ चाहती हूँ कि लोग मुझे सुने”,एकता ने यह कहकर साबित कर दिखाया है कि निर्माता सबसे ज़्यादा अपने कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करते है और वह अभी से अपने अन्य कंटेंट पर काम कर रही है व दर्शकों को आश्चर्यचकित करने के लिए तैयार है।


आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हलकान

आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हुए हलकान
सैकडों की संख्या में रैबीज का टीका लगवाने पहुंच रहे पीडित
मोरना-मुजफ्फरनगर। गली मौहल्ले सहित मुख्य मार्गों व सार्वजनिक स्थानों पर आवारा कुत्तों का जमावडा बढ रहा है। आवारा खूंखार हो चुके आवारा कुत्तों के आतंक से नागरिक हलकान है। सैकडों की संख्या में कुत्ते काटे हुए मरीज टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जहां टीके की कमी के कारण कुछ मरीज मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। नागरिकों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों को पकडवाने व सरकारी अस्पतालों में एन्टी रैबीज उपलब्ध कराने की मांग की है।जनपद मुज़फ्फरनगर के मोरना ब्लॉक क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। गली मौहल्ले के चौराहों, बाजार व सार्वजनिक स्थानों पर घूम रहे आवारा कुत्ते बच्चों व महिलाओं पर हमला बोल रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरना पर तैनात स्टाफ ने बताया कि बुधवार को 72 मरीजों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोपा पर मंगलवार को दो दर्जन से अधिक व्यक्तियों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। टीके समाप्त हो जाने के कारण कुछ मरीज वापस लौट गये।
मोरना प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में एन्टी रैबीज के टीके उपलब्ध हो जाएंगे। नागरिकों ने आवारा कुत्तों को पकडवाने की गुहार प्रशासन से लगाई है।


काज़ी अमजद अली


सपा से प्रदेश में बड़ा तबका नाराज

आज़मगढ़। अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची, उन्होंने वहां पहुंचकर पुलिस के उत्पीड़न का शिकार हुए लोगो से मुलाकात की। उनके दुख दर्द को बांटते हुए उनके लिए लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया। ये पल अखिलेश यादव के डूब मरने से कम नहीं, आज़मगढ़ की जनता ने चुनाव में उनकी इज्जत सलामत रखी थी, मगर उनकी परवाह अखिलेश यादव ने नही की। इसी को देखते हुए आज़मगढ़ में ही नही पूरे प्रदेश में सपा से जनता का बड़ा तबका नाराज़ दिख रहा है।


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...