नई दिल्ली। अब आप कर्ज लेकर पिज्जा-बर्गर खा और खिला सकते हैं। ऑनलाइन वित्तीय कंपनियां (फिनटेक) अब ई-कॉमर्स से छोटी-मोटी खरीदारी के साथ एप के जरिए खाना मंगाने के लिए भी तुरंत कर्ज की पेशकश कर रही हैं। इसे कंपनियों ने ‘अभी खर्च करो और बाद में चुकाओज् (बाई नाऊ पे लेटर) नाम दे रखा है।
कंपनियां कर्ज देने से पहले आपके और दोस्तों के सोशल मीडिया प्रोफाइल देखती हैं। मोबाइल या टेलीफोन बिल चुकाने का इतिहास, ऑनलाइन शॉपिंग का तरीका और इंटरनेट पर बिताए जाने वाले वक्त पर भी नजर रखी जाती है। खर्च करने के तरीके को भी देखा जाता है। अगर प्रोफाइल इन बातों के मुताबिक होता है तो पैन और आधार कार्ड अपलोड करते ही कर्ज मिल जाता है।
फिनटेक कंपनियां स्पेंड नाऊ पे लेटर के तहत किसी पर्यटन स्थल पर छुट्टियां बिताने जाने के लिए टिकट और होटल की बुकिंग तक के लिए कर्ज दे रही हैं।
इस पेशकश के जरिए कंपनियां 100 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक की खरीदारी की सुविधा देती हैं। हालांकि, ग्राहकों की वित्तीय स्थिति के मुताबिक कुछ कंपनियां 30 हजार से दो लाख रुपये तक खर्च करने की सीमा देती हैं।
ऑनलाइन खाते से लेनदेन कंपनियां शुरुआत में उन युवाओं को आसानी से कर्ज देती हैं जिन पर पहले से कोई कर्ज नहीं होता है। ये ऑनलाइन खाते खोलती हैं, जो आईडी और पासवर्ड से संचालित होते हैं। आपकी क्रेडिट सीमा के अनुसार उसमें कंपनियां राशि पहले से डाल देती हैं। कंपनियां खर्च राशि पर 36 फीसदी तक ब्याज वसूलती हैं। देरी से बिल चुकाने और अन्य जुर्माने को जोड़ लें तो यह काफी महंगा पड़ता है। कंपनियां 10 रुपये प्रतिदिन से बिल की राशि का 30 फीसदी तक शुल्क वसूलती हैं।