बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

दिल्लीः क्रियान्वयन के लिए मीटिंग बुलाई

सुमित शाक्य


नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ‘दस गारंटियों’ के अमलीकरण (क्रियान्वयन) के लिए चर्चा करने के लिए बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इन गारंटियों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, कूड़ा रहित दिल्ली तथा अनधिकृत कॉलोनियों के लिए मूलभूत सुविधाएं देना शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर को होने वाली बैठक के एजेंडा में पेयजल की पाइप द्वारा आपूर्ति, सभी बच्चों के लिए शिक्षा, समाज के विभिन्न तबकों के लिए नि:शुल्क बस सेवा, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सुरक्षा, यमुना की सफाई आदि शामिल हैं।


केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ यह उनकी पहली बैठक है। सूत्रों ने बताया कि सभी सचिवों और प्रधान सचिवों को बैठक में शामिल होने को कहा गया है। बुधवार को होने वाली बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करेंगे। बुधवार को ही मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है। दिल्ली मंत्रिमंडल के सदस्यों ने अपने-अपने प्रभार संभालने के बाद कहा था कि वे ‘गारंटी कार्ड’ में किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम करेंगे। गारंटी कार्ड में प्रदूषण घटाना और मेट्रो नेवटर्क का विस्तार करना शामिल है।


जामिया का एचआरडी को 2.66 करोड़ का बिल

जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
 
सुमित
जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
जामिया प्रशासन ने दिल्ली पुलिस के नाम बिल फाड़ दिया है कि तोड़ा है तो अब भरो सारा मुआवज़ा (तस्वीर सीसीटीवी वीडियो)
नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) को तगड़ा बिल भेजा है। मंत्रालय को जामिया यूनिवर्सिटी की तरफ़ से दो करोड़, 66 लाख का बिल भेजा गया है। जामिया प्रशासन ने बिल भेजते हुए कहा है कि 15 दिसंबर, 2019 को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ है। इनमें 25 सीसीटीवी कैमरों का नुकसान भी शामिल है। जामिया ने सीसीटीवी कैमरों की क़ीमत चार लाख, 75 हज़ार बताई है।


बिल की वजह सीसीटीवी क्लिप
बीते कुछ दिनों में जामिया हिंसा की कई वीडियो क्लिप जारी हुई हैं। हालांकि इन्हें जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया है, जो जामिया प्रशासन का आधिकारिक हिस्सा नहीं है, फिर भी जामिया प्रशासन ने इन वीडियो क्लिप के सही होने की बात कही है। इन वीडियो क्लिप में जामिया परिसर के भीतर घुसकर छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज और तोड़-फोड़ को देखा जा सकता है। इन्हीं क्लिप के आधार पर जामिया प्रशासन का मानना है कि कैम्पस में जो नुकसान हुआ, वो दिल्ली पुलिस की वजह से हुआ। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन वीडियो क्लिप के ‘संदेहास्पद’ होने की बात कही है। पुलिस इन वीडियो की जांच कर रही है।


जामिया प्रशासन का कहना है कि कैंपस में पुलिस ने जो तोड़-फोड़ की, उससे सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ। उसकी भरपाई मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ही करनी होगी। यूनिवर्सिटी का ये भी कहना है कि कैंपस के भीतर घुसने से पहले दिल्ली पुलिस या किसी भी फ़ोर्स को कॉलेज अधिकारियों से इजाज़त लेनी चाहिए थी। लेकिन न तो दिल्ली पुलिस ने भीतर घुसने का कोई कारण तब बताया, न ही प्रशासन से कोई संपर्क रखा।


और बिल फटेगा अभी?
जामिया प्रशासन अभी और बिल भेज सकता है, क्योंकि कॉलेज कैंपस में हुए नुकसान का आकलन अभी पूरा किया जाना बाक़ी है। लाइब्रेरी समेत पूरे कैंपस में कांच के शीशे, दरवाज़े, कुर्सियां, मेज, ट्यूबलाइट जैसी चीज़ों के नुकसान का आकलन अभी नहीं किया गया है।


जामिया प्रशासन के हिसाब से दिल्ली पुलिस के लाइब्रेरी में घुसने से ही कम से कम 55 लाख का नुकसान हुआ है। दरवाज़े, खिड़की, शीशे, एसी, क़िताबों के रैक और अन्य सामान का नुकसान लाइब्रेरी में हुआ है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का मानना है कि मुआवज़ा मिलने के बाद ही मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। अगर मंत्रालय चाहता है, तो आकर क्षतिग्रस्त सामान की जांच कर सकता है। जामिया प्रशासन को मंत्रालय के जवाब का इंतज़ार है।


कलेक्ट्रेट कंपाउंड नें निरीक्षण किया

जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट का किया निरीक्षण


कानपुर। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कलेक्ट्रेट का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उन्होंने यहां बनी लिफ्ट जिसे सीएनडीएस द्वारा बनाया जा चुका है जो अभी तक प्रारंभ नहीं हुई है जिसको 10 दिनों  के अंदर प्रत्येक दशा में प्रारंभ करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने दिव्यांगों के लिए असुविधा ना हो उनके लिए बनाए गए रैंप को भी देखा तथा उसको सुव्यवस्थित कराते हुए चालू कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्ट्रेट में बन रहे क्रैच तथा आगंतुक कक्ष  का निर्माण कार्य का जायजा भी लिया। जिसे युद्ध स्तर पर पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट में बेहतर लाइटिंग व्यवस्था की जाए। इसके लिए कार्य योजना बनाकर बेहतरीन लाइटिंग कराई जाये।


गिरफ्तार होगी रवीना टंडन, फराह खान

मुंबई। जानी मानी अभिनेत्री रवीना टंडन, फिल्म निर्देशक फराह खान और कामेडी किंग भारती सिंह के खिलाफ पिछले साल कथित रूप से ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिये शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति ने महाराष्ट्र पुलिस को पत्र लिखकर तीनों को गिरफ्तार करने की मांग की है।


 शिकायतकर्ता आशीष शिंदे ने अपनी मांग को लेकर मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अर्जी दी। स्थानीय एनजीओ के प्रमुख शिंदे ने पिछले साल बीड शहर के शिवाजी नगर पुलिस थाने में तीनों फिल्मी हस्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप है कि रवीना टंडन और अन्य ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर प्रसारित हुए प्रशनोत्तरी कार्यक्रम ‘बैकबैंचर्स’ में आक्रामक अंदाज में बाइबिल संबंधी भाव ‘हल्लेलुजाह’ प्रकट किया था। वहीं मुंबई पुलिस ने ये मामला मलाड थाने में भेज दिया गया, जिसके अंतर्गत आरोपी रहते हैं।


अभिषेक की 'बिग बुल' का पोस्टर जारी

मुबंई। अभिषेक बच्चन आखिरी बार अनुराग कश्यप की फिल्म मनमर्जियां में नजर आए थे। इस फिल्म में उनके साथ तापसी पन्नू ओर विकी कौशल भी थे। सभी ने अपनी ऐक्टिंग से दिल जीत लिया था। वहीं, अब अभिषेक बच्चन फिल्म द बिग बुल में नजर आएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी फिल्म का पोस्टर शेयर किया है। इसके साथ ही फिल्म की रिलीज डेट सामने आ चुकी है। बता दें कि इस फिल्म के अलावा ऐक्टर के पास कई प्रॉजेक्ट्स हैं।
अभिषेक बच्चन ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी फिल्म द बिग बुल का पोस्टर शेयर किया है। पोस्टर में जिक्र है कि फिल्म 23 अक्टूबर को रिलीज होगी। पोस्टर में अभिषेक बच्चन ब्लैक पैंटसूट में नजर आ रहे हैं। उन्होंने चश्मा पहना हुआ है और मूछों को रखा है। उनके लुक को देखकर लग रहा है कि वह फिल्म में बिजनसमैन का रोल प्ले कर रहे हैं। फिल्म 1990 से 2000 के बीच हुई सच्ची घटनाओं और भारत के फाइनैंशल फील्ड में हुए बदलाव पर आधारित है। द बिग बुल स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता की जिंदगी पर बेस्ड होगी। हर्षद मेहता को फाइनैंशल क्राइम करने के कारण अरेस्ट किया गया था।
फिल्म द बिग बुल में अभिषेक बच्चन के अलावा इलियाना डीक्रूज, निकिता दत्ता और सोहम शाह भी अहम किरदार निभाएंगे। वहीं, फिल्म का पहला पोस्टर पिछले महीने जनवरी की शुरुआत में आया है। पोस्टर में अभिषेक के चेहरे पर अंधेरा दिख रहा है। साथ ही वह अपनी अंगुलियों में कई अंगूठियां पहने नजर आ रहे हैं और होंठ पर अपनी अंगुली रखे हुए हैं।
फिल्म को अजय देवगन और आनंद पंडित प्रड्यूस कर रहे हैं। इसका डायरेक्शन कुकी गुलाटी कर रहे हैं। बताते चलें कि इस फिल्म के अलावा अभिषेक बच्चन फिल्म लूडो और फिल्म बॉब बिस्वास में नजर आएंगे।


कसरत दिमाग,याददाश्त को रखती है दुरुस्त

हाल ही मे हुई कई स्टडीज में सामने आया है कि तेज गति से की जानेवाले एक्सर्साइज दिमाग की सेहत और यादाश्त को दुरुस्त रखने में मददगार हैं। खास बात यह है कि केवल युवाओं में ही नहीं इन फास्ट एक्सर्साइज का सकारात्मक प्रभाव 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में भी देखने को मिलता है। साथ ही धीमी गति से की जानेवाली एक्सर्साइज की जगह सेफ्टी का ध्यान रखते हुए तेज गति से यदि एक्सर्साइज की जाए तो उसका असर शरीर और दिमाग पर कहीं अधिक देखने को मिलता है। 


हैमिल्टन की मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 12 सप्ताह तक 60 से 88 वर्ष की आयु के बीच के 64 सेडेंटरी (ज्यादातर समय बैठे रहनेवाले लोग) लोगों पर शोध किया। इस दौरान इन लोगों के ग्रुप को तीन भागों में बांटा, जिन्हें अलग-अलग तरह की एक्सर्साइज कराई गईं। इन लोगों के यह शोध शुरू करने से पहले और शोध के बाद लिए गए डेटा विश्लेषण में सामने आया कि जो एडल्ट तीव्र गति वाली अक्सर्साइज करते हैं उनमें अल्जाइमर होने का रिस्क कम होता है। साथ ही उनकी यादाश्त पहले के मुकाबले कहीं बेहतर हो जाती है।


इनको कराई गई तीव्र गति वाली एक्सर्साइज में 4 मिनट तक ट्रेड मिल वॉक के चार सेट और मीडियम तीव्रता वाली एरोबिक्स एक्सर्साइज शामिल थीं, जो इन्हें हर रोज करीब 50 मिनट तक कराई जाती थीं। शोध में यह भी सामने आया कि धीमी गति से लंबे समय तक की जानेवाली एक्सर्साइज की तुलना में अधिक प्रभाव डालने वाली तीव्र गति की एक्सर्साइज कम समय तक करना ब्रेन के लिए अधिक प्रभावी रहता है। हालांकि शोधकर्ताओं ने यह बात भी साफ कर दी कि इस तरह का व्यायाम लोगों को डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचाने में मददगार है अगर ये ऐक्टिविटीज किसी एक्सपर्ट की देखरेख में की जाएं। लेकिन बीमारी हो जाने पर उन्हें ठीक करने में इनके रोल के बारे में अभी कुछ स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता।


चॉकलेट से टांगो को मिलती है ताकत

चॉकलेट खाना भला किसे पसंद नहीं होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्म पिघली हुई चॉकलेट पीने से 60 साल की उम्र में अपने पैरों पर खड़े रहने और चलने में मदद मिलती है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार कोको जिससे चॉकलेट बनता है, पैरों में रक्त के प्रवाह को सुचारू बनाए रखने में मदद करता है।


शोध में सामने आई ये बात : शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि अध्ययन के तहत जिन प्रतिभागियों ने हर दिन तीन कप गर्म चॉकलेट का सेवन छह महीनों तक किया उनके चलने की गति और तरीके में सुधार पाया गया।
पैड से पीडि़त लोगों पर किया अध्ययन : दरअसल, कोको में इपिकैटेचिन नामक एक पदार्थ होता है जो डार्क चॉकलेट में भी पाया जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इपिकैटेचिन लोगों के पैरों के पीछे की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है जिससे उन्हें ज्यादा चलने में मदद मिलती है. बता दें कि शोध को ऐसे लोगों पर किया गया था जो कॉमन पेरीफेरल आर्टरी डिजीज (पैड) से पीडि़त थे।
पैरों की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह नहीं होता : अमेरिकी शोधकर्ता प्रोफेसर मेरी मैकडरमोट ने कहा, पैड से जूझ रहे लोगों के चलने की क्षमता में सुधार करने के लिए ज्यादा थेरेपी मौजूद नहीं है। शोधकर्ता नेओमी हैमबर्ग ने कहा, पैड से पीडि़त लोगों को चलने में उतनी ही परेशानी होती है जितना दिल की धड़कन रुकने वाले मरीजों को होती है।
क्या है पैड: पेरीफेरल आर्टरी डिजीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें आर्टरी (धमनियां) संकरी हो जाती हैं। पैड की वजह से चलने के दौरान पैरों की मांसपेशियों में दर्द, कड़ापन और जकडऩ महसूस होती है।


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...