सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

दिल्ली पुलिस से मुठभेड़, दो बदमाश ढेर

दिल्ली में सुबह-सुबह मुठभेड़, पुलिस ने दो बदमाशों को किया ढेर


दिल्ली के पुल प्रह्लादपुर में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई है। सोमवार सुबह हुए इस एनकाउंटर में दो अपराधियों को ढेर कर दिया गया है।
मर्डर केस में वांटेड थे दोनों बदमाशपुलिस को कई दिनों से थी तलाश


नई दिल्ली। पुल प्रह्लादपुर में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई है। सोमवार सुबह हुए इस एनकाउंटर में दो बदमशाों को ढेर कर दिया गया है। बदमाशों की पहचान राजा कुरैशी और रमेश के रूप में हुई है। दोनों मर्डर केस में वांटेड थे। फिलहाल, दोनों की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह पुल प्रह्लादपुर क्षेत्र में दो बदमाशों राजा कुरैशी और रमेश को घेर लिया गया। दोनों ने पुलिस के उपर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से हुई फायरिंग में बदमाशों को गोली लगी थी और दोनों घायल थे। बाद में दोनों की मौत हो गई। दोनों मर्डर केस में वांछित थे।
कुछ दिन पहले सब इंस्पेक्टर पर की थी फायरिंग


राजा कुरैशी और रमेश ने हाल में कई वारदात को अंजाम दिया था। 12 फरवरी को दोनों ने एक प्रॉपर्टी डीलर पर फायरिंग की थी। इसी दिन उत्तर प्रदेश के लोनी में दोनों ने एक शख्स को घर से बाहर खींचा और उस पर फायरिंग की थी। इन दोनों वारदातों से पहले राजा और रमेश ने दो पुलिसवालों पर फायरिंग की थी। इसमें एक सब इंस्पेक्टर शामिल है।


लूट और मर्डर के कई केस दर्ज


मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों राजा कुरैशी और रमेश के उपर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई मामले में दर्ज है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद इलाके में दोनों ने कई वारदातों को अंजाम दिया था। दोनों पर लोनी थाने में करीब आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज है। इसके अलावा दिल्ली के करावल नगर पुलिस स्टेशन में भी दोनों के उपर कई मामले दर्ज हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-191 (साल-01)
2. मंगलवार, फरवरी 18, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- दसमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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रविवार, 16 फ़रवरी 2020

गृहमंत्री ने पदक से किया सम्मानित

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के 73 वें स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पदक से सम्मानित किया। 2 नवंबर 2019 को दिल्ली के तीस हजारी कांड में वकीलों से हुई खूनी जंग को बेहद सधे हुए तरीके से हैंडल करने वाले आईपीएस हरेंद्र कुमार सिंह को उसका इनाम रविवार को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों से सम्मान हासिल करने वाले आईपीएस अधिकारी हरेंद्र कुमार सिंह वर्तमान समय में दिल्ली रेलवे पुलिस में उपायुक्त के पद पर तैनात हैं। तीस हजारी कांड के वक्त हरेंद्र कुमार सिंह उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी थे। इस अवसर पर सन 2019 के पुलिस वीरता पदक से इंस्पेक्टर राहुल, रविंद्र कुमार त्यागी, सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार और गुरमीत सिंह को सम्मानित किया गया। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओ. पी. मिश्रा, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) दिनेश तिवारी, सब इंस्पेक्टर पुष्पा जग्गी को भी इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक पाने वालों में एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजीत कुमार सिंगला, एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजकुमार सिंह, डीसीपी गीता रानी वर्मा, रिटायर्ड एसीपी मोहम्मद इकबाल, एसीपी अतुल कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर जयश्री गोसाईं, सब इंस्पेक्टर आशी कुमारी, महेश सिंह, सहायक उप-निरीक्षक सतेंद्र सिंह, राजदीप सिंह, हवलदार वीरेंद्र सिंह, प्रेमचंद, जग निवासन, पूनम वर्मा को सम्मानित किया गया। डीसीपी रेलवे हरेंद्र कुमार सिंह के साथ-साथ राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक से डीसीपी मोहम्मद अख्तर, एसीपी मीना नायडू, हरीश चंद्र, मोहन सिंह सहित इंस्पेक्टर महेश कुमार, महेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, चंदा सहजवानी, सब-इंस्पेक्टर किरन सेठी, एएसआई भैरों सिंह, विजयन जी, वेदपाल सिंह को भी सम्मानित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) लक्ष्मी नायक को उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए गृह मंत्री सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर तीन थानों को साल का सबसे बेहतर थाना घोषित होने पर ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। पहला स्थान सदर बाजार, दूसरा स्थान कालका जी और तीसरा स्थान फर्श बाजार थाने को मिला। इन थानों का चयन कार्य कुशलता और रख-रखाव के आधार पर किया गया था। संबंधित थानों के एसएचओ ने अपनी-अपनी ट्रॉफी केंद्रीय गृह मंत्री से प्राप्त कीं। केंद्रीय गृहमंत्री ने इस अवसर पर विशेष पुलिस आयुक्त नुजहत हसन, एडिशनल पुलिस कमिश्नर शीते को भी पदक देकर सम्मानित किया। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के डीसीपी और जवाहर लाल नेहरू विवि में हुए फसाद की जांच में जुटे जॉय टिर्की को केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रपति सराहनीय पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया।


उड़ीसा में पेपरलैस बजट किया पास

भुनेश्वर। आजकल पर्यावरण को बचाने के लिए काफी प्रयास और कोशिश हो रही हैं लेकिन उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक ने इस दिशा में बड़ा उदाहरण पेश किया है।
उड़ीसा सरकार ने पेपरलेस बजट पेश कर नई नजीर पेश की है। सरकार ने फैसला लिया है कि आने वाले समय में भी पूरी तरह से पेपरलेस बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा कागज की बर्बादी बचाने के लिए राज्य सरकार ने कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के दस्तावेज को भी एक पन्ने में समेटना शुरू कर दिया है। अब ये सब दस्तावेज ऑनलाइन तैयार किए जा रहे हैं ताकि पेपर की बर्बादी न होने पाए।
सरकार ने पेपरलेस बजट पेश कर कई क्विंटल कागज की खपत और बर्बादी होने से बचा लिया। अब सरकार ने पर्यावरण को बचाने व पेड़ों को संरक्षित करने की दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने सभी विभागों और निदेशालयों में ओडिशा सचिवालय वर्कफ्लो ऑटोमेशन सिस्टम लागू किया है। इसके जरिये सूचनाओं और आंकड़ों को सीमित कागजी कार्रवाई में सुरक्षित रखा जाता है।


प्रदर्शनकारियों से नहीं मिले गृहमंत्री

नई दिल्ली। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाई है। रविवार सुबह प्रदर्शकारियों ने अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकाला था, लेकिन पुलिस से बातचीत के बाद प्रदर्शनकारी लौट गए। हालांकि इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है। एडिशनल DCP कुमार ज्ञानेश ने कहा कि स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है। कुछ प्रदर्शकारी बैरिकेड्स तक आए थे।उनसे जब अमित शाह से मिलने अपॉइंटमेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ये बात स्वीकार की और बातचीत के बाद वे वापस चले गए। इससे पहले डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने कहा, शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने हमें बताया कि वे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकालना चाहते हैं।लेकिन हमने इसके लिए मना कर दिया क्योंकि उनके पास अपॉइंटमेंट नहीं था।


ओडिशा सरकार ने दीया होली का तोहफा

भुवनेश्वर। ओडिशा का नवीन पटनायकर सरकार ने राज्य कर्मियों को होली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोत्तरी को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार ने महंगाई भत्ते में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2020 से प्रभावी होगा। इस वृद्धि के साथ राज्य सरकार के कर्मचारियों का कुल डीए बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है। इससे करीब साढ़े तीन लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। वहीं डेढ़ लाख पेंशनधारकों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा सरकार ने 7वें वेतन आयोग के तहत 10 फीसदी एरियर को भी मंजूरी दी है। कर्मचारियों को यह एरियर साल 2017 में ओडिशा रिवाइज्ड स्केल्स ऑफ पे रुल्स (ORSP) के तहत दिया जाएगा। इसके अलावा कैबिनेट ने पिछले दो वित्त वर्ष के दौरान पेंशनधारकों को 100 फीसदी बकाया राशि जारी की है। बता दें कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इससे पहले बीते महीने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते (डीए) में पांच फीसदी की बढ़ोत्तरी का एलान किया खा। बढ़ा हुआ डीए 1 जुलाई 2019 से मान्य किया गया है। कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए यह महंगाई भत्ता एक जुलाई 2019 से लंबित था। वहीं केंद्रीय कर्मचारी भी मोदी सरकार से महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी पर मुहर लगने का इंतजार कर रहे हैं। डीए में चार फीसदी की बढ़ोत्तरी हो सकती है। महंगाई भत्ते मौजूदा समय में 17 फीसदी है अगर इसमें चार फीसदी की बढ़ोत्तरी होती है तो यह 21 फीसदी हो जाएगा। वहीं मोदी कैबिनेट लंबे समय से कर्मचारियों द्वारा की जा रही न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग पर भी हामी भर सकती है। कर्मचारी न्यूनतम वेतन को 18,000 रुपए से बढ़ाकर 26,000 रुपए करने की मांग कर रहे हैं।


भेदभाव से अलग, मूल्यों पर किया कार्य

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पवित्र शिवाचार्य की परंपरा बहुत ही समृद्ध है। इसने जातिभेद से ऊपर उठकर, भारत के मूल्यों के लिए विपरीत परिस्थितियों में काम किया है। मुख्यमंत्री ने रविवार को काशी स्थित जंगमबाड़ी मठ में जगद्गुरु विश्वाराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “शिवाचार्य की परंपरा ने जातिभेद से ऊपर उठकर, भारत के मूल्यों के लिए विपरीत परिस्थितियों में काम किया है।” योगी बोले, “आपने 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के गौरव को लहराते हुए और भारत की आस्था को सम्मान पाते हुए देखा है। इस गुरुकुल की समृद्ध परंपरा के साथ प्रधानमंत्री का सान्निध्य प्राप्त होना भारत की आस्था को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा, “8वीं शताब्दी में रचे गए ‘श्री सिद्धांत शिखामणि’ जैसे पवित्र ग्रंथ का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद और उसके मोबाइल एप का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से होने जा रहा है। इस अवसर पर इस पवित्र परंपरा से जुड़े सभी जगद्गुरुओं, संन्यासियों, संतगणों तथा भक्तों को हृदय से बधाई देता हूं।” योगी ने कहा कि जीव, जगत, ईश्वर, बंधन और मोक्ष का साक्षी यह ग्रंथ सचमुच पूरे जगत के प्रत्येक मनुष्य को उसके अभीष्ट लक्ष्य तक पहुंचाने में अत्यंत सहायक है।


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...