शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020

पाकिस्तान को सता रहा हमले का डर

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुलवामा में हुए आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) को आज यानी 14 फरवरी को एक साल पूरा हो गया है। ऐसे में पाकिस्तान को भी डर सता रहा है कि भारत बदला लेने के लिए कहीं हमला ना कर दे। पकिस्तान ने आशंका जताई है कि भारत आने वाले कुछ दिनों में हमला कर सकता है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (Pakistan Foreign Ministry Spokesperson) आएशा फारूकी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बात की जानकारी दी है। बता दें, आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने 14 फरवरी के दिन सीआरपीएफ के जवानों पर आईडी अटैक किया था जिसमें 44 जवान शहीद हो गए थे।


आएशा फारूकी ने बताया कि पीएम इमरान खान को डर है कि तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगान के इस्लामाबाद दौरे के बीच भारत कोई ‘गैर जिम्मेदाराना कार्रवाई’ कर सकता है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आएशा फारूकी ने कहा- ‘पाकिस्तान आने वाले दिनों में भारत की ओर की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का प्रभावी तरीके से जवाब देने को तैयार है। कश्मीर के मुद्दे पर तुर्की, पाकिस्तान का समर्थन करता है। जिससे भारत चिढ़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति की यात्रा इस्लामाबाद और अंकारा के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए काम करेगी।’


फारूकी ने कहा- ‘अमेरिका भारत के लगातार हथियार दे रहा है, जिसका इस्तेमाल वह पाकिस्तान हमले में कर सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले अमेरिका ने भारत को 1.9 बिलियन डॉलर के एयर डिफेंस सिस्टम बेचने को मंजूरी दी है, जो दुनिया की शांति के लिए ठीक नहीं है।’


पुलिस पहरे में होगा इजहार, फिर शादी

देहरादून। आज वेलेंटाइन-डे है। हिंदूवादी संगठनों ने प्यार का इजहार करना भारी पड़ सकता है। हालांकि पुलिस ने कड़े पहरे में प्यार के इजहार का बंदोबस्त किया हुआ है। पुलिस की मानें तो प्रेमी जोड़ों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। पार्कों, होटलों और रेस्टारेंटों पर पुलिस की खास नजर रहेगी। राजधानी में वेलेंटाइन डे पर शांति व्यवस्था बनाए रखने को पुलिस ने कई कदम उठाए हैं।


एसपी सिटी श्वेता चैबे ने बताया कि शहर कोतवाली और बसंत विहार, कैंट और मसूरी, रायपुर और नेहरू कालोनी, पटेलनगर और क्लेमेंटाउन थाने को अलग-अलग जोन में बांटकर सीओ की तैनाती की गई। इन थानों को डेढ़-डेढ़ सेक्शन पीएसी अलग से दी गई है। वहीं, हिंदू युवा वाहिनी ने वेलेंटाइन डे के लिए चेतावनी जारी की है कि अगर संगठन का कहना है कि इस दिन यदि कोई प्रेमी युगल अश्लील हरकतें करता पाया जाता है तो उसकी मौके पर ही शारी करा दी जाएगी।


बिगबॉस 13 के फाइनल में मिला स्थान

माहिरा के साथ ‘बिग बॉस’ से बेघर होने के लिए आरती सिंह और शहनाज कौर गिल नॉमिनेटेड थे। ऐसे में माहिरा के जाते ही घरवालों एक पल के लिए ऐसा लगा कि डबल एविक्शन होगा हालांकि ऐसा नहीं हुआ। ‘बिग बॉस’ ने बाकी बचे सभी छह कंटेस्टेंट्स को बताया कि आप सभी फाइनलिस्ट हैं। ‘बिग बॉस सीजन 13’ के फाइनलिस्ट इस बार पांच नहीं बल्कि छह लोग हैं। इन छह कंटेस्टेंट्स के नाम सिद्धार्थ शुक्ला, शहनाज कौर गिल, आरती सिंह, रश्मि देसाई, पारस छाबड़ा और आसिम रियाज हैं। इस शो में ऐसा पहली बार हुआ है कि छह कंटेस्टेंट्स फाइनलिस्ट बने हैं। हर बार सिर्फ पांच लोग ही फिनाले में पहुंचते हैं। इन छह फाइनलिस्ट को उनका बिग बॉस में अब तक का सफर भी दिखाया जा रहा है। खास बात है कि ‘बिग बॉस’ के सफर के दौरान कुछ सभी कंटेस्टेंट्स के कुछ प्रशंसक भी घर के अंदर आए थे। सबसे पहले ‘बिग बॉस’ ने आरती सिंह को उनका सफर दिखाया। आरती अपने सफर को देखकर भावुक हो गई थीं। इसके बाद सिद्धार्थ शुक्ला का सफर दिखाया गया। सिद्धार्थ को देखती ही वहां मौजूद लोग सिडनाज चिल्लाने लगे। सिद्धार्थ भी अपने सफर को देखकर भावुक हो गए। बाकी बचे कंटेस्टेंट्स का सफर 14 फरवरी के एपिसोड में दिखाया जाएगा। ‘बिग बॉस’ का विजेता कौन बनेगा ये जानने के लिए न केवल घरवाले बल्कि प्रशंसक भी उत्सुक हैं।


एक ही परिवार के 4 लोगों की आत्महत्या

प्रशांत कुमार


वाराणसी। जनपद के आदमपुर थाना क्षेत्र के मुकीमगंज में आज अल सुबह दो कमरे में शव मिलने से हङकम्प मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई।


मिली जानकारी के अनुसार व्यापारी ने परिवार सहित किया आत्महत्या। बताया यह भी जा रहा है कि आर्थिक तंगी ने 4 लोगों की जान ली। 2 बच्चों सहित दंपति ने आत्महत्या किया। सूत्रों के अनुसार मौत से पहले 112 नम्बर पर फोन किया था। जब तक पुलिस के पहुंचती तब तक चारों ने जान दे दी थी। एक कमरे से दोनों बच्चों के शव मिले और दूसरे कमरे में दंपति के लटके मिले शव।


नंबर वन टीम की तरह खेलना हमारा लक्ष्य

मुंबई (एजेंसी)। न्यू जीलैंड दौरे पर गई भारतीय टीम ने भले ही 0-3 से वनडे सीरीज गंवा दी हो। लेकिन भारतीय टीम इसे लेकर अधिक चिंतित नहीं है और उसका फोकस अब आगामी टेस्ट सीरीज पर है। इस दो टेस्ट मैच की सीरीज शुरू होने से पहले कोच रवि शास्त्री ने कहा, ’50 ओवर क्रिकेट का फिलहाल अभी कोई औचित्य नहीं है। इस समय टी20 सीरीज मायने रखती है, जो हमने 5-0 से जीती है और आगामी टेस्ट सीरीज के मायने हैं, जिसके मैच वेलिंग्टन और क्राइस्टचर्च में खेले जाएंगे।’


वेलिंग्टन से हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शास्त्री ने कहा, ‘ हमें लॉर्ड्स (वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल) में खेलने के लिए अभी 100 पॉइंट की और दरकार है। अगर हम 6 विदेशी टेस्ट में से 2 में जीत दर्ज करते हैं तो हम अच्छी स्थिति में रहेंगे। इस साल हम विदेशों में 6 टेस्ट खेलेंगे (2 न्यू जीलैंड में और 4 ऑस्ट्रेलिया में)। तो, हमारा यही लक्ष्य है कि हम नंबर 1 टेस्ट टीम की तरह यहां खेलें, क्योंकि हमारी टीम किसी और चीज से ज्यादा इस में भरोसा करती है और टेस्ट में हम इसी आधार पर खेल रहे हैं।’


युवा खिलाड़ियों के टीम में आने से मुख्य कोच बेहद उत्साहित हैं। पृथ्वी साव टेस्ट टीम में वापसी कर रहे हैं और शुभमन गिल को लेकर अटकलें हैं कि शायद उन्हें यहां डेब्यू का मौका मिल जाए। शास्त्री ने इन दोनों खिलाड़ियों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘दोनों खिलाड़ी सर्वोच्च प्रतिभा के धनी हैं। यह खास नहीं है कि वेलिंग्टन में इन दोनों में कौन प्लेइंग XI में होगा, खास यह है कि वे दोनों यहां हैं और भारतीय राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं।’


शुभमन की तारीफ में शास्त्री ने कहा, ‘उनमें असाधारण प्रतिभा है। वह जब बैटिंग करते हैं तो उनका पॉजिटिव माइंडसेट साफ झलकता है। 20-21 साल के लड़के में यह देखकर अलग ही उत्साह महसूस होता है।’ उम्मीद की जा रही है कि इस टेस्ट सीरीज में चोटिल रोहित शर्मा के न होने से मयंक अग्रवाल के साथ पृथ्वी साव या शुभमन गिल को ओपनिंग का मौका मिल सकता है।


इस पर शास्त्री से जब बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘वे सभी एक ही स्कूल के छात्र है, जो नई गेंद का सामना करना पसंद करते हैं, वे चुनौतियों का लुत्फ लेते हैं। दुर्भाग्य से रोहित चोटिल हैं तो इसके चलते शुभमन और पृथ्वी में से किसी एक के ओपनिंग को लेकर क्यास लगाए जा रहे हैं। टीम में ऐसी प्रतिस्पर्धा का होना जरूरी है और इसी आधार 15 खिलाड़ियों की टीम तैयार होती है, जो हमेशा मजबूत और स्थिर दिखती है।’


चोट ने इस टीम पर बड़ा असर डाला है। शिखर धवन, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा टीम में इसी वजह से नहीं हैं। लगातार क्रिकेट के दबाव ने भी इसमें भूमिका निभाई है। शास्त्री ने इस पर कहा, ‘हमारी कोर टीम के चार से पांच खिलाड़ी चोट के कारण बाहर हैं। भुवी यहां की परिस्थितियों में बेहद उपयोगी हो सकते हैं। इसलिए मैंने कहा कि उपलब्ध विकल्प हमेशा टीम के फायदे में होते हैं।’


तेज गेंदबाज इशांत शर्मा अभी तक पूरी फिटनेस हासिल नहीं कर सके हैं और पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। भुवनेश्वर भी बाहर हैं, ऐसे में जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के कंधों पर पड़ेगी। कोच ने कहा, ‘यह अहम है कि वे अभी अपने वर्कलोड को कैसे मैनेज कर रहे हैं। टी20 खेलने जरूरी थे क्योंकि यह फॉर्मेट इस साल और अगले साल भी (टी 20 वर्ल्ड कप के कारण) महत्वपूर्ण है। टेस्ट क्रिकेट हमेशा सर्वोपरि होता है। हम केवल आशा कर सकते हैं कि बाकी खिलाड़ी जल्द से जल्द पूरी तरह से फिट हो जाएं।’


न्यू जीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज 5-0 से जीतने वाली टीम काफी उत्साहित थी लेकिन शास्त्री के अनुसार, अभी काफी काम किया जाना है। उन्होंने कहा, ‘5-0 से जीत 3-2, 4-1 हो सकती थी। जैसा कि हम स्वीकार करते हैं, अंतिम परिणाम ही मायने रखता है। सीरीज हमारी थी, इसमें कोई संदेह पहले से नहीं था लेकिन 5-0 से क्लीन स्वीप एक मिठाई की तरह थी।’


शास्त्री ने कहा, ‘अब, जरूरी यह है कि हम किस तरह से मैच जितवा सकते हैं। नई चीजों को आजमाने, मिश्रण करने, कुछ नए चेहरों को उतारने के लिए द्विपक्षीय सीरीज सही होती हैं। वही हम कर रहे हैं। टीम में अभी चार से पांच खिलाड़ी 22 साल से कम उम्र के हैं। यह उन पर निर्भर है कि वे इन अवसरों का लाभ कैसे उठाते हैं।’


लोकेश राहुल ने विकेटकीपिंग की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली, वह शानदार बल्लेबाजी भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह लगभग वैसा ही है जैसे वह अतिरिक्त जिम्मेदारी के कारण खुद को मैच में ज्यादा शामिल कर पाते हैं।’


कोरोना वायरस ने ली 1367 जान

पेइचिंग (एजेंसी)। जानलेवा करॉना वायरस का आतंक जारी है और अब तक चीन में इसने 1,367 लोगों की जान ले ली है। चीन में अब इस वायरस के चलते राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने जनता के गुस्से से बचने के लिए शीर्ष अधिकारियों का तबादला कर दिया है। गुरुवार को चीन के हुबेई प्रांत और इसकी राजधानी वुहान में टॉप अधिकारियों को बदल दिया। बता दें कि नॉवल करॉना की शुरुआत वुहान से हुई थी और अभी तक दुनियाभर में 45,000 लोगों से ज्यादा इस वायरस संक्रमित हो चुके हैं।


चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शंघाई के पूर्व मेयर यिंग यॉन्ग की जगह अब जियांग चाउलिंग वुहान में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखिया के तौर पर काम करेंगे। वुहान में वांग झॉन्गलिन अब मा गुओक्यांग की जगह पार्टी सचिव का पद संभालेंगे। स्थानीय मीडिया ने ययह भी बताया कि वायरस से जुड़े दूसरी कई बातों के लिए पार्टी के कई और नेताओं को भी निकाला गया है।


करॉना से 60,000 से संक्रमित!
हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान करॉना वायरस का केंद्र है। सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुखों को इसलिए भी निकाला गया क्योंकि अधिकारियों ने इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या की जब दोबारा गिनती की तो यह आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ा और 14,840 से करीब 60,000 पहुंच गया।


अभी तक हुबेई में इस वायरस के इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए सिर्फ RNA टेस्ट किया जा रहा था, जिसमें कई दिन लगते हैं। RNA यानी रिबॉन्यूसेलिक एसिड में जेनेटिक इन्फर्मेशन मिलती है जिससे वायरस की पहचान होती है। अब कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी (CT) स्कैन भी शुरू कर दिया है जिससे फेफड़ों को देखा जा सकता है। हुबेई स्वास्थ्य आयोग का कहना है कि इस टेस्ट से करॉना संक्रमण का पता जल्दी चलता है।


जापान में करॉना से पहली मौत
इस बीच जापान ने करॉना वायरस से पहली मौत की पुष्टि कर दी है। तोक्यो के पास कानागावा में करीब 80 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। बता दें कि इससे पहले हॉन्ग कॉन्ग और फिलीपींस में एक-एक मौत हो चुकी है। चीन के बाद करॉना से संक्रमित सबसे ज्यादा जापान है। वहीं करीब दो दर्जन से ज्यादा दूसरे देशों में भी करॉना के रोगी मिल चुके हैं।


जापान के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, जनवरी में जापानी महिला बीमार हुई थीं। उस समय सिर्फ निमोनिया के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद के बाद ही महिला में करॉना वायरस की पुष्टि हुई और अब इसकी जांच हो रही है। चीन के बाहर करॉना के सबसे ज्यादा मामले क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेज पर मिले हैं जो जापान के पोर्ट पर खड़ा है। इस शिप पर अब तक 219 से ज्यादा लोग करॉना की चपेट में आ चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि कुछ बुजुर्ग लोगों को शुक्रवार को जहाज से उतरने की अनुमति दे दी जाएगी।


14 को क्यों मनाते हैं 'वैलेंटाइन डे'

 वैलेंटाइन डे, हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है, जिसे लोग प्यार का त्यौहार मानकर सेलिब्रेट करते हैं। भारत में भी कपल्स अपने पार्टनर को तोहफे, चॉकलेट आदि देकर प्यार का जश्न मनाते हैं। लेकिन, ऐसे ही ये दिन नहीं मनाया जाने लगा, इसका अपना एक खूबसूरत इतिहास है।


रोम के पादरी के नाम पर जश्न
रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ नाम की पुस्तक में वैलेंटाइन का जिक्र है। यह डे एक रोम के एक पादरी संत वैलेंटाइन के नाम पर मनाया जाता है।बताया जाता है कि संत वैलेंटाइन दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते थे, लेकिन रोम में एक राजा को उनकी ये बात पंसद नहीं थी और वह प्रेम विवाह के खिलाफ थे। वह प्रेम विवाह को गलत मानते थे।


पादरी को दे दी फांसी
सम्राट क्लाउडियस को लगता था कि रोम के लोग अपनी पत्नी और परिवारों के साथ मजबूत लगाव होने की वजह से सेना में भर्ती नहीं हो रहे हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए क्लाउडियस ने रोम में शादी और सगाई पर पाबंदी लगा दी। पादरी वैलेंटाइन ने सम्राट के आदेश को लोगों के साथ नाइंसाफी के तौर पर महसूस किया। उन्होंने इसका विरोध करते हुए कई अधिकारियों और सैनिकों की शादियां भी कराई। इसके बाद उन्हें 14 फरवरी को फांसी पर चढ़ा दिया गय।


जेलर की बेटी को लिखा था खत
उस दिन से हर साल इसी दिन को ‘प्यार के दिन’ के तौर पर मनाया जाता है। कई रिपोर्ट्स में सामने आता है कि संत वैलेंटाइन ने जेल में रहते हुए जेलर की बेटी को खत लिखा था, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था “तुम्हारा वैलेंटाइन।”


पूरी दुनिया में यह पर्व मनाया जाता है और इसे अलग अलग तरीकों से मनाया जाता है। हालांकि कई देशों में इसे संस्कृति के खिलाफ मानकर इसके सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी जाती है।


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...