गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

फैक्ट्री में आग लगने से मचा हड़कंप

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


हापुड़। कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा नगर कॉलोनी में उस समय हड़कम्प मच गया जब एक जूता फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई । फैक्ट्री में कई लोग फसे हुए थे। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। 
जूता फैक्ट्री में आग व फैक्ट्री में मजदूरों के फसे देख लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग को आग की सूचना दी आग की सूचना पर दमकल विभाग की गाड़ी ने मोके पर पहुंच कर कड़ी मशक्कत के बाद अंदर फसे करीब 8 लोगों को सकुशल बाहर निकाला वहीं दमकल विभाग ने गाजियाबाद, मेरठ व गढ़मुक्तेश्वर से भी
दमकल की कई गाड़ियों को मोके पर आग बुझाने के लिए बुलाया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस आग से लाखों रुपये का माल जल कर खाक हो गया। वहीं आग लगने की कारणों की दमकल विभाग जांच कर रहा है।


गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक हादसा

सीकर। राजस्थान के सीकर शहर में गुरुवार को गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में कुल 13 लोग झुलस गए। सभी घायलों को एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनमें से नौ की हालत गंभीर होने पर उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक शहर के शेखपुरा मोहल्ले स्थित कुरैशी क्वार्टर में असरार कुरैशी, अजीज अहमद कुरैशी के मकान में सुबह अचानक सिलेंडर फट गया। जिससे आस पास के मकान भी थर्रा उठे। तेज धमाके से लोग दहशत में आ गए। हादसे में मकान में रहने वाले नंदलाल सिंधी के परिवार सहित कुल 13 लोग घायल हो गए। सूचना पर दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को एंबुलेंस की सहायता से एसके अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से नौ लोगों की गंभीर हालत में जयपुर रेफर कर दिया। हादसा इतना भीषण था कि किसी को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला।


नेपाल के रास्ते नहीं आ पाएंगे चीनी नागरिक

देहरादून। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते अब नेपाल के रास्ते चीन के नागरिक भारत नहीं आ पाएंगे। नेपाल के रास्ते भारत आने वाले चीनी नागरिकों को चीन सरकार के पत्र पर केवल दिल्ली एयरपोर्ट पर आने की सुविधा मिलेगी, जहां से उन्हें कड़ी सुरक्षा में मेडिकल आबजर्वेशन में रखा जाएगा। इससे पहले भी नेपाल के रास्ते भारत आ रहे एक चीनी नागरिक को वापस लौटा दिया गया था। नेपाल के सड़क मार्ग से कोई भी चीनी नागरिक भारत में नहीं आ सकेगा। वे केवल हवाई मार्ग से दिल्ली आ सकेंगे। बता दें कि उत्तराखंड में केवल बनबसा ही थर्ड कंट्री (भारत नेपाल को छोड़कर) के नागरिकों और पर्यटकों के आवागमन का वैधानिक मार्ग है। राज्य में बनबसा में ही इमिग्रेशन चेकपोस्ट बनाया गया है। यह कदम चीन में फैले कोरोना वायरस के खतरों से बचाव के लिए उठाया गया है। लेकिन, भारत नेपाल सीमा पर एसएसबी, इमिग्रेशन चेकपोस्ट, कस्टम, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की पूर्ण सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई है। जल्द ही इन लोगों के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी।


रेशमः तितली के अंडे से बनता है कोसा

राजिम। माघी पुन्नी मेला में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और जानकारी देने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाया है। ग्रामोद्योग रेशम प्रभाग विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल में कोसा के बारे में जानकारी दी जा रही है। रेशम प्रभार के नोडल अधिकारी ए.डी.एस कोहलेकर, जी.पी. शर्मा के साथ किरवई के किसान गोविंद साहू और भेखराम साहू श्रद्धालुओं को कोसा उत्पादन की जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। कोसा कृषक गोविंद साहू ने बताया कि सी.एस.बी. या बी.एस.एम.टीसी. से तितली का अण्डा प्राप्त होता है। इस अण्डे को ट्रे मे रखकर प्राकृृतिक तरीके से प्रजनन कराके लार्वा यानि एक छोटा सा कृमि प्राप्त करते है। इस कृमि को हम कहवा, साजा, सरई, साल के वृक्ष के पत्तों में कृमि को डाल देते है। ये कृमि पत्ते को खाकर कीड़ा बन जाते है। वह कीड़ा अपने लार के माध्यम अपने चारो ओर आवरण तैयार करते जाते है। ऐसी स्थिति आती है कि उस आवरण के अन्दर बंद हो जाता है। इस तरह से प्राप्त फल कोसा कहलाता है। कोसा के अन्दर बंद कीड़ा प्यूपा बन जाता है। वही प्यूपा जो अनुकूल वातावरण में तितली बनकर बाहर आते है और कृषक इन्ही तितलियों का संग्रहण कर पुन: कोसा प्राप्त करने के लिये तितलियो से अण्डा प्राप्त करते है। उसी के साथ कोसे से रेशम बनाई जाती है। रेशम का बाजार में अच्छा मूल्य मिल जाता है। ये एक प्रकार का आधुनिक कृषि है जिसमें अधिक लाभ होती है। छत्तीसगढ़ का कोसा पूरी दुनियाः छत्तीसगढ़ का कोसा सिल्क पूरी दुनिया में अपने आरामदायक टेक्स्चर के लिए जाना जाता है। प्रदेश में विदेशी पर्यटकों के आगमन के साथ ही यहां की कोसा सिल्क साडिय़ों के निर्यात में दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है। राजिम माघी पुन्नी मेला के मौके पर लगाई गई प्रदर्शनी में कोसा सिल्क बनाने वाली तितलियों को भी रखा गया है। इन तितलियों को देखते ही कई लोग इनके बारे में और जानने की इच्छा जाहिर करते नजर आए तो कई लोगों ने इनकी तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की। क्या है कोसा की खासियतः कोसा सिल्क प्रदेश के कुछ जिले में मुख्य रूप से तैयार किया जाता है। यह बेहद मजबूत होता है और पूरी दुनिया में अपने नर्म टेक्स्चर के लिए जाना जाता है। यह सिल्क के सबसे शुद्ध प्रकारों में गिना जाता है। इसकी खासियत इसके रंग हैं। कोसा सिल्क प्राकृतिक रूप से हल्के गोल्डन रंग में मिलता है जिसे पलाश, लाख और गुलाब की पंखुडियों से बने रंगों से डाई किया जाता है। सिर्फ साड़ी नहीं डिजाइनर आउटफिट्स भी होते हैं तैयारः पारंपरिक रूप से कोसा से सिर्फ साडिय़ां बनाई जाती थीं लेकिन अब इससे लहंगे भी बनाए जाते हैं। विदेशों में कोसा सिल्क के कपड़ों से कई तरह के डिजाइनर वेस्टर्न आउटफिट्स भी तैयार किये जाते हैं।


आईएनएस को सम्मान देना गौरव का क्षण

नई दिल्ली। आईएनएस शिवाजी ने उत्कृष्टता के 75 वर्ष पूरे कर लिये हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कलर प्रदान कर सम्मान प्रदान किया। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे लिए आईएनएस शिवाजी को राष्ट्रपति का कलर प्रदान करना गौरव का क्षण है। यह प्रतिष्ठान एचएमआईएस शिवाजी के रूप में 1945 में कमीशन किया गया। तब से यह अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं के साथ भारतीय नौसेना का प्रतिष्ठित तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान के रूप में विकसित हुआ है। संस्थान ने मरीन इंजीनियरिंग के सभी पहलुओं में बदलती हुई प्रौद्योगिकी के साथ अपनी गति बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि इस महान संस्थान में अभी तक नौसेना, तटरक्षक तथा मित्र देशों के दो लाख से अधिक अधिकारी और नाविक मरीन इंजीनियरिंग की सभी शाखाओं में प्रशिक्षित किए गए हैं।


बुनियादी सुविधाएं धरातल पर दिखेंं

रायपुर। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग की शिकायतों के निराकरण के संबंध में गुरुवार को यहां सिविल लाइन स्थित न्यू सर्किट हाउस में कैम्प सीटिंग एवं जन सुनवाई आयोजित की गई। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि मानवा अधिकार संरक्षण और आर्थिक सामाजिक योजनाओं के क्रियान्वयन में गहरा संबंध है।


उन्होंने कहा कि मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए बुनियादी सुविधाओं के लिए ठोस कार्य धरातल पर दिखे। महिलाओं और बालिकाओं को सेनिटेशन की सुविधा उपलब्ध हो। महिलाओं और बालिकाओं की ट्रेकिंग की घटनाओं पर तत्काल और ठोस कार्यवाही की जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार के सभी विभागों के सहयोग से सभी की समस्याओं का निराकरण होगा। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू ने दीप प्रज्जवलित कर कैम्प सीटिंग सत्र का शुभारंभ करते हुए कहा कि मानव अधिकारों का हनन नहीं हो इसके लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम के तहत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि इस खुली सुनवाई का उद्देश्य पीड़ित और राज्य सरकार के अधिकारियों को एक मंच पर लाकर मानव अधिकार हनन के प्रकरणों का त्वरित निदान करना है। आयोजन से ऐसा वातावरण निर्मित हो, जिससे सभी नागरिकों के मूलभूत अधिकारों का संरक्षण हो और वे संविधान में प्रदत्त मानव अधिकारों का उपभोग कर सके। उन्होंने बताया कि कैम्प सीटिंग के माध्यम से प्रभावितों को क्षतिपूर्ति राशि दिलाई जाती है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा भी की जाती है। शिविरों के माध्यम से मानव अधिकार एक्ट 1993 के तहत मानव अधिकार हनन के प्रकरणों को सुनने और निराकृत करने का अवसर मिलता है। न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू ने मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए बुनियादी सुविधाओं-शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, स्वच्छता के विकास पर विशेष जोर दिया। न्यायमूर्ति दत्तू ने कहा कि आयोग का उद्देश्य मानव अधिकार के प्रकरणों की सुनवाई कर न्याय दिलाना है। आम लोगों को उनके मूलभूत अधिकार मिले, स्कूल ठीक से संचालित हो, आंगनबाड़ी प्रभावी ढंग से कार्य करें, लोगों को स्वास्थ्य की सुविधा मुहैया हो। आयोग राज्य में विशेषकर अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के प्रकरणों की सुनवाई करेगा। इस अवसर पर आयोग के सेक्रेटरी जनरल जयदीप गोविंद ने मानव अधिकार से संबंधित प्रकरणों के निराकरण और पीड़ित पक्षों को क्षति पूर्ति राशि वितरित करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग मानव अधिकार के उल्लंघन के संबंध में सुनवाई कर प्रभावितों को न्याय दिलाने का कार्य करता है। आयोग द्वारा प्राप्त शिकायतों की शत्प्रतिशत सुनवाई की जाती है और इसका पालन भी किया जाता है। आयोग द्वारा निःशक्तजनों, ओल्ड एज होम, जेन्डर की शिकायतों का भी निराकरण किया जाता है। मानव अधिकार से संबंधित गतिविधियों का प्रचार-प्रसार हिन्दी और अंग्रेजी में किया जाता है। प्रभारी मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की फुल बेंच एवं सिंगल बेंच द्वारा एक साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति से संबंधित शिकायतों की खुली जनसुनवाई की जा रही है। इसका लाभ पीड़ित पक्षों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन वर्गाें से संबंधित प्रत्येक प्रकरणों को आयोग के समक्ष रखने और उनके निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार यह अवसर मिला है। जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 32 प्रतिशत जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है। प्रदेश के 150 में से 85 विकासखण्ड अनुसूचित जनजाति के है। राज्य में इन वर्गाें की शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में साप्ताहिक हाट बाजारों में चिकित्सकों की टीम द्वारा स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है। शहरी क्षेत्रों के स्लम एरिया में भी घर पहुंच चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है। वनांचल क्षेत्रों में मलेरिया नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाकर हर व्यक्ति की जांच कर उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जिले में गरीबी रेखा का स्तर राष्ट्रीय स्तर के समकक्ष लाने के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से मिशन मोड़ पर काम कर रहे हैं। कैम्प सीटिंग के उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की सदस्य ज्योतिका कालरा, सदस्य डाॅ. डी.एम. मूले, राज्य मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष एम.पी. सिंघल, सदस्य गिरधारी लाल नायक, सेक्रेटरी जनरल डाॅ. प्रभात सिंह, रजिस्ट्रार सूरजीत डे, एन.सी. सांखला, पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।


मेरठ में योगी-अमित का पुतला फूंका

मेरठ। दिल्ली रोड स्थित शॉप्रिक्स मॉल सीओ ब्रह्मपुरी ऑफिस के सामने समाजवादी कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया। हालांकि पुतला फूंकने की सूचना मिलते ही परतापुर ब्रह्मपुरी टीपी नगर पुलिस सहित व सीओ ब्रह्मपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी फोर्स के पूरी तैयारी के साथ खड़े थे।


आपको बता दें कि पुलिस की तैयारी उस वक्त रखी ही रह गई। जब समाजवादी कार्यकर्ता ने नारेबाजी करते हुए, गृह मंत्री व मुख्यमंत्री के पुतले में आग लगा दी।  समाजवादी कार्यकर्ता द्वारा अचानक आग लगाने पर पुलिस ने पुतले को एक साइड में कराते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।  दक्षिण विधानसभा सपा नेता पवन गुर्जर नूरनगर ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर जामिया में हुई छात्राओं के साथ मारपीट के विरोध प्रदर्शन में पुतला दहन किया है। वही, गिरफ्तारी के दौरान पवन गुर्जर नूर नगर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के तानाशाही रवैए के चलते हैं। छात्राओं के साथ पुलिस द्वारा बुरी तरह मारपीट जो की गई उनके शरीर पर ऐसी जगहों पर वार किए गए जिनके बारे में बताना भी शर्म की बात है।  दिनाक 11/02/2020  को दिल्ली पहुंचकर घायल हुई छात्राओं से मुलाकात की थी। इसी के चलते विरोध कराने के लिए अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका है।


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...