गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

यूपीः बस हादसे में 14 की मौत 35 घायल

फिरोजाबाद (एजेंसी)। उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद जिले में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बुधवार देर रात दिल्ली से बिहार जा रही एक स्लीपर बस ने खड़े ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी। इससे 14 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 35 यात्री घायल हो गए, जिनका इलाज सैफई पीजीआई में किया जा रहा है।


बस में 90 लोग सवार थे। अब तक 11 मृतकों की पहचान हो गई है। बताया जाता है कि यह हादसा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे में फिरोजाबाद और इटावा जिले की सीमा में भदान गांव के पास बुधवार रात हुआ जिसमें पंक्चर बनवा रहे खड़े ट्रक में एक अनियंत्रित स्लीपर बस ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बस सवार 14 यात्रियों की मौत हो गई और 35 यात्री घायल हो गए हैं जिन्हें इलाज के लिए सैफई के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।


बस दिल्ली से बिहार के मोतिहारी जा रही थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। बस को क्रेन के जरिए हटाया गया है। अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। घायलों के परिजनों को दुर्घटना की सूचना दे दी गई है और मृतकों की पहचान मुकेश, विनोद कुमार, कलामुद्दीन, भगवान चौधरी, हरिंदर पासवान, चन्दन महतो, नागेश्वर शाह, गुलशन कुमार, अनिल शाह, राकेश कुमार, ट्रक चालक भूरा के रूप में हुई है।च्च्मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में मरने वाले यात्रियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।


यूपी विधानसभा में विपक्ष का हंगामा

लखनऊ (एजेंसी)। यूपी विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही सीएए-एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर विपक्षी विधायकों ने हंगामा किया। सपा-बीएसपी के विधायकों ने पोस्टर बैनर के साथ विरोध किया। विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी की। वहीं, कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के गेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने हाथों में तख्तियां थाम रखीं थी जिन पर सरकार को किसान और महिला विरोधी बताया गया था। साथ ही उन्होंने सरकार से नागरिकता क़ानून वापस लेने की मांग की। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि सरकार असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए नागरिकता कानून लेकर आई है।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण में भी हंगामा किया। जैसे ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपना अभिभाषण पढ़ने के लिए उठीं, वैसे ही समाजवादी पार्टी के विधायक सदन के बीचे में जाकर प्रदर्शन करने लगे और कुछ वहीं बैठ गए। इनमें से कुछ विधायकों ने सीएए, एनआरसी के खिलाफ प्ले कार्ड हाथ में ले रखे थे। कुछ विधायक अपनी पीठ पर गैस सिलेंडर लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन में ही मौजूद थे कुछ समाजवादी और कांग्रेस विधायक विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।


एनएचएआई का फैसला 'फास्टैग शुल्क माफ'

नई दिल्ली (एजेंसी)। इलैक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन को बढ़ावा देने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 29 फरवरी तक फास्टैग शुल्क माफ करने का फैसला किया है। बुधवार को भारत सरकार ने 527 से ज़्यादा नेशनल हाईवे पर फास्टैग सेवा शुरू करने का ऐलान किया है।
सड़क परिवहन और हाईवे मंत्रालय ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि, “राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्लाज़ा पर उपभेक्ता शुल्क की डिजिटल वसूली को बढ़ाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फैसला किया है कि NHAI फास्ट टैग पर 15 फरवरी से 29 फरवरी 2020 के दौरान 100 रुपए फास्टैग शुल्क माफ किया जाएगा।”
सड़क पर वाहन चलाने वाले सभी यूज़र्स किसी भी अधिक्रत विक्रय स्थल पर जाकर अपना मान्य रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिखाकर मुफ्त में NHAI फास्टैग ले सकते हैं।


NHAI फास्टैग सभी नेशनल हाईवे टोल प्लाज़ा, रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस, सामान्य सर्विस सेंटर्स, ट्रांसपोर्ट हब और पेट्रोल पंप के साथ कई अन्य जगहों से खरीदा जा सकता है।
स्टेटमेंट में कहा गया है कि, “अपने नज़दीकी NHAI फास्टैग विक्रय स्थल पर पहुंचने के लिए मायफासटैग ऐप डाउनलोड कर सकते हैं या www.ihmcl.com पर लॉगइन कर सकते हैं, इसके अलावा एनएच हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके इसकी जानकारी ली जा सकती है।”
फास्टैग के लिए लगने वाले सिक्युरिटी डिपॉज़िट और फास्टैग वॉलेट के लिए मिनिमम बैलेंस अमाउंट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।


सड़क पर रेप पीड़िता का शव, हंगामा

मेरठ(यूए)। रेप पीड़िता का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर हंगामा किया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर बैठे ग्रामीण और परिजन। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण और परिजन अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और शव को उठाने नहीं दे रहे हैं। सड़क पर शव रखकर ग्रामीण और परिजन रास्ता बंद करके हंगामा कर रहे हैं।


ज्ञात हो मवाना थाना क्षेत्र के कॉल गांव की रेप पीड़िता ने बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिससे ग्रामीण वासियों में अच्छा खासा रोष व्याप्त है।


 


कोरोना पर टिप्पणी पड़ी भारी, किया ट्रोल

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी एक बार फिर अपनी गलती को लेकर ट्रोल हो गए हैं। दरअसल कोरोना वायरस को लेकर बुधवार को किए गए एक ट्वीट में राहुल ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से को पाकिस्तान के हिस्से के तौर पर दिखा दिया। इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने राहुल को ट्रोल करना शुरू कर दिया। जिसके बाद राहुल ने वह ट्वीट डिलीट कर दिया।
राहुल ने कहा कि कोरोना वायरस हमारे लोगों और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही गंभीर खतरा है। मेरे हिसाब से सरकार इस खतरे को गंभीरता से नहीं ले रही है। समय पर कदम उठाने की जरूरत है। यहां तक तो ठीक था, लेकिन उन्होंने इस ट्वीट के साथ विश्व का नक्शा शेयर किया जिसमें भारत से कश्मीर को अलग दिखाया गया है। इस नक्शे में जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से को पाकिस्तान के हिस्से के रूप में दिखाया गया है। इसे लेकर राहुल गांधी ट्रोल हो गए। राहुल के इस ट्वीट के बाद ट्विटर यूजर्स ने राहुल को निशाने पर लेना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद राहुल ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया और एक न्यूज स्टोरी के साथ दूसरा ट्वीट किया।


अर्टिका-हाइवा में टक्कर, तीन की मौत

सुनील पटेल


मुंगेली। बिलासपुर-रायपुर मुख्यमार्ग में सरगांव के पास आज सुबह तेज रफ्तार अर्टिका कार खड़े हाइवा को जोरदार टक्कर मारी। हादसा इतना गम्भीर था की कार में सवार मौके पर ही तीन लोंगो की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार ट्रक चालक सड़क किनारे ट्रक खड़े कर टायर की हवा चेक करवा रहा था।


पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार सीजी 04 एमवी 6176 ट्रक को टक्कर मार दी। घटना की सूचना मिलने पर मौके पहुंचकर कार में फंसे लोगों को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया है। मृतक कौन है इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।


टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री पर कोरोना का असर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस चीन के बाद अब दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। अब इस वायरस का असर टेक इंडस्ट्री पर भी पड़ा है। चीन के बाद दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस के खतरे का असर टेक्नॉलजी इंडस्ट्री पर भी पड़ रहा है। इस वायरस की वजह से बार्सिलोना में होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा टेक इवेंट MWC 2020 भी कैंसल करना पड़ गया। MWC (मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस) इवेंट 24 फरवरी से 27 फरवरी के बीच आयोजित होना था। दरअसल, कोरोना वायरस के खतरे के कारण इस इवेंट में एक के बाद एक कई दिग्गज कंपनियों ने आने से मना कर दिया था, जिसके बाद GSM असोसिएशन ने इस साल के इवेंट को कैंसल करने का फैसला किया है।


जनिेए क्या है मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस
मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस का आयोजन हर साल फरवरी में स्पेन के बार्सिलोना में होता है। यह दुनिया में टेलिकॉम सेक्टर का सबसे बड़ा इवेंट है। स्पॉन्सर्स सहित कई बड़ी और छोटी कंपनियां पहले से ही इस इवेंट में हिस्सा नहीं लेने का एलान कर चुकी हैं। हाल ही में वोडाफोन ने भी कहा था कि 'कंपनी कोरोना वायरस से जुड़ी रिपोर्ट्स की निगरानी कर रही है। कंपनी ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की ओर से हाल में जारी हुई चेतावनी को देखने के बाद इस साल MWC में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।' इससे पहले नोकिया, HMD ग्लोबल, LG, वीवो, सोनी, ऐमजॉन, टानला सलूशंस और कुछ अन्य कंपनियां MWC से हटने की घोषणा कर चुकी थीं। इस टेक इवेंट में 1 लाख से ज्यादा विजिटर्स आने वाले थे, जिनमें चीन के 5000 से 6000 विजिटर्स शामिल होते।


इलाके में लगी भीषण आग, 10 घर जलकर खाक

इलाके में लगी भीषण आग, 10 घर जलकर खाक  मिनाक्षी लोढी  कोलकाता। राजधानी के उल्टाडांगा इलाके में लगी भीषण आग की चपेट में आकर तकरीबन 10 घर जलकर...