सोमवार, 10 फ़रवरी 2020

योजना के तहत 18 जोड़ों का निकाह

मुख्यमंत्री निकाह योजना के तहत आज हुए 18 जोड़ो के इज्तिमाई निकाह।
शेख़ नसीम


भोपाल। मुख्यमंत्री निकाह योजना के तहत आज वार्ड 41 के सोनिया गाँधी कालोनी में 18 मुस्लिम जोड़ो के इज्तिमाई निकाह हुए। सामाजिक न्याय विभाग एवं नगर निगम भोपाल के सहयोग से सहारा जन अधिकार एवं कल्याण परिषद संस्था ने वार्ड 41 के सोनिया गाँधी कालोनी क्षेत्र में मुख्यमंत्री निकाह योजना के तहत निकाह का आयोजन किया था इस सम्मेलन में 18 जोड़ो के निकाह हुए दूल्हा-दुल्हन के साथ उनके अज़ीज़ रिश्तेदार भी बड़ी संख्या में निकाह सम्मेलन में शामिल हुए।


इस दौरान मौलाना अख्तर कासमी ने निकाह के ताल्लुक से कुछ अहम बाते बयान की। उन्होंने अपने बयान में कहाकि निकाह करना अल्लाह का हुक्म हैं और हमारे नबी की सुन्नत हैं निकाह में फिजूलखर्ची से बचे सादगी वाला निकाह का इस्लाम मे हुक्म हैं और हमे अल्लाह के नबी के तरीके पर ही निकाह करना चाहिए तब ही ये निकाह कामयाब और बरकत वाला निकाह होगा। निकाह का खुतबा काज़ी सालिम साहब ने पढ़ाया और 18 जोड़ो का हिजाब भी उन्होंने कुबूल कराया।


मुख्यमंत्री निकाह योजना के तहत हुए इस इज्तिमाई निकाह सम्मेलन में मौलाना अख्तर कासमी,कारी रफीक साहब,कारी मुश्ताक साहब,मंकशा मस्ज़िद के इमाम और कारी साहब,हाफ़िज़ नसीर साहब, आयोजक डॉ. रेहान सिद्दीकी,ज़ाहिद भाई, अकबर भाई, आतिफ कुरैशी, मुमताज़ अली अंसारी के साथ ही संस्था के सदस्य और दूल्हा-दुल्हन के रिश्तेदारों के अलावा सैकड़ो की तादाद में स्थानीय लोग शामिल हुए।


अपहरण के बाद पांच ने किया गैंगरेप

यमुनानगर। अभी न‍िर्भया गैंगरेप केस के दोषी फांसी पर चढ़े भी नहीं है क‍ि हर‍ियाणा में एक और इस तरह के केस से हलचल मची हुई है। हर‍ियाणा के यमुनानगर में घर में सो रही एक लड़की को पांच लोग घर से उठा ले गए और एक आंगनवाड़ी में गैंगरेप की घटना को अंजाम द‍िया। हैवन‍ियत भरी इस घटना में एक नाबाल‍िग भी शाम‍िल था। पुल‍िस ने यह मामला रव‍िवार को दर्ज क‍िया।


जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के यमुनानगर में एक लड़की को पांच लड़के घर से उठाकर पास में एक बंद पड़ी के साथ मारपीट और गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता ने भागने की कोशिश की तो उससे काफी मारपीट की गई। इससे पीड़िता को काफी चोट पहुंची है। आरोपी युवकों ने पीड़िता को उसके घर से उठाया और पास ही बंद पड़ी आंगनवाड़ी में अपराध को अंजाम दिया। घटना में एक नाबाल‍िग भी शामिल था। लड़की किसी तरह दरिदों के चंगुल से बचकर अपने घर पहुंची और पर‍िजनों को इस बारे में बताया। पर‍िजन लड़की को लेकर तुरंत थाने पहुंचे। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए पीड़िता को चिकित्सीय मदद उपलब्ध कराई और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।


पुल‍िस ने घटना की नजाकत को देखकर लड़की का मेड‍िकल कराया। उसके बाद गैंगरेप और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कर ल‍िया। हालांक‍ि पुल‍िस ने शुरुआत में ही लड़की व पर‍िजनों के बयानों के आधार पर अपहरण, गैंगरेप और मारपीट का मामला दर्ज कर ल‍िया था लेक‍िन मेड‍िकल र‍िपोर्ट आने के बाद और एक और धारा जोड़नी पड़ सकती है। इस मामले में लड़की ने सभी आरोप‍ियों की पहचान भी बताई है। इसी आधार पर पुल‍िस आरोप‍ियों को पकड़ने की कोश‍िश कर रही है। जांच अध‍िकारी न‍िर्मल स‍िंह ने दावा क‍िया क‍ि अभी तक पुल‍िस के हाथ भले ही खाली हों लेक‍िन बहुत जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।


बसपा नेता और भाई को मारी गोली, मौत

बदमाशों ने बसपा सेक्टर प्रभारी और उसके भाई को मारी गोली,मौत


 गाजीपुर। नन्दगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिरगिथा गांव में रविवार की देर रात बाइक सवार बदमाशों ने दो सगे भाइयों को ताबड़तोड़ गोली मार दी। गोली लगने से बड़े भाई विजय राम 40 वर्ष की मौके पर ही
मौत हो गई। जबकि छोटा भाई प्रदुमन गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को डाक्टरो ने वाराणसी रेफर कर दिया गया। जहां उसकी देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुकुड़ा गांव निवासी विजय राम सिरगिथा में साइकिल की दुकान चलाते थे। वह रविवार रात छोटे भाई प्रद्युमन के साथ घर जा रहे थे। इसी दौरान सिरगिथा गांव के पास बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मार दी। जिससे विजय राम की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रदुमन राम को गोली लगने से गंभीर रूप घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल लाया गया। गंभीर हालत देखते हुए उसे वाराणसी रिफर कर दिया जहां देर रात उनकी मौत हो गई। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका। पुलिस ने बताया कि 2 लोगों के खिलाफ परिजनों ने नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने बताया कि जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। विजय राम कुकुड़ा गांव के सेक्टर प्रभारी थे।


वायरस से मरने वालों की संख्या 910

मनोज सिंह ठाकुर


बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 910 हो गयी है, जबकि 40171 लोगों में इस संक्रमण के पाये जाने की पुष्टि हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक रविवार मध्यरात्रि तक कोरोना वायरस के 3,062 नए मामले सामने आए हैं और केवल एक दिन में इसके कारण 97 लोगों की मौत हुई है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार नौ फरवरी की मध्यरात्रि तक उसे 31 प्रांतों से जानकारी मिली, जिसके अनुसार कोरोना वायरस के 40171 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है जिसमें से 6500 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। 910 लोगों की मौत हो चुकी है तथा करीब 1800 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है।
कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए अमेरिका, जापान और सिंगापुर के अलावा कई अन्य देशों की सरकारों ने हाल में चीन का दौरा करने वाले लोगों के अपने देश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। दरअसल, दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था जिसके बाद से अब तक यह 25 से अधिक देशों में यह फैल चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेसुस ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम चीन में इस संक्रामक वायरस के फैलने की जांच करने के लिए रवाना हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के मद्देनजर वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा भी की हुई है।


वायरस की होगी 15 मिनट में जांच

मनोज सिंह ठाकुर


बीजिंग। चीन के तियानजिन यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस की जांच के लिए एक नए टेस्ट विकसित किया गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट महज 15 मिनट में आ जाएगी। इससे महामारी का रूप लेती इस बीमारी के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग के समय में बचत होगी। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, तियानजिन यूनिवर्सिटी ने बीजिंग बायोटेक कंपनी के साथ मिलकर इस जांच किट का विकास किया है। इस जांच किट का फिलहाल क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा है और इसके बाद इसे मंजूरी के लिए स्वास्थ्य नियामक को भेजा जाएगा।
इससे पहले चीनी स्वास्थ्य नियामक संगठन नेशनल मेडिकल प्रोडक्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन (एनएमपीए) ने सनसुरे बायोटेक द्वारा विकसित किट को मंजूरी दी थी, जिससे संदिग्ध मरीजों की जांच के समय में कमी आई। इस किट से 30 मिनट में जांच रिपोर्ट हासिल किया जा सकता है।
एनएमपीए ने पिछले माह 26 जनवरी को चार जांच किट को मंजूरी दी थी। चीन में कोरोना वायरस महामारी से अब तक 811 लोगों की मौत हो चुकी है और 37,198 लोग संक्रमित हैं। जबकि 2003 में सार्स के फैलाव के दौरान दुनियाभर में 774 लोगों की मौत हुई थी और 8437 लोग संक्रमित हुए थे।
सार्स का फैलाव भी चीन से ही हुआ था। यह दक्षिणी प्रांत गुआंझो से फैला था, जबकि कोरोना वायरस पूर्वी मध्य प्रांत हुबेई के वुहान में सीफुड मार्केट से फैला। इस बीमारी का प्रसार अब तक करीब 20 देशों में हो चुका है। हालांकि चीन में इसके संक्रमित लोगों की आबादी 99 फीसदी है। चीन में शनिवार को दो विदेशी नागरिकों की इस बीमारी से मौत हुई थी, जिसमें से एक अमेरिकी और दूसरा जापानी नागरिक था।


भाजपा-आरएसएस आरक्षण के विरोधी

आरक्षण पर फिर बढ़ा बवाल कांग्रेस का सरकार पर निशाना SC में याचिका डालने का दबाव


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सरकारी नौकरी में आरक्षण को लेकर की गई टिप्पणी के बाद राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। कांग्रेस की ओर से इस मसले पर मोदी सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है और सर्वोच्च अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए कहा जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मसले पर मोदी सरकार पर जमकर बरसे और कहा कि बीजेपी-RSS के डीएनए को आरक्षण चुभता है।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि RSS-BJP की विचारधारा आरक्षण के खिलाफ है, वह किसी न किसी तरीके से रिजर्वेशन को हिंदुस्तान के संविधान से निकालना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने रविदास मंदिर तोड़ा क्योंकि जो एससी-एसटी कम्युनिटी है ये लोग उसे आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी की रणनीति आरक्षण को रद्द करने की है, लेकिन बीजेपी वाले कितना भी सपना देख लें ऐसा कभी नहीं होगा। आरक्षण संविधान का हिस्सा है, बीजेपी की ओर से इसे ही खत्म करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता बोले कि मैं हिंदुस्तान की जनता को कह रहा हूं कि हम रिजर्वेशन को कभी नहीं मिटने देंगे, चाहे मोदी जी सपना देखे या मोहन भागवत सपना देखें...हम ऐसा नहीं होने देंगे। बीते दिनों एक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण का दावा करना मौलिक अधिकार नहीं है। ऐसे में कोई अदालत राज्य सरकारों को SC और ST वर्ग के लोगों को आरक्षण देने का निर्देश नहीं जारी कर सकती है। आरक्षण देने का अधिकार और दायित्व राज्य सरकारों के विवेक पर निर्भर है। कांग्रेस की ओर से संसद में भी इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे में ना सिर्फ बाहर बल्कि संसद के अंदर भी सरकार को विपक्ष का गुस्सा झेलना होगा।


बता दें कि प्रमोशन में आरक्षण का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। यह विवाद सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद शुरू हुआ है जिसमें उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया जिसमें राज्य सरकार से कहा गया था कि वह प्रमोशन में आरक्षण देने के लिए डेटा जुटाए। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से यह पता करने को कहा था कि SC-ST कैटिगरी के लोगों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व है या नहीं, जिससे प्रमोशन में रिजर्वेशन दिया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राज्य सरकार प्रमोशन में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं है।


एनडीए से भी उठी है आवाज़


सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष ही नहीं बल्कि एनडीए के सहयोगी दलों ने भी केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। एनडीए की सहयोगी एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का ताजा फैसला एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण के अधिकार से वंचित करता है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का विरोध करेंगे।


दिल्ली कॉलेज में छात्रा से छेड़छाड़, उबाल

नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज के सालाना फेस्ट में छेड़छाड़ से छात्राओं में उबाल है। कैंपस से लेकर सोशल मीडिया तक छात्राएं अपनी खौफनाक आपबीती और गुस्से का इजहार कर रही हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न करने को लेकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी भारी गुस्सा है। स्टूडेंट्स ने इस घटना के खिलाफ आज प्रदर्शन का ऐलान भी किया है। वे पुलिस में इसकी शिकायत भी दर्ज कराएंगे। कॉलेज कैंपस में छेड़छाड़ की यह घटना 6 फरवरी की है।


‘सुरक्षा नहीं, तो फेस्ट क्यों?’
‘मैं ऐसी कई लड़कियों को जानती हूं, जिनके साथ उस दिन छेड़छाड़ हुई। मेरा अपने कॉलेज के प्रशासन से सवाल है कि अगर आप छात्राओं के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं कर सकते, तो फिर फेस्ट के आयोजन की जरूरत ही क्या है।’
‘6 घंटे तक होती रही छेड़छाड़’
‘फेस्ट के आखिरी दिन गुरुवार दोपहर बाद 3 बजे से रात 9 बजे तक लड़कियों से छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें हुईं। जैमर के चलते वे फोन कर शिकायत भी नहीं कर पाईं। आरोपी गलत तरीके से कॉलेज में घुसे। कुछ ने तो दीवार फांदी। फेस्ट के दौरान पुलिस और कॉलेज की सिक्यॉरिटी तैनात थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। पास और ID कार्ड देखे बिना ही लोगों को अंदर आने दिया गया। प्रिंसिपल और कॉलेज प्रशासन से मदद नहीं मिली।’
“हमारे कॉलेज का एनुअल फेस्ट ही हमारे लिए खौफनाक बन गया। कैंपस में बाहर से लोग गेट फांदकर अंदर घुसे, कई मिडल एज लोग हमें हैरस कर रहे थे। कुछ ने तो मस्टरबैट तक किया।”
-6 फरवरी को फेस्ट ‘रेवरी’ में जुबिन नौटियाल के परफॉर्मेंस में पहुंची छात्रा


‘हमसे कहा गया, तुम्हे ही चाहिए होता है न फेस्ट’
‘मैं और मेरी दोस्त प्रिंसिपल के पास गईं और मदद के लिए कहा। मगर उन्होंने कहा, इसी वजह से मैं फेस्ट ऑर्गनाइज करना पसंद नहीं करती। तुम्हीं लोगों को फेस्ट चाहिए होते हैं। हमने कहा, ऐसा नहीं है मैम! तो उन्होंने कहा, तो तुम आए क्यों? गो बैक! मैं अपने लेवल पर इस मामले को देख रही हूं।’


“एक ग्रुप नहीं था, अलग-अलग ग्रुप में थे व। कुछ लोगों ने मुझे और मेरी दोस्त को गलत ढंग से छुआ। वे अश्लील इशारे कर रहे थे, मैं चिल्लाई तो वो हंसने लगे। यह इतना खौफनाक था कि कुछ लड़कियां रो रही थीं, कुछ को पैनिक अटैक आ गया था। ये लोग कॉलेज का गेट फांदकर अंदर घुसे। पुलिस, कॉलेज सिक्यॉरिटी, बाउंसर्स… सब थे। मगर किसी ने मदद नहीं की।”
-बीए ऑनर्स की एक छात्रा


प्रिंसिपल बोलीं, शिकायत नहीं मिली
स्टूडेंट्स का कहना है कि कुछ आरोपी दीवार फांदकर घुसे थे। शिकायत के बाद भी प्रिंसिपल और कॉलेज प्रशासन से मदद नहीं मिली। हालांकि प्रिंसिपल डॉ. प्रोमिला कुमार का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई भी शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सोमवार को मैं स्टूडेंट्स से बात करूंगी। उन्होंने कहा हमने अपने सीसीटीवी चेक किए हैं, ऐसा कुछ नहीं दिखा। ना मुझे, ना मेरी फैकल्टी को। हमारे पास पूरी सिक्यॉरिटी की व्यवस्था थी। गार्ड्स थे, कंमाडो थे, बाउंसर्स थे और पुलिस भी थी। लेडी पुलिस थी, प्लेन ड्रेस में भी पुलिस थी। हमारे 200 स्टाफ की भी फेस्ट में ड्यूटी लगी थी। मैं इस मामले में स्टूडेंट्स से बातचीत सोमवार को करूंगी।


प्रिंसिपल ने लड़कियों पर ही उठाया सवाल
प्रिंसिपल ने बताया कि फेस्ट में कॉलेज से बाहर डीयू के कॉलेजों के स्टूडेंट्स आते हैं। उन्होंने यह माना है कि भीड़ बहुत थी और इसमें कई बाहरी लोग थे, कुछ दीवार कूद के भी आए। मगर उनका कहना है कि मिडल एज मैन नहीं थे, क्योंकि वो दीवार फांदकर कैसे आ सकते हैं! एक-दो लोगों को हमारी सिक्यॉरिटी ने बाहर निकाला भी, जैसे जो हमें नशे में लगा या किसी पर शक हुआ। हम सतर्क थे। उन्होंने यह भी कहा, लड़कियों के लिए फेस्ट में अलग से जगह भी थी, हालांकि कई लड़कियां उससे बाहर गईं, क्योंकि वे अपने दोस्तों के साथ रहना चाहती थीं।


छात्राएं आज करेंगी प्रशासन और पुलिस में शिकायत
गार्गी कॉलेज में छेड़छाड़ की घटना 6 फरवरी की है। शिकायत में देरी के सवाल पर लड़कियों का कहना है कि उन्होंने प्रिंसिपल, प्रशासन के अधिकारियों को मौखिक शिकायत उसी दिन दे दी थी और सोमवार को लिखित शिकायत देंगी। स्टूडेंट्स ने बताया कि लिखित शिकायत वे अब तक इसलिए नहीं कर पाईं, क्योंकि 7 फरवरी को फेस्ट के बाद की छुट्टी थी। 8 को वोटिंग डे था और फिर संडे। साथ ही, स्टूडेंट्स अभी उन लड़कियों के बयान इकट्ठा कर रही हैं, जिन्होंने यह बदतमीजी झेली या वे चश्मदीद रहीं। सोमवार को स्टूडेंट्स कॉलेज में इकट्ठा होकर सुबह प्रदर्शन भी करेंगी। साथ ही, पुलिस को भी शिकायत देंगी। प्रिंसिपल का कहना है कि वो सोमवार को स्टूडेंट्स से बातचीत करेंगी।


दिल्ली पुलिस का क्या कहना है
साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर का कहना है कि इस बारे में हमें कोई भी शिकायत नहीं मिली है। लड़कियों का यह भी कहना है कि सिरीफोर्ट के आसपास नेटवर्क ना होने की वजह से भी वे कॉलेज यूनियन या प्रिंसिपल को डायरेक्ट कॉल या मेसेज नहीं कर पाईं। उन्होंने कहा कि वे एक दूसरे से बातचीत कर, बयान इकट्ठा कर पुलिस से बात करेंगी।


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न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...