रविवार, 26 जनवरी 2020

'हम इस राष्ट्र को बिखरने नहीं देंगे'

आकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। नगर-पालिका परिषद, विधानसभा-क्षेत्र, विकासखंड एवं तहसील लोनी स्थित विकास-कुंज में जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा आयोजित "जनसंख्या कानून सभा" में उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि करोड़ों भारतीयों ने मिलकर इस महान देश का निर्माण किया है। इसके निर्माण के प्रति हम संकल्पबध्द है। अपने नैतिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों के प्रति आम आदमी पूरी तरह समर्पित है, हम इसे बिखरने नहीं देंगे।
राष्ट्र निर्माण में हो रहे सभी कार्यों का समर्थन भी करेंगे और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनवाने हेतु राष्ट्रवादियों को एकजुट करेंगे।


फिर 'चुरा के दिल मेरा... शिल्पा चली

मुंबई। बॉलिवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी भले ही 13 साल से फिल्मी दुनिया से दूर हों। लेकिन वह अपना कमबैक फिर धमाकेदार अंदाज में चाहती हैं। यही वजह है कि फिल्मी पर्दे पर लौटने के लिए शिल्पा ने अपने करियर का सबसे धमाकेदार गाना "चुरा के दिल मेरा…." को चुना है। निर्देशक प्रियदर्शन की अपकमिंग फिल्म हंगामा-2 में इस गाने पर अपनी अदाओं से एक बार फिर हंगामा बरपाती नजर आएंगी। वैसे भी इस फिल्म के 25 साल पूरे हो जाने के बावजूद, इस गाने के जरिए आज भी सबका दिल चुरा लेती हैं। 


1994 में आई फिल्म मैं खिलाड़ी, तू अनाड़ी का यह गाना उस साल के सुपरहिट गानों में शुमार था। यह गाना ऐसा है कि सुनते ही हर शख्स झूम उठे। शिल्पा के डांस ने इस गाने को चार चांद लगा दिया था। अब शिल्पा एक बार फिर तैयार हैं। हालांकि इस बार गाने में तंग करने के लिए उनके पास अक्षय कुमार नहीं होंगे। बता दें कि मैं खिलाड़ी, तू अनाड़ी में शिल्पा के साथ अक्षय कुमार और सैफ अली खान थे।
अब हंगामा-2 फिल्म में इस गाने को रीक्रिएट किया जाएगा। प्रियदर्शन के निर्देशन में बन रही इस फिल्म में रीक्रिएट हो रहे इस गाने को भी शिल्पा शेट्टी पर ही फिल्माया जाएगा। शिल्पा इस फिल्म में मुख्य किरदार में हैं। इस फिल्म में उनके साथ मिजान जाफरी और परेश रावल हैं। 
बता दें कि हाल ही में एक कार्यक्रम में कुमार सानू ने जब शिल्पा से पूछा कि 90 के दशक में उनकी फिल्मों के वे कौन से गाने हैं, जिसे वह दोबारा बनाना चाहेंगी, शिल्पा का जवाब था- कुछ ना कहो और चुरा के दिल मेरा…। अब उनकी यह ख्वाहिश पूरी होने जा रही है।


 केपी खोकरान


स्पोर्ट्स कोटे की पांच हजार कांस्टेबल भर्ती

जयपुर। राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल के 5 हजार पदों पर भर्ती होनी है। ये भर्ती स्पोर्ट्स कोटे के तहत की जाएगी। इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया अगले महीने की शुरुआत में शुरू होगी। आवेदन की प्रक्रिया 30 दिनों तक चलेगी। स्पोर्ट्स कोटे के लिए योग्य अभ्यर्थियों को ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरकर सबमिट करना होगा। अगर आप इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं। तो नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ने के बाद ही अप्लाई करें। पद का नाम
कॉन्स्टेबल (स्पोर्ट्स कोटा) कुल पदों की संख्या
5 हजार  योग्यता
-अभ्यर्थी राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए.
-अभ्यर्थी को देवनागरी लिपि में हिंदी लेखन का व्यावहारिक ज्ञान और राजस्थान की संस्कृति का
ज्ञान आवश्यक होना है।
-जिला पुलिस के लिए सिर्फ वही लोग आवेदन कर सकते हैं जो 10वीं पास हैं। वहीं,
आर.ए.सी/एमबीसी बटालियन के लिए 8वीं पास आवेदन कर सकते हैं। आयु सीमा न्यूनतम आयु सीमा
01.01.2003 के बाद जन्म न हुआ हो। अधिकतम आयु सीमा
पुरुष- 02.01.1997 के पूर्व का जन्म नहीं हो
महिला- 02.01.1992 के पूर्व का जन्म नहीं भर्ती हेतु चयन प्रक्रिया
चयन प्रक्रिया के 100 अंक होंगे जो तीन चरणों में आयोजित होगी- खेल प्रमाण पत्रों का मूल्यांकन,
शारीरिक मापतौल एंव ट्रायल. खेल प्रमाण पत्र के 70 अंक और ट्रायल के 30 अंक होंगे। सैलरी
दो साल तक ट्रेनी के दौरान 14600 रुपये प्रति माह मिलेंगे।इसके बाद 7वें वेतन आयोग के मुताबिक नियमित वेतन एल-5 वेतन व नियमानुसार अन्य भत्ते मिलेंग। आवेदन फीस
सामान्य/आर्थिक पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग/एमबीसी वर्ग – 400 रुपये एससी, एसटी, सहसिया (केवल राजस्थान के मूल निवासी)- 350 रुपये सामान्य, आर्थिक पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग/एमबीसी वर्ग के ऐसे आवेदक जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख से कम है – 350 रुपये।


'शर्मनाक' गणतंत्र दिवस पर नेताओं में मारपीट

राणा ओबराय

गणतंत्र दिवस के अवसर पर दो नेताओं में चले थप्पड़-घूंसे,शर्म की बात


नई दिल्ली। आपको पता ही होगा कि मध्य प्रदेश में इन दिनों कांग्रेस पार्टी की सरकार है। जहां, आज 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंदौर स्थित पार्टी ऑफिस में झंडारोहण कार्यक्रम का अयोजन किया गया। वहीँ झंडारोहण के इस कार्यक्रम में पार्टी को शर्मसार होना पड़ गया। दरअसल, झंडारोहण का कार्यक्रम चल ही रहा था कि अचानक से दो कोंग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए। लोगों के हुजूम के सामने दोनों कांग्रेसी नेताओं में जमकर मारपीट हुई|दोनों के बीच जमकर थप्पड़-घूंसे चले। मौजूद पुलिस ने दोनों को किया अलग-अलग….. कार्यक्रम में मौजूद पुलिस ने झगड़े को सुलझाया। पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस के दोनों नेताओं को अलग-अलग किया और स्थिति को नियंत्रण में लेकर आए। तिरंगा फहराने को लेकर भिड़े कांग्रेसी नेता……. हालांकि कारण साफ़ तरीके से अभी सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है, कि तिरंगा फहराने को लेकर दोनों कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ बैठे। कांग्रेस नेताओं देवेंद्र सिंह यादव और चंदु कुंजीर के बीच जमकर थप्पड़ और घूंसे चलने लगे। दोनों की लड़ाई के वक्त बड़ी संख्या में स्थीनाय लोग मौजूद थे जो कि इनकी हाथापाई देख दंग रह गए।


बलराज कुंडू को भेजा 'कानूनी नोटिस'

राणा ओबराय

पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने महम विधायक बलराज कुंडू को भेजा कानूनी नोटिस, कुंडु मांगे माफी!

रोहतक। हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने महम के निर्दलीय विधायक को माफी मांगने के लिए 15 दिन का समय दिया है। अधिवक्ता के माध्यम से भेजे गए लीगल नोटिस में कहा गया है कि निर्दलीय विधायक माफी मांगे और झूठे और आधारहीन आरोप लगाने का खंडन भी करें। वरना कुंडु के खिलाफ आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी! हरियाणा की राजनीति में पिछले कई दिनों से चल रहे इस घटनाक्रम में आज नया मोड़ आया है! पूरे प्रकरण के दौरान सभी की निगाहें लगी हुई थी कि हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री चुप क्यों है औऱ वह क्या कदम उठाते है!


11वीं की छात्रा से कार में किया गैंगरेप

हवस की शिकार बनी 11वीं कक्षा की छात्रा, कार में लड़कों ने किया गैंगरेप


चंडीगढ़। शर्मनाक मामला हरियाणा प्रदेश के पानीपत का है। यहां, दो लड़कों ने कार में 11वीं कक्षा की एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घिनौनी घटना को अंजाम दिया। लड़कों ने पहले छात्रा को नशीला पदार्थ खिलाया और फिर उसके साथ गैंगरेप किया|हालांकि, दोनों लड़कों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पहले पार्क में बुलाया, फिर कार में ले जाकर किया गैंगरेप…पीड़ित छात्रा के मुताबिक वह पानीपत के पॉश इलाके में रहती है। और 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। वह शाम को रोजाना पांच बजे ट्यूशन के लिए जाती है, और सात बजे वापस घर लौटती है, लेकिन शुक्रवार को जैसे ही वह घर से ट्यूशन के लिए निकली तो उसके एक जानकार ने उसे फोन करके पार्क में बुला लिया।उसने भी समझा कुछ काम होगा इसलिए वह पार्क चली गई। जब वह स्कूटी लेकर पार्क में पहुंची तो आशीष और उसके दोस्त एक कार में सवार होकर पार्क में आये। कार में उसके जानकर समेत चार लड़के सवार थे।पार्क में स्कूटी खड़ी करवा वह उसे भी अपनी कार में ले गए। जहां कार में उन्होंने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया और उसके बाद उसके साथ गैंगरेप किया। पीड़ित छात्रा ने बताया कि, थोड़ी दूर जाकर कार में से दो लड़के उतर गए। और दो लड़कों ने उसके साथ बारी बारी से गैंगरेप किया। उसके जानकर और उसके दोस्त ने गैंगरेप किया। गैंगरेप कर वापस पार्क में छोड़ने आये थे। तभी पकड़े गए पुलिस ने बताया कि, आरोपी पीड़िता बेहोशी की हालत में पार्क में वापस छोड़ने आये थे। वह जब बेहोशी की हालत में छात्रा को कार से उतारने लगे तो वहां मौजूद लोगों को शक हो गया और उनोने आरोपियों पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने बताया कि, कार में कुल चार लड़के थे जिनमे से दो अभी गिरफ्त में है। दो और की तलाश जारी है।


आज सविधान 'संपादकीय'

आज संविधान    'संपादकीय'


आज फिर देश के प्रधानमंत्री के द्वारा पूर्व की भांति लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज का रोहण किया गया। परंपरागत निर्धारित कार्यक्रमों का समापन किया गया। देश के विकास, निर्माण और योजनाओं का व्याख्यान भी किया गया। सरकार की उपलब्धियां एवं आगामी योजनाओं पर खूब वाहवाही के साथ तालियों की गड़गड़ाहट ने कुछ समय के लिए, समय को भी बांध लिया। गणतंत्र-दिवस के आयोजन की गूंज संपूर्ण विश्व में गूंजी है। दुनिया की सबसे बड़ी दूसरी लोकतांत्रिक व्यवस्था भारत गणराज्य में गणतंत्र-दिवस अत्यंत महत्वपूर्ण और विशेष है। गणराज्य की परिभाषा के प्रतिकूल होने वाले विकारों पर शायद किसी का ध्यान नहीं है। सरकार अपनी उपलब्धियों के गुणगान में मूलभूत कर्तव्य से पिछड़ गई है। इसके पीछे भाजपा ही है, भाजपा में कुछ नेताओं की नीति स्पष्ट नहीं होती है। जनता की कुछ अपेक्षाओं को पूर्ण करना और अपने दायित्व से मुंह मोड़ लेना, इसे छद्दम कार्य ही कहा जाएगा। जहां जनता का राज्य है। वहां जनता का भीषण शोषण और उत्पीड़न होना, कितना शर्मनाक है ? इसका अनुमान लगाया जा सकता है। आज संविधान के अनुरूप देश में बहुत कुछ नहीं हो रहा है। देश में बेरोजगारी का बढ़ता ग्राफ इतना गंभीर बन चुका है कि इस को व्यवस्थित करने में अभी कई सालों का समय लग सकता है। जनता सरकार से यह आशा तो कर ही सकती है कि जनता को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं। दैनिक भरण-पोषण में आने वाली समस्याओं का संबंध आर्थिक समस्या से न जुड़ा हो। लेकिन वर्तमान सरकार में इस नीति पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है। मजदूर व्यक्ति का इतना शोषण शायद पहले कभी नहीं हुआ है। मजदूरों की हड्डियों का जूस निकालने पर व्यवस्थाएं अमादा है। इसके विपरीत अधिकारी इतने भ्रष्ट हैं कि चश्मा पहन कर रखते हैं कि कहीं किसी से नजर मिलानी पड़ी तो काम आएगा। केसरिया बंधेज बांधकर ट्टपूजिंया नेता जनता के धन पर डाका डाल रहे है। आखिरकार यह कैसा अद्भुत विकास है? क्या गणराज्य में सब के विकास के प्रति कोई नियम निर्धारित नहीं है? आज संविधान और संविधान के शुभचिंतकों को शायद विचारने के लिए विवश होना पडे। जनता को प्रधानमंत्री से जो उम्मीद थी, वह शायद ही पूर्ण हो सके। हालांकि यह बात भी पूरी तरह सत्य है कि सभी को संतुष्ट करना बड़ा कठिन है। लेकिन यह बात भी सही है कि सबकी अपनी क्षमताएं होती है। देश में फैला खुला भ्रष्टाचार और संविधान के विरुद्ध होने वाले अनैतिक कार्य अभी भी एक चुनौती है। इसे स्वीकार करना या इससे भाग जाना, यह स्वविवेक पर निर्भर करता है।


कुर्बानियों का दौर, आज भी नया है।
जज्बात है जिंदा, कतरा-कतरा खून जवां है।
राधेश्याम 'निर्भय-पुत्र'


कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कौशाम्बी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डे...