सोमवार, 20 जनवरी 2020

कलेक्टर ने भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटा

भोपाल। राजगढ़ में सीएए के समर्थन में रैली निकाल रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं की कलेक्टर निधि निवेदिता ने पिटाई की है। पिटाई करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। उसके बाद कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर बीजेपी के निशाने पर आ गई हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दोनों के वीडियो शेयर कर सवाल पूछा है कि आपने कानून की कौन सी किताब पढ़ी है।
कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर पर हमला करने के लिए शिवराज सिंह ने कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने लिखा कि प्रदेश में शासन-प्रशासन द्वारा कांग्रेस सरकार की चाटुकारिता के नए आयाम गढ़े जा रहे हैं। सरकार के तुगलकी फरमानों पर अमल में कौन रेस से में पहले आता है, इसकी होड़ लगी है। कुछ अधिकारी भूल गए हैं कि वे किसी पार्टी के हुक्म बजाने के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा हेतु पद पर हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जाएगा। आज राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घसीटा और चांटे मारे, उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता। क्या उन्हें प्रदर्शनकारियों को पीटने का आदेश मिला था।
तीसरे ट्वीट में शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि कलेक्टर मैडम, आप यह बताइये कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पीटने और घसीटने का अधिकार आपको मिला है। सरकार कान खोलकर सुन ले, मैं किसी भी कीमत पर मेरे प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा।
अफसरों को चेतावनी:-शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि शासन-प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी गलती से भी यह न भूलें कि सरकारें परमानेंट नहीं होती हैं, वो बदलती हैं। बुराई का अंत और अच्छाई की विजय निश्चित है, इसलिए नागरिकों की सेवा की जिम्मेदारी, जो आपको मिली है, उसे निभाने में अपनी उर्जा, जज्बा, जुनून और मेहनत लगाएं।
बिना अनुमति के निकाला जुलूस:-दरअसल, सीएए के समर्थन में राजगढ़ कलेक्टर ने रैली निकालने की अनुमति बीजेपी कार्यकर्ताओं को नहीं दी थी। कलेक्टर ने जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया। बिना अनुमति के ही बीजेपी नेताओं ने सीएए के समर्थन में रैली निकाली तो कलेक्टर ने रोकने के लिए खुद ही मोर्चा संभाल लिया। उसके बाद बीजेपी नेताओं से भिड़ गईं।
उन्होंने लिखा कि क्या कलेक्टरी का इतना ज्यादा नशा छा गया कि आप गली के गुंडे-बदमाशों की तरह नागरिकों को पीटने लगीं? असभ्यता और अनैतिकता की सारी हदें पार की जा चुकी हैं। लोकतंत्र का उपहास है राजगढ़ की घटना! कांग्रेस सरकार प्रदेश के नागरिकों को दबाने और कुचलने में अब अधिकारियों का सहारा ले रही है।


पीएम मोदी ने की 'परीक्षा पर चर्चा'

नई दिल्ली। आगामी परीक्षा के मद्देनजर सोमवार को परीक्षा पे चर्चा का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली तालकटोरा स्टेडियम से टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के स्कूली छात्र छात्राओं के साथ बातचीत करते हुए उनके सवालों का समाधान दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने बच्चों के प्रदर्शनी का भी जायजा लिया। परीक्षा पे चर्चा  2020 के कार्यक्रम में करीब 2000 बच्चों ने हिस्सा लिया जिनमें से 1050 बच्चों का चयन निबंध प्रतियोगिता के जरिए किया गया था। देशभर के बच्चों के साथ बिलासपुर के महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल और अन्य स्कूलों में भी बच्चों ने टीवी पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद सहजता  और आत्मीयता के साथ बच्चों से मुखातिब हुए ।उन्होंने चंद्रयान अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि नाकामी के डर से हमें प्रयास नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि विफलताओं से ही सफलता निकल कर सामने आती है ।उन्होंने कहा कि लगातार प्रयास हम में उत्साह जगाती है और विफलता का मतलब ही यही है कि अब सफलता निश्चित है। उन्होंने कहा कि अगर हम विफलता से ठहर गए तो फिर आगे नहीं निकल पाएंगे। जीवन में  जीवटता और कर्तव्य परायणता के साथ आत्मविश्वास का उदाहरण देते हुए उन्होंने 2001 कोलकाता टेस्ट सीरीज का जिक्र किया जिसमें भारत ने फॉलो ऑन के बाद भी लक्ष्मण और द्रविड़ की यादगार पारी और हरभजन सिंह की धारदार गेंदबाजी के चलते वह टेस्ट जीता था। वहीं उन्होंने साल 2002 में वेस्टइंडीज के मैच में अनिल कुंबले के चोट लगने के बाद भी जीवटता के साथ मैच खेलने का भी जिक्र किया । एक छात्र के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिभा का मूल्यांकन परीक्षा से प्राप्त अंकों से नहीं किया जाता जा सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा को जीवन का एक पड़ाव बताया । उन्होंने कहा कि  स्कूली परीक्षा के अलावा पूरे जीवन भर परीक्षाओं का क्रम चलता रहता है।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सभी बच्चों को पढ़ाई के अलावा अन्य गैर शैक्षणिक गतिविधियों में भी निरंतर भाग लेना चाहिए। वहीं उन्होंने साइंस और टेक्नोलॉजी पर चर्चा करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी से भयभीत होने की जरूरत नहीं है बल्कि टेक्नालॉजी को अपना साथी बनाना चाहिए ।इसके साथ उन्होंने यह भी जरूर जोड़ा कि मौजूदा स्मार्टफोन व्यक्ति का समय खा रहा है इसलिए उन्होंने स्मार्ट फोन को परे रखकर परिवार के साथ वक्त बिताने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, तकनीक का गुलाम होने की जगह तकनीक पर अपना नियंत्रण रखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मातृभाषा और देश की अन्य भाषाओं को सीखने पर भी जोर देते हुए कहा कि सभी को रोज डिक्शनरी से 10 नए शब्द जरूर सीखना चाहिए। तकनीक के प्रति स्वयं के आकर्षण का भी जिक्र करते हुए उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि रोज एक घंटा तकनीक को परे रखकर परिवार के सदस्यों को समय दे। इसके लिए उन्होंने टेक्नोलॉजी फ्री रूम की भी सलाह दी। कर्तव्य और अधिकार पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा जोर कर्तव्यों पर होना चाहिए अधिकार तो खुद ब खुद हासिल होंगे ही। वहीं उन्होंने स्वदेशी उत्पादो की खरीदी पर भी जोर दिया। अभिभावकों को सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बच्चों पर वे अपनी अपेक्षाओं का बोझ ना लादे, बल्कि बच्चों को सही दिशा में प्रोत्साहित अवश्य करें । बच्चों के लिए पढ़ने का कौन सा वक्त बेहतर होगा इस पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों को देर रात की बजाय सुबह-सुबह पढ़ना चाहिए जिससे पाठ्यक्रम बेहतर याद होगा हालांकि उन्होंने इसके लिए व्यक्तिगत रूचि पर अधिक जोर दिया। सोमवार को स्कूली बच्चों के लिए आयोजित परीक्षा पे चर्चा  कार्यक्रम के दौरान देशभर के स्कूल के बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने सवाल किए ।सवाल करने वाले बच्चों में अधिकांश जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय के बच्चे शामिल थे ।वही बिलासपुर के बच्चों ने भी पूरे कार्यक्रम को मनोयोग से सुना और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बताए टिप्स आगामी परीक्षा में जरूर मददगार साबित होंगे।


उत्तर-भारत में हाड गलाने वाली ठंड

 मनोज सिंह ठाकुर 
नई दिल्ली। उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में रविवार को तापमान में गिरावट आई। वहीं कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के पर्यटक स्थलों पर हाड़ गलाने वाली सर्दी पड़ रही है। राष्ट्रीय राजधानी में लोगों की सुबह कड़कड़ाती ठंड से हुई और अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम 16.7 डिग्री दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान सात डिग्री रहा।


बर्फबारी और बारिश की संभावना: मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में बारिश होने की संभावना है। अगले दो तीन दिनों तक पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बहुत घना कोहरा रहने की संभावना जताई है जबकि उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में भी 22 जनवरी तक घना कोहरा हो सकता है।


सड़कों पर बर्फ की परत: कश्मीर घाटी और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में रात का तापमान शून्य डिग्री से नीचे बना हुआ है और सड़कों पर बर्फ की परत जमी है जिससे लोगों को असुविधा हो रही है। कश्मीर और लद्दाख में रात का तापमान शून्य डिग्री से नीचे चल रहा है। श्रीनगर में रविवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जो शनिवार के 1.4 डिग्री से भी एक डिग्री नीचे है। लेह में न्यूनतम तापमान माइनस 16.3 डिग्री : लद्दाख के लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से 16.3 डिग्री नीचे दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह शून्य से 13.0 डिग्री नीचे था।


कश्मीर में दिन के दौरान धूप खिली रही, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। हिमाचल प्रदेश रविवार को भी शीतलहर की चपेट में रहा और कई पर्यटक स्थलों पर शून्य के नीचे तापमान दर्ज किया गया। कुफ्री में तापमान शून्य से 4.6 डिग्री : हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आई है। कुफ्री में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। इसी प्रकार मनाली में शून्य से 4.4 डिग्री नीचे, डलहौजी में शून्य से 2.4 डिग्री नीचे और शिमला में शून्य से 0.6 डिग्री नीचे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।


किलॉन्ग सबसे ज्यादा ठंडा: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक मुख्यालय किलॉन्ग राज्य की सबसे ठंडी जगह रही, जहां पर शून्य से 14.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। पूरे राज्य में अधिकतम तापमान भी सामान्य से एक से दो डिग्री नीचे दर्ज किया गया। राज्य में सबसे अधिक तापमान 21 डिग्री ऊना में दर्ज किया गया।


ऊपरी इलाकों बर्फबारी: शिमला सहित राज्यों के कई ऊपरी इलाकों बर्फबारी और निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई है। पंजाब और हरियाणा भी रविवार को शीतलहर की चपेट में रहे और अधिकतर स्थानों पर सामान्य से कम तापमान दर्ज किया गया। पंजाब में आदमपुर सबसे ठंडी जगह रही जहां पर न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया।


हिसार और सिरसा में में 5.3 डिग्री: लुधियाना में 6.7 डिग्री, पटियाला में 7.6 डिग्री, हलवारा में 7 डिग्री, बठिंडा में 5.3 डिग्री और गुरदासपुर में 8.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। हरियाणा के हिसार में 5.3 डिग्री, अंबाला में 6.2 डिग्री, भिवानी में 6.1 डिग्री और सिरसा में 5.3 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में रात में पारा 6.6 डिग्री पर पहुंच गया।


कोहरे की मार: कोहरे की वजह से अंबाला, हिसार, करनाल, नरनौल, भिवानी, अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में सुबह दृश्यता कम रही। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में राजस्थान में भी तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आई है। 2.5 डिग्री तापमान के साथ सीकर राज्य की सबसे ठंडी जगह रही। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 11.7 और अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य में मुजफ्फरनगर सबसे ठंडा स्थान रहा जहां पर न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री दर्ज किया गया।


राजस्थान में कड़ाके की सर्दी: राजस्थान में ठंड़ी हवाओं के चलते रविवार को भी कड़ाके की सर्दी का दौर जारी रहा। श्रीगंगानगर, चूरू, झुंझुनूं और कोटा में घने कोहरे के कारण लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामाना करना पड़ा।
सीकर में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 4.4 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 4.5 डिग्री, श्रीगंगानगर में 5.0 डिग्री,बीकानेर में 6.3 डिग्री, जैसलमेर में 7.3 डिग्री, जोधपुर में 7.5 डिग्री, फलौदी में 7.8 डिग्री, बाड़मेर में 8.2 डिग्री सेल्सियस, कोटा-डबोक में 8.8-8.8 डिग्री सेल्सियस, अजमेर में 9.0 डिग्री सेल्सियस और जयपुर में 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।


सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को ढेर किया

श्री नगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया है। जम्मू कश्मीर के शोपियां में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें पुलिस का एक भगोड़ा भी शामिल है। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों के मौजूद होने की गोपनीय सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने शोपियां जिले के वाची क्षेत्र में घेराबंदी करके तलाश अभियान शुरू किया।


राम ठाकुर के निधन पर शोक व्यक्त किया

भिलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के ग्राम जंजगिरी निवासी बुजुर्ग भरोसा राम ठाकुर के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने  ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और उनके परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना की है। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर वर्ष दीपावली के दूसरे दिन ग्राम जंजगिरी में आयोजित गौरी गौरा पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं, जहां परंपरा अनुसार सभी विध्नों के नाश तथा मंगल कामना के लिए स्वर्गीय भरोसा राम ठाकुर मुख्यमंत्री को सोंटा लगाते थे। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्वर्गीय भरोसा राम ठाकुर से उनके वर्षों पुराने आत्मीय संबंध रहे हैं, वे हमारे सम्मानीय बुजुर्ग थे। उनका निधन मेरे लिए पारिवारिक क्षति है।


तीन राजधानी फार्मूले को मिलेगी मंजूरी

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश में आज तीन राजधानी के फॉर्मूले को आज मंजूरी सकती है। आज ही जगन मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग होगी। इसके बाद विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। माना जा रहा है कि इस कैबिनेट बैठक में तीन राजधानी के फॉर्मूले को मंजूरी दी जाएगी। इसके बाद विधानसभा में इस प्रस्ताव को पारित कराया जा सकता है। इस वजह से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।


दरअसल, पिछली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने ‘तीन राजधानी के फॉर्मूले’ को लेकर एक कमेटी का गठन किया था। यह कमेटी आज अपनी रिपोर्ट कैबिनेट को सौंपेगी। इस रिपोर्ट को जगन कैबिनेट आज मंजूरी दे सकती है. इसके बाद इसे विधानसभा में पारित किया जाएगा। जगन सरकार के ‘तीन राजधानी के फॉर्मूले’ का विरोध हो रहा है। कैबिनेट बैठक और विधानसभा सत्र से पहले विजयवाड़ा, अमरावती, गुंटुर में करीब 8 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।


आंध्र प्रदेश के चीफ व्हीप गडिकोटा एस रेड्डी ने कहा कि मैं बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और शिवरामन समिति की सिफारिशों के पक्ष में हूं। 5 करोड़ लोग इंतजार कर रहे हैं कि समिति की सिफारिशों को मंजूरी मिलेगी या नहीं। वहीं, वाईएसआर कांग्रेस के विधायक एआर रेड्डी ने कहा कि राज्य की राजधानी का विकेंद्रीकरण हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने द्वारा किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया।


हलवा रस्म के बाद,आम बजट की छपाई

नई दिल्ली। आम बजट 2020 के दस्तावेजों की छपाई सोमवार को हलवा रस्म के साथ शुरू हो जाएगी। आम बजट इस साल ऐसे समय में पेश होगा, जब देश की आर्थिक विकास दर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है और लगातार कमजोर मांग के कारण आर्थिक सुस्ती बनी हुई है।


देश में उपभोग और निवेश में कमी के कारण चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटा, कर राजस्व और विनिवेश के लक्ष्य को पूरा करना नामुमकिन लग रहा है। ऐसे में इस बार बजट से लोगों को काफी उम्मीदें बनी हुई हैं क्योंकि इस वक्त आर्थिक हालात निराशाजनक हैं। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर भी चालू वित्तवर्ष के आखिर में पांच फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है। आर्थिक आंकड़े खराब रहने के मौजूदा हालात में आम बजट 2020-21 से रोजगार सृजन, उपभोग और मांग में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म की मेजबानी करेंगी, जिसके साथ बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होगा।


क्या है हलवा रस्म?


हलवा रस्म के दौरान लोहे के बड़े बर्तन में हलवा तैया किया जाता है और वित्तमंत्री समेत वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को हलवा बांटा जाता है। इसके बाद नार्थ ब्लॉक के बेसमेंट में जहां बजट की छपाई होती है, वहां अगले 10 दिनों तक यह प्रक्रिया चलेगी और इसमें शामिल मंत्रालय के कर्मचारी वहां कैद रहेंगे। वित्तमंत्री एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। चंद्रवती वर्मा


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...