बुधवार, 8 जनवरी 2020

बर्फबारी ने सड़क-बिजली कर दी जाम

शिमला/बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश में मौसम का बदला मिजाज लोगों पर भारी पड़ता दिखाई देने लगा है। पिछले 24 घंटों से हो रही लगातार बर्फबारी (Snowfall ) से समूचा हिमाचल प्रदेश शीतलहर की चपेट में है और जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। तापमान की बात की जाए तो सामान्य से आठ से 10 डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
राजधानी शिमला की बात करें तो यहां भी पिछले 24 घंटे से लगातार बर्फबारी हो रही है और अभी तक करीब 1 फीट के आसपास बर्फबारी ने शिमला शहर की यातायात व्यवस्था के साथ-साथ बिजली आपूर्ति भी बाधित की हुई है। शिमला (Shimla) सहित ऊपरी हिमाचल प्रदेश और पर्वतीय इलाकों में पिछले 12 से 24 घंटे के बीच से बिजली गायब है, वहीं यातायात और परिवहन व्यवस्था की बात की जाए तो परिवहन निगम की ही सैकड़ों बसें फंसी हुई हैं और यात्री जहां-तहां फंसे हुए हैं। शिमला से बाहर जाने वाले सभी सड़क मार्ग बंद है और शिमला का पूरे प्रदेश से संपर्क फिलहाल कटा हुआ है।
शिमला शहर में सुबह से ही यातायात नहीं चल पा रहा है। हालांकि प्रशासन ने शिमला कालका रोड पर बाईपास को खोलने की कोशिश जारी रखी हुई है, लेकिन अभी वहां भी यातायात शुरू नहीं हो पाया है। शिमला के रिज और माल रोड पर भी सैलानी बरबरी का आनंद लेने नहीं पहुंच पा रहे हैं शिमला में अभी भी जोरदार बर्फबारी जारी है।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि अभी और करीब 24 घंटे प्रदेश में मौसम का यह मिजाज रहने वाला है। उसके बाद मौसम कुछ समय के लिए साफ होने का पूर्वानुमान जताया जा रहा है। लेकिन 11 और 12 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से हिमाचल प्रदेश में मौसम एक बार और परेशानियां खड़ी कर सकता है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम का यह बिगड़ा रूट फिर से ठिठुरन बढ़ाएगा।


मौसम विभाग केंद्र का यह भी कहना है कि 11 और 12 जनवरी को फिर से एक बार बर्फबारी और बारिश का कहर परेशानियां बढ़ाएगा। इस बीच समूचे प्रदेश में प्रकोप जारी है। प्रशासन के बर्फबारी से और सर्दी से निपटने के सारे दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले सीएम जयराम (CM Jai Ram) ने जिला प्रशासन को हिदायतें दी थी कि किसी तरह की भी मुश्किल आम जनता को नहीं आने दी जाए लेकिन इसके बावजूद भी राजधानी शिमला में दोपहर होने तक यातायात व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है।
हालांकि सीएम ने ट्वीट करके भी यह ताकीद जिला प्रशासन को की है कि जल्द से जल्द सड़क परिवहन और बिजली व्यवस्था बहाल कर दी जाय। इसके बावजूद जनता को फिलहाल कोई राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है।


पर्यटन स्‍थल मनाली में एक फीट तक बर्फ पड़ चुकी है। मनाली के पलचान में ढाई फीट से ज्‍यादा बर्फ पड़ी है। पर्यटन नगरी धर्मशाला के नड्डी और भागसूनाग तक बर्फबारी हो रही है। छोटा भंगाल के बाशिंदों के लिए आफत से कम नहीं है। घाटी में पाइपों के फटने से पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई है और वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। वहीं, बिलासपुर में हो रही लगातार बारिश का बहादुरपुर की ऊंची पहाड़ियों पर असर दिखा। तेज बरसात के बाद अब बहादुरपुर की धार पर बर्फबारी शुरू हुई है जिसके बाद से यहां सैलानियों के आने का सिलसिला जारी है।


मनाली बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटक

कुल्लू जिला में करीब 80 लोकल बस रूटों पर यातायात ठप


मनाली में बर्फबारी के बीच फंसे सैकड़ों पर्यटक, मनमाने दाम वसूल रहे टैक्सी चालक


 
कुल्लू। जिला में भारी बर्फबारी से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पर्यटन नगरी मनाली (Manali) में सैकड़ों पर्यटक फंस गए हैं। लगातार हो रही बर्फ़बारी के कारण मनाली-कुल्लू मार्ग पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। मनाली से दिल्ली जा रहे पर्यटकों को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, टैक्सी चालक (Taxi driver) भी ऐसे में पर्यटकों को खूब चूना लगा रहे हैं। मनाली से आलू ग्राउंड छह किलोमीटर सफर के एक हजार रुपये से अधिक लिए जा रहे हैं। बीती रात भी मनाली आ रहे हजारों पर्यटक पतलीकूहल से आलू ग्राउंड के बीच फ़ंसे रहे। रात 2 बजे तक पर्यटक अपने रहने के लिए होटल तलाशते रहे। मनाली आ रहे पर्यटकों को रास्ते में ही ठहरना पड़ा।



 



एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने कहा मनमाने दाम वसूलने वाले वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने कहा मनाली से पतलीकूहल तक सड़क की बहाली शुरू कर दी है। उन्होंने कहा मनाली में फंसे पर्यटकों को निकाला जा रहा है। मनाली-कुल्लू मार्ग पर ट्रैफिक को सुचारू किया जा रहा है। एसडीएम ने कहा सभी परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है।


वहीं, कुल्लू जिला में करीब 80 परिवहन निगम के लोकल बस रूटों पर यातायात ठप हो गया है। ऐसे में परिवहन निगम की 12 बसें भी बर्फबारी के बीच विभिन्न जगह पर फस गई हैं। ऊंचाई वाले  क्षेत्रों में हो रही लगातार बर्फबारी से ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा दिक्कत लोगों को यातायात के लिए आ रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को यातायात के लिए पैदल सफर करना पड़ रहा है। वहीं, जिला में गांव में बिजली गुल होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मलाणा में करीब ढाई फीट ताजा बर्फ़बारी से लोगों को अंधेरे में जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है।मौसम विभाग की तरफ से आगामी कुछ दिनों के लिए अलर्ट (Alert) जारी किया है, वहीं जिला प्रशासन की तरफ से भी स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है जिसमें पहाड़ों पर जाने के लिए पर्यटकों को पाबंदी लगा दी है। परिवहन निगम के कार्यकारी अड्डा इंचार्ज कुल्लू टेक सिंह ने बताया कि कुल्लू जिला में भारत पारी से सबसे ज्यादा असर परिवहन निगम की यातायात सेवाओं पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में करीब 80 के आसपास लोकल परिवहन निगम के व सड़कों पर यातायात ठप हो गया है वहीं करीब दर्जनभर जगह पर परिवहन निगम की बसें भी भारी बर्फबारी के बीच फंस गई हैं।


बोइंग विमान क्रैश, 180 यात्री थे मौजूद

तेहरान एयरपोर्ट के पास बोइंग विमान क्रैश, 180 यात्री और क्रू-मेंबर्स थे सवार
तकनीकी खराबी होने के कारण विमान हुआ हादसे का शिकार


तेहरान। अमेरिका और ईरान के बिच लगातार जारी तनाव के बीच ईरान में एक बड़ा प्लेन हादसा ( Plane crash)हुआ हैं। ये हादसा तेहरान में इमाम खुमैनी हवाई अड्डे के पास हुआ हैं। बोइंग -737 विमान 180 यात्रियों और क्रू-मेंबर्स को ले जा रहा था। बताया जा रहा है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस ( Ukraine International Airlines)की इस फ्लाइट में सवार ज्यादातर यात्रियों की जान चली गई। विमान ने एयरपोर्ट से उड़ान भरी ही थी तभी उसमें कुछ तकनीकी खराबी होने के कारण यह हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना स्थल पर इमरजेंसी क्रू को भेज दिया गया है, फिलहाल, राहत और बचाव कार्य चल रहा है । ऐसा बताया जा रहा हैं की जब विमान हादसे का शिकार हुआ तो वह 7900 फीट की ऊंचाई पर था ।


सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन, ट्रेन रोकी

कोलकाता। केंद्र सरकार की मजदूर और अर्थव्यवस्था विरोधी नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियन (Trade unions) और संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का ऐलान किया है। संगठनों का कहना है कि मोदी सरकार की नीतियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को खतरा पहुंचा है और आम आदमी को नुकसान हुआ है यही कारण है कि इस बंद को बुलाया गया है। ट्रेड यूनियनों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा है। बंगाल (Bengal) के गुवाहाटी, ईस्ट मिदनापुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रांसपोर्ट को रोकना शुरू कर दिया है। बंद समर्थकों ने NH-41 को जाम कर दिया है। इसके अलावा हावड़ा में ट्रेन भी रोक दी गई है।


बंगाल में भारत बंद का बड़ा असर दिख रहा है यहां सिलिगुड़ी में राज्य सरकार की बस के ड्राइवर हेलमेट पहनकर बस चला रहे हैं ताकि अगर प्रदर्शनकारियों की ओर से कोई हमला किया जाता है, तो उसका सामना किया जा सके। सभी एयरलाइंस कंपनियों (Airlines companies) ने भारत बंद को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। इसमें यात्रियों से अपील की गई है कि आज सड़कों पर भारत बंद की वजह से प्रोटेस्ट या ट्रैफिक हो सकता है, ऐसे में समय के अनुसार घर से निकलें ताकि समय पर एयरपोर्ट पहुंच सकें।


बंगाल के बाद ओडिशा (Odisha) में भी भारत बंद का असर दिख रहा है। भुवनेश्नर में कांग्रेस समर्थित ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सड़क को ब्लॉक किया, इसके अलावा ट्रेन को भी रोका गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत बंद का समर्थन किया है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा है कि मोदी सरकार की आर्थिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जो आवाज उठाई जा रही है, उन कर्मचारियों को वो सलाम करते हैं।


बोल्डर गिरने से ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे बंद

देहरादून। नरेंद्रनगर में ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे (Rishikesh-Gangotri highway) पर एक कार (यूके 07 टीबी 6383) के ऊपर पहाड़ी से एक बोल्डर (Boulder) गिर गया। हादसे में वाहन चालक घायल हुआ है। जानकारी के अनुसार हाईवे पर बुधवार सुबह नौ बजे नरेंद्रनगर पुरानी चुंगी के पास ऑल वेदर रोड कटिंग के दौरान भारी भूस्खलन हुआ। इस दौरान एक मारुति सिलेरियो कार के ऊपर पहाड़ी से बोल्डर गिर गए।


ये कार देहरादून से नई टिहरी आ रही थी। गनीमत रही कि बोल्डर कार के बोनट पर गिरा वरना कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। कार में तीन लोग सवार थे जिनमें से वाहन चालक कुलदीप (37) पुत्र रामनाथ चादमारी गढ़ीकैंट देहरादून चोटें आई हैं। उसे श्रीदेव सुमन संयुक्त चिकित्सालय नरेंद्रनगर में उपचार लिए भर्ती कराया है। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे फिलहाल यातायात के लिए बाधित है।


अमेरिकी एयरबेस पर हमला 80 की मौत

अल असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर हुए हमले


ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर किया Attack, 20 सैनिकों सहित 80 की गई जान


 
तेहरान। अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद बुधवार को जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान (Iran) ने इराक में मौजूद अमेरिका के अल-असद एयरबेस पर कई रॉकेट दागे। इस हमले ने एक बार फिर ईरान और अमेरिका (America) के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला है। 
ईरानी मीडिया का दावा है कि इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले में 80 लोगों की मौत हुई है जिसमें 20 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। खबरों के मुताबिक दर्जन भर से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागे गए हैं। ये हमले अल असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर हुए हैं। अल असद के जिस ठिकाने पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic missiles) से हमला बोला है, वहां 2018 में डोनाल्ड ट्रंप गए थे। अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी शुक्रवार को तेज हो गई थी, जब अमेरिका ने बगदाद में ड्रोन हमला कर ईरान के कुद्स कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था। इसके बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी शुरू हुई थी। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के तहत कदम उठाया है। इसमें हमारे नागरिकों और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कायरतापूर्ण सशस्त्र हमला किया गया। हम युद्ध की संभावनाओं को नहीं बढ़ा रहे हैं लेकिन हम किसी भी आक्रमण के खिलाफ खुद का बचाव करेंगे।


ईरानी मिसाइल हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ऑल इज वेल (सब ठीक है), हम हताहतों की संख्या और संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रहे हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे मजबूत सेना है। मैं कल सुबह इस विषय पर बयान दूंगा।


150 ट्रेनों की कमान निजी हाथों में सौंपी

तेजस ट्रेन के बाद रेल मंत्रालय 150 ट्रेन और 50 स्टेशनों को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा था।150 पैसेंजर ट्रेनों को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी में मोदी सरकार, कमेटी ने दिखाई हरी झंडी
रेल मंत्रालय इस प्लान को लागू करने के लिए काम कर रहा है।
 
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 150 पैसेंजर ट्रेनों को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी पूरी कर ली है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय की सार्वजनिक निजी भागीदारी मूल्यांकन समिति ने इस प्रोजेक्ट के सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इस प्लान के तहत ये 150 ट्रेनें 100 रूटों पर चलाई जाएंगी। रेल मंत्रालय इस प्लान को कार्यान्वित करने के लिए काम कर रहा है। प्रोजेक्ट को आगे ले जाने के लिए अभी नीलामी प्रक्रिया होनी है। बता दें, भारत सबसे पहली प्राइवेट ट्रेन 'तेजस एक्सप्रेस' जिसे हालही में हरी झंडी दिखाई गई थी। निजी कंपनी के जरिए संचालित होने वाली तेजस एक्सप्रेस पहली ट्रेन है।
तेजस ट्रेन के बाद रेल मंत्रालय 150 ट्रेन और 50 स्टेशनों को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा था। रेल मंत्री और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत के बीच बातचीत के बाद रेल मंत्रालय ने यह फैसला किया गया था। रेल मंत्री से बैठक के बाद नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव पत्र लिखा था, जिसके मुताबिक यह तय हुआ है कि पहले चरण में 150 ट्रेनों के परिचालन का काम प्राइवेट ऑपरेटरों को दिया जाएगा।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...