नई दिल्ली। शनि की पीड़ा समाप्त करने के लिए लोहे का छल्ला धारण किया जाता है। यह छल्ला अगर घोड़े की नाल या नाव की कील से बना हो तो ज्यादा लाभकारी होता है। इस छल्ले को धारण करने के लिए जो अंगूठी बनाई जाती है, उसको आग में नहीं तपाया जाता। शनिदेव की 5 सबसे प्रिय चीजें हैं, जिसमें लोहे का छल्ला, सरसो का तेल, काली उड़द दाल, काला तील, काले कपड़े इत्यादि। लोहे का छल्ला शनिवार को सरसों के तेल में थोड़ी देर रख दें, फिर जल से धोकर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें। अगर आप को शनि के कारण शारीरिक पीड़ा है या दुर्घटनाओं के योग हैं तो इसको धारण करना बेहद शुभ होगा। शनिवार के दिन सरसों के तेल का दान करना और प्रयोग करना काफी अनुकूल परिणाम देता है। शनि की कृपा पाने के लिए शनिवार को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए। शनि के कारण धन की समस्याओं में काली उरद की दाल या काले तिल का प्रयोग करें। शनिवार को शाम को घर के मुख्य द्वार पर “यू” के आकार में घोड़े का नाल लगा दें, जिससे गृह क्लेश खतम होगा।
शनिवार, 4 जनवरी 2020
रामायण राय ट्रस्ट ने बांटे ढाई सौ कंबल
बलिया। क्षेत्र के जलालीपुर स्थित रामायण राय ट्रस्ट फाउंडेशन द्वारा संचालित आरबीएल पब्लिक स्कूल में शनिवार को 250 गरीब असहाय व जरूरतमंदों में कंबल का वितरण किया गया।
इस दौरान फाउंडेशन के अध्यक्ष विजय शंकर राय ने कहा कि गरीबों, असहायों व जरुरतमंदों की सेवा करने की प्रेरणा मुझे अपने पिता से मिली है, इसी प्रेरणा के तहत हर साल गरीब, असहाय व जरूरतमंदों में कंबल का वितरण किया जाता हैं।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य रूप से दयाशंकर राय, आलोक चक्रवर्ती, एकरामुल खान, मुन्ना राय, विजय सिंह, रजनीश राय, मंजय राय व डीके लाल आदि लोग मौजूद रहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय शंकर राय व संचालन रंजीत राय ने किया।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता
नवाज शरीफ हृदय इलाज के लिए भर्ती
इस्लामाबाद। लंदन में इलाज करा रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जल्द ही हृदय के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। लंदन स्थित रॉयल ब्रॉम्प्टन हॉस्पिटल के एक सूत्र ने द न्यूज इंटरनेशनल को बताया कि हृदय रोग विशेषज्ञों ने शरीफ को बताया है कि उन्हें इलाज के लिए भर्ती होना होगा। सूत्र ने कहा कि पूर्व नेता को सलाह दी गई है कि एक सप्ताह में यह निश्चित हो जाएगा कि उनके हृदय का ऑपरेशन होगा, बाईपास सर्जरी होगी या हृदय स्टेंट होगा। शरीफ लगभग दो महीनों के लिए लंदन में हैं, क्योंकि उनकी रक्त प्लेटलेट्स अभी भी स्थिर नहीं हो सकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री के निजी फिजीशियन अदनान खान ने दो सप्ताह पहले कहा था कि डॉक्टर शरीफ का पूरा मेडिकल इतिहास जांचेंगे। उनके शरीर में प्लेटलेट्स काउंट कम होने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
बेसुध युवती के मिलने से क्षेत्र सनसनी
योगेंद्र प्रजापति
डूंगरपुर। राजस्थान के डूंगरपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक युवती बेसुध हालत में तालाब किनारे मिलने से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। पहले हत्या और फिर दुष्कर्म की आशंका के बीच स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने युवती सांसे चलती देख तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया। शुरुआती पूछताछ में दो युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने दो युवक पीड़िता को अपने साथ लेकर गए थे। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ? इस पर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। फिलहाल युवती का अस्पताल में इलाज जारी है और पुलिस युवती के बयानों के आधार पर आरोपी युवकों और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर जांच में जुटी है। उदयपुर की रहने वाली है युवती, प्रेम प्रसंग से जुड़ा है मामला जानकारी के अनुसार युवती उदयपुर जिले की रहने वाली है और गुरुवार को डूंगरपुर के पास के एक गांव में अपनी सहेली के घर आई थी। हालांकि पूछताछ में यह भी सामने आया है कि गांव के एक युवक के साथ युवती का प्रेम प्रसंग चल रहा था और शुक्रवार सुबह ही लड़के के परिजनों के साथ युवती की बहस भी हुई थी। ये कहानी सामने आई युवती के पूर्व बयानों की मानें तो सुबह जब पीड़िता अपने सहेली के घर से डूंगरपुर बस स्टैंड पर जा रही थी इस दौरान बाइक पर दो युवक आये ओर उसे बस स्टैंड छोड़ने की बात कह कर अपनी बाइक पर बैठा लिया। इसके बाद एक युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद पीड़ित बेसुध हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, अस्पताल में भर्ती कराया कुछ ग्रामीण तालाब के पास जब लकड़ियां इकट्ठी कर रहे थे तब युवती को बेसुध हालत में पड़ा देखा। इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पर कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवती को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। पीड़िता इलाज के बाद होश में आ गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
महंगाईः सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
किच्छा। किच्छा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किच्छा में प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के प्रतीकात्मक पुतले को आग के हवाले किया। कांग्रेस के किच्छा नगर अध्यक्ष अरुण तनेजा के नेतृत्व में तमाम कार्यकर्ताओं ने नगर के महाराणा प्रताप चौक पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नारेबाजी की। कांग्रेसियों ने कहा कि रसोई गैस-पेट्रोल-डीजल व प्याज के बढ़ते दाम से आम जनता परेशान हो गई है और महंगाई के चलते आम जनता का जीना दुश्वार हो गया है। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर महंगाई पर लगाम लगाने में नाकाम साबित होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की भी मांग की। कांग्रेसियों ने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की दिशा में काम कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता बंटी पपनेजा ने विरोध में साइकिल पर गैस सिलेंडर रखकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष दर्शन कोली, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता संजीव कुमार सिंह, प्रदेश महासचिव हरीश पनेरु व डॉ गणेश उपाध्याय, हाजी इकबाल अहमद, धनीराम, फरियाद शाह, बंटी पपनेजा, फजील खान, विनोद कोरंगा, नारायण बिष्ट, जगरूप सिंह गोल्डी, अब्दुल रशीद जक्कू, मोहम्मद आरिफ, निर्मल सिंह हंसपाल, जाकिर हुसैन, मोहम्मद खालिद, दानिश अहमद आदि मौजूद थे।
मलबे के नीचे दबकर 5 लोगों की मौत
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के बरुआसागर थाना क्षेत्र में एक निर्माणाधीन दीवार गिर जाने से मलबे में दबकर पांच मजदूरों की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। झांसी के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि बरुआसागर थाना क्षेत्र स्टोन क्रशर की दीवार पर कुछ मजदूर प्लास्टर कर रहे थे, तभी अचानक यह हादसा हो गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और करीब सात लोग घायल हो गए। मरने वालों में दो पुरुष और तीन महिलाएं हैं। घायलों को झांसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी व डीएम ने अस्पताल पहुंचकर घायलों के उपचार की जानकारी ली। संबंधित थाने के सिपाही और अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि यहां स्टोन क्रशर की दीवार पर कुछ मजदूर प्लास्टर कर रहे थे, उसी दौरान यह हादसा हुआ। मौके पर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने जिलाधिकारी (डीएम) को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है। साथ ही घायलों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना में घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए और पीड़ितों को अनुमन्य आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने हादसे के शिकार लोगों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
सूजन की वजह से हुई मादा हाथी की मौत
पैर में 15 सेमी. फ्रेक्चर एवं सूजन की वजह से कीचड़ से ना उठ पाने के कारण हुई मादा हाथी की मौत मामले में प्रभारी वनमंडलाधिकारी डी.डी.संत का सस्पेंशन को कटघोरा वनअमला ने बताया अनुचित
कोरबा। कटघोरा के केंदई रेंज अंतर्गत ग्राम कुल्हड़िया गाँव के समीप साल्ही पहाड़ के नीचे 28 दिसंबर को हुए एक मादा हाथी की मौत मामले में हाथी के सीधे पैर में 15 सेंटीमीटर फ्रेक्चर एवं सूजन होने के कारण कीचड़ से ना उठ पाने की वजह से डॉक्टरों की टीम ने हाथी का मौत होना बताया।हालाकि हाथी के मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्पष्ट होगा।लेकिन जिस स्थान पर हाथी की मौत हुई वह एक खेत है जो बांगों डुबान क्षेत्र के अंतर्गत आता है।और जहाँ हमेशा कीचड़ बना रहता है।उक्त स्थान पर लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पहुँचना पड़ता है।उक्त कारणों से मौके पर एक्सीवेटर ना पहुँच पाने के कारण वनअमला का रेस्क्यू ऑपरेशन विफल रहा।और घायल मादा हाथी के कीचड़ से उठ ना पाने की वजह से मौत हुई।जहाँ पर हाथी की मौत हुई वहाँ लगभग 300 मीटर के दायरे में 45 हाथियों का दल लगातार 4 से 5 दिनों तक भ्रमण कर रहा था।मामले में बिना वास्तविकता जाने शासन द्वारा सीधे तौर पर प्रभारी डीएफओ डी डी संत का संस्पेंशन किये जाने को लेकर विभागीय अमला द्वारा कार्यवाही को अनुचित बताया जा रहा है। वन शासन के पास डॉक्टर एवं वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट नही आपको बता दें कि राज्य शासन और वन विभाग के पास मौजूदा समय में कोई भी एक्सपर्ट डॉक्टर और वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट नही है।पूर्व में दो एक्सपर्ट डॉक्टर थे।जिन्हें भी उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया गया।जिसके कारण हाथी सहित अन्य घायल जानवरों को समय पर उचित उपचार नही मिलने के कारण उनकी असमय मौत हो जाती है। प्रभारी डीएफओ संत रहे नेताओं के निशाने पर।
स्थानीय स्तर के कुछ नेताओ द्वारा विभागीय स्तर पर कराए गए निर्माण कार्यों को लेकर घटिया निर्माण के कारण प्रभारी डीएफओ डी डी संत द्वारा उनका बिल भुगतान राशि रोक दिए जाने को लेकर वे नेताओं के निशाने पर रहे।डी डी संत के सस्पेंशन पश्चात वर्तमान में जांजगीर के प्रभारी डीएफओ (एसडीओ) जितेंद्र उपाध्याय को कटघोरा वनमंडल का प्रभार सौंपा गया है।जहाँ स्थानीय नेताओं के भुगतान राशि का रास्ता अब उन्हें क्लियर दिख रहा है।सम्भवतः संत पर गिरे गाज को उक्त नजरिये से भी जोड़कर कटघोरा वनमंडल में देखा जा रहा है।
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