गुरुवार, 2 जनवरी 2020

तनाव से दुखी पति ने काटा प्राइवेट पार्ट

चेन्नई। शादी के बाद बच्चा नहीं हुआ तो पत्नी-पत्नी में तनाव रहने लगा। ऊपर से पत‍ि को शराब पीने की लत थी। इससे मामला तलाक तक पहुंच गया। नए साल की पार्टी के दौरान एक फ‍िर दोनों में झगड़ा हुआ तो पत्नी मायके चली गई। इस बात से दुखी होकर पत‍ि ने अपना प्राइवेट पार्ट काट ल‍िया। हैरान कर देने वाली यह घटना तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै के वॉशरमैनपेट में मंगलवार शाम की है।


पुलिस के अनुसार, सुनामी क्वॉर्टर में एक कपल रहता है ज‍िसका नाम बाबू (40) और देवी (35) है। इस कपल का कोई बच्चा नहीं है और इस बात पर दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था। देवी को अपने पति बाबू की शराब पीने की आदत पसंद नहीं थी।


देवी, बाबू से तलाक चाहती थी और सोमवार को घर छोड़कर मायके चली गई। हालांकि, नये साल के सेलिब्रेशन  के ल‍िए वह मंगलवार को लौट आई थी। इसी दौरान बाबू के शराब पीने पर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। देवी फ‍िर से अपनी मां के घर चली गई।


झगड़े के बाद पत्नी के मायके लौटने से पति का इतना द‍िमाग खराब हुआ कि उसने एक भयानक कदम उठाया। पत्नी के इस व्यवहार से दुखी होकर बाबू किचन में गया और चाकू से अपना गुप्तांग काट दिया। उसकी चीख सुनकर पड़ोसी दौड़े आए और सरकारी हॉस्प‍िटल में उसे भर्ती कराया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।


विराट ने अंडर-19 विश्वकप को दिया श्रेय

नई दिल्ली। दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज़ और भारत की तीनों फार्मेंट टीमों के कप्तान विराट कोहली ने इतनी गगनचुंबी ऊंचाइयों पर पहुंचने का श्रेय अपनी कप्तानी में देश को अंडर-19 विश्वकप का चैंपियन बनाने को दिया है। विराट अंडर-19 विश्वकप खिताब जीतने के बाद चर्चा में आए थे। भारत ने विराट की कप्तानी में वर्ष 2008 में मलेशिया में फरवरी-मार्च में हुआ अंडर-19 विश्वकप जीता था। इससे पहले भारत की सीनियर टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में सितंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ पहला टी-20 विश्वकप जीता था। विश्वकप विजेता सीनियर टीम और अंडर-19 की विश्वकप विजेता भारतीय टीम का राजधानी दिल्ली में एक साथ सम्मान समारोह हुआ था जिसमें धोनी और विराट एक साथ बैठे थे।
हालांकि विराट उस समय भारतीय टीम के स्टार खिलाडिय़ों के मुकाबले चर्चा में कहीं नहीं थे। लेकिन इस प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ ने इसके बाद बल्लेबाजी में एक के बाद एक नये कीर्तिमान बनाये और फिर धोनी की जगह तीनों फार्मेट में भारतीय टीम के कप्तान बने। अंडर-19 विश्वकप ने विराट का जीवन ऐसा बदला कि आज वह दुनिया के महानतम खिलाडिय़ों की श्रेणी में शुमार हो गए हैं। विराट ने कहा, आईसीसी अंडर-19 विश्वकप मेरे करियर का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ था। इसने मुझे करियर में आगे बढऩे और खुद को स्थापित करने में मदद की। मेरे दिल और दिमाग में इस टूर्नामेंट की विशेष जगह है। आपको हाथ आये मौके का फायदा उठाना चाहिये और उसका सम्मान करना चाहिये। वर्ष 2008 में हुये इस विश्वकप में उन्होंने 47 के औसत से 235 रन बनाए थे।


हॉकी खिलाड़ी सुनीता की संन्यास की घोषणा

नई दिल्ली। भारतीय महिला हाकी टीम की डिफेंडर सुनीता लकड़ा ने गुरूवार को घुटने की चोट के कारण अंतरराष्ट्रीय हाकी से संन्यास की घोषणा की। वह 2018 के एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें चोट के कारण दोबारा घुटने की सर्जरी करानी पड़ेगी। इस तरह 28 साल की खिलाड़ी का तोक्यो ओलंपिक के लिये भारतीय टीम में जगह बनाने का सपना टूट गया। हाकी इंडिया द्वारा जारी बयान के अनुसार उन्होंने कहा, ”आज मेरे लिये बहुत भावुक दिन है क्योंकि मैंने अंतरराष्ट्रीय हाकी से संन्यास लेने का फैसला किया है।


सुनीता ने 2008 से टीम से जुडऩे के बाद 2018 की एशियाई चैम्पियंस ट्राफी के दौरान भारत की कप्तानी की जिसमें टीम दूसरे स्थान पर रही थी। उन्होंने भारत के लिये 139 मैच खेले और वह 2014 के एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता टीम का भी हिस्सा रहीं। उन्होंने कहा, ”मैं भाग्यशाली रही कि 2016 में रियो ओलंपिक में खेल सकी जिसमें तीन दशक में पहली बार भारतीय महिला टीम ने शिरकत की। लेकिन घुटने की चोटों ने तोक्यो ओलंपिक के लिये भारतीय टीम का हिस्सा बनने का मेरा सपना तोड़ दिया।


टाटा संस, मिस्त्री के खिलाफ पहुंचा एससी

नई दिल्ली। टाटा संस ने सायरस मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन के तौर पर बहाल किए जाने के फैसले के खिलाफ गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। कंपनी ने नेशनल कंपनी लॉ अपीलाट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) के निर्णय पूर्ण आदेश को चुनौती दी और नौ जनवरी को होने वाली टीसीएस की बोर्ड की बैठक को देखते हुए इसे स्थगित करने की मांग की।टाटा के वकीलों ने इस मामले पर तत्काल सुनवाई की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट हालांकि छह जनवरी को खुलेगा।


दिसंबर 2019 में एनसीएलएटी ने मिस्त्री को टाटा समूह के कार्यकारी चेयरमैन के रूप में बहाल कर दिया था और आदेश दिया था कि एन. चंद्रशेखरन की टाटा समूह के कार्यकारी चेयरमैन के रूप में नियुक्ति अवैध है। एनसीएलएटी की दो सदस्यीय पीठ ने टाटा संस को इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया था।


दृष्टिबाधित ऐप से पहचान सकेंगे नोट

मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 'मनी' नाम से एक मोबाइल ऐप जारी किया है जिसकी मदद से दृष्टिबाधित लोग भी करेंसी नोट का मूल्य जान सकेंगे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार को 'मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर' (मनी) ऐप जारी किया। केंद्रीय बैंक ने बताया कि मनी ऐप महात्मा गाँधी सीरीज और महात्मा गाँधी (न्यू) सीरीज के बैंक नोटों की पहचान करने में सक्षम है। ऐप बैंक के अगले या पिछले भाग या किसी हिस्से की पहचान करने में भी यह ऐप सक्षम है। साथ ही यह एक बार मोड़कर रखे नोटों की भी पहचान कर सकता है। यह विभिन्न कोणों से और विभिन्न रौशनी तीव्रता में भी नोटों की पहचान कर सकेगा। 
नोट की पहचान के बाद ऐप आवाज के माध्यम से हिंदी और अंग्रेजी में नोट का मूल्य बतायेगा। आरबीआई ने स्पष्ट किया कि यह ऐप विशेषताओं के आधार पर नोट के मूल्य की पहचान करेगा, लेकिन असली और नकली नोट में फर्क नहीं करेगा। एंड्रॉयड और एप्पल दोनों के लिए यह ऐप तैयार किया गया है। इसे प्लेस्टोर और आईओएस ऐप स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। एक बार इंस्टाल करने के बाद ऐप के इस्तेमाल के लिए इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि आरबीआई ने महात्मा गाँधी सीरीज और महात्मा गाँधी (न्यू) सीरीज के बैंक नोटों में कई ऐसी विशेषताओं का समावेश किया है जिनसे दृष्टिबाधित व्यक़्ति नोटों के मूल्य के बारे में पता कर सकता है। इनमें उभरी हुई छपाई, छूकर महसूस किये जा सकने वाले चिह्न, नोटों के आकार में अंतर आदि शामिल हैं। अब प्रौद्योगिकी के विकास के साथ दृष्टिबाधितों के लिए इनकी पहचान और आसान करने का समय आ गया है ताकि रोजमर्रा के उनके काम आसान हो सकें।


एयरटेल ने रिचार्ज किया 95 प्रतिशत महंगा

नयी दिल्ली। दिसंबर के पहले हफ्ते में भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो ने लगभग एक साथ अपने प्रीपेड प्लान महंगे किये थे। इसके बाद भी ये तीनों कंपनियाँ अपने ग्राहकों को कई झटके दे चुकी हैं। अब एयरटेल ने अपने ग्राहकों के लिए एक नया प्लान महंगा कर दिया है। आपको पता होगा कि एयरटेल का नंबर एक्टिव रखने के लिए आपको हर महीने कम से कम 23 रुपये का रिचार्ज करवाना जरूरी था। मगर अब एयरटेल ने हर महीने 23 रुपये से बढ़ा कर 45 रुपये का रिचार्ज करवाना जरूरी कर दिया है। अगर आप एयरटेल ग्राहक हैं और अपना नंबर चालू रखना चाहते हैं तो आपको हर महीने कम से कम 45 रुपये का रिचार्ज करवाना ही होगा। वरना आपके नंबर पर इनकमिंग कॉल भी आनी बंद हो जायेगी। यह एक ऐसा कदम है जो दर्शाता है कि एयरटेल आमदनी में सुधार लाने और बैलेंस शीट की हाल बेहतर करने के लिए टैरिफ बढ़ाने से नहीं कतरा रही है। कंपनी का नया नियम आज से ही लागू है।


28 दिनों के लिए 45 रुपये का रिचार्ज जरूरी


एयरटेल के नये कदम से इसके ग्राहकों को हर 28 दिन के लिए 45 रुपये का कम से कम से रिचार्ज करवाना होगा। अभी तक 23 रुपये का रिचार्ज जरूरी थी। अब आपको 22 रुपये का अतिरिक्त कम से कम रिचार्ज करवाना होगा। आपको बता दें कि ये समस्या उन के लिए बड़ी है जो एयरटेल के साथ कोई दूसरा नंबर पर भी रिचार्ज करवाते हैं। ऐसे ग्राहक एयरटेल के अलावा दूसरी सिम पर रिचार्ज करवाने में संकोच करेंगे। क्योंकि उन्हें नंबर चालू रखने के लिए एयरटेल भी कम से कम 45 रुपये का रिचार्ज करवाना होगा। ऐसा न करने पर सभी सेवाएं रोक दी जायेंगी।


वोडाफोन पर 23 रुपये का रिचार्ज जरूरी


आपको बता दें कि वोडाफोन आइडिया पर भी हर महीने 23 रुपये का रिचार्ज जरूरी है। एयरटेल के बाद ग्राहकों की नजर वोडाफोन पर होगी कि वे भी अपने न्यूनतम मासिक रिचार्ज में बढ़ोतरी करती है या नहीं। देखा गया है कि ये दोनों कंपनियाँ आगे-पीछे लगभग एक जैसे ही फैसले लेती हैं। हर महीने का कम से कम रिचार्ज इन कंपनियों ने एक साथ ही शुरू किया था। इसके बाद प्लान भी दोनों ने एक ही दिन महंगे किये थे। इन दोनों कंपनियों ने प्लान महंगे करने के साथ ही अपने नेटवर्कों से अन्य नेटवर्कों पर मुफ्त कॉलिंग सीमित कर दी थी, जिसके बाद आपको 6 पैसे प्रति मिनट चुकाने पड़ते। मगर फिर दोनों एक ही ये चार्जेस हटा दिये।


एआरपीयू बढ़ाने पर है जोर


टेलीकॉम कंपनियों का ध्यान इस समय अपना एआरपीयू बढ़ाने पर है। एआरपीयू का मतलब है हर उपभोक्ता से औसत आमदनी, जो किसी टेलीकॉम कंपनी के लिए बेहद जरूरी है। हाल ही में प्लान महंगे किये जाने के बाद जानकारों को वोडाफोन का एआरपीयू मौजूदा 107 रुपये से अगली दो तिमाहियों में 14 रुपये तक बढ़ने की उम्मीद है। वहीं एयरटेल के एआरपीयू के 128 रुपये से 145-150 रुपये तक बढ़ने की उम्मीद है।


केरल को सीएए हटाने का अधिकार नहीं

तिरुवनंतपुरम। केरल विधानसभा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)को हटाने के लिए पास हुए प्रस्ताव को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गलत करार दिया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि किसी राज्य को केंद्रीय विषयों पर प्रस्ताव पास करने का अधिकार ही नहीं है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, नागरिकता का मामला केंद्र सरकार का विषय है, इसको लेकर राज्य सरकार के प्रस्ताव पारित करने का कहीं कोई संवैधानिक आधार नहीं है।


मुख्यमंत्री पिनराई विजयवन ने मंगलवार को विधानसभा में सीएए हटाने के लिए प्रस्ताव पेश किया था जिसे बाद में विधानसभा ने पारित किया था। इस प्रस्ताव का कांग्रेस ने समर्थन किया था वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ा एतराज जताया था।
प्रस्ताव पास कराने के पीछे मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा था कि केरल में सेक्युलरिज्म (धर्म निरपेक्षता) का सुनहरा इतिहास रहा है। ऐसे में इस परंपरा को बनाए रखने के लिए ऐसे कानून का विरोध जरूरी है।


सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...