गुरुवार, 2 जनवरी 2020

पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी का निधन

एनसीपी के सीनियर नेता डीपी त्रिपाठी का निधन, राज्यसभा से विदाई में दिया था सेक्स पर ऐतिहासिक भाषण
मनोज सिंह ठाकुर
    


नई दिल्ली। एनसीपी के सीनियर नेता और पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी का गुरुवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमारियों से पीड़ित थे। दिल्ली के अस्पताल में उनका निधन हुआ। एनसीपी के सीनियर नेता प्रफुल्ल पटेल ने पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा, 'अपने सहयोगी डीपी त्रिपाठी के निधन से गहरा सदमा लगा है। उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।' एनसीपी के मुखिया शरद पवार का उन्हें बेहद करीबी माना जाता था।


फिलहाल डीपी त्रिपाठी एनसीपी के महासचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पिछले साल ही राज्यसभा से उनका कार्यकाल समाप्त हुआ था। अपने विदाई भाषण में उन्होंने सेक्स के मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि आज तक इस पर संसद में चर्चा नहीं हुई, जबकि गांधी जी और लोहिया ने भी इस पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि सेक्स से जुड़ी बीमारियों के चलते मौतें होती हैं, लेकिन कभी इस पर बात नहीं हुई।


त्रिपाठी ने कहा था, जहां कामसूत्र लिखा, वहां संसद में सेक्स पर बात क्यों नहीं
उन्होंने कहा कि जिस देश में कामसूत्र जैसी पुस्तक लिखी गई थी, वहां की संसद में सेक्स जैसे विषय पर कभी बात नहीं की गई। इस पुस्तक को लिखने वाले वात्स्यायन को ऋषि का दर्जा प्राप्त था। अजंता-अलोरा की गुफाएं और खजुराहो के स्मारक इसी पर समर्पित हैं, लेकिन कभी संसद तक में यह मसला नहीं उठा। 1968 में राजनीति में आए डीपी त्रिपाठी को संसद के अच्छे वक्ताओं में शुमार किया जाता था। आपातकाल में आंदोलन के चलते वह जेल भी रहे थे।


बाढ़ ने जश्न को गम में बदला,16 की मौत

जकार्ता। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में भीषण बाढ़ के कारण नए साल का जश्न गम में तब्दील हो गया और इसके कारण कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और हजारों अन्य लोग विस्थापित हो गए. बाढ़ के कारण एक हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा.


राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के प्रवक्ता अगुस विबोवो ने बृहस्पतिवार को बताया कि मानसून की बारिश और उफनती नदियों की वजह से कम से कम 169 इलाके जलमग्न हो गए. जकार्ता के बाहरी जिलों बोगोर और दीपोक जिलों में भूस्खलन हुआ. उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई. एजेंसी की ओर से जारी वीडियो और तस्वीरों में पानी में तैरती कारें दिखाई दे रही हैं.


विबोवो ने बताया कि बाढ़ के कारण हजारों घर और इमारतें डूब गईं और प्राधिकारियों को बिजली और जलापूर्ति रोकनी पड़ी. उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर बाढ़ के पानी के आठ फुट ऊपर तक पहुंच जाने के कारण 31000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रयगृहों में शरण लेनी पड़ी. नागर विमानन के महानिदेशक पोलाना प्रमेस्ती ने बताया कि बाढ़ से जकार्ता हलीम पेरडानाकुस्माह घरेलू हवाईअड्डे का रनवे डूब गया और अधिकारियों को इसे बंद करना पड़ा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जनवरी 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-148 (साल-01)
2. शुक्रवार, जनवरी 03, 2020
3. शक-1941, पौष - शुक्ल पक्ष, तिथि- सप्तमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:15,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -5 डी.सै.,अधिकतम-15+ डी.सै., बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


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बुधवार, 1 जनवरी 2020

इसी माह बुलाया विधानसभा विशेष-सत्र

शिमला। हिमाचल प्रदेश तेरहवीं विधानसभा (Himachal Pradesh 13th vidhansabha) का विशेष सत्र मंगलवार सात जनवरी सुबह 11 बजे बुलाया गया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विशेष सत्र को बुलाने संबंधी अधिसूचना जारी की है। बताया जा रहा है कि इस सत्र में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति संशोधन विधेयक (Scheduled Castes, Scheduled Tribes Amendment Bill) की पुष्टि की जानी है। ये 126वां संशोधन विधेयक-2019 हाल ही में लोकसभा में मंजूर हुआ है। जिसमें लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों को दिए गए आरक्षण को 10 साल बढ़ाने का प्रावधान किया गया है।


चूंकि, लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ऐंग्लो-इंडियन समुदाय को पिछले 70 वर्ष से मिल रहा आरक्षण 25 जनवरी, 2020 को समाप्त हो रहा है,इसलिए इसे सभी राज्य विधानसभाओं से पुष्ट करवाया जाना है। इसलिए ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।


आमित शाह ने चुनाव की तैयारी की शुरू

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल का समय बचा है, और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। चुनावी रणनीति बनाने में कहीं कोई चूक न रहे और इस मामले में भाषा आड़े न आए, इसके लिए भाजपा अध्यक्ष बांग्ला भाषा सीख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने एक शिक्षक रखा लिया है। कोशिश यह है कि भाजपा अध्यक्ष कम से कम इस भाषा को समझने लगें और पश्चिम बंगाल की सभाओं में अपने भाषणों की शुरुआत बांग्ला में करें, जिससे भाषण प्रभावी लगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 'मां, माटी और मानुष' का नारा बुलंद करती रहती हैं, और अभी हाल के दिनों में उन्होंने बंगाली अस्मिता को खूब हवा देने की कोशिश की है। अपनी सभाओं में ममता भाजपा अध्यक्ष को बाहरी कह कर संबोधित करती हैं। अमित शाह को चुनावी रणनीति का माहिर माना जाता है और हर चुनाव के लिए शाह अलग-अलग रणनीति बनाते हैं। लेकिन पहले महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में चूकने और झारखंड में हारने के बाद अब अमित शाह बंगाल में चुनावी कमान अपने हाथ में रखना चाहते हैं। इसके लिए जरूरी है कायकर्ताओं से संवाद और समन्वय। लिहाजा भाषा कहीं इस रणनीति में आड़े न आए, इसके लिए शाह बांग्ला सीख रहे हैं। पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक बड़े नेता के मुताबिक, इसमें कुछ भी नया नहीं है। नेता ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष बांग्ला और तमिल सहित देश के अलग-अलग प्रदेशों में बोली जाने वाली चार भाषाएं सीख रहे हैं। गौरतलब है कि कई लोग आश्चर्य करते हैं कि वर्षो गुजरात में बिताने के बावजूद अमित शाह कैसे अच्छी हिंदी बोल लेते हैं। इस पर सूत्रों का कहना है कि जेल में रहने के दौरान और कोर्ट द्वारा गुजरात में प्रवेश पर दो साल का प्रतिबंध लगाए जाने के दौरान अमित शाह ने हिंदी पर पकड़ बनाई थी।भाजपा अध्यक्ष बनने से पहले उन्होंने देश भर का दौरा किया और वह प्रमुख तीर्थस्थानों पर गए। इससे उन्हें देश के तमाम हिस्सों के राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक पहलुओं को समझने में मदद मिली। बताया जाता है कि अमित शाह के इसी रिसर्च का परिणाम था कि वह गुजरात से निकलकर उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में चुनावी अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सके। बहुत कम लोगों को पता होगा कि बहुभाषी होने के साथ ही अमित शाह ने शास्त्रीय संगीत की भी शिक्षा ली है। खुद को रिलैक्स करने के लिए शाह शास्त्रीय संगीत और योग का सहारा लेते हैं।


जगह-जगह कार्यक्रम से किया जागरण

जौनपुर। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा नव वर्ष के प्रथम दिन बुधवार को नगर के सिपाह तिराहा, विशेषरपुर चौराहा, भण्डारी रेलवे स्टेशन, जिला चिकित्सालय गेट, पालिटेक्निक चौराहा, पार्क सहित अन्य जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस दौरान लोगों को स्वच्छ, स्वस्थ एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के सेवन के प्रति जागरूक किया। विशेष रूप से दोहरा का विनिर्माण, भण्डारण, बिक्री व खाने से होने वाली हानियों को बताते हुये उसे रोकने के लिये समझाया गया।
 जिला अभिहित अधिकारी वीपी मिश्र के निर्देश पर निकली टीम में नेतृत्वकर्ता मुख्य खाद्य निरीक्षक अनिल राय के अलावा खाद्य निरीक्षक डा. तुलिका शर्मा, राजेन्द्र कुमार, संतोष दुबे, अमरदेव कुशवाहा, रघुनाथ पटेल, राजेश मौर्य, सूर्यमणि सहित तमाम विभागीय लोग शामिल रहे।


गोरखनाथ मंदिर में कथा-भंडारे का आयोजन

आकांशु उपाध्याय 
गाजियाबाद। बेहटा नहर स्थित गुरू गोरखनाथ मंदिर पर ट्रस्ट के द्वारा एक विशाल भंडारे एवं एक दिवसीय राम कथा का आयोजन किया गया। नव वर्ष के उपलक्ष में किए गए इस कार्यक्रम में नवनियुक्त भाजपा जिला अध्यक्ष। भाजपा महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष आदि पद अधिकारियों के द्वारा हवन में आहुति प्रदान की गई एवं भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के सैकड़ों सम्मानित गणमान्य उपस्थित रहे और भंडारे के प्रसाद का सभी ने आनंद उठाया। कार्यक्रम के आयोजक एवं मंदिर ट्रस्ट के संरक्षक भगत जी के द्वारा बताया गया कि गुरु गोरखनाथ जी की इच्छा से यह धर्म संबंधित कार्य समय-समय पर होते रहते हैं और सभी लोगों का इसमें हमेशा सहयोग बना रहता है। उसके लिए मैं सदैव सबका आभारी रहूंगा और सदैव सभी साथी-सहयोगियों का धन्यवाद करता हूं।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...