नई दिल्ली। शिया मुस्लिम धर्म गुरू मौलाना कल्बे जव्वाद उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (कानून) के विरोध प्रदर्शन में हिंसा के दौरान मारे गए, घायल और गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। मौलाना ने बुधवार को मेरठ और मुजफ्फरनगर के लिए रवाना होने से पहले यह बयान दिया। पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करने के अलावा वे मुजफ्फरनगर में एक मदरसे का भी दौरा करेंगे, जिसके प्रधानाचार्य को पुलिस ने पीटा था और छात्रों को गिरफ्तार किया था।
सीएए के खिलाफ जहां देश के अन्य भागों में प्रदर्शन जारी है, वहीं उत्तर प्रदेश में यह थम गया है। राज्य में प्रदर्शन के दौरान लगभग 20 लोगों की मौत हो गई। पहले सीएए का विरोध नहीं करने वाले शिया धर्म गुरू अब खुलकर सीएए के विरोध में आ गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर 'निर्दोषों' की रिहाई की मांग की।
उन्होंने मुजफ्फरनगर के मदरसे के गिरफ्तार किए गए छात्रों को भी रिहा करने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की। जव्वाद ने एक ज्ञापन में कहा, “मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों पर मामला दर्ज किया जाएगा, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस निर्दोष लोगों को उनके घरों से गिरफ्तार कर रही है।” उत्तर प्रदेश में शिया समुदाय में मौलाना का खासा प्रभाव है।