मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर फिर नंबर वन

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने स्वच्छता के मामले में एक बार फिर सफलता के झंडे गाड़े हैं। इंदौर लगातार चौथी बार स्वच्छता सर्वे की सूची में शीर्ष स्थान पर आया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वच्छता सर्वे की घोषणा की। दिल्ली एनसीआर में स्वच्छता की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि स्वच्छता में एनसीआर दिल्ली से ज्यादा अच्छा काम कर रहा है। अप्रैल से जून के बीच पहली तिमाही में भोपाल दूसरे स्थान पर रहा जबकि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में गुजरात का राजकोट शहर दूसरे नंबर पर रहा। पहली तिमाही में सूरत तीसरे स्थान पर जबकि दूसरी तिमाही में नवी मुंबई ने यह स्थान हासिल किया। 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों वाली श्रेणी में जमशेदपुर ने पहला स्थान हासिल किया है।


धर्म के आधार पर नागरिकता चाहती है भाजपा

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मंगलवार को निशाना साधा और कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर नागरिकता देना चाहती हैं, और वह चाहती है कि मुसलमानों का नागरिकता न मिले। अखिलेश मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ लखनऊ में साइकिल मार्च को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर रहे थे। अखिलेश ने इस दौरान कहा, “आप (भाजपा) नागरिकता धर्म के आधार पर देना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि मुसलमानों को नागरिकता न मिले। भाजपा तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। क्या असम और पूर्वोत्तर के लोग इस कानून से खुश हैं? आधार में सब मौजूद है। समाजवादी पार्टी सीएए और एनआरसी और एनपीआर का विरोध करती है।” उन्होंने कहा कि “भारत की अर्थव्यवस्था का नाश हो गया है, और बैंकिग प्रणाली डूबा दिया। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए आप ऐसा कर रहे हैं।” अखिलेश ने भगवा पर कहा, “पता नहीं कहां पर खलबली मची है। किसी का अधिकार थोड़े ही है। केवल रंग बदलने के लिए ऐसा किया जा रहा है। भगवा में ऐसा क्या है? पीताम्बर रंग भी है, लेकिन देश का रंग तिरंगा ही रहेगा। जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए, ताकि आबादी के आधार पर सबको अधिकार मिले।” अखिलेश ने कहा, “भाजपा नए साल में अपने पापों की माफी मांगे नहीं तो जनता सजा देगी आपको। पूरे यूपी की जनता जानती है कि कानून-व्यवस्था इनके हाथ में नहीं हैं। निवेश नहीं आ रहा है, इसलिए एनपीआर आ रहा है। निवेश नहीं आया, इसलिए एनआरसी आ रहा है। हमारे देश की पहचान खराब हो रही है, देश की बदनामी हो रही है। कोई ग्लोबल निवेश नहीं आएगा।” गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने इसके पहले एनपीआर का विरोध करते हुए कहा था कि वह कोई फॉर्म नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा था कि वह भारतीय हैं, और उन्हें इसका प्रमाण देने की जरूरत नहीं है।


बुमराह ने उपलब्धियों का साल बिताया

नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मंगलवार को वर्ष 2019 को मैदान के अंदर और बाहर उपलब्धियों, सीखने और यादों का साल बताया।
यह तेज गेंदबाज चोटिल होने के कारण अगस्त से बाहर है
5 जनवरी से शुरू हो रही T-20 सीरीज में वापसी को तैयार
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मंगलवार को वर्ष 2019 को मैदान के अंदर और बाहर 'उपलब्यों, सीखने और यादों' का साल बताया और कहा कि वह 2020 में एक अन्य सफल साल का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। बुमराह ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस साल अपनी उपलब्धियों की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है, 'वर्ष 2019 मैदान के अंदर और बाहर उपलब्धियों, सीखने, कड़ी मेहनत और सुखद यादें जोड़ने का साल रहा। वर्ष 2020 में मैं जो भी हासिल करूंगा मुझे उसका इंतजार है। मराह वर्ष 2019 में न सिर्फ तीनों प्रारूपों में भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुवा बने, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज भी बने. 26 साल के बुमराह ने 2019 का समापन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नंबर एक गेंदबाज के रूप में किया है, जबकि आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में वह दुनिया के छठे नंबर के गेंदबाज हैं।


इसी वर्ष बुमराह हरभजन सिंह और इरफान पठान के बाद टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बने। बुमराह ने अब तक भारत की तरफ से 12 टेस्ट, 58 वनडे और 42 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में क्रमश: 62, 103 और 51 विकेट झटके हैं। यह तेज गेंदबाज हालांकि चोटिल होने के कारण अगस्त से बाहर है। वह चोट से उबर गए हैं और श्रीलंका के खिलाफ पांच जनवरी से शुरू होने वाली टी-20 सीरीज में वापसी करने के लिए तैयार हैं। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू होने वाली वनडे सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया है।


सोनिया-राहुल ने मंत्रियों से की मीटिंग

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस के मंत्रियों ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मंगलवार को यहां मुलाकात की। मंत्रियों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी। वेणुगोपाल और पार्टी सचिव आशीष दुआ भी थे। बालासाहेब थोरात और अशोक चव्हाण सहित सोमवार को शपथ ग्रहण करने वाले वरिष्ठ मंत्रियों ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस के भीतर असंतोष की बात सामने आई है और कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी की गई है। दो बार के विधायक मुंबई के अमीन पटेल कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उनसे जूनियर विधायकों असलम शेख और वर्षा गायकवाड को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, और उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।


वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है। सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में चौथे स्थान पर रही कांग्रेस अब वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में पद और संगठनात्मक जिम्मेदारी देने की योजना बना रही है.  जहां एक नेता ने कहा कि बैठक का उद्देश्य राज्य में पार्टी की पहुंच बढ़ाने के कार्यक्रम पर चर्चा करना था और गठबंधन पर फीडबैक देना था। वहीं एक मंत्री ने कहा कि यह बैठक पार्टी अध्यक्ष को धन्यवाद देने और राज्य में आगे कैसे काम किया जाए, इस पर शीर्ष नेतृत्व से निर्देश लेने के लिए थी। मंत्रिमंडल में कांग्रेस को 12 सीटें मिली है और वे कुछ प्रमुख विभागों पर नजर बनाए हुए हैं। पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी चुनना है, क्योंकि बालासाहेब थोरात मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष के लिए सबसे आगे चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को अब पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर विचार चल रहा है। एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण अब मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं।


तारीख ही नहीं कुछ नियम भी बदलेंगे

नई दिल्ली। नए साल का आगाज होने में अब बस कुछ ही घंटे बाकी है। लोगों ने नए साल का स्वागत करने के लिए पहले से ही प्रोग्राम बनाया हुआ है। साल बदलने के साथ ही हम सभी की जिंदगी में कुछ ना कुछ बदलता जरुर है। 1 जनवरी 2020 से सिर्फ तारीख ही नहीं, बल्कि कुछ नियम भी बदलने वाले हैं। चलिए के हम आपको अपडेट कर देते हैं कि 1 जनवरी 2020 से क्या-क्या बदल रहा है। बंद होने जा रही है सबका विश्वास स्कीम एक जनवरी 2020 से सबका विश्वास स्कीम बंद होने जा रही है। जानकारी के लिए बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 के आम बजट में सरकार ने सबका विश्वास स्कीम की शुरुआत की थी। दरअसल, वित्त मंत्रालय ने Indirect tax के विवादों का निपटारा करने के लिए योजना बनाई थी। इस योजना की अवधि 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हो जाएगी।


किसके लिए कैसा रहेगा नया साल

नई दिल्ली। 1 जनवरी का मूलांक 1 और भाग्यांक 6 है। दिन अंक 5 और मासांक 1 है। न्यूमेरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार गणेश के अनुसार बुधवार को अंक 1 की अंक 5 के साथ मित्र युति है। अंक 8 के साथ परस्पर प्रबल विरोधी युति बनी है। अंक 6 की अंक 1 के साथ विरोधी युति बन रही है। अंक 8 की अंक 5 के साथ विरोधी युति बनी है। जानिए अंकों के इन योगों की वजह आपके लिए कैसा रहेगा साल 2020 का पहला दिन बुधवार, 1 जनवरी अंक 1 टैक्स विभाग से संबंधित लोगों के लिए समय परेशानियों वाला हो सकता है। काम में धन संबंधी लेनदेन को लेकर अतिरिक्त सजगता बरतें। मानसिक तनाव रह सकता है। क्या करें- शनि चालीसा का पाठ करें। महत्वपूर्ण अंक- 8, महत्वपूर्ण रंग- काला अंक 2 सहायक के पद पर कार्यरत लोगों के लिए अधिक अनुकूलता रह सकती है। हर योजना के सूक्ष्म बिंदुओं को अच्छी तरह जांच-परख लें। कमर में खिंचाव हो सकता है। क्या करें- अपनी कुलदेवी को पारंपरिक भोग लगाएं। महत्वपूर्ण अंक- 4, महत्वपूर्ण रंग- नीला  अंक 3
सरकारी पक्ष से अनुकूलता रह सकती है। धन संबंधी लाभ हो सकता है। खानपान संबंधी विशेष रुचि रह सकती है। क्या करें- गायों को हलवा और रोटी खिलाएं। महत्वपूर्ण अंक-
7, महत्वपूर्ण रंग-  जामुनी अंक 4 वित्तीय आउटसोर्सिंग करने वाले संस्थानों के लिए संभलकर काम करने का समय है। नकली आभूषणों के कारोबारियों के लिए धन का अटकाव रह सकता है। शारीरिक शिथिलता रह सकती है।


ऐसी ग्राम पंचायत जान नहीं होता है चुनाव

कोरबा। जिले की एक ग्राम पंचायत ऐसी है जहां पंच और सरपंच का निर्विरोध चयन किए जाने की परंपरा कई वर्षों से चली आ रही। चुनाव से ठीक पहले गांव में चौपाल लगाई जाती है। यहां सभी 11 वार्ड के लिए निर्विरोध पंच चुनते हैं। इसके साथ ही सभी पंच निर्विरोध सरपंच का चुनाव करते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। आदिवासी महिला के लिए ग्राम पंचायत आरक्षित होने से गांव की महिला सुमरित नेताम को सरपंच चुना गया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनााव का बिगुल बज चुका है। सोमवार से नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। एक ओर सरपंच और पंच बनने ग्राम पंचायतों में गलाकाट प्रतिस्पर्धा चल रही है, वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत पुटा के ग्रामीणों ने सभी पद के लिए निर्विरोध चयन कर एकता की मिसाल पेश की है।


यह परंपरा ग्राम पंचायत के अस्तित्व में आने के बाद वर्ष 2014 से जारी है। इस पंरपरा को आगे बढ़ाते हुए रविवार को गांव के चौराहे में चौपाल लगा निवर्तमान सरपंच दिलाराम नेताम मौजूद रहे। सभी 11 वार्ड के प्रमुख ग्रामीणों की उपस्थिति में पहले 11 पंचों का निर्विरोध चयन किया गया।


इसके बाद निवर्तमान सरपंच दिलाराम की पत्नी सुमरित नेताम को ग्रामीणों ने निर्विरोध सरपंच बनाने का निर्णय लिया। चौपाल में यह निर्णय लिया गया कि चयनित किए गए उम्मीदवार ही नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण करेंगे। इसके अलावा अतिरिक्त कोई भी अभ्यर्थी नामांकन दाखिल नहीं करेगा।


इसके साथ ही यहां मतदान नहीं होगा और निर्वाचन आयोग सभी को निर्विरोध पंच, सरपंच घोषित कर देगा। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के ग्रामीणों ने आपसी सहमति से चुनाव कर एकता की मिसाल पेश की है। यदि चयनित अभ्यर्थियों के अलावा कोई और नामांकन दाखिल नहीं करेगा तो निर्विरोध चयन का यह दूसरा पंचवर्षीय होगा। यहां के लोगों का मानना है कि पूरा ग्राम हमारा स्वयं का घ्ार एवं परिवार है, जिसके बीच में दरार करना नहीं चाहते हैं। चुनाव होने से आपसी द्वेष भावना बढ़ती है जो हमें पसंद नहीं है।


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...