नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साल के अंतिम दिन बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 102 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लाने का ऐलान किया। सीतारमण ने यहां पत्रकार वार्ता में मंगलवार को कहा कि बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को चिह्नित करने के लिए गठित कार्यदल ने 102 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की पहचान करके ये सिफारिश की है, जिसका लक्ष्य एक मात्र इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर (बुनियादी ढांचा) क्षेत्र को बढ़ावा देना है। वित्तमंत्री ने कहा कि चिह्नित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मॉनीटर करने के लिए राष्ट्रीय अवसंरचना परियोजनाओं के लिए समन्वय प्रणाली की शुरुआत की जाएगी। केंद्र और राज्यों ने पिछले छह साल के दौरान बुनियादी परियोजनाओं पर 51 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिसमें अगले 5 साल में 100 लाख करोड़ रुपये और निवेश किए जाएंगे।उल्लेखनीय है कि देशभर में जारी आर्थिक सुस्ती के माहौल को देखते हुए इस बात की उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार इस बार आम बजट में खपत बढ़ाने के लिए सख्त कदम उठा सकती है। इसके लिए व्यक्तिगत आयकर में कटौती करने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी, 2020 को अपना दूसरा बजट पेश कर सकती हैं। इससे पहले सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद उन्होंने 5 जुलाई, 2019 को अपना पहला बजट पेश किया था।
मंगलवार, 31 दिसंबर 2019
101 मुठभेड, 18 जवान शहीद, 304 गिरफ्तार
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में साल 2018 में पुलिस-नक्सलियों के मध्य हुई 101 मुठभेड़़ में पुलिस ने 65 नक्सलियों को मार गिराया, इसमें 18 जवानों को प्राणों की आहुतियां देनी पड़ी। इस दौरान छोटे-बड़े 128 हथियार बरामद किये गए। इस साल 304 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया, जिनमें 200 हार्डकोर अर्थात एक से पांच लाख के ईनामी नक्सली हैं। शेष जनमिलिशिया सदस्य कैटेगिरी के हैं। इस वर्ष पुलिस ने 475 नक्सलियों को दबिश के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। इनमें 150 नक्सली, इनामी व हाडकोर स्तर के हैं।
नक्सलियों द्वारा पुलिस दल पर किए गए बारूदी विस्फोटों में 11 पुलिस कर्मियों की शहादत हुयी और मुठभेड़ में मात्र 07 जवान शहीद हुए। इसमें सर्वाधिक कांकेर जिले के माहला में 04 और बीजापुर जिले के केशकुतुल में हुयी मुठभेड़ में 01 जवान की शहादत हुयी। दंतेवाड़ा के पोटाली आईईडी ब्लास्ट में छह, कांकेर जिले के माहला में एक तथा बस्तर के पुसपाल में एक जवान की शहादत हुई। इधर नारायणपुर, सुकमा एवं कोण्डागांव जिले में पुलिस को कोई क्षति नहीं हुई। पुलिस ने मुठभेड़ एवं गिरफ्तारियों के वक्त नक्सलियों के कब्जे से 128 हथियार बरामद किये, जिनमें 20 इंसास, एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियार शामिल हैं। इस वर्ष पुलिस ने 475 नक्सलियों को दबिश के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। इनमें 150 नक्सली, इनामी व हाडकोर स्तर के हैं। गिरफ्तारियों एवं समर्पण के आकड़ों का ग्राफ गत वर्षों की तुलना में हालंकि गिरा है, जिसका मूल कारण पुलिस के निरंतर चौतरफा दवाब व आक्रामक शैली से नक्सली संगठन बेहद कमजोर व छिन-भिन्न हुआ है, जिससे नक्सली अपने संगठन का विस्तार नहीं कर पा रहे हैं और ग्रामीण भी उनसे कन्नी काटने लगे हैं।
विगत 12 माह में बस्तर पुलिस ने नक्सलियों द्वारा गश्ती दल को क्षति पहुंचाने बिछाई गई 172 बारूदी सुरंगें (आईईडी) बरामद कर नक्सली मंसूबों को नाकाम कर दिया। नक्सलियों ने इस साल पुलिस पर हमला कर 7 बंदूकें लूटीं। सर्वाधिक 5 बंदूकें दंतेवाड़ा जिले में विधायक भीमाराम मण्डावी की हत्या के बाद ब्लास्ट में शहीद जवानों से लूटी गईं, जबकि बीजापुर जिले के केसकुतुल मुठभेड़ में 2 बंदूकें लूटीं. शस्त्र लूटने के आकड़ों में भी इस साल भारी गिरावट दर्ज हुई। पिछले साल नक्सली, पुलिस से 41 हथियार लूटकर ले गये थे. जबकि इस साल केवल 16 हथियार ही लूट पाये। संभाग में 45 निर्दोष, निरपराध व निरीह ग्रामीण नक्सली हिंसा का शिकार होकर प्राणों से हाथ धो बैठे। 2018 में 88 बेकसूर ग्रामीणों को प्राण गवाने पड़े थे।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर फिर नंबर वन
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने स्वच्छता के मामले में एक बार फिर सफलता के झंडे गाड़े हैं। इंदौर लगातार चौथी बार स्वच्छता सर्वे की सूची में शीर्ष स्थान पर आया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वच्छता सर्वे की घोषणा की। दिल्ली एनसीआर में स्वच्छता की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि स्वच्छता में एनसीआर दिल्ली से ज्यादा अच्छा काम कर रहा है। अप्रैल से जून के बीच पहली तिमाही में भोपाल दूसरे स्थान पर रहा जबकि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में गुजरात का राजकोट शहर दूसरे नंबर पर रहा। पहली तिमाही में सूरत तीसरे स्थान पर जबकि दूसरी तिमाही में नवी मुंबई ने यह स्थान हासिल किया। 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों वाली श्रेणी में जमशेदपुर ने पहला स्थान हासिल किया है।
धर्म के आधार पर नागरिकता चाहती है भाजपा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मंगलवार को निशाना साधा और कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर नागरिकता देना चाहती हैं, और वह चाहती है कि मुसलमानों का नागरिकता न मिले। अखिलेश मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ लखनऊ में साइकिल मार्च को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर रहे थे। अखिलेश ने इस दौरान कहा, “आप (भाजपा) नागरिकता धर्म के आधार पर देना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि मुसलमानों को नागरिकता न मिले। भाजपा तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। क्या असम और पूर्वोत्तर के लोग इस कानून से खुश हैं? आधार में सब मौजूद है। समाजवादी पार्टी सीएए और एनआरसी और एनपीआर का विरोध करती है।” उन्होंने कहा कि “भारत की अर्थव्यवस्था का नाश हो गया है, और बैंकिग प्रणाली डूबा दिया। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए आप ऐसा कर रहे हैं।” अखिलेश ने भगवा पर कहा, “पता नहीं कहां पर खलबली मची है। किसी का अधिकार थोड़े ही है। केवल रंग बदलने के लिए ऐसा किया जा रहा है। भगवा में ऐसा क्या है? पीताम्बर रंग भी है, लेकिन देश का रंग तिरंगा ही रहेगा। जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए, ताकि आबादी के आधार पर सबको अधिकार मिले।” अखिलेश ने कहा, “भाजपा नए साल में अपने पापों की माफी मांगे नहीं तो जनता सजा देगी आपको। पूरे यूपी की जनता जानती है कि कानून-व्यवस्था इनके हाथ में नहीं हैं। निवेश नहीं आ रहा है, इसलिए एनपीआर आ रहा है। निवेश नहीं आया, इसलिए एनआरसी आ रहा है। हमारे देश की पहचान खराब हो रही है, देश की बदनामी हो रही है। कोई ग्लोबल निवेश नहीं आएगा।” गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने इसके पहले एनपीआर का विरोध करते हुए कहा था कि वह कोई फॉर्म नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा था कि वह भारतीय हैं, और उन्हें इसका प्रमाण देने की जरूरत नहीं है।
बुमराह ने उपलब्धियों का साल बिताया
नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मंगलवार को वर्ष 2019 को मैदान के अंदर और बाहर उपलब्धियों, सीखने और यादों का साल बताया।
यह तेज गेंदबाज चोटिल होने के कारण अगस्त से बाहर है
5 जनवरी से शुरू हो रही T-20 सीरीज में वापसी को तैयार
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मंगलवार को वर्ष 2019 को मैदान के अंदर और बाहर 'उपलब्यों, सीखने और यादों' का साल बताया और कहा कि वह 2020 में एक अन्य सफल साल का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। बुमराह ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस साल अपनी उपलब्धियों की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है, 'वर्ष 2019 मैदान के अंदर और बाहर उपलब्धियों, सीखने, कड़ी मेहनत और सुखद यादें जोड़ने का साल रहा। वर्ष 2020 में मैं जो भी हासिल करूंगा मुझे उसका इंतजार है। मराह वर्ष 2019 में न सिर्फ तीनों प्रारूपों में भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुवा बने, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज भी बने. 26 साल के बुमराह ने 2019 का समापन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नंबर एक गेंदबाज के रूप में किया है, जबकि आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में वह दुनिया के छठे नंबर के गेंदबाज हैं।
इसी वर्ष बुमराह हरभजन सिंह और इरफान पठान के बाद टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बने। बुमराह ने अब तक भारत की तरफ से 12 टेस्ट, 58 वनडे और 42 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में क्रमश: 62, 103 और 51 विकेट झटके हैं। यह तेज गेंदबाज हालांकि चोटिल होने के कारण अगस्त से बाहर है। वह चोट से उबर गए हैं और श्रीलंका के खिलाफ पांच जनवरी से शुरू होने वाली टी-20 सीरीज में वापसी करने के लिए तैयार हैं। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू होने वाली वनडे सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया है।
सोनिया-राहुल ने मंत्रियों से की मीटिंग
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस के मंत्रियों ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मंगलवार को यहां मुलाकात की। मंत्रियों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी। वेणुगोपाल और पार्टी सचिव आशीष दुआ भी थे। बालासाहेब थोरात और अशोक चव्हाण सहित सोमवार को शपथ ग्रहण करने वाले वरिष्ठ मंत्रियों ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस के भीतर असंतोष की बात सामने आई है और कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी की गई है। दो बार के विधायक मुंबई के अमीन पटेल कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उनसे जूनियर विधायकों असलम शेख और वर्षा गायकवाड को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, और उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है। सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में चौथे स्थान पर रही कांग्रेस अब वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में पद और संगठनात्मक जिम्मेदारी देने की योजना बना रही है. जहां एक नेता ने कहा कि बैठक का उद्देश्य राज्य में पार्टी की पहुंच बढ़ाने के कार्यक्रम पर चर्चा करना था और गठबंधन पर फीडबैक देना था। वहीं एक मंत्री ने कहा कि यह बैठक पार्टी अध्यक्ष को धन्यवाद देने और राज्य में आगे कैसे काम किया जाए, इस पर शीर्ष नेतृत्व से निर्देश लेने के लिए थी। मंत्रिमंडल में कांग्रेस को 12 सीटें मिली है और वे कुछ प्रमुख विभागों पर नजर बनाए हुए हैं। पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी चुनना है, क्योंकि बालासाहेब थोरात मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष के लिए सबसे आगे चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को अब पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर विचार चल रहा है। एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण अब मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं।
तारीख ही नहीं कुछ नियम भी बदलेंगे
नई दिल्ली। नए साल का आगाज होने में अब बस कुछ ही घंटे बाकी है। लोगों ने नए साल का स्वागत करने के लिए पहले से ही प्रोग्राम बनाया हुआ है। साल बदलने के साथ ही हम सभी की जिंदगी में कुछ ना कुछ बदलता जरुर है। 1 जनवरी 2020 से सिर्फ तारीख ही नहीं, बल्कि कुछ नियम भी बदलने वाले हैं। चलिए के हम आपको अपडेट कर देते हैं कि 1 जनवरी 2020 से क्या-क्या बदल रहा है। बंद होने जा रही है सबका विश्वास स्कीम एक जनवरी 2020 से सबका विश्वास स्कीम बंद होने जा रही है। जानकारी के लिए बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 के आम बजट में सरकार ने सबका विश्वास स्कीम की शुरुआत की थी। दरअसल, वित्त मंत्रालय ने Indirect tax के विवादों का निपटारा करने के लिए योजना बनाई थी। इस योजना की अवधि 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हो जाएगी।
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