अमृतसर। हमारे देश की सेना हर समय देश के नागरिकों की मदद के लिए तैनात रहती है। सरहदें हो या देश के भीतर आई कोई आपदा सेना के जवान हर मुश्किल में डटे रहते हैं। सेना की डॉक्टरों ने चलती ट्रेन (Train) में ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसकी चारों तरफ प्रशंसा हो रही है। अमृतसर (Amritsar) से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस में इन डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई। गुरदासपुर के मिलिट्री हॉस्पिटल टिबरी कैंट की दो महिला कैप्टन ललिता हंस और कैप्टन अमनदीप कौर ने 21 वर्षीय महिला (कोमल) की प्री-मैच्योर डिलीवरी करवाई।
जानकारी के अनुसार दोनों महिला डॉक्टर हावड़ा एक्सप्रेस (Howrah Express) से लखनऊ अपने बेसिक नर्सिंग आफिसर्स कोर्स के लिए जा रही थीं। जिस बोगी में दोनों सवार ती उसी में कोमल नाम की महिला भी अपने परिवार के साथ सवार थी। जब ट्रेन नजीबाबाद और मुरादाबाद के बीच पहुंची तो गर्भवती कोमल को तेज प्रसव पीड़ा उठी। यात्री मदद के लिए महिला के पास पहुंचे, मगर महिला हालत देख कर वे कुछ भी करने में असमर्थ थे तभी सेना की इन दोनों ऑफिसर्स ने मदद की पेशकश की।
महिला की स्थिति काफी नाजुक हो रही थी। दोनों महिला डॉक्टरों ने चलती ट्रेन में ही यात्रियों से शेविंग ब्लेड धागे और गर्म पानी की बोतल का इंतजाम करने को कहा। यात्रियों ने भी उन्हें सहयोग देते हुए जैसे-तैसे सामान जुटाया। मौके पर जो कुछ भी उपलब्ध हुआ, दोनों उसी से कोमल की 20 मिनट में नॉर्मल डिलीवरी (Normal delivery) करवाकर उसकी व नवजात बच्ची की जान बचा ली। महिला की डिलीवरी होने के बाद लोगों ने भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे लगाए। मुरादाबाद स्टेशन पर रेलवे की चिकित्सा अधिकारी ने महिला को अटैंड किया और सब कुछ सही पाए जाने पर कोमल को उसके गंतव्य रायबरेली तक सफर की अनुमति दी।