गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

प्रशासन ने की शांति के लिए बैठक

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
रिंकु सैनी रिपोर्टर
हापुड। कोतवाली हापुड़ देहात की अयोध्यापुरी चौकी पर शांति समिति बैठक का किया गया आयोजन।अधिकारियों ने क्षेत्र के लोगों से संवाद स्थापित कर, अफ़वाह फैलाने वालों को चिन्हित करने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। वहीं शांति व्यवस्था बनाये रखने में भी क्षेत्र के लोगों से सहयोग की अपेक्षा की।आगामी शुक्रवार के मद्देनजर आयोजित की गई शांति समिति बैठक। एसडीएम सत्यप्रकाश व सीओ राजेश कुमार सिंह व प्रभारी निरीक्षक राजेश भारती ने क्षेत्र के लोगों से की अपील। बैठक में वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद कुमार, चौकी प्रभारी सरवन गौतम मौजूद रहे।


13 जिलों के जिला जजों का तबादला

13 जिले जिला जजों का हुआ तबादला,
एक एडीजे का हुआ प्रमोशन
लखनऊ। हाईकोर्ट प्रशासन ने तबादला आदेश किया जारी,
रजिस्टार जनरल की ओर से तबादले की जारी हुई अधिसूचना।
गौरव कुमार श्रीवास्तव बने चंदौली के जिला जज,
प्रमोद कुमार शर्मा आजमगढ़ के बने जिला जज,
सर्वेश कुमार सहारनपुर के बने जिला जज,
राजीव शर्मा बागपत के बने जिला जज,
राम मनोहर नारायण मिश्र बने अलीगढ़ के जिला जज,
जितेंद्र कुमार सिन्हा मऊ के बने जिला जज,
मुकेश मिश्र पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक अधिकरण गौतम बुद्ध नगर बनाये गये।अब्दुल सादिक ओएसडी अमेठी बने, कुलदीप कुमार द्वितीय जिला जज सीतापुर बने,
डॉ अजय कृष्ण विश्वेश हाईकोर्ट में ओएसडी विजिलेंस बनाए गए।
देवी शंकर प्रसाद श्रीवास्तव जिला जज मुरादाबाद बने,
राम अचल यादव प्रोन्नत होकर जिला जज बाराबंकी बने,
नीरजा सिंह को कमर्शियल टैक्स ट्रिब्यूनल लखनऊ में मिली तैनाती।


निशुल्क चिकित्सा शिविर, सम्मान समारोह

निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन वारसी दवाखाना


पत्रकार सम्मान समारोह


रायबरेली (लालगंज)। क्षेत्र-एन एम अब्दुल्ला माइनॉरिटी एजुकेशनल एंड डेवलपमेंट सोसाइटी के व्यवस्थापक डॉक्टर अलीम व डॉक्टर अब्दुल नदीम के द्वारा वारसी दवाखाना आचार्य नगर लालगंज में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टर नदीम ने कहा कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी निशुल्क कंबल वितरण का आयोजन 27 दिसंबर 2019 को उनके पैतृक निवास पूरे ओरी महा खेड़ा में गरीब, विधवा असहाय लोगों को कंबल वितरण किया जाएगा। जो कि हर साल की तरह हमारे बड़े भाई नसीम उर्फ बाबू जी के द्वारा संचालित किया जाता रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस कार्यक्रम के बाद 29 दिसंबर 2019 को वारसी दवाखाना आचार्य नगर लालगंज में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आंखों की जांच और महिलाओं के सभी प्रकार के रोगों का निशुल्क इलाज किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ के विशेष प्रकार के डॉक्टर भी बुलाए गए हैं।कार्यक्रम का संचालन अब्दुल वसीम तथा मुन्ना लाल ने किया। जिसमें प्रमुख रुप से अब्दुल कफील,अब्दुल नसीम बाबू जी एवं प्रबुध शिक्षक वर्ग में पन्नालाल, दयाशंकर, विनोद कुमार, विष्णु शंकर दीक्षित, श्री राम, विनोद सिंह, राज कुमार तिवारी, असद अहमद, शिवम कुमार, करण कुमार, सुंदर, उमेश शर्मा, शिवलाल साहू मोहम्मद असलम आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्टिंग-संदीप कुमार


कांग्रेस का ऐलान,600 यूनिट बिजली फ्री

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव की मुनादी में अभी हुई नहीं कि सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार की योजना को काउंटर करने के लिए कांग्रेस ने भी एक बड़ा ऐलान किया है, ताकि चुनाव में इसका फायदा मिल सके। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सुभाष चोपड़ा ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो दिल्ली में 600 यूनिट तक की बिजली मुफ्त मिलेगी। सुभाष चोपड़ा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली वासियों को केवल 200 यूनिट बिजली फ्री दे रही है। हमारी सरकार अगर दिल्ली में आई तो 600 यूनिट फ्री बिजली देंगे।


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बुधवार को कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो हम दिल्ली में 600 यूनिट बिजली से राहत देंगे। हम ऐसा इसलिए नहीं कह रहे, क्योंकि चुनाव है। यह आपका पैसा है और आपको इसका फायदा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटी इंडस्ट्रीज के लिए 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। इन सबका जिक्र हमारे घोषणापत्र में होगा।
उनकी सरकार है जैसे पंजाब, राजस्थान, MP आदि। नहीं तो लोग समझ जाएँगे कि ये झूठा चुनावी जुमला है।


गौरतलब है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सरकार 200 यूनिट तक की बिजली मुफ्त दे रही है। इस साल 1 अगस्त को अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि दो सौ यूनिट  तक बिजली खपत पर कोई बिल नहीं देना होगा। वहीं, 200-400 यूनिट बिजली खपत पर 50 फीसदी की सब्सिडी देने का भी केजरीवाल ने ऐलान किया था। केजरीवाल की इस योजना से दिल्ली वालों को काफी लाभ मिल रहा है।


कभी भी हो सकता है चुनाव की तारीखों का ऐलान
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव तैयारियों में जुटी दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चुनाव आयोग ने गुरुवार (26 दिसंबर) को आखिरी समीक्षा बैठक के लिए बुलाया है। बैठक के बाद तैयारियों को देखते हुए कभी भी चुनावों की घोषणा की जा सकती है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बाद अगली सरकार का गठन 15 फरवरी 2020 तक करना है।
दिल्ली चुनाव को लेकर सभी दल मैदान में आ गई है, और सभी ने सियासी रणनीति के साथ चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।


अंधविश्वासः बच्चों को जमीन मे गाढ दिया

नई दिल्ली। साल 2019 के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो चुकी है। देश के कई हिस्सों में सूर्य ग्रहण का अद्भुत नजारा दिखना शुरू हो चुका है। इसी बीच कुछ सूर्यग्रहण के कारण कुछ दुर्भागयपूर्ण मान्यताएं भी सामने आ रही हैं।


सूर्यग्रहण पर अंधविश्वास की हद पार, बच्चों को जमीन में गाड़ा
ऐसी ही एक मान्यता सामने आ रही कर्नाटक के गुलबर्गा से, जहां जिंदा बच्चों को जमीन में ही गाड़ दिया गया। दरअसल, यहां ऐसा माना जाता है कि दिव्यांग बच्चों को जमीन में गर्दन तक गाड़ने से वे दिव्यांगता से बाहर आ जाते हैं।


इन बच्चों की तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीर में साफ़ दिख रहा है कि बच्चों के पूरे शरीर को जमीन में मिट्टी के अंदर गाड़ दिया गया है। उनका सिर्फ चेहरा दिख रहा है। बता दें कि भारत में गुरुवार को सुबह करीब 8 बजे शुरू हुए इस ग्रहण का असर दोपहर डेढ़ बजे तक रहेगा। ऐसे में देश के अलग-अलग हिस्सों में पूजा का कार्यक्रम जारी है।


सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 36 मिनट:भारतीय समयानुसार आंशिक सूर्यग्रहण सुबह आठ बजे आरंभ हुआ जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण की अवस्था सुबह 9.06 बजे शुरू होगी। सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर एक बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी।


सूर्यग्रहण पर अंधविश्वास की हद पार, बच्चों को जमीन में गाड़ा
सूर्य ग्रहण को लेकर नासा की चेतावनी:सूर्य ग्रहण को अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने चेतावनी जारी की है। नासा ने कहा है कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखने की भूल ना करें। विकिरण से बचाने वाले चश्मे का इस्तेमाल करें।


सूरज ग्रहण की छाया: देश के अलग-अलग शहरों में सूर्य ग्रहण का नजारा दिखना शुरू हो गया है। तमिलनाडु के चेन्नई शहर में सूर्य ग्रहण का कुछ ऐसा नजारा दिख रहा है।


'रिंग ऑफ फायर' की तरह दिखा सूर्य ग्रहण:
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण एक आग की अंगूठी की तरह नजर आया है। वैज्ञानिक इसे 'रिंग ऑफ फायर' का नाम दे रहे हैं। इस ग्रहण में सिर्फ सूरज का मध्य भाग ही छाया के क्षेत्र में आता है जबकि सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित है। देश के अलग अलग हिस्सों में सूर्यग्रहण दिख रहा है। लोग इसे देखने के लिए उत्सुक नजर आए। सोशल मीडिया पर भी लोग तरह तरह की तस्वीरें डाल रहे हैं।


जांच होने तक मृतकों को मुआवजा नही

मंगलुरु। कर्नाटक के मंगलुरु में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए 2 व्यक्तियों के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी। इसके कुछ दिन बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को कहा कि यदि दोनों दंगों में लिप्त पाए जाते हैं तो उनके परिवारों को अनुग्रह राशि प्रदान नहीं की जाएगी। येदियुरप्पा ने मंगलुरु में कहा कि जांच में यदि यह साबित हो गया कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ 19 दिसंबर के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में दोनों की संलिप्तता थी तो सरकार उनके परिवारों को एक रुपया भी नहीं देगी। येदियुरप्पा प्राथमिकी में दोनों के नाम आने के बाद अनुग्रह राशि दिए जाने का विरोध किए जाने के मद्देनजर अनुग्रह राशि पर सरकार के रुख को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। घटना के तत्काल बाद सरकार ने नौशीन (23) और जालिल कुदरोली (49) के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी जो प्रदर्शनों के दौरान हुई पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। हिंसा के बाद तटीय नगर में 3 दिन के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा था। यद्यपि बाद में राज्य के मंत्रियों सहित कुछ बीजेपी नेताओं ने मृतकों के परिवरों को मुआवजा प्रदान करने पर आपत्ति की थी और कहा था कि मृतकों को मामले में आरोपी बनाया गया है।


पुलिस की फायरिंग में नौशीन और जलील की मौत हो गई थी।
FIR के अनुसार जालिल और नौशीन सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन का हिस्सा थे और उन्हें क्रमश: आरोपी नम्बर 3 और 8 है। प्रदर्शनों में कथित भूमिकाओं के लिए FIR में कुल 77 व्यक्तियों के नाम हैं। येदियुरप्पा ने कहा, 'यह आम विचार है कि उन्हें मुआवजा देना अनुचित होगा क्योंकि उनके खिलाफ कई आरोप हैं और अब इसके सबूत सामने आ रहे हैं कि वे हिंसा में लिप्त होने वालों में शामिल हैं।' उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने शहर में धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया जबकि संगठनों को 19 दिसम्बर को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी। उपद्रव बढ़ने पर पुलिस गोली चलाने को बाध्य हुई थी। इससे पहले केरल के निजी दौरे के बाद वापस आए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने हिंसक घटनाओं और गोलीबारी में 2 व्यक्तियों की मौत को लेकर यहां दक्षिण कन्नड़ जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रात में और बुधवार सुबह बैठक की। शहर के हिंसा से प्रभावित होने के बाद येदियुरप्पा का शहर का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले येदियुरप्पा ने शनिवार को दोनों पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी और ईसाई, मुस्लिम समुदायों के प्रतिनिधियों, नेताओं और अधिकारियों से बैठक के बाद शांति की अपील की थी।


चुनौतियों को 'चुनौती का मौका' नहीं छोड़ा

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर यहां पहुंचे मोदी ने लोकभवन परिसर में स्थित उनकी करीब 25 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की भी आधारशिला रखी। इस विश्वविद्यालय के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 एकड़ भूमि दी है। यहां पीएम मोदी ने एक कार्यक्राम को संबोधित भी किया।



 
“झूठी अफवाहों में आए कुछ लोगों ने हिंसा की”
संबोधन में पीएम मोदी ने CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हुई हिंसा को लेकर कहा कि “कुछ लोगों ने झूठी अफवाहों में आकर हिंसा की। हिंसा करने वाले खुद से पूछे क्या हिंसा सही थी। जो कुछ भी जलाया गया क्या वह उनके काम नहीं आने वाला था। देश की संपत्ति को सुरक्षित रखना लोगों की जिम्मेदारी है।” पीएम मोदी ने मंच से लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील भी की है।



“विरासत में मिली समस्याओं का समाधान कर रहे हैं”
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा, ”हमें विरासत में जो भी सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक समस्याएं और चुनौतियां मिली हैं, उनके समाधान की हम निरन्तर कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”अनुच्छेद 370 कितनी पुरानी बीमारी थी। कितनी कठिन लगती थी, मगर हमारा दायित्व था कि हम ऐसी कठिन चुनौतियों से पार पायें और यह आराम से हुआ। सबकी धारणाएं चूर-चूर हो गयीं। राम जन्मभूमि के इतने पुराने मामले का शांतिपूर्ण समाधान हुआ।”


“हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं”
पीएम मोदी ने कहा कि विभाजन के बाद लाखों गरीब लोग अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत की तरफ आने को मजबूर हो गये। उन्हें नागरिकता देने का रास्ता साफ किया गया। ऐसी अनेक समस्याओं का हल देश के 130 करोड़ भारतीयों ने निकाला है। उन्होंने कहा कि अभी जो चुनौतियां बाकी हैं, उनके समाधान के लिये भी पूरे सामर्थ्य से साथ हर भारतवासी प्रयास कर रहा है। चाहे हर गरीब को घर देना हो या फिर हर घर जल पहुंचाना हो। कितनी भी बड़ी चुनौती हो, हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं।


सरकार के लिए सुशासन का अर्थ?
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ 'सुनवाई, सबकी हो। सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे। सुअवसर, हर भारतीय को मिले। सुरक्षा, हर देशवासी अनुभव करे और सुलभता, सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो' है।” पीएम ने कहा कि “आज सुशसन दिवस पर जब हम नए वर्ष और नए दशक में प्रवेश करने जा रहे हैं तब हमें अटल जी की एक और बात अवश्य याद रखनी चाहिए। अटल जी कहते थे कि हर पीढ़ी भारत की प्रगति में योगदान का मूल्यांकन दो बातों के आधार पर होगा। पहला- हमें जो विरासत में मिली कितनी समस्याओं को हमने सुलझाया है और दूसरा- राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने खुद के प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है।”


“अपने हक और दायित्व को हमेशा याद रखें”
उन्होंने कहा कि “आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को एक और आग्रह करने आया हूं। आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है।”  पीएम मोदी ने कहा कि “हक और दायित्व को हमें साथ-साथ और हमेशा याद रखना है। उत्तम शिक्षा, सुलभ शिक्षा हमारा हक है, लेकिन शिक्षा के संस्थानों की सुरक्षा, शिक्षकों का सम्मान, हमारा दायित्व है। हम अपना दायित्व निभाएं, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें, यही सुशासन दिवस पर हमारा संकल्प होना चाहिए, यही जनता की अपेक्षा है, यही अटल जी की भी भावना थी।”


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...