गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

जांच होने तक मृतकों को मुआवजा नही

मंगलुरु। कर्नाटक के मंगलुरु में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए 2 व्यक्तियों के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी। इसके कुछ दिन बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को कहा कि यदि दोनों दंगों में लिप्त पाए जाते हैं तो उनके परिवारों को अनुग्रह राशि प्रदान नहीं की जाएगी। येदियुरप्पा ने मंगलुरु में कहा कि जांच में यदि यह साबित हो गया कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ 19 दिसंबर के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में दोनों की संलिप्तता थी तो सरकार उनके परिवारों को एक रुपया भी नहीं देगी। येदियुरप्पा प्राथमिकी में दोनों के नाम आने के बाद अनुग्रह राशि दिए जाने का विरोध किए जाने के मद्देनजर अनुग्रह राशि पर सरकार के रुख को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। घटना के तत्काल बाद सरकार ने नौशीन (23) और जालिल कुदरोली (49) के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी जो प्रदर्शनों के दौरान हुई पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। हिंसा के बाद तटीय नगर में 3 दिन के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा था। यद्यपि बाद में राज्य के मंत्रियों सहित कुछ बीजेपी नेताओं ने मृतकों के परिवरों को मुआवजा प्रदान करने पर आपत्ति की थी और कहा था कि मृतकों को मामले में आरोपी बनाया गया है।


पुलिस की फायरिंग में नौशीन और जलील की मौत हो गई थी।
FIR के अनुसार जालिल और नौशीन सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन का हिस्सा थे और उन्हें क्रमश: आरोपी नम्बर 3 और 8 है। प्रदर्शनों में कथित भूमिकाओं के लिए FIR में कुल 77 व्यक्तियों के नाम हैं। येदियुरप्पा ने कहा, 'यह आम विचार है कि उन्हें मुआवजा देना अनुचित होगा क्योंकि उनके खिलाफ कई आरोप हैं और अब इसके सबूत सामने आ रहे हैं कि वे हिंसा में लिप्त होने वालों में शामिल हैं।' उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने शहर में धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया जबकि संगठनों को 19 दिसम्बर को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी। उपद्रव बढ़ने पर पुलिस गोली चलाने को बाध्य हुई थी। इससे पहले केरल के निजी दौरे के बाद वापस आए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने हिंसक घटनाओं और गोलीबारी में 2 व्यक्तियों की मौत को लेकर यहां दक्षिण कन्नड़ जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रात में और बुधवार सुबह बैठक की। शहर के हिंसा से प्रभावित होने के बाद येदियुरप्पा का शहर का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले येदियुरप्पा ने शनिवार को दोनों पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी और ईसाई, मुस्लिम समुदायों के प्रतिनिधियों, नेताओं और अधिकारियों से बैठक के बाद शांति की अपील की थी।


चुनौतियों को 'चुनौती का मौका' नहीं छोड़ा

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर यहां पहुंचे मोदी ने लोकभवन परिसर में स्थित उनकी करीब 25 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की भी आधारशिला रखी। इस विश्वविद्यालय के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 एकड़ भूमि दी है। यहां पीएम मोदी ने एक कार्यक्राम को संबोधित भी किया।



 
“झूठी अफवाहों में आए कुछ लोगों ने हिंसा की”
संबोधन में पीएम मोदी ने CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हुई हिंसा को लेकर कहा कि “कुछ लोगों ने झूठी अफवाहों में आकर हिंसा की। हिंसा करने वाले खुद से पूछे क्या हिंसा सही थी। जो कुछ भी जलाया गया क्या वह उनके काम नहीं आने वाला था। देश की संपत्ति को सुरक्षित रखना लोगों की जिम्मेदारी है।” पीएम मोदी ने मंच से लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील भी की है।



“विरासत में मिली समस्याओं का समाधान कर रहे हैं”
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा, ”हमें विरासत में जो भी सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक समस्याएं और चुनौतियां मिली हैं, उनके समाधान की हम निरन्तर कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”अनुच्छेद 370 कितनी पुरानी बीमारी थी। कितनी कठिन लगती थी, मगर हमारा दायित्व था कि हम ऐसी कठिन चुनौतियों से पार पायें और यह आराम से हुआ। सबकी धारणाएं चूर-चूर हो गयीं। राम जन्मभूमि के इतने पुराने मामले का शांतिपूर्ण समाधान हुआ।”


“हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं”
पीएम मोदी ने कहा कि विभाजन के बाद लाखों गरीब लोग अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत की तरफ आने को मजबूर हो गये। उन्हें नागरिकता देने का रास्ता साफ किया गया। ऐसी अनेक समस्याओं का हल देश के 130 करोड़ भारतीयों ने निकाला है। उन्होंने कहा कि अभी जो चुनौतियां बाकी हैं, उनके समाधान के लिये भी पूरे सामर्थ्य से साथ हर भारतवासी प्रयास कर रहा है। चाहे हर गरीब को घर देना हो या फिर हर घर जल पहुंचाना हो। कितनी भी बड़ी चुनौती हो, हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं।


सरकार के लिए सुशासन का अर्थ?
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ 'सुनवाई, सबकी हो। सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे। सुअवसर, हर भारतीय को मिले। सुरक्षा, हर देशवासी अनुभव करे और सुलभता, सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो' है।” पीएम ने कहा कि “आज सुशसन दिवस पर जब हम नए वर्ष और नए दशक में प्रवेश करने जा रहे हैं तब हमें अटल जी की एक और बात अवश्य याद रखनी चाहिए। अटल जी कहते थे कि हर पीढ़ी भारत की प्रगति में योगदान का मूल्यांकन दो बातों के आधार पर होगा। पहला- हमें जो विरासत में मिली कितनी समस्याओं को हमने सुलझाया है और दूसरा- राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने खुद के प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है।”


“अपने हक और दायित्व को हमेशा याद रखें”
उन्होंने कहा कि “आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को एक और आग्रह करने आया हूं। आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है।”  पीएम मोदी ने कहा कि “हक और दायित्व को हमें साथ-साथ और हमेशा याद रखना है। उत्तम शिक्षा, सुलभ शिक्षा हमारा हक है, लेकिन शिक्षा के संस्थानों की सुरक्षा, शिक्षकों का सम्मान, हमारा दायित्व है। हम अपना दायित्व निभाएं, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें, यही सुशासन दिवस पर हमारा संकल्प होना चाहिए, यही जनता की अपेक्षा है, यही अटल जी की भी भावना थी।”


दुनिया की सबसे लंबी, डरावनी गुफा

वियतनाम। दुनिया में कई तरह की गुफाएं मौजूद हैं और हर गुफाओं की अपनी खासियत भी है। आपने अपनी जिंदगी में कई गुफाएं देखी भी होंगी, लेकिन वियतनाम में जैसी गुफा है वैसी तो पक्का नहीं देखी होगी। यह दुनिया की सबसे बड़ी गुफा है, जिसके अंदर एक अलग ही दुनिया बसी हुई है। सबसे खास बात ये है कि इस गुफा के अंदर से ऐसी-ऐसी डरावनी आवाजें आती हैं जिसे सुनकर ही लोग कांप जाते हैं।


नौ किलोमीटर लंबी, 200 मीटर चौड़ी और 150 मीटर ऊंची इस गुफा का नाम है हैंग सोन डूंग। इस गुफा के अंदर पेड़-पौधों से लेकर जंगल, बादल और नदी तक सबकुछ हैं। लाखों साल पुरानी इस गुफा को साल 2013 में पहली बार पर्यटकों के लिए खोला गया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि हर साल सिर्फ 250-300 लोगों को ही यहां जाने की इजाजत मिलती है


इस गुफा की खोज साल 1991 में 'हो खानह' नाम के स्थानीय शख्स ने की थी, लेकिन उस वक्त पानी की भयंकर गर्जना और गुफा में घोर अंधेरा होने के कारण कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया था।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साल 2009 में इस गुफा को पहचान मिली, जब एक ब्रिटिश रिसर्च एसोसिएशन ने पहली बार दुनिया को इस गुफा की झलक दिखाई। बाद में साल 2010 में वैज्ञानिकों ने एक 200 मीटर ऊंची दीवार, जिसे 'वियतनाम की दीवार' भी कहते हैं, को पार कर गुफा के अंदर जाने के रास्ते का पता लगाया।


हर साल पर्यटक अगस्त महीने से पहले ही इस गुफा के अंदर जाकर फिर लौट आते हैं, क्योंकि इसके बाद गुफा के अंदर मौजूद नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। गुफा के अंदर जाने के लिए प्रति व्यक्ति टिकट लगभग दो लाख रुपये का आता है। गुफा के अंदर जाने वाले पर्यटकों को पहले छह महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें कम से कम 10 किलोमीटर पैदल चलने और छह बार रॉक क्लाइंबिंग यानी चट्टानों पर चढ़ना सिखाया जाता है। इसके बाद ही उन्हें गुफा में ले जाया जाता है।


जागा प्रशासन, हजारो अंडे-चूजे किए नष्ट

कोरिया। जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित शासकीय हेचरी की मुर्गियों में फैली बर्ड फ्लू जैसी गम्भीर का मामला सामने आते ही जागी जिला प्रशासन। इससे पहले भी मुर्गी दाना खराब आने एवं भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था। इसके बावजूद भी प्रशासन नहीं जागा था। जब संक्रामक बीमारी कारण मुर्गी और बटेर की मौत जारी हुई तब भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैचरी विभाग मुर्गी दाना वापस करने के लिए पत्र लिख रही है। अब ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है। इस गम्भीर बीमारी की रोकथाम के लिए कलेक्टर डोमन सिंह लगातार मानिटरिंग कर रहें हैं। इसके रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के द्वारा हर तरीके से इससे फैलने से रोकने प्रयास शुरू कर दिया है।


शासकीय हेचरी में उस समय खलबली मच गई थी जब एक साथ 32 सौ से 4000 हजार मुर्गियों और बटेर की मौत हो गई थी। जब इसकी पुष्टि भोपाल के विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा बर्ड फ्ल्यू की पुष्टि किया। इसके बाद पूरे वैज्ञानिक तरीके मुर्गियों अंडों और चूजों को नष्ट किया गया। इसी कड़ी में प्रशासन द्वारा हेचरी के समस्त 2700 मुर्गी, 13,000 चूजे, 30000 अंडे तथा दाना को जमीन में दबाकर नष्ट करने के बाद हेचरी के 1 किलोमीटर के दायरे में निजी व्यक्तियों के पास की 841 मुर्गियों को नष्ट करने के लिए मालिकों को लगभग 75000 राशि मुआवजा के तौर देने की बात कही गई। बैकुंठपुर एसडीएम पैकरा ने बैकुंठपुर के सभी दुकानों में मटन मार्केट में जाकर सभी अंडे मुर्गी कोठा कर नष्ट किया गया। उन्होंने सभी दुकान होटलों में में निर्देशित किया है कि 1 सप्ताह तक अंडे मुर्गी ना खाएं। हालांकि शासकीय हेचरी के बाहर संक्रमण की कोई सूचना प्राप्त नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर यह कार्यवाही की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कल रायपुर से राज्य स्तरीय टीम डॉ धर्मेंद्र गहवई और डॉ जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्वास्थ्य अमले को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।


आस पास के लोगो पर इसके प्रभाव की शंका को देखते हुए स्वास्थ विभाग द्वारा लगभग 500 व्यक्तियों का सर्वे कर चिकित्सकीय जानकारी दिया गया। उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए, लेकिन एहतियात के तौर पर आगामी 7 दिनों तक लगातार मेडिकल टीम को उपचार हेतु निर्देशित किया गया। कलेक्टर सिंह ने नगर पालिका बैकुंठपुर को शहर के बाजार में अंडा, मुर्गी, बत्तख बिक्री ना हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कहा है। आज भी कलेक्टर ने लोगों से अनुरोध किया है कि एहतियात के तौर पर अंडा, मुर्गी, बत्तख का उपयोग ना करें। इस व्यवसाय से जुड़े हुए सभी व्यापारियों से भी कलेक्टर ने सहयोग की अपील की है। मुख्य स्वास्थ्य एवम चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रामेश्वर शर्मा द्वारा पर्याप्त संख्या में शासकीय कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसे एहतियात के तौर पर मेडिकल टीम को डोर टू डोर सर्वे करने हेतु निर्देशित किया गया है। उनके द्वारा लोगों को कहा गया है कि सर्दी खांसी तेज बुखार आदि की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने कहा गया है।


पीएम 'भारत माता' से झूठ बोलते है

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी का नागरिकता संशोधन एक्ट के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करना लगातार जारी है। गुरुवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी को झूठा करार दिया। असम में डिटेंशन सेंटर से जुड़े एक वीडियो को ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, 'RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है।'


राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ "झूठझूठझूठ" हैशटैग का भी इस्तेमाल किया। इसी के साथ उन्होंने जो वीडियो साझा है वो असम में तैयार किए जा रहे डिटेंशन सेंटर का है। साथ ही उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वो भाषण भी ट्वीट किया, जिसमें पीएण मोदी बोले थे कि देश में एक भी डिटेंशन सेंटर नहीं है।बता दें कि राजधानी नई दिल्ली में हुई धन्यवाद रैली में पीएम मोदी ने नागरिकता संशोधन एक्ट, नेशनल रजिस्टर ऑफ रजिस्टर पर सफाई दी थी।


इसी दौरान सभा में पीएम ने कहा था, 'अब भी जो भ्रम में हैं मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई। डिटेंशन सेंटर की अफवाहें सरासर झूठ हैं, बदइरादे वाली हैं, देश को तबाह करने के नापाक इरादे से भरी पड़ी हैं. ये झूठ हैं, झूठ हैं और झूठ हैं'।


गौरतलब है कि एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि देश में एक भी डिटेंशन सेंटर नहीं है, वहीं दूसरी ओर असम में देश के पहले और सबसे बड़े डिटेंशन सेंटर का काम जोरों पर जारी है। राहुल गांधी के इस ट्वीट पर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया। नकवी बोले कि इनको भारत माता का याद आई, ये आश्चर्य की बात है क्योंकि इनके लिए एक ही माता है। जो सांप-सीढ़ी का ये खेल खेल रहे हैं, उसमें औंधे मुंह गिरेंगे। इन्होंने पहले CAA, फिर NRC, फिर NPR पर सवाल खड़ा किया। ये भय और भ्रम का भूत खड़ा करने की कोशिश है।


केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि ये तीनों प्रक्रिया भारत के नागरिकों पर सवाल खड़े ही नहीं करती है। ये गुमराही गैंग और गाली गैंग है, जो सुपारी लेकर गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी By Accident कांग्रेस नेता हैं। ये बंद दिमाग की खिड़की खोलें, इन्होंने गुमराह किया कि पूरे देश में डिटेंशन सेंटर है, कोई बचेगा नहीं। असम के बारे में तो सबको पता है कि डिटेंशन सेंटर है, जो कांग्रेस कह रही है कि खुद उन्होंने बनाया।


फिर दिल्ली में आग, 40 की जान बचाई

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में एक बार फिर आग ने भगदड़ मचाया है। बुधवार देर रात करीब दो बजे कृष्णा नगर की एक बिल्डिंग में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया। बताया गया कि जिस इमारत में आग लगी वह कबाड़ का गोदाम है। तीन मंजिला गोदाम में देर रात आग लगने से भगदड़ मच गई, जिसकी सूचना मिलते ही दमकल कर्मियों ने सूझबूझ और तत्परता दिखाते हुए 40 लोगों को सकुशल रेस्क्यू कराया। गोदाम में प्लास्टिक के समान ज्यादा होने के कारण आग फैल गई। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि घटना में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ और एक बड़ा हादसा होते होते टल गया।


आग के छल्ले के जैसे दिखा 'सूर्य ग्रहण'

आग के छल्ले की तरह दिखा सूरज


नई दिल्ली। सिंगापुर की साइंस सेंटर ऑब्जरवेटरी से यूं दिखाया गया सूर्य ग्रहण का नजारा।भारत समेत दुनिया के कई देशों में दिखा सूर्य ग्रहण। गुजरात के अहमदाबाद में इस तरह दिखा सूर्यग्रहण। भारत के कई शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, आसमान में ऐसा रहा 'रिंग ऑफ फायर' का नजारा।
ओडिशा के भुवनेश्नर में कुछ ऐसा रहा सूर्यग्रहण का नजारा। भारत के कई शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, आसमान में ऐसा रहा 'रिंग ऑफ फायर' का नजारा
केरल के कोच्चि में भी सुबह-सुबह सूर्यग्रहण का असर दिखा। भारत के कई शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण। आसमान में ऐसा रहा 'रिंग ऑफ फायर' का नजारा।
तमिलनाडु के चेन्नई में ऐसा रहा सूर्यग्रहण का नज़ारा। भारत के कई शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, आसमान में ऐसा रहा 'रिंग ऑफ फायर' का नजारा।
भारत के अलावा दुबई में भी कुछ इस तरह दिखा सूर्य ग्रहण।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...