सोमवार, 23 दिसंबर 2019

कई 'केंद्रीय मंत्रियों' को मिलेगा अवकाश

राणा ओबराय

मोदी मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की हो सकती है छुटी! कई केंद्रीय मंत्रियों के बदले जा सकते है विभाग?


नई दिल्ली! मोदी सरकार ने अपने सभी 56 केंद्रीय मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिया है। शनिवार 10 घंटे चली मैराथन बैठक में सभी 27 कैबिनेट मंत्री समेत 56 मंत्रियों के कामकाज को कसौटी पर कसा गया। मंत्रियों के कामकाज का मूल्यांकन के उद्देश्य से विभागों को 8 क्लस्टर में विभाजित किया गया था। कुछ एक मंत्रियों को छोड़कर लगभग सभी विभागों के सेक्रेटरी ने अपने अपने विभागों की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्री, परिवहन मंत्री और रेल मंत्री को छोड़कर लगभग सभी विभागों की तरफ से अधिकारियों ने इस विवेचना में भाग लिया।बैठक में शामिल एक मंत्री ने कहा कि पीएम ने सभी क्लस्टर की मीटिंग में हस्तक्षेप किया। जिन लोगों के विभाग से पीएम मोदी खुश नहीं दिखे, उनमे से कई वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सबसे ज्यादा जवाब तलब किया गया। जाहिर है वित्त मंत्री फिलहाल अभी सबसे ज्यादा निशाने पर हैं। वित्तिय हालात, मंदी, कॉपोर्रेट जगत की सरकार की नीतियों के प्रति उदासीनता की वजह से वित्त मंत्री पहले से सबके निशाने पर हैं। कृषि, उपभोक्ता मामले, शहरी, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पशुपालन और मत्स्य मंत्रालय को एक ही क्लस्टर में रखा गया था। पीएम मोदी ने उपभोक्ता मंत्रालय के कामकाज पर नाखुशी जाहिर की है। गौरलतब है कि हाल ही के दिनों में प्याज की बढ़ी कीमतों की वजह से सरकार की जबरदस्त किरकिरी हुई है। जाहिर है कि पासवान अगले विस्तार में मंत्रिमंडल से हट जाएंगे। अगले मंत्रिमंडल विस्तार में रामविलास पासवान की जगह लोजपा से चिराग पासवान जगह लेंगे। गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद ही रामविलास पासवान ने पीएम और अमित शाह से मिलकर अपनी बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देकर अपने पुत्र चिराग को मंत्रिमंडल में लेने की गुजारिश की थी।उसी तरह कौशल विकास मंत्री महेंद्र पांडेय के कामकाज से पीएम खुश नहीं हैं। बैठक में इस बात पर नाराजगी जताई गई कि स्किल इंडिया का अभियान सुस्त हो गया है। वित्त मंत्रालय के बाद सबसे अधिक मानव ससाधन मंत्रालय से सवाल जवाब पूछे गए। माना जा रहा है कि अगले मंत्रिमंडल विस्तार में रमेश पोखरियाल निशंक को कोई दूसरा मंत्रालय दिया जा सकता है। शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी की भी मंत्रिमंडल से छुट्टी हो सकती है।मंत्रिपरिषद के कामकाज की समीक्षा ऐसे तो छह महीने के बाद हो रही थी। लेकिन पीएम मोदी चाहते थे कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले सभी विभागों के मंत्री को अपनी बात रखने का मौका मिले, ताकि सभी जान पाए कि किसको क्यों मंत्रिमंडल से ड्राप किया गया। एक पारदर्शी प्रकिया के तहत मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की गई। गौरतलब है कि 14 जनवरी के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। उसमें जेडीयू के कोटे से दो कैबिनेट मंत्री, एडीएमके से एक, मंत्री शामिल हो सकते हैं। टीआरएस और अन्य छोटी पार्टियों से बीजेपी आलाकमान बात कर रही है। अकाली दल के कोटे से केंद्र में मंत्री बनी हरसिमरत कौर की जगह सुखबीर सिंह बादल को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल सकती है।बता दें कि इस समय मोदी सरकार में कुल 57 मंत्री हैं। नियम के मुताबिक 81 मंत्री तक हो सकते हैं। मोदी सरकार 'मिनिमम गवर्मेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' की नीति पर काम करती है। लेकिन पिछली सरकार में 70 मंत्री थे। ऐसी सभांवना है कि कम से कम एक दर्जन मंत्री और बनाए जा सकते हैं। साथ ही 5 से ज्यादा मंत्रियों के पास तीन से ज्यादा मंत्रालय हैं। उनका भी भार कम किया जा सकता है!


 


छात्र-छात्राओं ने वृक्षारोपण कर दिया संदेश

छात्र-छात्राओं ने वृक्षारोपण कर लोगों को दिया संदेश


वाराणसी/रोहनिया। जगतपुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवायोजना कार्यक्रम का आयोजन अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ प्रमोद कुमार श्रीवास्तव व डॉक्टर कृपा शंकर श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ। भास्करा तालाब पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के लगभग(१००)सौ की संख्या में छात्र छात्राओं ने तालाब के गार्डन में वृक्षारोपण कर लोगों को वृक्षारोपण करने का संदेश दिया। वही कार्यक्रम का उद्घाटन जगतपुर महाविद्यालय के प्रबंधक राम सागर सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सम्मिलित आदर्श युवा मंच के सचिव धनराज गुप्ता,स्मृति गुप्ता,शिवानी सिंह,शिवांगी,ममता,मनीषा,निलेश पांडे,तुहीना सिंह,श्वेता पांडे,शिवांगी पांडे,अमन पांडे,अजय,देवेश,चतुर्वेदी,देवपूजा,भास्कर मिश्रा,मनीषा,लक्ष्मी मौर्या आदि छात्र-छात्रा मौजूद रहे।


पुलिस की सांठगाठ से अवैध खनन जारी

मुकेश यादव तलेन

पुलिस की सांठगांठ से निकल रहे ओवरलोड बालू रेत के डंपर 
नगर व क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी


तलेन। प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी नगर से प्रतिदिन दर्जनों बालू रेत के ओवरलोड भरे हुए डंपर किस प्रकार निकल रहे। यहा आप इस फोटो में देखकर अंदाजा लगा सकते हैं,कि तलेन पुलिस किस प्रकार ओवरलोड डंपर के मालिकों पर मेहरबान है।सोमवार को भी नगर के थाने के सामने से होते हुए सारंगपुर रोड पर दर्जनों ओवरलोड बालू रेत के डंपर निकले ऐसा नहीं है। उनको किसी ने नहीं रोका तलेन थाना के पुलिस जवानों ने उनको रोका बात की और फिर निकल गए ऐसा पहली बार नहीं हुआ लंबे समय से यहा चल रहा है। जिससे पुलिस की छवि तो धुंदली हो ही रही इन के इस प्रकार की कार्यशैली से खनिज माफिया का हौसला बुलंद हो रहा है।आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास कम होता जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नगर व आसपास के क्षेत्र ग्राम पंचायत इकलेरा की बड़ली पर अवैध खनन माफियाओं ने बड़ी-बड़ी मौत की खाई बना दी प्रतिदिन माली छपरा में जेसीबी चलाकर अवैध खनन किया जा रहा है। बताया जाता है कि रात्रि में दर्जनों ट्रैक्टर तीन जेसीबी चलाकर अवैध खनन किया जा रहा है।आखिर लंबे समय से नगर व क्षेत्र में चल रहे इस अवैध खनन को रोकने में प्रशासन क्यों चुप्पी साधे हुए हैं जो कई प्रश्नों को जन्म दे रहे हैं।


सेवा समिति का निशुल्क परिक्षण शिविर

साहिबाबाद। दुलारी सामाजिक सेवा समिति के तीन दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का समापन डॉक्टर सरिता ने किया । डॉक्टर सरिता गायनोलॉजिस्ट ने महिला के साथ पर्सनल केयर पर परिचर्चा की तथा उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया ।दुलारी समिति की तरफ से महिलाओं व लड़कियों को सेनेटरी पैड निशुल्क वितरित किए गए। डॉक्टर राजन कुमार द्वारा फिजियोथेरिपी चिकत्सा की गई । कार्यक्रम में लगभग 70 लोगों ने लाभ प्राप्त किया। दुलारी समाजिक सेवा समिति की सचिव मीनाक्षी शर्मा ने बताया अगले रविवार 29 दिसंबर को दुलारी सामाजिक सेवा समिति जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े वितरित करेगी ।जो भी आपके घरों में इस्तेमाल नहीं हो रहे हैं लेकिन उपयोग लायक हैं आप उन्हें हमें भेज दें या हम स्वयं आपके घर से एकत्रित करेंगे। उन सभी गर्म कपड़ों को रविवार को गरीब व जरूरतमंद लोगों को प्रदान किया जाएगा। दुलारी समिति की अध्यक्ष राधिका शर्मा ने सीनियर डॉक्टर सरिता गुप्ता गायनोलॉजिस्ट का पटका पहनाकर आभार व्यक्त किया तथा महिला सशक्तिकरण पर लिखित पुस्तक “मैं कुछ कहूं” भेंट की । कार्यक्रम में आए गणमान्य सीनियर नागरिकों को पुस्तक “मैं कुछ कहूं” भेंट करके सम्मान किया गया। राहुल शर्मा, पविंदर सिंह, राधा शर्मा, सुधा श्रीवास्तव मौजूद रहे।


कानून के नाम पर प्रताड़ित ना करें

दुर्ग। देश भर में एनआरसी और सीएए को लेकर छिड़े आम नागरिकों के प्रखर विरोध का रूप सोमवार को भिलाई में भी संविधान बचाओ समिति के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में जुटे नागरिकों की उपस्थिति में दिखा। सबके हाथ में तिरंगा झंडा था और मासूम सी पंक्तियां लिखे पोस्टर हाथ में थे, मैं भारत का नागरिक हूँ, मैं अपनी पहचान क्यों साबित करूँ। रैली में आम नागरिकों के साथ, सामाजिक संगठन से जुड़े सदस्य, कलाकार, छात्र-छात्रा तथा सभी वर्गों के लोग उपस्थित थे। जिन्होंने सामूहिक रूप से देश के वर्तमान हालात पर चिंता जताई।


समिति की रैली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वामी विवेकानंद और गांधी के उदाहरणों द्वारा एनआरसी को लेकर अपनी राय आम जनता के समक्ष व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 183 में शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन के कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद ने अपने संबोधन में भारत भूमि के बारे में कहा था कि मैं ऐसे देश से आता हूं जो दुनिया भर से सताए लोगों को स्थान देता है।


इसी प्रकार 106 में दक्षिण अफ्रीका में एशियन रजिस्ट्रेशन सिटीजन बिल में एशियाई मूल के लोगों को अपने फिंगर प्रिंट देने होते थे और गांधी ने इससे इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि मैं रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं करूंगा। एनआरसी में आपको अपनी भारतीयता प्रमाणित करनी होगी। आपमें से यहां भिलाई में अधिकांश लोग देश के कोने कोने से आये हैं। आपको अपने माता पिता से संबंधित दस्तावेज लाने उन इलाकों में जाना होगा।


यह मशक्कत का काम होगा और सोचिए कि कहीं आपके पहचान संबंधित दस्तावेजों में लिपिकीय त्रुटि रह गई, फिर अपनी नागरिकता साबित करने कोर्ट के चक्कर लगाते रहिए। असम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां तो एनआरसी की प्रक्रिया में पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के वंशज भी बाहर हो गए। यहां तक की भाजपा के एक विधायक का परिवार भी बाहर हो गया। वहां के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल स्वयं कह रहे हैं कि एनआरसी के दौरान त्रुटियां रह गई हैं। असम में आग लगी है और केंद्र सरकार यह आग पूरे देश में फैलाना चाहती है। गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के कथन में विरोधाभास दिखता है। इस संबंध में कोई स्पष्टता नहीं दिखती। एनआरसी लागू हुआ तो कितने लोगों को अपनी पहचान साबित करने सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार घुसपैठियों को देश से बाहर निकाले, इसके लिए एजेंसियों को लगाए, हम मदद करेंगे लेकिन देश की सारी जनता को इस तरह से परेशान करना और धन तथा संसाधन और समय की बर्बादी सही नहीं है।


असम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 10 साल यह प्रक्रिया चली, 1600 करोड़ रुपये खर्च हुए, फिर भी इतनी सारी त्रुटियां रह गई हैं। देश भर में ऐसा हो तो सोचिए क्या स्थिति पैदा होगी। केंद्र की सरकार असम की आग पूरे देश मे फैलाना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी की भयावह समस्या है। अर्थव्यवस्था तबाह है। इन मुद्दों से परे देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं। इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।



माया ने भीम सेना पर लगाया आरोप

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पुरानी दिल्ली के दरियागंज में हुई हिंसा के सिलसिले में शनिवार (22 दिसंबर) को भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद को गिरफ्तार किया गया था।


पुलिस ने उन्हें तीस हजारी कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। वहीं, चंद्रशेखर के दिल्ली आने पर बसपा सुप्रीमो मायावती बिफर गई हैं। उन्होंने भीम आर्मी चीफ पर बसपा के वोटरों को लुभाने का इल्जाम लगाया है। मायावती ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, ”दलितों का आम मानना है कि भीम आर्मी का चन्द्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर विशेषकर बीएसपी के मज़बूत राज्यों में षड्यंत्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है।” एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा है कि ”जैसे यह यूपी का रहने वाला है, लेकिन CAA/NRC पर यह यूपी की बजाए दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाता है क्योंकि यहाँ जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है।”


मायावती ने लोगों से अपील करते हुए भी एक ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है कि ”अतः पार्टी के लोगों से अपील है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों से हमेशा सचेत रहें। वैसे ऐसे तत्वों को पार्टी कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना प्रयास क्यों ना कर ले?”


कपल ने पीडीए की सीमाएं लांंघी,बनाए संबंध

न्यूयॉर्क। कभी-कभी लोग इतने उतावले हो जाते हैं कि उन्हें यह ध्यान नहीं रहता कि सार्वजनिक स्थान पर आपसी गरिमा को न खोएं। ऐसे ही एक कपल ने हाल ही में रेलवे प्लेटफॉर्म पर आते-जाते लोगों को हैरानी में डाल दिया।


बताया जा रहा है कि यह कपल न्यूयॉर्क के मैनहटन के पास स्थित ग्रैंड सेंट्रल सबवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर संबंध बना रहा था। रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले लोग हैरान तो थे ही उन्हें इस बात की शर्म भी आ रही थी कि ये कपल पब्लिक डिस्प्ले ऑफ एफेक्शन (PDA) की सारी सीमाएं पार कर चुका है। जब ये कपल संबंध बना रहा था, तभी यहां आकर रुकी ट्रेन के विंडो से किसी ने इनका वीडियो बना दिया और उसे वायरल कर दिया।


रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में भी इस कपल का फुटेज कैद हो गई। अब पुलिस दोनों को खोज रही है। पुलिस का कहना है कि शायद इनमें से एक शरणार्थी है।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...