नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में भड़के उग्र प्रदर्शन के कारण रेलवे को भारी नुकसान हुआ है। रेलवे के अनुसार 88 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, इसमें पूर्वी रेलवे जोन में 72 करोड़, दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में 13 करोड़ और नॉर्थईस्ट फ्रंटियर जोन में 3 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। रेलवे सुरक्षा बल के डीजी अरुण कुमार ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में हालात सबसे बदतर है, यहां बड़े पैमाने पर पूर्वी रेलवे है और केवल यहां 72 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। शनिवार को रेलवे ने जोन वार अपने नुकसान का ब्यौरा दिया।
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बंगाल में सबसे ज्यादा हावड़ा, सीलदह और माल्दा प्रभावित हुआ। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नागरिकता कानून के खिलाफ रैली के बाद रेलवे की संपत्ति पर तेजी से हमला हुआ। हालांकि अब यहां हालात बेहतर हैं, रैली के बाद किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई। रेलवे ने हिंसक घटनाओं को लेकर 85 एफआईआर दर्ज की हैं,जिसमें रेलवे के 12 कर्मचारी घायल हुए थे। अरुण कुमार के अनुसार ऐसे लोग हैं जिनकी पहचान हिंसा के वीडियो के जरिए हुई है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्वोत्तर में 2200 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। बता दें कि नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारी कई स्थानों पर ट्रेनों को रोक रहे हैं, उनमें तोड़फोड़ कर रहे हैं।