रविवार, 15 दिसंबर 2019

14 जिले के अभियंता एकत्रित,रासुका की मांग

 अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद! क्षेत्र में आए दिन सरकारी अधिकारियों के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं घट रही है! एक तरफ  जनता आक्रोशित है, जिसके पीछे अधिकारियों की उदारता और भ्रष्टाचार भी है! वही जनता अधिकारियों के साथ  अभद्रता और मारपीट कर, घटिया मानसिकता को उजागर कर रही है! यदि अधिकारी कीसी मामले में दोषी है! उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए! अभद्रता और मारपीट क्षेत्र के वास्तविक चेहरे को सबके सामने प्रस्तुत कर रहा है! यह पूरी तरह गलत है! गत शनिवार ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र स्थित गांव अगरौला में हुए बिजली विभाग के अधिकारियों पर हमला प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपियों पर रासुका की मांग को लेकर 14 जिलो के अवर अभियंता एक जुट हुए और राजनगर स्थित बिजली विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे। वही दूसरी और पुलिस ने 3 आरोपियो विशंबर ,दीपक ,पंकज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


रेप पीड़ित के परिजनों से मिले अखिलेश

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। खीरो थाना क्षेत्र बिहार के गाँव भाटनखेडा की निवासिनी युवती के साथ दुष्कर्म होने के बाद सूबे के राजनैतिक गलियारे में सरगर्मी बढ़ गयी है! शनिवार लगभग डेढ़ बजे इसी सड़क मार्ग से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सूबे के पूर्व मुख्यमन्त्री अखिलेश सिंह यादव ने भी दुष्कर्म पीडिता के पैत्रिक गाँव भाटनखेडा पहुंचकर परिवारजनों से मुलाक़ात की! अपनी इस यात्रा के दौरान खीरों चौराहे पर रुक कर लोगों मुलाक़ात की पीडिता के परिवारजनों से मुलाक़ात करने के बाद वह इसी मार्ग से खीरों होते हुए वापस लखनऊ चले गए! वापस लौटते समय रास्ते में सेमरी चौराहा,कस्बा खीरों सहित कई जगह पर सपा के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोककर स्वागत किया! इसी क्रम में शास्त्री नगर की एक चाय की दुकान पर रुक कर पूर्व कैबिनेट मन्त्री मनोज पाण्डेय,पूर्व राज्य मन्त्री सुनील सिंह साजन,जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव,उपाध्यक्ष बीरेन्द्र यादव आदि नेताओं के साथ रूककर चाय पिया! चाय पीने के बाद चाय की तारीफ़ करते हुए उन्होंने दुकानदार गोकरन प्रसाद को पांच सौ रुपये पुरस्कार भी दिए! इस दौरान लोगों ने उनसे छुट्टा पशुओं की समस्या उठायी! इस पर उन्होंने लोगों से वादा लिया कि इस बार के चुनाव में प्रदेश में सपा की सरकार बनने पर फिर से लैपटाप वितरण साथ ही छुट्टा पशुओं की समस्या से सभी को निजात मिल जाएगी! इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद थे!


ठिठुरते निराश्रित-गरीबों को कंबल बांटे

डीएम ने ठण्ड से ठिठुरते 120 से अधिक निराश्रित गरीबों को कंबल वितरित करके ठण्ड से राहत दी


डीएम ने नंगे पैर बच्चे को चप्पल व घाव वाले व्यक्ति को मलहम दवा दिलाकर मानवीय संवेदनाओं का दिया परिचय


सन्दीप मिश्रा


रायबरेली । जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने ठण्ड से ठिठुरते 120 से अधिक निराश्रित गरीबों को कम्बल वितरित करके ठण्ड से राहत देर शाम दिलाई । जिलाधिकारी ने महिला चिकित्सालय के सामने , बस स्टॉप व सुपर मार्केट में बने रैन बसेरे के निराश्रित लोगों को कंबल बांटे तथा रैन बसेरों का निरीक्षण भी किया । जिलाधिकारी ने सुपर मार्केट में घूमते हुए आवारा पशुओं को देखकर नगर पालिका इओं को निराश्रित गौवंश को तत्काल गौवंश आश्रम में पहुचाने के निर्देश दिये । सुपर मार्केट स्थित रैन बसेरा में एक बच्चे के पैरों में चप्पल न होने पर जिलाधिकारी ने निराश्रित बच्चे को चप्पल दिलवाकर व एक बीमार व्यक्ति के पैर के घाव देखकर चिकित्साधिकारी मलहम व दवा दिलवाकर मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया तथा 10 वर्षीय बच्चा चप्पल पाकर खुश हुआ । रैन बसेरा में लाईट न होने पर नगर पालिका कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जिन रैन बसेरों में विद्युत की व्यवस्था नही है उन सभी रैन बसरों में विद्युत की भी व्यवस्था दुरूस्त किया जाये । इसके अलावा वही जलते हुए कुड़े के ढेर देखने पर चौकी इंचार्ज को कड़ी फटाकर लगाते हुए कुड़ा जलाने वाले के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये । जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम , तहसीलदारों को निर्देश दिये कि अपने अपने क्षेत्रों में पात्र गरीबों को ठण्ड से बचने के लिए कंबल वितरित करने के साथ ही चिन्हित स्थानों जहां पर गरीब , बेसहारा लोगो बैठते है वहां अलाव की व्यवस्था करें साथ ही यह भी ध्यान दिया जाये कि कूड़े के ढेर को न जलाया जाये । उन्होंने रैन बसरों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिये है । यदि कोई बेसहारा दिखाई पड़े तो उसे रैन बसेरों में ठहराये । इसके अलावा गौशालाओं में भी भ्रमण करे तथा निराश्रित गोवंश को ठण्ड से राहत दिलाये ।



ममता की मोदी-शाह को खुली चेतावनी

ममता बनर्जी की मोदी और अमित शाह को खुली चेतावनी, कह दी ऐसी बड़ी बात


कोलकाता/गुवाहाटी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर 'विभाजनकारी' राजनीति करने का आरोप लगाते हुए करारा प्रहार किया कि राज्य में नागरिकता (संशोधन) कानून (कैब) एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) नहीं लागू होगा।
बनर्जी ने कहा, 'हम कैब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगे। हमने हमेशा दलितों एवं गरीबों की मदद की है।' बनर्जी ने कैब के विरोध में आयोजित कार्यक्रमों की भी घोषणा की। कैब के विरोध में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थल से 16 दिसंबर को एक रैली निकाली जाएगी।
यह रैली गांधी प्रतिमा वाले मायो रोड से होती हुई जोरसांको थुरबारी तक जाएगी।'
बनर्जी इस रैली का नेतृत्व करेंगी। रविवार को राज्य के सभी जिलों में तृणमूल कांग्रेस की समितियां विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करेंगी। इसके बाद 17 अगस्त को जादवपुर 8बी बस स्टैंड से मायो रोड स्थित गांधी प्रतिमा तक रैली का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून को लागू करने का काम राज्य सरकार का है। संसद से नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित कर और इसे कानून का जामा पहना कर केंद्र हम पर इसे मानने के लिए बाध्य नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, 'हम कैब या एनआरसी को देश को बांटने की इजाजत नहीं दे सकते। मैं कभी सांप्रदायिक रास्ता नहीं चुनूंगी। हमारे विरोध प्रदर्शनों में सभी लोगों का स्वागत है।' बनर्जी ने कहा,'तृणमूल हमेशा से कैब और एनआरसी के खिलाफ रहा है। हम कभी भी बंगाल में कैब और एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।'
उन्होंने कहा, 'भाजपा अपने प्रचंड बहुमत का गलत इस्तेमाल कर रही है जो सही नहीं है। हम पूर्वाेत्तर के भाई-बहनों का समर्थन करते हैं। हम उनके समर्थन में शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे।' उन्होंने कहा,'' राज्यों की भावना के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। असम जल रहा है। लोगों को विरोध करना चाहिए। हम जेल जाने से घबराने वाले नहीं हैं।'
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के गुवाहाटी दौरा टलने की चर्चा करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि यह देश के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा, 'हम शेख हसीना जी (बंगलादेश की प्रधानमंत्री) का सम्मान करते हैं। वह सांप्रदायिक नहीं हैं लेकिन फिर भी भारत आने से घबराती हैं।' उन्होंने भाजपा की तुलना वाङ्क्षशग मशीन से करते हुए कहा, 'यदि कोई व्यक्ति भाजपा में शामिल होता है तो उसके सारे अपराध धुल जाते हैं।'


देश में लागू हुआ फास्ट टैग सिस्टम

आज से पूरे देश में लागू हुआ फास्टैग सिस्टम, केंद्र सरकार ने किया अधिसूचित


अब 100 फीसदी टोल टैक्स वसूली इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होगी


नई दिल्ली। टोल प्लाजा पर यातायात को सुगम बनाने और टोल टैक्स की वसूली को आसान बनाने के लिए लागू किया जा रहा फास्टैग सिस्टम आज आधी रात से पूरे देश में लागू हो चुका है। यह अधिसूचना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी की गई है। सरकार ने राजमार्गों पर टोल पेमेंट के लिए अनिवार्य रूप से फास्टैग लागू करने की तारीख 15 दिसंबर तक बढ़ा दी थी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने पहले इसकी तारीख 1 दिसंबर तय की थी।


अब से राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (एनईटीसी) कार्यक्रम के तहत लागू हो रहे इस सिस्टम के तहत पर 100 फीसदी टोल टैक्स वसूली इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होगी। सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, नया सिस्टम लागू होने के बाद यदि कोई वाहन चालक बिना फास्टैग के फास्टैग वाली लेन में घुस जाता है तो उससे दोगुना टोल टैक्स वसूली जाएगा। हालांकि, अभी भी सभी वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है उनके लिए टोल प्लाजा पर हाइब्रिड लेन बनाई गई है। इस लेन में फास्टैग को छोड़कर अन्य सभी प्रकार से टोल टैक्स लिया जाएगा। बता दें कि बिना फास्टैग वाले वाहनों को हर टोल पर दोगुना टोल टैक्स लगेगा। इसलिए, अगर आपके वाहन के पास फास्टैग नहीं है तो जल्द ही इसे ले लें और परेशानियों से मुक्ति पाएं।


रेहान अंसारी की खास रिपोर्ट


आवास योजना के हिलते-ढुलते मकान

सुबीर चेोधुरी
मरवाही!आपने जहाज महल , हवा महल और झुकती मिनार का नाम सुना होगा और कई ने देखा भी होगा । लेकिन क्या आपने हिलते डुलते आवास का नाम सुना या देखा है । नहीं ना तो फिर हमारे मरवाही ब्यूरो के द्वारा भेजी गई ये खबर पढ़िए । ये खबर सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की हदें पार करनी वाली है । मरवाही विकासखंड के मगुरदा पंचायत में प्रधान मंत्री आवास में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है । यहां बने आवास की दिवाले फट रही है और हद तो ये कि यदि आप छत पर चढ़ जाएं तो छत हिलने लगती है ।


प्रधानमंत्री आवास योजना, सरकार की एक बहुउद्देशीय योजना,जिससे एक तय समय सीमा तक पूरे देश की काया कल्प बदल जाएगी।सभी के पास अपना खुद का पक्का मकान होगा। छतों से पानी नही टपकेंगे,मजबूत दीवारें होंगी,परिवार खुद को सुरक्षित महसूस कर पायेगा।थोड़ी धीमी गति से ही सहीं, पर धीरे धीरे कच्चे मकानों को पक्के में तब्दील किया जा रहा।लेकिन कहीं न कहीं ये आवास भी अब कुछ लोगों के पेट भरने का जरिया बनता जा रहा।अब अगर पूरी ईमानदारी से आवास निर्माण में स्तर का ध्यान न रखा जाये तो, यह उन कच्चे मकानों से भी ज्यादा असुरक्षित होगा।


मामला एक नजर में
मरवाही जनपद पंचायत के अंतर्गत मगुरदा पंचायत,व उस पंचायत के अंतर्गत एक आवास मोहल्ला है,जो मुख्य सड़क से काफी अंदर है,व जंगलों के रास्ते वहां तक पहुंचा जा सकता है।वहां के बुधसिंह अपने परिवार समेत अपने परिवार के अन्य सदस्य के कल्याणसिंह के नाम से बने आवास में रहते हैं,जिनकी मृत्यु हो चुकी है।अब बुधसिंह का कहना है,की इस आवास को बने अभी एक वर्ष भी नही हुआ है,और इसमें से पानी लीकेज होने लगा है,दीवारों से छतें अलग हो गयी है,दरारे आ गयी है,ऊपर छत में जाने पर यह अहसास होता है,जैसे वो हिल रही हो।अब ऐसे असुरक्षा के बीच बुधसिंह अपने बच्चों सहित पूरा परिवार लेकर कैसे रहतें हैं,ये तो उन्हीं को पता है।
आखिर कौन जिम्मेदार
सरकार की ये बहुआयामी व अच्छे भविष्य की दूरवर्ती सोच वाली योजना का जमीनी स्तर पर क्या हाल है,ये तो उनके घरों का हाल व परिवार वालों की असुरक्षित व कंपकपाती बातों से बयान होता है।अब बड़ा प्रश्न यह है की आखिर ऐसी बड़ी योजना को कागजों में भरा पूरा करते व पीछे लोगों के सपनों को तोड़ते इन निर्माणों का असल जिम्मेदार कौन है।चूंकि गरीबी रेखा से नीचे के ये छोटे कृषक स्वयं इन आवास को बनाने में सक्षम नही हैं,तो पंचायतों पर इन निर्माण कराने की जिम्मेदारी आती है,अब पंचायत कर्मचारी निर्माण किनसे व कैसे कराते हैं व किस स्तर का निर्माण होता है,यह भी उनके जांच का विषय है।आखिर ऐसे गैरजिम्मेदाराना व स्तरहीन आवास निर्माण की जिम्मेदारी कौन लेगा।
ब्लॉक में ऐसे सैकड़ों मामले
यह केवल अकेला एक मामला नहीं है, ऐसे अनेकों मामले हैं,जो प्रधानमंत्री आवास योजना को फैल करते दिखते हैं। मामलों में कुछ ऐसे भी हैं जिनका आवास 4 सालों से आज तक अधूरा पड़ा है, स्तर हीन आवास की जांच आवश्यक रूप से होनी चाहिए।ताकि लोगों को एक सुरक्षित घर व उनका अधिकार मिल सके।


पहली मंजिल पर आग, चौथी मंजिल पर ली जान

नई दिल्ली! शालीमार बाग में चार मंजिला एक रिहायशी इमारत में शनिवार आग लग गई। इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई। मरने वालों में दो बुजुर्ग महिलाएं हैं। तीसरी महिला की उम्र भी 42 साल थी। चार-पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें दो बच्चे शामिल हैं। घायलों में एक 68 साल की महिला भी है। सभी घायलों को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सब आईसीयू में हैं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।


पुलिस ने मृतकों में 75 साल की कांता, 65 साल की किरण शर्मा और 42 साल की मेड सोमवती के नाम बताए हैं। दिल्ली फायर विभाग के चीफ अतुल गर्ग ने बताया कि आग शालीमार बाग की बिल्डिंग नंबर-बीक्यू-140 में शनिवार शाम को लगी। फायर विभाग के पास शाम 6:05 बजे कॉल आई थी। मौके पर तुरंत फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियों को भेजा गया। मौके से तीन महिलाओं और तीन बच्चों को बचा लिया गया। कुछ बेहोश हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पता चला कि तीन महिलाओं की मौत हो चुकी है। रात 8:13 बजे आग बुझा दी गई। जिस बिल्डिंग में आग लगी थी उस बिल्डिंग में स्टिल्ट पार्किंग के बाद चार मंजिलें बनी थीं।


पहली मंजिल से आग, चौथी मंजिल पर फंसे लोग
पुलिस ने बताया कि बिल्डिंग की पहली मंजिल का फ्लैट बंद था। बाकी तीन मंजिलों पर लोग थे। दूसरी मंजिल पर 75 साल की कांता थीं, जिनकी मौत हो गई। तीसरी मंजिल से चार-पांच लोगों को बचा लिया गया, जबकि चौथी मंजिल पर दो महिलाएं फंस गईं। इस मंजिल पर 65 साल की किरण शर्मा और 42 साल की उनकी मेड सोमवती की मौत हो गई। घायलों में 68 साल की लाजवंती, 28 साल की इना, 16 साल के अक्षित और 14 साल की वंशिका शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि तमाम ऐंगल से जांच की जा रही है। आग बुझने के बाद भी मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को रोक लिया गया कि कहीं आग न भड़क जाए। आग लगनेसे बिल्डिंग की पहली मंजिल पूरी तरह से राख हो गई।


रसोई से लगी थी आग?
बिल्डिंग में आग लगने की वजह स्टिल्ट पार्किंग के बाद पहली मंजिल की रसोई को माना जा रहा है। फायर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक की जांच में लग रहा है कि आग पहली मंजिल की रसोई से शुरू हुई। कोई गैस खुली छोड़ गया या फिर शॉर्ट सर्किट से आग लगी। तीनों मौतें जलने से नहीं, दम घुटने से हुई है। ठंड होने की वजह से सभी फ्लैटों के गेट और खिड़की बंद थे। नॉर्थ-वेस्ट जिले की डीसीपी विजयंता आर्य के छुट्टी पर होने से उनके जिले की भी कमान संभाल रहे आउटर-नॉर्थ जिले के डीसीपी गौरव ने बताया कि पुलिस को कॉल मिलने के बाद 10 मिनट में पुलिसकर्मी पहुंच गए थे।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...