लंदन। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को टी20 स्पॉट फिक्सिंग मामले में साथी क्रिकेटरों को रिश्वत देने की साजिश में शामिल होने का दोषी पाया गया। दो अन्य व्यक्तियों युसूफ अनवर और मोहम्मद एजाज ने पीएसएल खिलाडिय़ों को रिश्वत की पेशकश की बात कबूल की है। तीनों की सजा फरवरी में तय की जाएगी।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी फिक्सिंग का प्रयास किया गया था जबकि पीएसएल 2017 में मैच फिक्स किए गए। दोनों मामलों में इस सलामी बल्लेबाज ने एक ओवर की पहली दो गेंदों पर रन नहीं बनाए, जिसके बदले में उसे पैसे दिये गए।
जमशेद ने पीएसएल में नौ फरवरी को इस्लामाबाद युनाइटेड और पेशावर जल्मी के बीच दुबई में खेले गए मैच में खिलाडिय़ों को फिक्सिंग के लिए उकसाया था। जमशेद ने पाकिस्तान के लिए टेस्ट, वनडे और टी20 मैच खेले हैं।
मंगलवार, 10 दिसंबर 2019
पाक बल्लेबाज स्पॉट फिक्सिंग का दोषी
परिवेश के साथ पत्रकारिता में परिवर्तन
नई दिल्ली! सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने इसके लिए ब्रिटिश कालीन कानून को बदलकर एक नया कानून लागू करने की तैयारी कर ली है। इसके बाद न्यूज वेबसाइटों के लिए भी रजिस्ट्रार (न्यूजपेपर ऑफ इंडिया) के पास अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य हो जाएगा।
पुराने प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक्स (पीआरबी) एक्ट, 1867 की जगह लेने के लिए रजिस्ट्रेशन ऑफ प्रेस एंड पीरियॉडिकल्स (आरपीपी) बिल, 2019 के मसौदे में प्रकाशकों के अभियोजन से जुड़े पुराने प्रावधानों को भी हटाने का प्रस्ताव रखा गया है।
इसके अलावा नए बिल में पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रेस रजिस्ट्रार जनरल के एक नए पद के सृजन का भी प्रावधान रखा गया है।
नए बिल में डिजिटल प्लेटफार्म पर दिए जाने वाले समाचार के दायरे में इंटरनेट, मोबाइल या कंप्यूटर पर डिजिटाइज्ड फार्मेट में ट्रांसमीट होने में सक्षम हर समाचार को रखा गया है। इसमें लिखित, ऑडियो, वीडियो और ग्राफिक्स, सभी तरह के समाचार को शामिल माना गया है।
मंत्रालय ने इस बिल का मसौदा सोमवार को अपनी वेबसाइट पर जारी किया है और सभी हितधारकों को अगले 30 दिन में इस पर सुझाव देने के लिए कहा गया है।
मेघा गुलजार की 'छपाक' का पहला टेलर
मुंबई! यह फिल्म डायरेक्टर मेघा गुलजार के निर्देशन में बनाई जा रही है और इसको लेकर वे काफी सुर्खियों में हैं! दीपिका फिल्म में एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल का रोल प्ले कर रही हैं, इस फिल्म के लुक को देखकर दीपिका का चेहरा वाकई में जला हुआ लग रहा है! दीपिका और लक्ष्मी को देख पहचानना मुश्किल है कि असली कौन है! 'छपाक' को लेकर लक्ष्मी अग्रवाल का भी बयान पिछले दिनों आ चुका है! उन्होंने कहा था कि, 'मैं खुश हूं कि पर्दे पर मेरा किरदार दीपिका पादुकोण निभा रही हैं! मुझे उन्हें जज करने का कोई हक नहीं है, मुझे विश्वास है वो बहुत अच्छा करेंगी!
बता दे कि लक्ष्मी एक एसिड अटैक पीड़िता हैं! लक्ष्मी का जन्म दिल्ली के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था! 15 साल की उम्र में लक्ष्मी ने गायक बनने का ख्वाब देखा था! और 32 साल का नदीम खान नाम का एक लड़का उनसे शादी करना चाहता था! लेकिन लक्ष्मी को ये रिश्ता बिल्कुल मंजूर नहीं था! नईम अक्सर लक्ष्मी का पीछा करता था! लक्ष्मी ने कई बार उसे मना किया लेकिन वो नहीं माना! साल 2005 में लक्ष्मी, खान मार्केट में एक किताब की दुकान की ओर जा रही थीं! यहीं पर नईम ने लक्ष्मी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया! लक्ष्मी सड़क पर ही गिर गईं! वो दर्द से तड़प रही थीं!तब एक टैक्सी ड्राइवर वहां आया और लक्ष्मी को पास में स्थित सफदरजंग अस्पताल में ले गया! लक्ष्मी ने एक इंटरव्यू में अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई थी! उन्होंने बताया था, 'उस वक्त ऐसा लगा जैसे मेरे पूरे शरीर पर किसी ने आग लगा दी हो! मेरी सारी खाल निकलकर बाहर आ गई थी! मेरे हाथ और चेहरे से खाल अलग होकर चूने लगी थी! इस अटैक के बाद लक्ष्मी को कई सर्जरी करवानी पड़ी, वो तीन महीने तक अस्पताल में भर्ती रही थीं!
नागरिकता विधायक के बाद, बड़ा विरोध
असम! लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद इस पर विरोध प्रदर्शन भी होने लगे हैं। असम में कुछ संगठनों ने 12 घंटे का बंद का आह्वान किया है। इनमें कुछ छात्र संगठन भी शामिल हैं। बंद को देखते हुए जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है। गुवाहाटी में सुबह के समय ज्यादातर दुकाने बंद है। डिब्रूगढ़ में छात्र संगठनों ने सड़क पर टायर जलाकर अपना रोष दिखाया। बता दें कि नॉर्थ-ईस्ट स्टूडेंट यूनियन और ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन ने आज 12 घंटों का असम बंद बुलाया है।
पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को इस बात का डर है कि नागरिकता बिल के पारित हो जाने से जिन शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी उनसे उनकी पहचान, भाषा और संस्कृति ख़तरे में पड़ जाएगी। सबसे ज्यादा विरोध असम में हो रहा है। असम के डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, धेमाजी, शिवसागर और जोरहाट ज़िले में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रोड जाम कर दी, रेल यातायात भी ठप कर दिया गया।
पूर्वोत्तर के लोगों की चिंता ये है कि नागरिकता संसोधन बिल की वजह से असम समझौता 1985 के प्रावधान निरस्त हो जाएंगे। इसमें बिना धार्मिक भेदभाव के अवैध शरणार्थियों को वापस भेजे जाने की अंतिम तिथि 24 मार्च 1971 तय है जबकि मौजूदा बिल के तहत उन शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल जाएगी, जो 2014 से पहले तक भारत में रह रहे हैं।
'रेप इन इंडिया' बन रहा है 'देश'
नई दिल्ली। लोकसभा में शीतकालीन सत्र के 17वें दिन प्रश्नकाल के दौरान हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सदन में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा- 'पीएम नरेंद्र मोदी हर मुद्दे पर बोलते हैं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध पर वह शांत हैं। उन्होंने कहा- भारत मेक इन इंडिया से रेप इन इंडिया बनता जा रहा है।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन एक बयान के जवाब में अमित शाह ने कहा- 'कश्मीर में हालात सामान्य हैं। हमें बताया गया था कि स्थिति खराब हो सकती है। वहां खून की नदियां बहेंगी। हिंसा होगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। एक भी गोली नहीं चली। गृह मंत्री ने कहा कि 99.5 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। 7 लाख मरीजों का इलाज किया गया। सभी थाने सही से काम कर रहे हैं। धारा 144 हटा ली गई है। उन्होंने कहा कि हम नेताओं को ज्यादा दिन जेल में नहीं रखना चाहते हैं। प्रशासन को जब उचित लगेगा उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।'
पहली बार देखा महंगाई का रौद्र रूप
शिमला। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवनकाल में महंगाई का ऐसा रौद्र रूप पहले कभी नहीं देखा है। देश की आर्थिक परिस्थितियों को सुधारने की बजाए बदतर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में निराशाजनक माहौल बना हुआ है। घर-घर के अजीज रहे प्याज की कीमतें ही दोहरा शतक पार करने जा रही है। ऐसी परिस्थितियों से देश की बीजेपी बीजेपी सरकार ने भी प्रदेश की जनता को निराश ही किया है जबकि धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है। हिमाचल में भी स्कूल वर्दी खरीद में बड़े स्तर पर गोलमाल की आशंका जताई जा रही है जिस पर कांग्रेस पार्टी द्वारा मामला उठाने के बाद जांच बिठाई जा रही है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि जनता के पैसे से इन्वेस्टर्स मीट जैसा मैगा इवेन्ट करवाने के बावजूद प्रदेश सरकार के हाथ खाली रह गए हैं, जबकि इस पर सरकार ने खूब शोर-शराबा किया।
उन्होंने कहा कि सरकार को अब इन्वेस्टर्स मीट पर कितना निवेश हुआ, विधानसभा सत्र में इसका जवाब देना ही होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियां उजागर हो रही हैं तथा अब ऐसा भी नहीं कह सकते हैं कि कोई नई-नवेली सरकार बनी हुई है जिसे संभलने का और ज्यादा अवसर दिया जाए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी का आधे से ज्यादा सफर राजनीति में ही बिताया है लेकिन ऐसी परिस्थितियां पहले कभी नहीं देखी, जब जनता के मन में ही सरकार के खिलाफ इस तरह का आक्रोश हो। पूरा देश सरकार की चालाकियां व नामाकियों से अवगत हो चुका है। ना तो किसी विजन से काम किया जा रहा है और ना ही नीयत सही है। अन्य राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकार द्वेष की भावना से मामले दर्ज करवाने में लगी हुई है।
तिहाड़ जेल में फांसी का ट्रायल शुरू
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि 16 दिसंबर को चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया जाएगा इसलिए जिस जगह पर फांसी देनी है, वहां साफ-सफाई का काम भी शुरू हो गया है। इसी बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने तख्त तैयार करके एक डमी का ट्रायल किया है। हालांकि अभी तक फांसी देने को लेकर जेल प्रशासन के पास कोई लेटर नहीं आया है। निर्भया से दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में मौत की सजा पाए तिहाड़ में बंद दोषियों की दया याचिका खारिज हो चुकी है।
बता दें कि तिहाड़ जेल नंबर दो में बंद निर्भया से सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों अक्षय, मुकेश और पवन पर नजर रखने के लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदकर लगाने का निर्णय लिया है ताकि, 24 घंटे दोषियों की गतिविधियों पर नजर बनी रहे। उधर, जेल नंबर चार में बंद विनय शर्मा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की मुठभेड़ में मारे जाने व इस घटना को लेकर देश में दुष्कर्म के दोषियों को तत्काल फांसी देेने की मांग किए जाने से निर्भया के दोषियों में भी डर का माहौल है।
ऐसे में कोई भी दोषी किसी तरह का गलत कदम न उठाए, इसके लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति के पास भेजी गई दोषी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज होने पर सभी दोषियों को फांसी देने का रास्ता साफ हो जाएगा।
ऐसे में माना जा रहा है कि निर्भया कांड के दोषियों को एक ही दिन फांसी दी जाएगी। इस मामले में दोषी पवन को तिहाड़ जेल लाया गया है। उसे जेल संख्या दो में रखा गया है।
माना जा रहा है कि एक ही दिन चारों दोषियों को फांसी देने के लिए जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि, जेल प्रशासन समय-समय पर दोषियों की काउंसिलिंग कर रही है ताकि वह कोई गलत कदम न उठा सके।
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