नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि 16 दिसंबर को चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया जाएगा इसलिए जिस जगह पर फांसी देनी है, वहां साफ-सफाई का काम भी शुरू हो गया है। इसी बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने तख्त तैयार करके एक डमी का ट्रायल किया है। हालांकि अभी तक फांसी देने को लेकर जेल प्रशासन के पास कोई लेटर नहीं आया है। निर्भया से दुष्कर्म और हत्या के जुर्म में मौत की सजा पाए तिहाड़ में बंद दोषियों की दया याचिका खारिज हो चुकी है।
बता दें कि तिहाड़ जेल नंबर दो में बंद निर्भया से सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों अक्षय, मुकेश और पवन पर नजर रखने के लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदकर लगाने का निर्णय लिया है ताकि, 24 घंटे दोषियों की गतिविधियों पर नजर बनी रहे। उधर, जेल नंबर चार में बंद विनय शर्मा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की मुठभेड़ में मारे जाने व इस घटना को लेकर देश में दुष्कर्म के दोषियों को तत्काल फांसी देेने की मांग किए जाने से निर्भया के दोषियों में भी डर का माहौल है।
ऐसे में कोई भी दोषी किसी तरह का गलत कदम न उठाए, इसके लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति के पास भेजी गई दोषी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज होने पर सभी दोषियों को फांसी देने का रास्ता साफ हो जाएगा।
ऐसे में माना जा रहा है कि निर्भया कांड के दोषियों को एक ही दिन फांसी दी जाएगी। इस मामले में दोषी पवन को तिहाड़ जेल लाया गया है। उसे जेल संख्या दो में रखा गया है।
माना जा रहा है कि एक ही दिन चारों दोषियों को फांसी देने के लिए जेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि, जेल प्रशासन समय-समय पर दोषियों की काउंसिलिंग कर रही है ताकि वह कोई गलत कदम न उठा सके।