गुरुवार, 28 नवंबर 2019

सत्ता-कुर्सी के लिए राजनीति -आलोचना

देश हो या दुनिया जहां कहीं भी राजनीति का रंग जब-जब बदला है। इसने हमारे समाज को दो हिस्सों में बांट दिया है। भारत के इतिहास में ऐसी कई बातें आज भी जिंदा हैं, जो हिंदुस्तान के आने वाले नस्लों को पुकार-पुकार कर यह बताती रहेगी कि राजनीति का रंग कैसा होता है और राजनीति में नकारात्मकता का क्या असर होता है। समाज में राजनीति,सियासत का बहुत अहम रोल होता है। बग़ैर राजनीति के हम समाज की कल्पना बिल्कुल नहीं कर सकते हैं, लेकिन जब राजनीति में जहर भर जाता है तो फिर समाज को बंटने से कोई नहीं रोक सकता है।
आज के दौर में राजनीति का मतलब सत्ता और कुर्सी हो गया है। राजनीति का यही एक मकसद रह गया है कि कैसे कुर्सी हासिल की जाए और कुर्सी हासिल करने के बाद भ्रष्टाचार रोकने के बजाय राजनीति खुद भ्रष्टाचार का शिकार हो जाती है। राजनीति में ज़मीर का सौदा करके लाभ उठाना आम बात हो गई है। महाराष्ट्र की मिसाल सबके सामने है। अब सत्ता का रास्ता कैसे तय किया जाए ये नेता अपने हिसाब से तय करते हैं। ऐसे में उन मूल्यों को खत्म किया जा चुका है जिससे इंसानियत की पहचान होती है। मानवाधिकार का उल्लंघन बहुत साधारण बात हो गई है।  लेकिन राजनीति के आगे सब बेबस हो जाते हैं। पुलिस की कार्रवाई हो, सामाजिक कार्यकर्ता के खिलाफ एक्शन हो या फिर पत्रकारिता हो हर जगह राजनीति अपना काम करती रहती है।
हर देश में राजनीति का आधार समाज है। अगर समाज के लोग चाह ले तो सत्ता एक पल में बदल सकती है लेकिन राजनीति का यही वह बुरा पहलू है जहां हम खुद बंट जाते हैं। समाज जिसको बनाता है वही नेता समाज को बांट कर उसकी एकता और अखंडता को समाप्त कर देते हैं। फिर धर्म, जाति और वर्ग के नाम पर नफरत फैला कर सत्ता का सुख उठाते हैं। यह मानवाधिकार का हनन नहीं तो क्या है!
आज के दौर की राजनीति अब तक की राजनीति से सबसे ज्यादा खतरनाक और विषैली है। आज के दौर की राजनीति इस कदर गूंगी और बहरी हो गई है कि उसका कोई अपना महत्व और पहचान नहीं रह गयी है। सियासत के महारथी जाति और वर्ग के नाम पर सत्ता तय कर रहे है।मानव मूल्यों की कीमत ख़त्म हो चुकी है। संविधान के मूल्यों एवं महत्व के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
ऐसी परिस्थितियों में जनता को जागरूक रहने की जरूरत है क्योंकि अगर देश खुशहाल रहेगा तो जनता खुशहाल रहेगी । यदि देश में समस्या पैदा होगी तो उसका शिकार जनता होगी।


सैय्यद एम. अली तक़वी


दाल बनाना नहीं आता,मंत्री बने, गिरा ग्राफ

दाल तक बनाना नहीं आता, उन्हें मंत्री बनाते देते हैं, CMO में लगा देते हैं, जाने क्यू गिरने लगा BJP का ग्राफ


कुमार अग्रवाल


नई दिल्ली! महाराष्ट्र से भी भगवा दूर हो गया। आज से ठाकरे राज का आगाज होने जा रहा है। राज्य में आज शाम शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार का गठन हो जाएगा। भाजपा इस सरकार को शायद ही पचा सके क्यू कि शिवसेना और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन शिवसेना की जिद के सामने भाजपा की दाल नहीं गली। सरकार बनी भी तो तीन दिन में गिर गई। अजीत पंवार भी उद्धव ठाकरे जैसे ही निकले।


इस समय भाजपा के पास उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, एनडीए का साल 2017 में 72 फीसदी आबादी पर शासन था। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सत्ता उसके हाथ से जाने पर वह 41 फीसदी आबादी तक सीमित होकर रह गया है। अब महाराष्ट्र भी भाजपा के हाथ से चला गया। भाजपा तमिलनाडु में सरकार के साथ है, लेकिन विधायक एक भी नहीं है। हरियाणा में महाराष्ट्र के साथ ही चुनाव हुए लेकिन यहाँ भाजपा ने जजपा से मिल साकार बना ली।


हालांकि, मिजोरम और सिक्किम जैसे छोटे राज्य एनडीए के खाते में आए हैं। इस तरह से अब 17 राज्यों में एनडीए सरकार है। इनमें से 13 राज्यों में भाजपा और चार राज्यों में सहयोगी दलों के मुख्यमंत्री हैं।


महाराष्ट्र खोने से भाजपा काफी कुछ खो बैठी है क्यू कि देश के 40 फीसदी से ज्यादा कॉर्पोरेट ऑफिस महाराष्ट्र में ही हैं। चुनावी चंदे में इनका बड़ा योगदान है। उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा 48 लोकसभा सीटें महाराष्ट्र में हैं। यही वजह है कि एनडीए के लिए महाराष्ट्र काफी अहम है। अब भाजपा की निगाहें दिल्ली और झारखंड चुनावों पर हैं।
आखिर क्या हुआ ऐसा जो पार्टी का ग्राफ इतना गिरता जा रहा है। भाजपा की स्थानीय सरकारों को जनता नहीं पसंद कर रही है। कुछ न कुछ कमियां तो जरूर हैं। सूत्रों की मानें तो जहां भाजपा की सरकारें हैं वहाँ सीएमओ में कम तजुर्बेकार नेताओं और अधिकारियों को ज्यादा जगह मिल रही है। सिफारिश लगाकर नेता और अधिकारी सीएमओ में पहुँच रहे हैं। जिसने कभी ग्राम सभा या निगम का भी चुनाव नहीं जीता ऐसे लोगों को सीएमओ में लगाया गया है।


रक्तदान के क्षेत्र में कार्य हेतु संस्था सम्मानित

रक्तदान के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर जयहिन्द सामाजिक संगठन सम्मानित
सहरानपुर! रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए जयहिन्द सामाजिक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष को करनाल में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। देशभर से आये 70 लोगों को सम्मानित किया गया। संस्था ने इसका श्रेय रक्तदाताओं को दिया है। 
हरियाणा के करनाल की संस्था मानव सेवा संघ द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर देश की कई संस्थाओं व रक्तदाताओं को सम्मानित किया है। रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए उप्र की जय हिन्द सामाजिक संस्था गंगोह के संस्थापक अध्यक्ष उमंग शर्मा व शामली अध्यक्ष संदीप गोयल को सम्मानित किया गया। देश भर से आये 70 लोगों को सम्मानित करने का काम हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक श्रीकांत जाधव ने किया। उमंग शर्मा के लिए सुभाष चंद शर्मा ने सम्मान चिन्ह प्राप्त किया। अध्यक्ष सचिन गर्ग ने सम्मान को एक कॉल पर रक्तदान के लिए सदैव तत्पर रहने वालों को समर्पित किया। इससे पूर्व रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करते रहने के कारण संस्था को सम्मान दिया जा चुका है। उमंग शर्मा को करनाल के अलावा महाराष्ट्र के सांगली सहित सात स्थानों पर सम्मानित किया जा चुका है।
रिपोर्ट:अंकुर गर्ग


हाईकोर्ट ने 'यूपी' सरकार को किया तलब

इलाहाबाद हाईकोर्ट के कैंपस में इलाज के उचित इंतजाम नहीं, यूपी सरकार तलब
प्रयागराज! इलाहाबाद हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने कैम्पस में स्थित सरकारी अस्पताल की दुर्दशा और संसाधनों की कमी पर नाराज़गी जताते हुए योगी सरकार से जवाब तलब किया है| गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में पिछले दिनों मुकदमों की सुनवाई के दौरान तीन वकीलों की मौत के मामलों को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए यूपी सरकार से इस बात पर भी जवाब दाखिल करने को कहा है कि क्यों न हाईकोर्ट कैम्पस में बीस बेड का आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल खोल दिया जाए, जिसमे डॉक्टर्स व ट्रेंड स्टाफ की कमी न होो!


हाईकोर्ट की वकील ममता सिंह की पीआईएल पर सुनवाई करते हुए अदालत ने यूपी सरकार को अपना जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का वक्त दिया है| अदालत इस मामले में 11 दिसम्बर को फिर से सुनवाई करेगी| अदालत ने इस मामले में चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट को भी पक्षकार बनाने का आदेश दिया है!


गौरतलब है कि एशिया की सबसे बड़ी अदालत का गौरव रखने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट में रोज़ाना हज़ारों की संख्या में लोग आते हैं| अनुमान के मुताबिक़ यहां रोज़ाना सौ के करीब जजेज, तकरीबन अठारह हज़ार वकील, दो हज़ार से ज़्यादा स्टाफ, छह हज़ार मुंशी और सात सौ के करीब सुरक्षाकर्मी आते हैं| इनके अलावा तकरीबन तीन हज़ार वादकारी भी हाईकोर्ट आते हैं|


कैम्पस में एक सरकारी अस्पताल भी है, लेकिन उसमे संसाधनों की कमी है. पर्याप्त संख्या में डाक्टर व स्टाफ भी नहीं है| एम्बुलेंस में इलाज की कोई सुविधा नहीं है| सात नवम्बर को अदालत में सुनवाई के दौरान अमूल्य रत्न नाम के वकील की हार्ट अटैक से मौत हो गई| उससे पहले भी दो वकीलों की मौत हो चुकी है


बृजेश केसरवानी


सीएम ममता और राज्यपाल के बीच 'मोहरा'

कोलकाता! पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल सरकार और राज्यपाल के बीच तल्खी दिखने के बाद, जगदीप धनखड़ ने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री ने उनके लिए कथित रूप से कहा ''तू चीज बड़ी है मस्त मस्त'' राज्यपाल धनखड़ ने एक ट्वीट में एक बांग्ला अखबार की खबर को साझा किया है! इस खबर में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के बारे में बात करते हुए बिना उनका नाम लिए हुए कहा ''तू चीज बड़ी है मस्त मस्त'' बता दें यह 1994 में आयी मशहूर फिल्म 'मोहरा' का एक गाना है!


राज्यपाल ने ट्वीट किया, ''अखबार में 27 नवंबर को खबर छपी! इसमें विधानसभा में संविधान दिवस का उल्लेख किया गया! सम्मानीय मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के लिए कहा 'तू चीज बड़ी है मस्त मस्त' मैंने इसका जवाब देना सही नहीं समझा क्योंकि मैं उनके पद का सम्मान करता हूं!'' 


राज्यपाल धनखड़ ने बुधवार दोपहर एक अन्य ट्वीट में एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें मुख्यमंत्री संविधान दिवस पर कार्यक्रम के समापन के बाद संवाददाताओं से बात कर रही थीं! धनखड़ ने ट्वीट में कहा, ''मैंने कभी सम्मान देने में कोई कमी नहीं की, चाहे वह माननीय मुख्यमंत्री ही क्यों न हों! मैं उनका व्यक्तिगत रूप से काफी सम्मान करता हूं!'' भारतीय संविधान को अंगीकृत करने के 70 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित संविधान दिवस पर आहूत विशेष सत्र के दौरान उनके बीच कोई सीधी बातचीत नहीं हुई!


अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल

दिनेश सोनी


मुरादाबाद। मझोला क्षेत्र में शातिर ड्राइवर ने अपनी ही मालकिन की अश्लील वीडियो बना ली और उसे इसके एवज में ब्लैकमेल करते हुए कई बार में उससे करीब एक करोड़ रुपए वसूल लिए। ड्राइवर ने मालकिन की कीमती जमीन का भी सौदा करके 50 लाख रुपए हड़प लिए। सालों से ब्लैकमेल का शिकार हो रही महिला ने त्रस्त होकर एसएसपी से शिकायत की। जांच के बाद एसएसपी के निर्देश पर मझोला थाने में ड्राइवर समेत पांच लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजद लोगों में एक प्रापर्टी डीलर भी शामिल है। पीड़ित महिला नागफनी थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसके कारोबारी पति की रंजिश के चलते 2009 में हत्या कर दी गई थी। पति की मौत के बाद पीड़िता लंबे समय तक सदमे में रही थी।


ब्लैकमेलर ने पहले जीता पीड़िता का विश्वास फिर बनाई वीडियो


करोड़ों की संपत्ति संभालने वाला घर में कोई पुरुष नहीं था। इस बीच पाकबड़ा के डूंगरपुर रोड निवासी अरशद ने उसके घर आना-जाना शुरू कर दिया। उसके प्रति संवेदना जताते हुए विश्वास जीतना शुरू कर दिया। उसका भरोसा देखते हुए महिला ने उसे अपनी निजी गाड़ी का ड्राइवर रख लिया। पहले तो अरशद काम खत्म होने के बाद शाम को घर चला जाता था फिर बहाने से महिला के ही घर रुकने लगा। चौबीस घंटे साथ रहने के कारण अरशद धीरे-धीरे मालकिन के करीब आ गया। उसने भरोसे की सीमाएं भी तोड़ दीं। चूंकि बुरे समय में अरशद ने परिवार का साथ दिया था, इसलिए महिला भी उसकी हरकतों को नजरंदाज करती रही। अरशद ने बाथरूम में नहाते समय और कपड़े आदि बदलते समय मालकिन की अश्लील वीडियो बना ली।


वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर वसूले एक करोड़


अरशद ने इन वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर मालकिन को ब्लैकमेल करना शुरू किया। इस तरह मालकिन को ब्लैकमेल करते हुए अरशद ने अब तक जमीन के साथ ही करीब एक करोड़ रुपए वसूल कर लिए थे। लगातार ब्लैकमेलिंग से परेशान महिला ने पिछले दिनों एसएसपी अमित पाठक से न्याय की गुहार लगाई थी।


एसएसपी ने मामले की जांच एएसपी आदित्य लांग्हे से कराई। मामला सही मिलने पर मझोला थाने में अरशद निवासी पाकबड़ा, जुल्फिकार उल्लाह, जफरुल्लाह निवासीगण असालतपुरा थाना गलशहीद, हारुन निवासी ट्रांसपोर्ट नगर और नासिर के खिलाफ' गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि मझोला पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सभी को जेल भेजा जाएगा।


हरियाणा सीएम के मीडिया सलाहकार नियुक्त

राणा ओबरॉय


नई दिल्ली! हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के पद पर नियुक्त हुए, अमित आर्य ने बुधवार को हरियाणा भवन स्थित अपने कार्यालय में अपना पदभार ग्रहण किया।पदभार ग्रहण करने से पूर्व अमित आर्य ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मिलकर मार्गदर्शन लिया। पदभार ग्रहण करने के उपरांत अमित आर्य ने कहा कि वे  अपने कर्तव्यों का सदैव निर्वहन करते रहेंगे और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के रूप में सरकार व मीडिया के मध्य सेतु को लगातार मजबूत करने की दिशा में कार्य करते रहेंगे।  अमित आर्य ने कहा कि दूसरे राज्य भी हरियाणा सरकार की मीडिया नीति का अनुसरण कर रहे हैं और इसका श्रेय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को है। हरियाणा सरकार द्वारा प्रारंभ की गई पत्रकार पैंशन योजना एक अनुकरणीय व कल्याणकारी कार्य है। पत्रकार कल्याण की दिशा में और बेहतर कार्यों के लिए हरियाणा सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सदैव प्रयासरत रहते हैं।


उल्लेखनीय है कि हरियाणा की गत सरकार के कार्यकाल के दौरान भी श्री अमित आर्य ने चंडीगढ़ व नई दिल्ली में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। बार भी नई दिल्ली में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार की जिम्मेदारी श्री अमित आर्य को दी गई हैं। भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष श्री सुभाष बराला ने अमित आर्य के नई दिल्ली में हरियाणा के  मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार का पदभार ग्रहने पर उन्हें बधाई दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार के पद पर श्री अमित आर्य की लगातार दूसरी बार नियुक्ति किए जाने पर पत्रकारों ने भी उन्हें बधाईयां दी।


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...