रविवार, 24 नवंबर 2019

बिहार चुनाव-प्रचार में की नेता की पिटाई

जमशेदपुर! चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पूर्वी जमशेदपुर के निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय को शनिवार को बर्मामाइंस स्थित रघुवर नगर में विरोध का सामना करना पड़ा! गाड़ी से उतर कर सरयू राय जब प्रचार करने जा रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें रोका! इसके बाद रघुवर दास और रामबाबू तिवारी के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी!
सरयू राय वहां से आगे बढ़े और लोगों से मिले! इसके बाद भीड़ उनके पीछे-पीछे भक्तिनगर तक पहुंच गयी! इस बीच किसी ने सरयू राय के साथ चल रहे समर्थकों की ओर पत्थर फेंक दियाा! इससे पिंटू नामक युवक को चोट लग गयी! इसके बाद वहां भगदड़ मच गयी! थोड़ी देर में सरयू राय वहां से निकल गये, इसके बाद वहां काफी संख्या में साकची की ओर से युवक पहुंचे और उन्होंने सरयू राय का विरोध करनेवालों की पिटाई शुरू कर दीी!
घटना की जानकारी मिलने पर बर्मामाइंस की पुलिस पहुंची! बाद में पुलिस लाइन में मौजूद अतिरिक्त पुलिस बल को रघुवर नगर व भक्तिनगर भेजा गयाा! बर्मामाइंस थाना प्रभारी विनोदानंद ने बताया कि इस संबंध में किसी ने भी थाने में लिखित शिकायत नहीं की! वहीं, सोशल मीडिया पर रामबाबू समर्थकों द्वारा जारी पोस्ट के अनुसार, सरयू राय के साथ आये लोगों ने मारपीट की! पत्थरों से मारा! हेलमेट से मारा! दूसरी तरफ सरयू राय समर्थकों ने कहा कि वे लोग वहां वोट मांगने गये थे, मारपीट करना उनलागों के स्वभाव में नहीं है!


नक्सलियों ने भाजपा नेता सहित 2 की हत्या की

डाल्टनगंज। बिहार के सीमावर्ती और नक्सल प्रभावित पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के पिपरा बाजार में नक्सलियों ने आज शाम अत्याधुनिक एके47 राइफल से फायरिंग कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रखंड अध्यक्ष सह प्रमुख पति मोहन गुप्ता सहित दो लोगों की हत्या कर दी तथा गोली लगने से दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।


पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि आज देर शाम पिपरा बाजार में मोहन गुप्ता एक फल की दुकान पर खड़े थे। इसी दौरान बाइक सवार नक्सलियों ने उन्हें एके47 से फायरिंग की। बाद में दहशत फैलाने के उद्देश्य से भी फायरिंग की, जिससे आस-पास खड़े लोगों को भी गोली लगी। इस गोलीबारी में फल व्यवासी सूरज सोनी, नीरज सोनी और गोलु कुमार को भी गोली लगी।सूत्रों ने बताया कि गोली लगने से मौके पर ही मोहन गुप्ता की मौत हो गयी जबकि फल व्यवसायी सूरज सोनी की इलाज के लिए लाने के दौरान मौत हो गयी। इस घटना में गंभीर गोलू कुमार और राज कुमार सोनी की स्थिति चिंताजनक बतायी गयी है. उन्हें इलाज के लिए मेदिनीनगर स्थित पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है।


'वन्यजीव' सुरक्षा का विश्लेषण

जब-तब वन्य जीवों के रिहायशी क्षेत्रों में दस्तक देने की खबरें आ रही हैं। कभी हाथी आ रहे हैं तो कभी बाघ जैसे खूंखार वन्यजीव भी इन क्षेत्रों में आमद दे रहे हैं। शिकार की घटनाओं की जानकारी भी मिल रही है। समाचार माध्यमों के अलावा सिवनी में घटित होने वाली शिकार की घटनाओं को मोबाईल में भी कैद किया जा रहा है और उसको वायरल भी किया जा रहा है लेकिन संबंधित विभाग की आँखों पर मानो पट्टी ही बंधी हुई है।


समाचार माध्यमों में यदा-कदा शिकारियों की धड़-पकड़ की तस्वीरें भी दिख जाया करती हैं लेकिन अनुपातिक दृष्टि से देखा जाये तो वन विभाग की अपेक्षा शिकारी ज्यादा सक्रिय हैं और वे रात के अंधेरे में ही नहीं बल्कि दिन के उजाले में भी वन्य जीवों के शिकार करने से नहीं चूकते हैं। वन विभाग सिर्फ कागजी कार्यवाही में ही शायद उलझा हुआ है जो उसे मैदानी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। वन्य क्षेत्रों में शिकारी किस तरह से अपनी कारगुजारियां कर रहे हैं यदि इसकी जानकारी ही वन विभाग को नहीं होगी तो वे इससे निपटने के लिये रणनीति कैसे बनायेंगे।


वन विभाग की गश्ती पर भी सवालिया निशान उठना लाजिमी हैं क्योंकि वन विभाग के गश्ती दल को कभी भी शिकारियों की टोह तो नहीं मिलती है बल्कि उन्हें शिकार करने के लिये बिछाये गये करंटयुक्त तार भी नहीं दिखायी देते हैं जिसकी जद में आकर वन्य जीव की मौत हो जाती है। आखिर इस तरह की गश्ती के क्या मायने रह जाते हैं जब न तो शिकार की घटनाओं पर अंकुश लग पा रहा हो और न ही लकड़ी की अवैध तस्करी पर ही लगाम लगायी जा सक रही हो।


सिवनी के जंगलों में पाये जाने वाले हिरण जैसे वन्य जीव क्या वन विभाग की संपत्ति नहीं हैं? वन विभाग आखिर इस बात पर चिंतन क्यों नहीं करता है कि वन्य जीव जंगल से बाहर की ओर रूख करने पर क्यों मजबूर हो रहे हैं जो वे आसानी से शिकार बन जाते हैं। वन विभाग से अपेक्षा ही की जा सकती है कि वह अपनी कार्यप्रणाली पर ईमानदारी के साथ विचार करे ताकि वन्य जीव उनके खुद के ही क्षेत्र में विचरण करें और उससे बाहर निकलने के लिये वे बाध्य न हों, इसके साथ ही शिकार जैसी घटनाओं पर भी अंकुश लगाये जाने के लिये गंभीरता के साथ मंथन किया जाना चाहिये।


डायट पिल्स को बंद कर देना चाहिए

गर्ल्स और यंग फीमेल्स के बीच डायट पिल्स और लैक्सेटिव्स पिल्स (जुलाब की टैबलेट्स) काफी लोकप्रिय हैं। इसका कारण है कि वे अपने खाए हुए खाने को बॉडी में स्टोर नहीं होने देना चाहतीं ताकि उनका वेट कंट्रोल में रहे और वे स्लिम बनी रहें। लेकिन हालह ही हुई एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि जो गर्ल्स इस तरह की डायट पिल्स का इस्तेमाल करती हैं, उनमें इटिंग डिसऑर्डर होने के चांस बहुत अधिक होते हैं। 


इस स्टडी के लिए पूरे 15 साल रिसर्च कार्य जारी रहा और इसमें 10 हजार गर्ल्स और फीमेल्स को शामिल किया गया। शोध में शामिल फीमेल्स की उम्र 14 से 36 साल के बीच रही। इन सभी महिलाओं में से किसी को भी ये पिल्स लेने से पहले इटिंग डिसऑर्डर की समस्या नहीं थी। इन महिलाओं में से डायटिंग पिल इस्तेमाल करनेवाली 1.8 प्रतिशत महिलाओं का कहना है कि डायट पिल्स लेना शुरू करने के 1 से 3 साल के भीतर उन्हें पहली बार इटिंग डिसऑर्डर की दिक्कत हुई। वहीं, लैक्सेटिव्स यूज करनेवाली 4.2 प्रतिशत महिलाओं को पहली बार इटिंग डिसऑर्डर की समस्या हुई।
यह स्टडी 21 नवंबर को अमेरिकन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में ऑनलाइन पब्लिश की गई। रिसर्चर्स का कहना है कि वेट कंट्रोल के लिए फीमेल्स को इन दोनों ही तरह की पिल्स लेने से बचना चाहिए। क्योंकि लगातार इनके उपयोग और साइड इफेक्ट के कारण हाई ब्लड प्रेशर, लीवर डैमेज और किडनी फेल्यॉर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। वेट लूज करने के लिए हेल्दी टिप्स अपनाना ही ठीक है। क्योंकि हेल्दी बॉडी को पोषण की जरूरत होती है। फिजिकली ऐक्टिव रहकर बॉडी वेट को कंट्रोल करना सबसे सुरक्षित तरीका है।


बेहद स्वास्थ्यवर्धक है 'अनार'

दिन की शुरुआत करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? कुछ लोगों के लिए वर्काउट, कुछ के लिए मेडिटेशन और ऐसा ही बहुत कुछ। लेकिन हेल्दी ब्रेकफस्ट और ग्लास भर जूस दिन की बेहतरीन शुरुआत दे सकता है।
ओवरऑल हेल्थ सुधरने के साथ बढ़ती है लिबिडो
क्या आपको पता है कि एक ग्लास अनार का जूस आपकी सेक्शुअल ड्राइव बढ़ा सकता है! जी हां यह सच है और कुछ स्टडीज की मानें तो अनार का जूस पीने वालों की ओवरऑल हेल्थ और लिबिडो में सुधार देखा गया।
पहले भी होता था इस्तेमाल
पुराने समय में इसको नैचर ऐफ्रोडिसिऐक (प्राकृतिक रूप से सेक्स ड्राइव बढ़ाने वाला) के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। एक ग्लास अनार का जूस न सिर्फ आपकी सेक्स करने की इच्छा बढ़ाता है बल्कि आपकी याद्दाश्त और मूड भी अच्छा करता है।
सुपरफूड
अनार में ऐंटीऑक्सिडेंट्स, पॉलिफिनॉल्स, विटमिन सी होते हैं साथ ही इसमें ऐंटी-इनफ्लेमेटरी और ऐंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। इन सारे हेल्थ बेनिफिट्स के अलावा इसे सुपरफूड भी माना जाता है।
क्या कहती है रिसर्च
एडिनबर्ग की क्वीन मार्गरेट यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक, जिन लोगों ने इस जूस को डेली पिया उनमें टेस्टोस्टेरॉन का लेवल बढ़ा पाया गया। यह स्टडी 58 लोगों पर किया गया इसमें दोनों जेंडर के लोग थे, इनकी उम्र 21 से 64 साल थी।
अच्छी होती है आवाज
इन सबके अलावा यह भी देखा गया कि अगर इसे रोजाना पिया जाए तो पुरुषों की आवाज अच्छी होती है साथ ही फेशल हेयर की ग्रोथ भी बढ़ती है। वहीं महिलाओं में सेक्स ड्राइव बढऩे के अलावा इससे हड्डियां और मसल्स मजबूत होती हैं। हालांकि अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हों तो डॉक्टर से पूछकर ही अनार का जूस पिएं।


मोदी को किसान-व्यापारियों के 13,44,743 पत्र

रायपुर। रायगढ़ जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष अरूण मालाकार के नेतृत्व में रायगढ़ जिले के कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री महेन्द्र छाबड़ा, प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किसानों के द्वारा लिखे गये 1 लाख 5 हजार पत्र प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सौपें। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सचिव शिवसिंह ठाकुर, किरण सिन्हा, चंद्रवती साहू, रायगढ़ जिला महामंत्री विकास शर्मा, सारंगढ़ युवा कांग्रेस विधासभा अध्यक्ष महेन्द्र गुप्ता, सारंगढ़ ब्लाक महामंत्री पीतांबर पटेल, तरूण सोनी, सर्वजीत सिंह ठाकुर उपस्थित थे। 
प्रधानमंत्री के नाम पत्र अभियान की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि कांग्रेसजनों द्वारा घर-घर जाकर किसानों को 2500 रू. दिये जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखे जा रहे है। प्रधानमंत्री के नाम पत्र अभियान पूरे प्रदेश में जोरो पर चल रहा है। यह अभियान घर-घर जाकर चलाया जा रहा है। आज इस बयान के जारी करने के समय तक 13,44,743 पत्र प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन में प्राप्त किये जा चुके है। जिनका जिलावार विवरण संलग्न है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि कांग्रेस कंट्रोल रूम में जिलों और ब्लाक से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके अतिरिक्त तीन लाख से भी अधिक पत्र लिखे जा चुके है जो सोमवार तक प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन को प्राप्त हो जायेंगे।


सभी पक्षों को नोटिस जारी, फैसला कल

महाराष्ट्र मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को जारी किया नोटिस, फैसला कल


नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट शिवसेना-कांग्रेस-राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की उस याचिका पर रविवार को सुनवाई की। सोमवार को 10.30 बजे फिर सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट कराने की शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की याचिका पर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किए।


सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार को भी नोटिस जारी किए। आदेश पारित करने के लिए सॉलिसिटर जनरल से सोमवार सुबह 10.30 बजे गवर्नर की चिट्ठी पेश करने को कहा। याचिका में महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्व में बनी सरकार को 24 घंटे के भीतर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की गई गई थी।याचिकाकर्ताओं ने शनिवार शाम को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जिसके बाद कोर्ट सुनवाई के लिए राजी हो गया। याचिका पर सुनवाई के लिए गठित सुप्रीम कोर्ट की बैंच में जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना शामिल हैं।


याचिका में कहा गया है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल बी.एस. कोशियारी द्वारा शनिवार सुबह बीजेपी के देवेंद्र फड़नवीस को सरकार गठन के लिए आमंत्रित करना असंवैधानिक, मनमाना, गैरकानूनी और भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है।राज्यपाल कोश्यारी ने शनिवार सुबह फड़नवीस को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार को उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई। याचिकाकर्ता ने हॉर्स ट्रेडिंग को रोकने के लिए 24 घंटे के भीतर तत्काल फ्लोर टेस्ट कराने के लिए अर्जी दी है।


सुप्रीम कोर्ट से फ्लोर टेस्ट के लिए प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की भी मांग की गई है। शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित करने का राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को निर्देश देने की भी मांग की। यह भी कहा गया है कि उनके पास 144 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...