शनिवार, 23 नवंबर 2019

बार एसोसिएशन की तहसील इकाई का चुनाव

कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन की तहसील इकाई का हुआ चुनाव
उत्तर प्रदेश कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन की तहसील इकाई का हुआ चुनाव


 कुशीनगर! तहसील परिसर में कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के चुनाव में राजेंद्र जायसवाल अध्यक्ष व कुमोदचंद शर्मा महामंत्री निर्वाचित हुए। अधिवक्ताओं ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत किया।
निर्वाचन अधिकारी विपिन बिहारी लाल श्रीवास्तव, ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव व अनिल कुमार सिंह की देखरेख में हुए चुनाव में 44 मतदाताओं में 43 ने मतदान किया। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार राजेंद्र जायसवाल ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गिरिजाशंकर पांडेय को पांच मतों से पराजित किया। राजेंद्र जायसवाल को अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया। महामंत्री पद पर कुमोदचंद शर्मा ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अनूप कुमार मिश्रा को 23 मतों के अंतर से पराजित किया जबकि कोषाध्यक्ष पद पर नित्यानंद पांडेय तथा उपाध्यक्ष पद पर अमियमय मालवीय निर्विरोध निर्वाचित किए गए। शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया के बाद अधिवक्ताओं ने निर्वाचित प्रतिनिधियों सहित निर्वाचन अधिकारियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान कैलाश सिंह, अवधेश यादव, सतीश मद्धेशिया, ज्योतिर्मय मालवीय, अजय गुप्ता, मुहर्रम अली, अरविंद पांडेय, वेदप्रकाश गिरी, दयानंद मणि त्रिपाठी, दीनानाथ सिंह, मोहन कुशवाहा आदि मौजूद रहे।


वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का समापन

अरविंद सिसौदिया
सहारनपुर। ब्राइट होम पब्लिक स्कूल नानौता व ब्राइट होम इंटरनेशल स्कूल तीतरों की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हो गया। जिसमें अव्वल रहे छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथी नगर चैयरमैन पति सरफराज अख्तर ने मैडल व 11 हजार रूपए की धनराशि देकर संयुक्त रूप से सम्मानित किया। तो वहीं प्रधानाचार्य मौ. अहमद खान ने छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करते हुए सभी को बधाई दी। नगर के ब्राइट होम पब्लिक स्कूल में प्रतियोगिता के समापन अवसर पर जूनियर बालिका वर्ग 100 मीटर में रेड हाउस की आयुषी, 200 मीटर दौड में ग्रीन हाउस की वंशिका चैधरी ने स्वर्ण पदक, जूनियर बालक वर्ग मंे यैलो हाउस के शाहिन व 200 मीटर में यैलो हाउस के सुहैल पंवार ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। सीनियर बालक वर्ग में रेड हाउस के अहद, 200 मीटर में रेड हाउस में उद्देश्य ने स्वर्ण, 400 मीटर दौड में वासुदेव, 800 मीटर मे अबुजर, बालिका 100 व 200 मीटर में सोनल ने स्वर्ण पदक, 400 मीटर में वृतिका ने, लांगजंप सीनियर वर्ग मंे अमन ने, वृतिका स्वर्ण, डिस्क थ्रो में सुजैल शर्मा, विलेय जेहरा, ने स्वर्ण पदक, शार्टपुट सीनियर बालक वर्ग में मेहराज अली ने, विलेय जेहरा, जैवलिन थ्रो में सूर्या ने जेहरा ने, बैडमिंटन में काशिफा ने स्वर्ण, खो-खो में यैलो हाउस व बालिका वर्ग में ब्लू हाउस ने अपने नाम किया। तीतरो स्कूल की बालिका बैडमिंटन वर्ग में आदया खान ने व बालक वर्ग में कृष्ण सैनी ने जीता। इस दौरान प्रधानाचार्य मौ. अहमद खान, प्रबंधक मुमताज खान, अंकुर चैधरी, माज सिद्दकी, शाहअब्बास जैदी, विश्वजीत राणा, श्रीपाल सिंह, प्रदीप धीमान, गौरव भार्गव, ममता पुंडीर, अजमत फातिमा, शालू पाटिल, मंशाउर्रहमान, अलिजा, स्मृति अरोडा आदि उपस्थित रहे।


विराट ने कोलकाता में बनाया कीर्तिमान

कोलकाता। विराट कोहली (नाबाद 130 रन) की जबरदस्त शतकीय पारी से भारतीय क्रिकेट टीम ने बंग्लादेश के खिलाफ अपने ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट के दूसरे दिन शनिवार को लंच तक पहली पारी में चार विकेट पर 289 रन बनाकर अपनी बढ़त 183 रन पहुंचा दी। भारतीय टीम ने लंच तक 76 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 289 रन बनाए। वह बंग्लादेश के खिलाफ छह विकेट शेष रहते हुए 183 रन की मजबूत बढ़त हासिल कर चुका है। बंग्लादेश ने पहली पारी में 106 रन बनाए थे। भारत ने सुबह अपनी पारी की शुरूआत कल के तीन विकेट पर 174 रन से की थी। कप्तान विराट ने 59 रन और उपकप्तान अजिंक्या रहाणे ने 23 रन से आगे अपनी पारियों को बढ़ाया और चौथे विकेट के लिये 99 रन की साझेदारी की। रहाणे ने 69 गेंदों में आठ सात चौके लगाकर 51 रन की अर्धशतकीय पारी खेली और टेस्ट में अपना 22वां अर्धशतक पूरा किया।
रहाणे को तैजुल इस्लाम ने इबादत हुसैन के हाथों कैच कराकर बंगलादेश के लिए दिन का पहला और भारतीय पारी को चौथा विकेट निकाला। हालांकि इसके बाद लंच तक बंग्लादेश को कोई और सफलता नहीं मिली और कप्तान विराट ने 187 गेंदों में 17 चौकों की मदद से नाबाद 130 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट में अपना 27वां शतक भी पूरा कर लिया और ऐतिहासिक गुलाबी गेंद टेस्ट को अपनी शतकीय पारी से यादगार बनाया। विराट ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 53 रन की अविजित साझेदारी कर ली है। जडेजा 12 रन पर नाबाद हैं।


एक और केंद्र शासित राज्य बनाए भाजपा

दमण। संघ प्रदेश दमण-दीव और दादरा नगर हवेली (DNH) का विलय अब तय माना जा रहा है। क्यो कि इस विलय के लिए सरकार ने अपना मन बना लिया है। हालांकि इससे पहले भी कई बार संघ प्रदेश दमण-दीव और दादरा नगर हवेली को गुजरात में जोड़ने कि अफ़वाए उठती रही थी, लेकिन इस बार कोई अफ़वाह नहीं है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने बताया कि इस उद्देश्य के लिये लोकसभा में एक विधेयक अगले हफ्ते पेश किया जाएगा। मेघवाल ने कहा कि दादरा और नगर हवेली और दमन व दीव (केंद्र शासित प्रदेशों का विलय) विधेयक 2019 अगले सप्ताह के लिए प्रस्तावित किया गया है। और यह विलय बेहतर प्रशासन और विभिन्न कार्यों के दोहराव की जांच और निगरानी के उद्देश्य से किया जाने वाला है।


वैसे आप को बता दे कि दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 35 किमी की दूरी है लेकिन दोनों प्रदेशों में अलग-अलग बजट और अलग-अलग सचिवालय हैं। दादरा और नगर हवेली में सिर्फ एक जिला है, एक समाहर्ता है जबकि दमन और दीव में दो जिले हैं और दो समाहर्ता है एक दमण में और एक दीव में।


विलय के बाद केंद्र शासित प्रदेश का नाम दादरा नगर हवेली, दमन और दीव हो सकता है जबकि इसका मुख्यालय दमन और दीव होने की संभावना है। वैसे विलय के बाद दोनों प्रदेशों में किस तरह के परिवर्तन दिखने को मिलेंगे, दोनों प्रदेशों के विलय से जनता, व्यापार, उधोग और राजनीति पर क्या असर पड़ता है यह तो समय आने पर ही पता चल पाएगा। लेकिन जानकारों कि माने तो विकास और व्यवस्था बानाए रखने में प्रशासन को इस विलय से काफी मदद मिलेगी।


बेहद 'कड़ी-सुरक्षा' में रहता है 'पेड़'

प्रवीण श्रीवास्तव
सांची और सलामतपुर के बीच हाईवे किनारे एक छोटी पहाड़ी पर सुरक्षा जालियों के बीच एक पेढ़ लहलहा रहा है। सामान्य तौर पर लोग इसे पीपल का पेड़ मानते हैं, लेकिन इसकी कड़ी सुरक्षा को देख उनके दिमाग में यह प्रश्र जरूर उठता है कि इस पेड़ की इतनी सुरक्षा क्यों? लगभग 15 फीट ऊंचाई तक जालियों से घिरा और आस-पास पुलिस के जवान। ऐसा क्या खास है इस पेड़ में ? हाईवे से गुजरने वाले जिन लोगों को यह नहीं मालूम कि इस पेढ़ की खासियत क्या है, क्यों यह इतना महत्वपूर्ण है। उन्हे आश्चर्य जरूर होता है।


यह पेड़ वाकई बहुत खास है।


बौद्ध धर्म के अनुयाईयों के लिए यह श्रद्धा का केंद्र है, तो प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के लिए श्रीलंकाई राष्ट्रपति की सौगात। लगभग चार साल पहले 21 सितंबर 2012 को श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंद्र राजपक्षे ने इस पहाड़ी पर एक पौधा रोपा था। जो धीरे-धीरे वृक्ष का रूप ले रहा है। भगवान गौतम बुद्ध ने पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर बौधित्व को प्राप्त किया था। अत: बौद्ध धर्म में इस बोधि वृक्ष कहा जाता है। बौद्ध अनुयाईयों के लिए यह पेड़ श्रद्धा और आस्था का केंद्र है।


युनिवर्सिटी पहाड़ी पर रोपा गया था पौधा
21 सितंबर 2012 को इस पहाड़ी पर महिंद्रा राजपक्षे बौद्ध युनिवर्सिटी की आधारशिला रखने आए थे। तब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उन्होंने पहाड़ी बोधि वृक्ष (पौधा) रोपा था। तब से आज तक इसकी सुरक्षा की जा रही है। पौधे को लोहे की जालियों से घेरकर सुरक्षित किया गया है। पुलिस के जवान इसकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। पानी का एक टेंकर खड़ा रहता है। पहाड़ी पर किसी भी अंजान व्यक्ति को चडऩे की इजाजत नहीं होती है। हालांकि अभी युनिवर्सिटी के निर्माण की शुरूआत नहीं हुई है, लेकिन अब तक इस वृक्ष की सुरक्षा में लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इस वृक्ष का एक पत्ता भी सूखता है तो प्रशासन में भागदौड़ मच जाती है।


पलायन कर रही,6 बालिकाओं को पकड़ा

सुकमा। रोजगार के नाम पर पलायन करते 6 बालिकाओं को कोन्टा पुलिस ने पकड़ा है। कोन्टा पुलिस के रूटीन पेट्रोलिंग के दौरान कल रात को कोन्टा व आंध्रप्रदेश के बॉर्डर में एक होटल में बैठी मिली 6 बालिकाएं, पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर बालिकाओं ने काम करने हेतु एजेंट के कहने पर तेलंगाना के भद्राचलम जाने की बात स्वीकारी। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 बालिकाओ में से 3 बालिग व 3 नाबालिग हैं। बालिकाओं के साथ लेबर एजेंट को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी शरद सिंह ने बीईओ एस के दीप व महिला एवं बाल विकास अधिकारी रविन्द्र के साथ सभी बालिकाओ को रात में स्थानीय आरएमएसए कन्या छात्रवास में रुकवाया गया है। आज सुबह पकड़े गये बालिकाओं को 
बाल कल्याण विभाग सुकमा को सौंप दिया जायेगा। इसके बाद विधि अनुसार कार्रवाई की जायेगी। ज्ञात हो कि बस्तर संभाग से मानव तस्करी के मामले समय-समय पर आते रहे हंै। सामान्य तौर पर रोजगार के नाम पर एजेंटों द्वारा ग्रामीण बालिकाओं को लालच देकर ले जाया जाता है, जहां उनका शरीरिक शोषण भी होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है।


बच्चों को सिखाएं खाने के तौर-तरीके

अपनी व्यस्ता के चलते हम अपने बच्चों को पूरा समय नहीं दे पा रहे हैं, आजकल यह समस्या ज्यादातर पैरंट्स की है। ऐसे में बच्चे उन जरूरी बातों से भी अनजान रह जाते हैं, जो उन्हें जरूर पता होनी चाहिए। अगर आप रोज बच्चों को वक्त नहीं दे पाते तो खान-पान से जुड़ी ये बातें बच्चों को किसी गेम या पिकनिक के दौरान बताएं। ताकि वे ध्यान से आपकी बातों को सुन, समझ और अपना सकें…


कई ऐसे लोग होते हैं जिन्हें खाने के बाद आलस आ जाता है और वह सो जाते हैं लेकिन आप जानते हैं यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा करने से आपका मोटापा बढ़ेगा। साथ ही पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। ये बातें बच्चों को बातों की तरह ही बताएं और अपने जीवन में भी उतारें ताकि आपको ऐसा करता देख बच्चा इन बातों पर यकीन कर सके।


खाना खाने के तुरंत बाद फल खाना सही नहीं होता है। आयुर्वेद के अनुसार माना जाता है कि दोनों के सेवन करने से हमें पेट संबंधी समस्या हो सकती हैं। इसलिए हमें खाने के बाद फल नहीं खाना चाहिए। फल खिलाते समय बच्चे को यह बात जरूर बताएं।


आप यह बात जानते हैं स्वस्थ्य शरीर के लिए सही समय में नहाना और खाना बहुत ही जरूरी होता है। कई ऐसे लोग भी होते हैं जो खाना खाने के बाद ही नहाना पसंद करते हैं लेकिन इससे उनकी सेहत में बुरा प्रभाव पड़ता है। क्योंकि खाना खाने के बाद नहाने से हमारे पेट के चारों ओर खून का प्रवाह तेज हो जाता है जिससे हमारी पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है जिससे कई समस्याएं होती हैं।


कुछ लोग चाय के बहुत ज्यादा शौकीन होते हैं। उन्हें इस चीज की लत सी लग जाती है। इसी कारण वह खाना खाने के बाद तुरंत चाय पी लेते है। लेकिन आप जानते हैं कि इससे आपको पाचन संबंधी कई समस्या हो सकती हैं। इतना ही नहीं आपको असिडिटी की भी समस्या हो सकती है। चाय की जिद करने पर बच्चे को ऐसे समझाएं। क्योंकि बड़ों को चाय पीता देखकर बच्चे भी चाय पीने की जिद करते हैं।


कहा जाता है कि खाना खाने के बाद थोड़ा चलने से हमारा खाना ठीक ढंग से पच जाता है। आयुर्वेद के अनुसार माना जाता है कि खाने के बाद तुरंत नहीं चलना चाहिए। थोड़ा रुककर वॉक करनी चाहिए, क्योंकि तुरंत चलने से हमारे पूरे शरीर को पोषण नहीं मिल पाता है और हमारी पाचन क्रिया भी कमजोर हो जाती है।


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...