शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

1 जिले में भाजपा अध्यक्ष के 57 दावेदार

रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला


रायबरेली। पद, प्रतिष्ठा प्राप्त कर सत्ता की मलाई खाने को लालायित भाजपाईयो में जिलाध्यक्ष पद प्राप्त करने की होड़ चरम पर आ गयी है। भाजपा की चुनावी नियमावली के अंतर्गत उसके निर्वाचक मंडल में कुल 44 सदस्य है, एक प्रस्तावक, एक समर्थक के साथ कुल 22 वैध दावेदार हो सकते है। पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा संगठन के जनपदीय चुनाव अधिकारी बालचंद्र मिश्र के समक्ष 57 दावेदारों ने जिलाध्यक्ष पद पर दावा ठोककर प्रमाणित कर दिया कि अलग चाल, चरित्र व चेहरे की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी में सत्ता की मलाई खाने का भीषण रोग लग चुका है, भाजपा संगठन स्वरूप के अनुसार निर्वाचित 22 मंडल अध्यक्ष व 22 जिला प्रतिनिधि ही अध्यक्ष पद के दावेदारों के प्रस्तावक समर्थक के रूप में दावेदारों के नाम प्रस्तावित कर सकते है, संगठन स्वरूप के अनुसार 22 दावेदारों के बजाय 57 लोगो ने जिलाध्यक्ष पद पर दावेदार बनकर प्रमाणित कर दिया कि अनेक मंडल अध्यक्ष व जिला प्रतिनिधियो ने एक से अधिक दावेदारों के नाम का प्रस्ताव व समर्थन किया है। इतने दावेदार होने के फलस्वरूप यह निश्चित है भाजपा में गुटबाजी और आपसी रार चुनाव को प्रभावित करेगी। जिससे उपजी परिस्थितियों में राज्य नेतृत्व हस्तक्षेप कर अपने किसी पसंदीदा नेता के पक्ष में अन्य दावेदारों से नामांकन वापस लेकर निर्विरोध निर्वाचन सम्पन्न कराने का प्रयास करेगा । जिसके बाद गुटबाजी के तीव्र होने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता। पिछले संगठनात्मक चुनाव के बाद तत्कालीन जिलाध्यक्ष दिलीप यादव के विरुद्ध लामबंद सभी गुटों ने मिलकर उन्हें कार्यकाल के मध्य पदमुक्त कराकर रामदेव पाल को जिलाध्यक्ष नामित करा लिया था। केंद्र व प्रदेश की सत्ता में काबिज भाजपाईयो के दिल मे जिलाध्यक्ष बनकर सत्ता की मलाई खाने के कसक हिलोरे मारती रही चुनाव के अवसर पर दावेदारों की बड़ी सूची इस बात को प्रमाणित कर रही है, कि दावेदारों में नामी चेहरों के साथ गुमनामी की शाल ओढ़ने वालो सहित सत्ता बदलते दल बदलने का खेल खेलने वाले भी सम्मलित है ऐसे में अध्यक्ष कोई बने यह निश्चित हो चुका है आपसी रार तकरार में संगठन प्रभावित होगा और कांग्रेस सुप्रीमो व नेहरू खानदान के अंतिम अजेय किले को ध्वस्त करने की भाजपाई योजना कहा तक सफल हो पाएगी यह वर्तमान परिदृश्य से स्पष्ट होने लगा है।


भाकियू के द्वारा धन्यवाद मीटिंग का आयोजन

गंगोह। राकेश टिकैत के प्रोग्राम को सफल बनाने के उपलक्ष में शुक्रवार को कार्यकर्ता धन्यवाद मीटिंग का मुख्य आयोजन किया गया। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया गया। दरअसल आपको बता दे कि 6 नवम्बर को ग्राम सिकंदरपुर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के प्रोग्राम के सफल होने के उपलक्ष् में मोहल्ला गुलाम ओलिया में तहसील अध्यक्ष चौधरी देशपाल सिंह और पदाधिकारीयों का जोरदार स्वागत किया गया और मोहल्लावासियों ने भाकियू में सामिल होने का ऐलान किया।भाकियू की मिटिंग मोहल्ला गुलाम ओलिया में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता नईम अहमद और संचालन बिरमपाल ने किया।
तहसील अध्यक्ष चौधरी देशपाल सिंह ने मिटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसान भुखमरी की कगार पर हैै। एक तरफ तो किसान को भगवान कहा जाता है और दूसरी तरफ सरकार के द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसानों पर पुराली जलाने के नाम पर मुकदमें किये गयेे, तो भाकियू उनका कड़ा विरोध करेगीी। उन्होंने कहा कि सरकार का किसानों की आत्महत्याओं पर तो ध्यान नहीं है। लेकिन सरकार किसानों का शोषण करने पर तुली हुई हैै। जिसे भाकियू बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी
तहसील प्रवक्ता चौधरी अरविंद कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गन्ना मिल को चले लगभग दो सप्ताह हो गये हैं। लेकिन गन्ना मिल ने किसानों का पिछले साल का भी गन्ना भुगतान नहीं किया और पर्ची के नाम पर भी किसानों का शोषण किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने मिल प्रबंधक को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो अपना रवैया बदल दे और किसानों का उत्पीड़न बंद कर दे नहीं तो भाकियू मिल कर्मचारियों को उनकी ओकाद दिखा देंगेे।
मिटिंग में मेहरदीन,इसराइल,नूरहसन,समून,राशिद,आशिफ,हारून, इसतकार,दिलशाद,हाफिज सहाब,आशू,जगदीश सैनी,राकेश सैनी,धरमबीर विशवकर्मा,मतलूब,बिट्टू,कय्यूम,सहीद अंशारी,इकबाल राव,सत्तन सैनी,वाजिद,शहजाद राव,ध्यान सिंह,प्रदीप सैनी,जोगेंदर रोड,मेनपाल रोड,मीरहसन,बिल्लू,संजीव आदि लोग थे।


इंतजार शाह


स्क्रैप की आड़ में शातिराना ढंग से चोरी

पाली नगर से स्क्रैब की आड़ में शातिराना तरीके से बाहर जा रहा संयंत्रों,उपक्रमों से चोरी का कबाड़


कोरबा। जिले में अवैध कबाड़ के धंधों पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोक लगाने के बाद भी जिस दुस्साहस तरीके से कबाड़ियों द्वारा कबाड़ का दो नंबरी व्यवसाय जारी रखा गया है। उससे कहीं ना कहीं पुलिस की छवि पर सवालिया निशान लग रहे है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुछ माह के भीतर जिस प्रकार बड़े वाहनों के माध्यम से अन्यंत्र खपाने ले जाते अवैध कबाड़ पकड़ाया गया है। उससे जाहिर है कि धंधे पर रोक लगाने के फरमान के बाद किसी तरह का लगाम नही लग पाया है। मामले में सूचना पश्चात ही पुलिस द्वारा हरकत में आकर अवैध कबाड़ का परिवहन पर धरपकड़ कर जब्ती की कार्यवाही किया गया है। लेकिन इस पहलू पर अनजाने में या जानते हुए यह जानने का प्रयास नही किया गया कि जिले में कबाड़ व्यवसाय संचालन का ठिकाना एवं सूत्रधार आखिर कौन-कौन है।जिले के पाली नगर में भी कबाड़ का अवैध गोरखधंधा शातिराना तरीके से संचालित हो रहा है। मामले पर सूत्रों द्वारा छनकर आयी खबर के अनुसार पाली नगर में अवैध कबाड़ का व्यवसाय शातिराना तरीके से संचालित है।जहां घरों से निकलने वाला प्लास्टिक व लोहा-टीन सहित स्क्रैब सामानों के साथ जिले में संचालित विभिन्न संयंत्रों एवं कोयला खदानों से चोरी का कबाड़ को नगर के लगने वाले साप्ताहिक बाजार के पास एकत्र कर चारपहिया वाहन के माध्यम से आधी रात अन्यंत्र भेजा जाता है। जिस प्रकार शातिर तरीके से यह अवैध धंधा संचालित हो रहा है।वह अन्य किसी के संज्ञान में नही आ पाया है।महज दिखावा स्वरूप घरों से निकलने वाले लोहा-टीन व प्लास्टिक स्क्रैब सामानों को बाहर रखा जाता है। जबकि संयंत्रों एवं उपक्रमों से चोरी किया गया कबाड़ छुपाकर रखा जाता है।जिसे रात में चारपहिया वाहन में भरकर बाहर खपाया जाता है।तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा द्वारा अपने कार्यकाल में कबाड़ियों पर गिराए गए गाज के दौरान जिले के सभी कबाड़ी दुबक गए थे।जहाँ उनके अन्यंत्र स्थान्तरण के बाद उक्त अवैध धंधे की सुगबुगाहट पुनः दिखाई देने लगी जो धीरे-धीरे कर वृहद् रूप से अपना पाँव पसारती जा रही है।वर्तमान समय में कबाड़ का जो धंधा नगर में संचालित हो रहा है उसमें स्थानीय कुछ नए चेहरों ने जन्म लिया है जो नीचे से ऊपर तक सेटिंग की बात कहते फिर रहे है।और प्रति सप्ताह लाखों का कबाड़ अन्यंत्र खपाकर जल्द ही नगरसेठ बनने का ख्वाब देखते हुए उड़ान पर है। जिले में अवैध कबाड़ व्यवसाय पर धरपकड़ को लेकर एक बात सोचनीय है कि पुलिस ने जब भी कार्यवाही की अन्यंत्र खपाने ले जाते हुए वाहन में भरा कबाड़ ही पकड़ा जबकि उन कार्यवाही में कबाड़ के ठिकाने पर दबिश की कार्यवाही देखने सुनने को नही मिल पायी है। वहीं पुलिस द्वारा पकडे गए कबाड़ सामान का आसानी से बिल पेश कर कबाड़ियों द्वारा सुपुर्दनामा ले लिया जाता है।अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब जिले में कबाड़ के धंधे पर ही पूर्णतः रोक है फिर किस उपक्रम व संयंत्र से निविदा-नीलामी के रूप में स्क्रैब खरीदी किया जाता है। जिसका बिल पेश कर जब्त कबाड़ सुपुर्दनामे की औपचारिता निभाई जाती है...? यही कारण है कि संयंत्रों व खदानों में चोरी जैसी गतिविधियों पर विराम नही लग पा रहा है।


फल वितरित कर मनाया मुलायम का जन्मदिन

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी साहिबाबाद विधानसभा के निवर्तमान अध्यक्ष मनमोहन झा गामा के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक माननीय नेताजी मुलायम सिंह यादव जी का जन्मदिन राजेंद्र नगर स्थित डॉ राममनोहर लोहिया पार्क में केक काट एवं फल वितरण कर मनाया गया।।
    केक काटने से पूर्व मनमोहन झा गामा ने कहा कि नेताजी के जन्म22/11/1939 को सैफई के गरीब परिवार में हुआ,नेताजी बाल्यकाल से ही साहसी एवं निर्भीक थे ,उन्होंने सदैव अपने जीवन को गरीब किसान मजदूर के हक के लिए संघर्ष में लगाए रखे,नेताजी सर्व प्रथम 1967 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य  बने 3 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए अनेक जन कल्याणकारी योजना को लागू किया, गाजियाबाद के चहुमुखी विकास भी समाजवादी पार्टी की देन है,एवं डॉ राममनोहर लोहिया पार्क का निर्माण भी माननीय नेता जी ने ही कराया था,देश के रक्षामंत्री रहते हुए देश हित एवं देश के रक्षको के हित मे सराहनीय निर्णय लिया जिसे देश एवं देश के जवान सदैव उनको याद रखेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से सपा नेता महबूब मलिक पार्षद दल नेता मो कल्लन,मीडिया प्रभारी जब्बार मलिक, अरविंद कठेरिया, ट्रांस हिन्डन अध्यक्ष अजय कुमाार,जफर सुपारी, फैय्याज सैफी, समीर मन्सूरी, हाजी शरीफ कुरैशी ,वसीम इदरीशी, हसीन अब्दुल, भाई विपिन मिश्रा, राहुल जयसवाल, चंदन कुमार मिश्र, चमपावती, सुनीता, राजरानी, वाहिद कुरैशीी, मेहरबान, आबिद मलिक, ताहिर आदि लोग उपस्थिति थे।


अनुप्रिया ने नामित सदस्यों की सिफारिश की

विमलेश अग्रहरि


मिर्जापुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व मिर्जापुर की लोकप्रिय सांसद अनुप्रिया पटेल ने जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति में 9 सदस्यों को नामित करने की सिफारिश की हैं। श्रीमती पटेल ने इन सदस्यों के चयन में समाज के हर वर्ग के सम्मानित सदस्यों को समिति में शामिल करने की सिफारिश की हैं।
श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने समिति में पांच ग्राम पंचायतों के प्रमुखों को शामिल करने की सिफारिश की हैं। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इनके अलावा गैर सरकारी संगठन के एक सदस्य को शामिल किया गया है। इनके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला वर्ग का एक-एक प्रतिनिधि शामिल करने की सिफारिश की गई है।


नेहरू युवा केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। नेहरू युवा केंद्र रायबरेली भ्रष्टाचार के उस जीते जागते उदाहरण का अड्डा बन गया है । जहां पर मौजूद अधिकारी युवाओं के विकास को लेकर आए उस सरकारी धन का बंदरबांट करते हैं ।प्रशिक्षण के लिए पहुंचने वाले उन तमाम प्रशिक्षुओं को दुर्गम स्थिति में ट्रेनिंग देते हैं। जहां पर स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था है ना ही टॉयलेट की व्यवस्था है। खाने की भी दुर्गम स्थिति है जहां पर खाने में मिलावटी समान का प्रयोग कर बेहद ही घटिया क्वालिटी का खाना दिया जा रहा है। जिसे खाकर प्रशिक्षण प्राप्त करने आए छात्र बीमार हो रहे हैं ऐसे में जब सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा हो और जिला प्रशासन का निगरानी तंत्र चुपचाप बैठा तमाशा देख रहा है। वह भी तब जब बाल कल्याण ग्रह में पोल खुली प्रशासन हरकत में आया लखनऊ से टीम निरीक्षण करने पहुंची और उसके बाद भी अब अधिकारी यदि कार्यवाही ना करें और निगरानी ना करें तो ऐसे में समझा जा सकता है कि भ्रष्टाचार की नीव कहां तक पहुंच चुकी है।


नेहरू युवा केंद्र में दुष्वारियों को लेकर लामबंद हुए स्वयंसेवक वायरल किया वीडियो


नेहरू युवा केंद्र के हालात इतने बदतर हैं! टॉयलेट गंदगी से लबालब भरे हैं तो दूसरी ओर सीवर पाइप फटने की वजह से टॉयलेट के अंदर सीवर गिर रहा है! तो दूसरी ओर टॉयलेट सीट पर गंदगी फैली हुई है! स्वयंसेवक मजबूरी में टॉयलेट करने उड़ी सीट पर बैठते हैं! जिसके बाद वह पेट रोग से ग्रसित हो रहे हैं तो कोई उल्टी-दस्त से परेशान है। और वह लगातार अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं प्रशिक्षण को ताक पर रखकर जब स्वयंसेवक अपने आप को नहीं संभाल पा रहे हो विभागीय अधिकारियों का भ्रष्टाचार अपनी पराकाष्ठा के चरम पर हो धन का बंदरबांट हुआ हो तो अधिकारी भला इन स्वयंसेवकों की आवाज क्यों सुनेंगे! स्वयंसेवकों ने पहले इसकी शिकायत जिला युवा समन्वयक अधिकारी गोपेश पांडे से की तो उन्होंने साफ लहजे में स्वयंसेवकों को कह दिया नेतागिरी मत कीजिए ट्रेनिंग करिए। तो आप खुद ही अंदाजा लगा लीजिए इस लोकतंत्र में अगर अपने हक की आवाज उठाना भी पाप हो गया है तो इन अधिकारियों पर जिला अधिकारी को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए!  जिससे यह संदेश जाए उसके बाद नेहरू युवा केंद्र संगठन भी इस मामले का संज्ञान ले अन्यथा ट्रेनिंग तो छोड़ दीजिए युवाओं का विकास छोड़ दीजिए भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो गई है! कि इन युवाओं का जोश भी उनके आगे फीका पड़ता जा रहा है! अगर जल्द हालात नहीं संभाले गए तो भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा खेल रायबरेली के नेहरू युवा केंद्र से निकलेगा और उसके जिम्मेदार सिर्फ जिले का प्रशासन होगा।


नल में उतर रहा है करंट सहमे में रहते हैं ट्रेनिंग करने आए हुए युवा अगर जिला प्रशासन को दुश्वारियां देखनी है! तो उन्हें तत्काल नेहरू युवा केंद्र रायबरेली पहुंचना चाहिए! वहां पर उन्हें टॉयलेट का जायजा लेना चाहिए उसके साथ पानी की व्यवस्था को भी देखना चाहिए! साथ में खाने में किस तरह की मिलावट करके खाना तैयार किया जा रहा है जिससे युवा बीमार पड़ रहे हैं उसी के साथ ट्रेनिंग कर रहे उन युवाओं से बयान लेना चाहिए। और अस्पताल के वह पर्ची भी देखने जाएंगे जिनमें वह लगातार जिला अस्पताल रायबरेली से इलाज कराने जाते हैं। और वहां से दवाई लेते हैं जबकि वह रायबरेली ट्रेनिंग के लिए हैं। अगर ऐसे हालात हैं जिलाधिकारी रायबरेली को तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए तथा ऑडिटिंग के जरिए अब तक का जितना पैसा उपयोग किया गया है। उसकी भी जवाबदेही भी लेनी चाहिए।


प्रेमी संग नाबालिग ने खाया जहर, मौत

सन्दीप मिश्रा 


रायबरेली। गुरबख्श गंज थाना क्षेत्र कक्षा आठ में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा ने प्रेमी के साथ मिलकर जहर खा लिया। जिसमें छात्रा की मौत हो गई ।जबकि प्रेमी को गंभीर हालत में लखनऊ रिफर कर दिया गया है । जानकारी के अनुसार लालगंज थाना क्षेत्र की ऐहार रामपुर निवास राम बख्श की पुत्री प्रियांशी गुरबख्श गंज थाना क्षेत्र के किलौली गांव में अपनी मौसी श्याम कुमारी के घर में रहकर चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी। बताते हैं कि यहीं पर उसका प्रेम प्रसंग एक मुस्लिम युवक सोनू 20 वर्ष पुत्र मोहम्मद हाफिज निवासी किलौली से हो गया था। और परिजनों के अनुसार आज घर पर कोई नहीं था तभी उसने बाहर से कोई जहरीला पदार्थ खा लिया और घर पर जब उसकी हालत खराब हुई। तब उसे अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । वहीं सोनू के भी परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया ।जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल से लखनऊ रिफर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी सदर शशांक त्रिपाठी और महिला थानाध्यक्ष सहित गुरबख्श गंज थाने की पुलिस गांव में पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ली।


यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया

यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यातायात माह नवंबर 2024 का फीता काटकर और दी...