शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

सीएम की सार्थक पहल का स्वागत किया

लखनउ ! विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों एवं अभियन्ताओं के पीएफ के भुगतान को सुनिश्चित करने की दिशा में मुख्यमंत्री द्वारा की गयी सार्थक पहल का स्वागत किया है और आशा व्यक्त की है कि मुख्यमंत्री के इस प्रयास से उप्र सरकार शीघ्र ही पीएफ के भुगतान की जिम्मेदारी लेते हुए इस हेतु गजट नोटिफिकेशन जारी करेगी।


विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आज राजधानी लखनऊ समेत समस्त जिला मुख्यालयों एवं परियोजना मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रहा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मण्डल ने पूरे प्रदेश में जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करके ज्ञापन के माध्यम से पीएफ घोटाले की गंभीरता एवं इसके कारण सभी विद्युत कर्मचारियों की बैचैनी से अवगत कराया। दिनांक 28 नवम्बर से प्रारम्भ होने वाले अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की तैयारी पूरे प्रदेश में जोर-शोर से की जा रही है। इसी क्रम में संघर्ष समिति के केन्द्रीय प्रतिनिधि मण्डल पूरे प्रदेश में शीघ्र ही सम्पर्क एवं प्रवास करते हुए विद्युत कार्मिकों से सीधे संवाद करेगी तथा अपने प्रवास के दौरान प्रेस वार्ता के माध्यम से जन-जागरण करेगी।


संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुनःअपील की है कि वे अपने प्रभावी हस्तक्षेप के द्वारा बिजली कर्मचारियों के प्राविडेन्ट फण्ड के भुगतान की जिम्मेदारी सरकार द्वारा लिये जाने की गजट नोटिफिकेशन शीघ्र जारी करने की कृपा करें। इससे विद्युत कर्मचारियों में आशा, उत्साह और विश्वास का संचार होगा और वे पूर्ण मनोयोग से विद्युत उद्योग की उन्नति में जुटे रह सकेंगे। संघर्ष समिति ने यह भी मांग की है कि घोटाले के आरोपी पूर्व चेयरमैनों को जोकि ट्रस्ट के भी चेयरमैन रहे हैं उन्हें सेवा से बर्खास्त कर तत्काल गिरफ्तार किया जाये।


आज शक्ति भवन लखनऊ में हुई विरोध सभा में राजीव सिंह, जय प्रकाश, गिरीश पाण्डे, सदरूद्दीन राणा, सोहेल आबिद, विनय शुक्ला, शशिकान्त श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, डी के मिश्रा, सुनील प्रकाश पाल, राम प्रकाश, जी वी पटेल, वारिन्दर शर्मा, महेन्द्र राय, वी सी उपाध्याय, परशुराम, पी एन तिवारी, पी एन राय, ए के श्रीवास्तव, कुलेन्द्र प्रताप सिंह, मो. इलियास, के एस रावत, भगवान मिश्र, करतार प्रसाद, आर एस वर्मा, पी एस बाजपेयी, वी के सिंह 'कलहंस' मुख्यतया उपस्थित थे।


9 साल के बच्चे ने की पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री हासिल

नई दिल्‍ली। बेल्जियम का एक 9 साल का बच्चा ग्रेजुएट की डिग्री हासिल करने वाला है। 9 साल के Laurent Simons आइंडहोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (टीयूई) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कर रहे हैं। वह दिसंबर में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर लेंगे। CNN के मुताबिक लॉरेंट (Laurent) के पिता का कहना है कि वह भविष्य में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी करने की तैयारी कर रहे हैं. साथ ही वह मेडिकल की डिग्री भी लेना चाहते हैं। लॉरेंट (Laurent Simons) एक ऐसी चिप पर काम कर रहे हैं जो दिमाग के एक पार्ट को रिप्लेस करेगी। दिमाग की चिप की परियोजना के बारे में लॉरेंट कहते हैं, “हम एक चिप को न्यूरॉन्स की जगह पर रख कर कनेक्शन बना रहे हैं और दिमाग़ के एक हिस्से में इसकी प्रतिक्रिया देख रहे हैं।”


लॉरेंट के माता-पिता ने कहा कि जब वह पैदा हुआ था तब उसके दादा ने कहा था कि हमें भगवान की ओर से तोहफा मिला है। लॉरेंट के शिक्षकों ने उसकी तारीफ की और उन्होंने उसमें कुछ खास देखा। लॉरेंट के टैलेंट को समझने के  लिए उसके शिक्षकों ने उन्हें कई टेस्ट दिए। लॉरेंट डॉक्टर्स के परिवार से आते हैं, लेकिन उनके माता-पिता अभी तक ये नहीं समझ पाए हैं कि उनका बच्चा चीजों को इतनी आसानी से कैसे सीख लेता है।


लॉरेंट की मां ने मजाक में कहा कि उन्होंने लॉरेंट के जन्म के समय काफी मछली खाई थी। अन्य छात्रों की तुलना में लॉरेंट अपना कोर्स तेसी से पूरा कर रहें हैं। टीयूई के शिक्षा निदेशक जोएर्ड हल्शॉफ ने कहा कि लॉरेंट यहां के छात्रों में सबसे बेहतर है। वह न केवल बुद्धिमान है, बल्कि बेहद शालीन भी है। लॉरेंट ने सीएनएन को बताया कि उसका पसंदीदा विषय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग है। वह चिकित्सा के फील्ड में भी अध्ययन करने वाला है।


भविष्य में पीएम को ही मिलगी 'एसपीजी सुरक्षा'

नई दिल्ली। गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने पर कांग्रेस इन दिनों मोदी सरकार पर हमलावर है। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने संसद में जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के बीच खबर है कि सरकार संसद के मौजूदा सत्र में ही एसपीजी संशोधन विधेयक पेश करने वाली है। जानकारी के मुताबिक, एसपीजी संशोधन विधेयक एसपीजी सुरक्षा को केवल प्रधानमंत्री तक सीमित रखने पर केंद्रित होगा। यानी अब देश के प्रधानमंत्री को ही एसपीजी सुरक्षा प्राप्त होगी। बता दें कि गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने पर कांग्रेस ने सत्र के पहले ही दिन मोदी सरकार को घेरा। लोकसभा में कांग्रेस की ओर से इस मसले को जोरदार तरीके से उठाया गया। कांग्रेस सांसदों का आरोप है कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। वहीं सरकार की ओर से यह कहा गया है कि इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है।


चंदगी राम अखाड़ा में भिड़े आईपीएस-अभिनेता

नई दिल्ली। दिल्ली के चंदगीराम अखाड़े में एक अनोखी लड़ाई हुई। एक तरफ छाता के पुलिस उपाधीक्षक पहलवान जगदीश कालीरमन के दमदार पट्ठे थे तो वहींं दूसरी तरफ हिंदी सिनेमा में बिजली से चमकते व उभरते अभिनेता विद्युत जामवाल। दरअसल, विद्युत जामवाल की फिल्म 'कमांडो 3' 29 नवंबर को सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी। इसी फिल्म के प्रमोशन के लिए अभिनेता विद्युत जामवाल यमुना नदी किनारे बने इस मशहूर अखाड़े में आए।इस अखाड़े को  भारत के मशहूर पहलवान स्वर्गीय मास्टर चंदगीराम ने बनवाया था।


 विद्युत जामवाल ने इस मौके पर अपनी फिल्म 'कमांडो 3' के बारे में बताया और मैट और मिट्टी के अखाड़े पर कुछ उभरते पहलवानों के साथ कुश्ती के दांव भी आजमाए।उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी पद पर कार्यरत /भारत केसरी  पहलवान जगदीश कालीरमन ने विद्युत जामवाल का स्वागत किया। और उन्हें नई फिल्म के लिए शुभकामनाएं दीं। साथ ही' कुश्ती और मार्शल आर्ट्स में समानता बताते हुए कहा कि कोई भी खेल हमारे शरीर को तो फिट रखता ही है, देश को भी मजबूत बनाता है। अब तो बहुत सी फिल्मों में खेल और खिलाड़ी की जिंदगी के बारे में बता कर लोगों का सार्थक मनोरंजन किया है। विद्युत् जामवाल तो आते ही छा गए थे. फिल्मी हीरो पर उन का खिलाड़ी मन पूरी तरह हावी था।अखाड़े में उन्होंने मिट्टी को समतल बनाने के लिए उन्होंने फावड़ा उठा लिया और अपने सफेद कपड़ों के खराब होने की भी परवाह नहीं की। एक पहलवान को तो उन्होंने किसी पेशेवर पहलवान की तरह पटक दिया था।


इस के बाद विद्युत जामवाल ने मैट पर असली पहलवानों की असली कुश्ती देखी। जबकि जगदीश कालीरमन ने लाइव कमेंट्री की।अपनी फिल्म से ज्यादा विद्युत जामवाल ने नई पीढ़ी को स्ट्रांग बनने की सलाह दी और महिला पहलवानों की हिम्मत और जज्बे की खूब तारीफ की।उन्होंने कहा कि सिर्फ जिम में जाने और बॉडी बनाने से देश मजबूत नहीं बनता है। बल्कि वह देश आगे बढ़ता जिस में पुरुष वहां की महिलाओं का सम्मान करते हैं।और उन पर आई मुसीबत में उन का साथ देने के लिए खड़े होते हैं।पहलवान इस जज्बे में बाजी मार जाते हैं।हर गुरु अपने शिष्य को खेल के साथसाथ महिलाओं की इज्जत करना भी सिखाता है।चंदगीराम अखाड़े की तरफ से विद्युत जामवाल को गुर्ज व ट्रॉफी दे कर साई कोच सहदेव बाल्यान,पूनम कालीरमन,विजय कौशिक (कोच),कृष्ण पहलवान,साहिल सर्राफ व जगदीश कालीरमन द्वारा प्रदान कर सम्मानित किया गया ।


बस्ती में चलेगा भूमि विवाद निस्तारण अभियान

जिले में भूमि विवाद निस्तारण अभियान 27 नवंबर से शुरू होकर 1 दिसंबर तक संचालित किया जाएगा               


रिपोर्ट-जितेंद्र कुमार


बस्ती। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के निर्देश पर भूमि विवादों के निस्तारण का अभियान 27 नवंबर से शुरू होकर 1 दिसंबर तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक की बैठक कर इसकी कार योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक थाने में राजस्व एवं पुलिस की एक टीम गठित की जाएगी जो सर्वाधिक भूमि विवादों वाले गांव में जाकर विवादों का आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण कराएगी साथ ही इसका रिकॉर्ड भी मेंटेन किया जाएगा। तथा तहसील एवं थाने पर रखा जाएगा यदि भूमि विवाद से संबंधित कोई प्रकरण किसी न्यायालय में विचाराधीन होगा तो यह सुलह समझौते का प्रपत्र वहां प्रस्तुत कर न्यायालय से न्यायालय से विवाद समाप्त कराया जाएगा उन्होंने कहा कि इस अभियान की प्रत्येक दिन सघन मॉनिटरिंग भी की जाएगी उन्होंने जिलाधिकारी ने ने निर्देश दिया है कि प्रथम चरण में प्रथम चरण में 2 काश्तकारों के बीच आपसी विवाद को निस्तारित कराया जाएगा उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिस दिन जिस गांव में टीम जाएगी इसकी सूचना पूर्व में संबंधित लेखपाल कथा वीट के सिपाही गांव में देंगे जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि अलग से एक सॉफ्टवेयर भी तैयार किया जाएगा जिससे कि मामलों की मॉनिटरिंग प्रभावी ढंग से की जा सके पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि ऐसे भूमि विवादों के निस्तारण के बाद गांव में सतर्क निगाह रखें तथा पुलिस टीम द्वारा निरंतर पेट्रोलिंग भी कराएं बैठक में एडीएम रमेश चंद्र, सीआरओ चंद्रप्रकाश सभी उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी मौजूद रहे।


एडीजी-6 कोर्ट में मामले की हुई सुनवाई

नई दिल्ली। रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रामपुर जिला कोर्ट ने बुधवार को आजम खान और उनके परिवार के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। वारंट आजम के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर जारी हुआ है।


इस केस के संबंध में आज आजम, उनकी विधायक पत्नी तजीन फातमा और बेटे अब्दुल्ला को कोर्ट में पेश होना था। मामले की अगली सुनावई दो दिसंबर को होगी। आजम परिवार पर आरोप लगाने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने जानकारी दी कि आजम और उनकी पत्नी ने अलग-अलग जगह से बेटे के दो बर्थ सर्टिफिकेट बनवाए थे।


जनवरी में यह केस दर्ज किया गया था। मंगलवर को एडीजी-6 की कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। आजम को पूरे परिवार के साथ पहुंचना था, लेकिन वे नहीं आए। एक और मामले में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान निर्धारित समय के बाद रोड शो करने के आरोप में आजम को कोर्ट में पेश होना था। इस पर भी कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 नवंबर को होगी। 


उद्धव बनेंगे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री

मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार को आकार देने के लिए शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शीर्ष नेताओं की शुक्रवार को बैठक हुई। इस बैठक में फैसला लिया गया है। कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे  ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री  बनेंगे। साझा बैठक के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि तीनों दलों की ओर से शनिवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. हालांकि, अभी चर्चा जारी है। कल हम यह भी तय करेंगे कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कब राज्यपाल से मिलना है।


सूत्रों का कहना है कि बैठक में उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बन गई है. बैठक से निकले के बाद शरद पवार ने कहा कि अभी बैठक जारी है। किसी काम के लिए जा रहा हूं। बता दें कि राकांपा प्रमुख शरद पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे राज्य में गैर भाजपा सरकार बनाने को गति देने के मकसद से दक्षिण मुंबई के नेहरू केंद्र में विचार विमर्श में शामिल हुए हैं। राज्य में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।


सूत्रों ने बताया कि यह बैठक न्यूनतम साझा कार्यक्रम और नई सरकार में तीनों दलों की हिस्सेदारी को अंतिम रूप दिए जाने को लेकर हो रही है। इस बीच कांग्रेस और राकांपा ने अपने चुनाव पूर्व सहयोगियों-पीजेंट वर्कर्स पार्टी, समाजवादी पार्टी, स्वाभिमान पक्ष और माकपा से बातचीत की. राकांपा नेता जयंत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी तथा कांग्रेस के छोटे सहयोगियों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के विचार का समर्थन किया है।


पत्रकारों से बातचीत में सपा नेता अबू आज़मी ने देश से सांप्रदायिकता को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है। तो उसे अपनी कुछ नीतियों में बदलाव करना होगा। हम सांप्रदायिकता को खत्म करने के लिए सरकार का गठन करेंगे. उन्होंने कहा कि इस सरकार को दलितों, अल्पसंख्यकों, किसानों और गरीबों के प्रति न्यायपूर्ण होनी चाहिए।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...